बिहार चुनाव (2025) के पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन की आज (शुक्रवार) अंतिम तारीख है. कल (18 अक्टूबर, 2025) नामांकन की जांच होगी. इस बीच प्रत्याशियों की ओर से दायर हलफनामे से बिहार के सबसे अमीर कैंडिडेट का पता चला है. सबसे अमीर प्रत्याशियों में लालू के बेटे तेजस्वी यादव या फिर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जैसे नेताओं का नाम नहीं है.
दरअसल बिहार चुनाव में नामांकन के साथ नेताओं की संपत्ति और मुकदमों की जानकारी लगातार सामने आ रही है. पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार के पास 23.36 करोड़ की संपत्ति है और वे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. सम्राट चौधरी तारापुर विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी हैं. उन्होंने अपने हलफनामे में कुल 11.31 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है.
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव कुल 2.88 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं. बीते पांच साल में उनकी संपत्ति में मामूली वृद्धि हुई है. आरजेडी से निष्कासित किए जाने के बाद तेज प्रताप ने हाल ही में जनशक्ति जनता दल नामक नया राजनीतिक दल बनाया है. नामांकन पत्र के साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दाखिल किए गए हलफनामे में उन्होंने बताया कि उनके पास 91.65 लाख रुपये की चल संपत्ति है, जो वर्ष 2020 में घोषित 1.22 करोड़ रुपये से कम है. उनकी अचल संपत्ति 1.96 करोड़ रुपये है, जो पांच वर्ष पहले 1.6 करोड़ रुपये थी.
तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके पास करीब 8.1 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है. शपथपत्र के अनुसार, तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव के पास 1.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है. तेजस्वी के पास 6.12 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.88 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. उनकी पत्नी राजश्री के पास 59.69 लाख रुपये मूल्य की अचल संपत्ति है. तेजस्वी के पास 1.5 लाख रुपये नकद हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास एक लाख रुपये नकद हैं.
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