अफगानिस्तान की सीमा से बढ़ते हमलों और सुरक्षा संकट के बीच पाकिस्तान के सुर और जहरीले हो गए हैं. बुधवार (15 अक्टूबर 2025) को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अब अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है. उनका दावा है कि तालिबान सरकार के हालिया फैसले पाकिस्तान के हितों के खिलाफ हैं और उनमें भारत का प्रभाव साफ झलकता है.
ख्वाजा आसिफ ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि अफगानिस्तान की ओर से आतंकवादी हमले लगातार बढ़ रहे हैं. उनके मुताबिक, बीते कुछ महीनों में आतंकियों ने पाकिस्तान की सीमा चौकियों पर कई हमले किए हैं, लेकिन तालिबान सरकार ने इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. पाकिस्तान का कहना है कि उसने कई बार कूटनीतिक माध्यमों से अफगानिस्तान से बात करने की कोशिश की, लेकिन वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
भारत के इशारे पर काम कर रहा
आसिफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि तालिबान अब भारत के इशारे पर काम कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ भारत का प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पार आतंकवाद तहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) की मौजूदगी और शरणार्थी मुद्दों को लेकर तनाव बना रहता है. तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान को लगा कि अफगानिस्तान उसकी सुरक्षा चिंताओं को समझेगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा. TTP ने फिर से पाकिस्तान के कबायली इलाकों में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है, जिससे इस्लामाबाद की चिंता और बढ़ गई है. हालांकि, मौजूदा समय में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में दोनों तरफ से दर्जनों लोगों की मौत हो गई.
क्या होता है प्रॉक्सी वॉर
प्रॉक्सी वॉर यानी परोक्ष युद्ध ऐसा युद्ध, जिसे कोई देश सीधे नहीं लड़ता, बल्कि किसी और समूह या देश से लड़वाता है. सीधे शब्दों में कहें तो असली लड़ाई किसी और की होती है, लेकिन फायदा किसी तीसरे पक्ष को मिलता है. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन पर आतंकवादी गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिसका उन्हें नुकसान हो रहा है. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में प्रॉक्सी वॉर का इस्तेमाल कई बार हुआ है जैसे शीत युद्ध के दौरान अमेरिका और सोवियत संघ ने अन्य देशों में अपने-अपने समर्थकों के जरिए युद्ध लड़वाए हैं.
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