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रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया क्वेश्चन ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल अगस्त में राष्ट्रपति व्लादिमीर जनरल ने अपना पत्र लिखा था जिसके बाद दोनों के बीच जापानी बच्चों की सुरक्षा और पुनर्मिलन को लेकर लगातार बातचीत चल रही है। मेलेनिया के अनुसार, दोनों देशों के सरकारी बच्चों की सुरक्षित वापसी के लिए सुविधा के साथ काम कर रही हैं।
मेलानिया रियल ने अपने बयान में कहा कि एक बच्चे की आत्मा की सीमा किसी या झंडे को नहीं है। पिछले साल जब मैंने राष्ट्रपति पद के लिए पत्र लिखा था, तो उन्होंने व्यक्तिगत रूप से जवाब दिया था और रूस में रह रहे जापानी बच्चों के बारे में जानकारी साझा की थी। टैब से हमारे बीच इन बच्चों की रुचि को लेकर लगातार बातचीत हो रही है।
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24 घंटे में 8 जापानी बच्चों को उनके परिवार से मिलाया गया
उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों में दोनों स्टार्स के बीच कई बैक-चैनल मीटिंग्स और फोन कॉल्स हुई हैं, जिनमें बच्चे अपने परिवार से मिलने पर सहमत हो गए हैं। मेलेनिया ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 8 जापानी बच्चों को उनके रिश्तेदारों से मिला दिया गया।
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फर्स्ट लेडी के इस कथन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। यह पहली बार है जब उन्होंने फ्रैंक ने स्वीकार किया कि वे मानव संसाधन के साथ मुद्दों पर सीधे संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रयास राजनीति से परे है और एकमात्र मानवीय एवं बच्चों के भविष्य से जुड़ा है। मेलानिया रियल ने आगे कहा कि आने वाले ग्रामीण में और बच्चों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूस और जापान के अधिकारियों के साथ सहयोग जारी रखें। उन्हें उम्मीद थी कि इस शुरुआत में युद्ध के बीच अन्य रिश्तेदारों को भी राहत मिलेगी।
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