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  • Govardhan Puja 2025: गोवर्धंन पूजा में क्यों लगाया जाता है 56 भोग? जाने धार्मिक रहस्य और अन्नकूट की परंपरा!

    Govardhan Puja 2025: गोवर्धंन पूजा में क्यों लगाया जाता है 56 भोग? जाने धार्मिक रहस्य और अन्नकूट की परंपरा!

    Govardhan Puja 2025: गोवर्धन पूजा का त्योहार आज हर जगह धूमधाम से मनाया जाएगा. हर साल इसे कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष कि प्रतिपदा पर मनाया जाता है. श्री कृष्ण के गोवर्धन पर्वत उठाने की अलौकिक लीला पर ये पर्व समर्पित है.

    भक्त आज के दिन पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ गोवर्धन पर्वत की पूजा करेंगे. कई जगह लोगों द्वारा श्री कृष्ण की अलग-अलग लीलाओं की झलकियां भी निकाली जाएगी. पूजा के वक्त पर्वत के समक्ष कई विभिन्न तरह के अनाज जैसे- मिठाई, फल, दालें और सब्जियों से भोग तैयार किया जाता है.

    इससे ही अन्नकूट कहा जाता है. अन्नकूट का मतलब यानी अन्न का पर्वत. यह पर्वत भक्ति, निष्ठा और समृद्धि का प्रतीक है. 

    गोवर्धन पूजा के दिन पारंपरिक रूप से 56 प्रकार के भोग, भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है. जिससे छप्पन भोग का प्रसाद कहा जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस प्रसाद का विशेष महत्व है, इस भोग को श्री कृष्ण की संपन्नता, उदारता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.

    यह भोग जीवन में विविधता और संपन्नता लाता है. 56 तरह के भोग को अर्पित करने से सभी देवी-देवताओं की असीम कृपा प्राप्त होती है. जिससे जीवन में सुख-शांति और आर्थिक स्थित भी स्थिर रहती है. 

    56 भोगों की थाली में स्वाद और परंपरा का अद्भुत संगम होता है. इसमें माखन-मिश्री, शुद्ध देसी घी, चावल, गेहूं, मूंग, उड़द, मसूर, चना, राजमा, छोले जैसे अन्न और दालों के साथ-साथ आलू, लौकी, तुरई, भिंडी, गवार फली, करेला, कद्दू, बैंगन और पालक जैसी सब्ज़ियाँ शामिल होती हैं.

    फलों में केला, सेब, अमरूद, संतरा, अंगूर, अनार, पपीता, आम और नारियल का विशेष स्थान होता है. मीठे में खीर, हलवा, लड्डू, पेड़ा, रसगुल्ला, बर्फी, खाजा, मोदक, घेवर और पुरानी पारंपरिक मिठाइयाँ परोसी जाती हैं.

    साथ ही चकली, पूड़ी, पकोड़ा, पकौड़ी, मठरी, उपमा, खिचड़ी, कढ़ी-चावल, दही, चटनी और पापड़ जैसे व्यंजन इस प्रसाद में शामिल होते हैं. 

    आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व से अन्नकूट और 56 भोग की परंपरा बहुत गहरी है. यह सिर्फ खाने-पीने की चीजें नहीं है, जो अर्पित की जाती है, बल्कि इससे घर और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ती होती है.

    यह परंपरा हमें यह सिखाती है कि सच्ची भक्ति केवल मन या वाणी तक सीमित नहीं होती, जब भक्त पूर्ण समर्पण और सेवा भाव से भोग अर्पित करता है, तभी उसकी पूजा पूर्ण मानी जाती है.

    भोग अर्पण की यह क्रिया न केवल देवी-देवताओं को प्रसन्न करती है, बल्कि साधक के जीवन में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ाती है.

    Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

    गौरव अग्निहोत्री ज्योतिष और धर्म से जुड़े विषयों में गहरी रुचि रखते हैं. वे abplive.com से जुड़े हैं और विभिन्न धार्मिक व ज्योतिषीय विषयों पर 1 साल से लेखन कर रहे हैं. गौरव का जन्म दिल्ली में हुआ है. इन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है. इन्हें अंक शास्त्र, वैदिक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और स्वप्न शास्त्र में विशेष दिलचस्पी है. धर्म के अलावा गौरव को क्रिकेट और फिल्में देखना भी पसंद है.

    56 भोग में विभिन्न प्रकार के अन्न, दालें, सब्ज़ियाँ, फल, मिठाइयाँ और नमकीन व्यंजन शामिल होते हैं, जो स्वाद और परंपरा का संगम दर्शाते हैं।

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  • कितनी दौलत के मालिक हैं पाकिस्तान के नए कप्तान शाहीन शाह अफरीदी? टोटल नेटवर्थ उड़ा देगी होश

    कितनी दौलत के मालिक हैं पाकिस्तान के नए कप्तान शाहीन शाह अफरीदी? टोटल नेटवर्थ उड़ा देगी होश

    Pakistan New ODIs Captain: पाकिस्तान क्रिकेट की कप्तानी में एक और नया मोड़ आया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मोहम्मद रिजवान को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया है और उनकी जगह अब तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को नया वनडे कप्तान बना दिया गया है. अब शाहीन ही अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में टीम की कप्तानी करेंगे. पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीनों वनडे मैच फैसलाबाद में 4, 6, और 8 नवंबर को खेले जाएंगे. जब से शाहीन को कप्तानी मिली है, तब से उनके बारे में लोग खूब सर्च कर रहे हैं और लोग जानना चाह रहे हैं कि अफरीदी कितनी दौलत के मालिक हैं? 

    बता दें कि शाहीन शाह अफरीदी  की 2025 में अनुमानित कुल नेटवर्थ लगभग 58 करोड़ रुपये की है. उनकी कमाई के मुख्य स्त्रोत पीसीबी की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, पीएसएल, बीबीएल और ब्रांड एंडोर्समेंट है. शाहीन कई फ्रेंचाइजी लीग में भी खेलते हैं. इस बार वह बिग बैश लीग में भी खेलते नजर आएंगे. बीबीएल में ब्रिस्बेन हीट ने शाहीन को करोड़ों रुपये में साइन किया है.

    शाहीन अफरीदी की कमाई के सोर्स

    1. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कॉन्ट्रैक्ट 

    शाहीन अफरीदी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ‘A’ कैटेगरी में शामिल हैं. जिससे शाहीन को सालाना 1 करोड़ 14 लाख भारतीय रुपये मिलता है. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के अलावा, शाहीन को हर मैच खेलने के लिए अलग से मैच फीस मिलती है. उन्हें टेस्ट मैच के लिए 50,000, वनडे के लिए 25,000 और टी20 इंटरनेशनल के लिए 15,000 भारतीय रुपये मिलते हैं.

    2. फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग

    शाहीन पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में लाहौर कलंडर्स के कप्तान हैं. उन्हें 2025 पीएसएल सीजन के लिए 1 करोड़ 50 लाख रुपये मिला था. शाहीन 2026 बीबीएल सीजन के लिए ब्रिसबेन हीट के लिए खेलेंगे, जिससे उन्होंने करीब 1.5 से 2 करोड़ भारतीय रुपये मिलेंगे. 

    3. ब्रांड एंडोर्समेंट 

    शाहीन अफरीदी एक बेहद लोकप्रिय खिलाड़ी हैं, जिसके कारण वे कई ब्रांड्स के ब्रांड एंबेसडर हैं. अफरीदी Fashion, Tech, और Accessories के कई कम्पनियों के प्रचार करते हैं, जिससे वे करोड़ों की कमाई करते हैं.

    आपको बता दें कि शाहीन शाह अफरीदी काफी लक्जरी लाइफस्टाइल जीते हैं. शाहीन के पास लंडी कोटल और दूसरा इस्लामाबाद में दो आलीशान घर हैं और उनके पास Audi A4, Toyata Corola और Honda Civic जैसी महेंगी कार भी मौजूद हैं. इस वजह से अफरीदी पाकिस्तान के सबसे अमीर क्रिकेटरों में से एक हैं.

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  • लखनऊ में इंसानियत हुई शर्मसार, शीतला मंदिर में दलित बुजुर्ग के साथ अमानवीय हरकत, आरोपी गिरफ्तार

    लखनऊ में इंसानियत हुई शर्मसार, शीतला मंदिर में दलित बुजुर्ग के साथ अमानवीय हरकत, आरोपी गिरफ्तार

    उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां के काकोरी थाना क्षेत्र में शीतला माता मंदिर में डाली बुजुर्ग रामपाल से दबंग स्वामीकांत ने पेशाब चटवाई. जिसके बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कम्प मच गया. पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि घटना को लेकर परिजन और ग्रामीणों में बेहद आक्रोश है और वे सख्त सजा की मांग कर रहे हैं.

    इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गयी है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही कांग्रेस ने भी प्रदेश में दलितों पर बढ़ते अत्याचार का मुद्दा उठाया है.

    पीड़ित के पोते मुकेश कुमार ने बताया बाबा को हांफने की समस्या है, खांसी भी आती है. जिसके चलते जब थकान होती है वहीं ठहर जाते हैं. सोमवार 20 अक्टूबर रात भी करीब 8 बजे घर की तरफ आ रहे थे. तभी हांफने लगे और मंदिर के पार्किंग में बैठ गए. तभी उनसे पेशाब हो गई. इस दौरान स्वामीकांत आ गए और बोलने लगे यहां तुमने पेशाब की है. इस पर बाबा घबरा गए तो पहले मना किया हालांकि बाद में मान लिया. इसके बाद उनसे पेशाब चटवाई फिर उनसे साफ करवाया. इसके बाद दोबारा न दिखने की धमकी देकर वहां से भगा दिया. मंगलवार सुबह बाबा ने पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद हम लोगों ने शिकायत करने का फैसला लिया. अगर वह सिर्फ धुलवा दिए होते तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन ऐसी हरकत करना गलत है.

    काकोरी थाना पुलिस ने आरोपी स्वामी कांत खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 351(3) (आपराधिक धमकी), और 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान) के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है.

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  • 'नए वर्ल्ड ऑर्डर का ताकतवर खिलाड़ी भारत' तारीफ के बाद सामने आई PAK जनरल शमशाद मिर्जा की चिढ़, इंडिया को कहा- 'ट्रोजन हॉर्स'

    'नए वर्ल्ड ऑर्डर का ताकतवर खिलाड़ी भारत' तारीफ के बाद सामने आई PAK जनरल शमशाद मिर्जा की चिढ़, इंडिया को कहा- 'ट्रोजन हॉर्स'

    पाकिस्तान के जनरल और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (CJCSC) के चेयरमैन जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने भारत को नए वर्ल्ड ऑर्डर का ताकतवर खिलाड़ी, ग्लोबल साउथ का महत्वपूर्ण हिस्सा और महात्वाकांक्षी देश बताते हुए 21वीं सदी में न्यू इंडिया की शक्ति पर टिप्पणी की.

    इस्लामाबाद में आयोजित कार्यक्रम ‘Balancing Relationship Between Global North and Global South: Challenges and Opportunities’ को संबोधित करते हुए जनरल ने कहा, “लेडीज एंड जेंटलमैन, संक्षेप में मैं कहना चाहूंगा कि भारत ग्लोबल साउथ का महत्वपूर्ण देश है और वर्ल्ड ऑर्डर में अहम स्थान रखने वाला महात्वाकांक्षी देश है.”

    भारत पर लगाए ये आरोप

    बयान में जनरल शमशाद मिर्जा ने भारत को “साम्राज्यवादी” और विस्तारवाद की नीति पर चलने वाला देश बताते हुए कहा कि भारत कट्टरवाद को बढ़ावा देता है, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों की अवहेलना करता है और मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है. उन्होंने भारत को ग्लोबल साउथ का संभावित ‘ट्रोजन हॉर्स’ बताया.

    तीसरी पार्टी के माध्यम से विवाद सुलझाने का सुझाव

    जनरल शमशाद मिर्जा ने यह भी कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच विवादों को हल करने के लिए तीसरे देश या अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मध्यस्थता जरूरी है. उन्होंने कहा, “हम किसी भी देश, बहुध्रुवीय पैनल या अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा ऐसी कोशिशों का स्वागत करेंगे.”

    भारत की सैन्य शक्ति और राजनीति पर की टिप्पणी

    जनरल ने भारत की सेना को राजनीतिक दृष्टिकोण से सैन्यीकृत बताते हुए कहा कि यह मिश्रण क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरनाक है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने अपने प्रभुत्व के लिए सैन्य शक्ति और पश्चिमी समर्थन का इस्तेमाल किया.

    ग्लोबल साउथ और भारत का रोल

    ग्लोबल साउथ विकासशील देशों का समूह है, जो एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और ओशिनिया में स्थित हैं. ये देश आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से उभर रहे हैं और अक्सर ऐतिहासिक रूप से उपनिवेशवाद और संसाधन शोषण का सामना कर चुके हैं.

    भारत ग्लोबल साउथ का प्रमुख नेता है. यह G-77, नॉन-अलाइन्ड मूवमेंट (NAM) और अन्य मंचों के माध्यम से इन देशों की आवाज़ को मजबूत करता है. 2023 में G20 अध्यक्षता के दौरान भारत ने ग्लोबल साउथ के मुद्दों को प्राथमिकता दी, विशेष रूप से जलवायु वित्त, तकनीकी सहायता, डिजिटल प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और वैक्सीन कूटनीति (कोवैक्स) के माध्यम से इन देशों का समर्थन किया.

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  • 'ई गजब आदमी है भाई', CM नीतीश कुमार का ये वाला वीडियो शेयर कर तेजस्वी यादव ने कसा तंज

    'ई गजब आदमी है भाई', CM नीतीश कुमार का ये वाला वीडियो शेयर कर तेजस्वी यादव ने कसा तंज

    बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीति लगातार गर्म है. इसी बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक अनोखी हरकत देखी जा सकती है, जो राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है.

    वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक महिला उम्मीदवार को फूलों की माला पहनाने की कोशिश कर रहे थे. तभी जेडीयू के नेता संजय कुमार झा ने हाथ बढ़ाते हुए नीतीश कुमार को इशारा किया. इसके बाद नीतीश कुमार ने संजय कुमार झा की ओर देखकर कहा, “ये गजब आदमी है भाई, हाथ आगे क्यों करते हो.” इस दौरान एक संक्षिप्त लेकिन दिलचस्प वार्ता देखने को मिली.

    ई गजब आदमी है भाई!!!

    मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ है तो लिखा हुआ भाषण पढ़ ऐसी हरकतें क्यों कर रहे है? #Bihar pic.twitter.com/Xhit9l37Ib

    सीएम नीतीश कुमार अपने उम्मीदवार को लेकर संबोधन कर रहे थे. महिला उम्मीदवार को माला पहना रहे थे तभी माला देने की प्रक्रिया में संजय कुमार झा ने हाथ बढ़ाया, जिससे नीतीश कुमार ने उन्हें रोकते हुए कहा कि माला तो सीधे हाथ में दे दीजिए. इसके बावजूद नीतीश कुमार ने महिला उम्मीदवार के गले में माला डाल दी. यह दृश्य काफी चुटीला और राजनीतिक दृष्टि से चर्चा का विषय बन गया.

    तेजस्वी यादव ने इस वीडियो के माध्यम से जनता के सामने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री ने यह हरकत क्यों की. उन्होंने लिखा, “मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ हैं तो लिखा हुआ भाषण पढ़ें, ऐसी हरकतें क्यों कर रहे हैं?”. इधर, इस तरह की हरकतों का सोशल मीडिया पर वायरल होना नेताओं के व्यक्तित्व और उनके चुनावी छवि को प्रभावित कर सकता है. 

    हालांकि, खबर लिखने तक इस घटना के संबंध में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह किस विधानसभा सीट पर हुई. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल होते ही इस घटना को लेकर राजनीतिक टिप्पणी और चर्चा तेज हो गई है. कुछ समर्थक इसे हल्के-फुल्के मनोरंजन के तौर पर देख रहे हैं, जबकि विपक्षी इसे मुख्यमंत्री के व्यवहार पर सवाल उठाने का माध्यम बना रहे हैं.

    इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि चुनावी मौसम में हर छोटी घटना मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर बड़ा आकार ले सकती है. नेताओं के व्यवहार, उनके इशारे और छोटे-छोटे संवाद भी जनता और राजनीतिक पर्यवेक्षकों के लिए चर्चा का विषय बन जाते हैं. अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी इस वायरल वीडियो पर क्या प्रतिक्रिया देती हैं और इस घटना का चुनावी असर कितना पड़ता है.

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  • दिवाली पर आग में झुलस जातीं बिग बॉस 9 फेम प्रिया मलिक, पिता ने बचाई जान, एक्ट्रेस ने अब सुनाई दिलदहला देने वाली आपबीती

    दिवाली पर आग में झुलस जातीं बिग बॉस 9 फेम प्रिया मलिक, पिता ने बचाई जान, एक्ट्रेस ने अब सुनाई दिलदहला देने वाली आपबीती

    बिग बॉस 9 फेम प्रिया मलिक सोमवार रात दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान आग में जलने से बाल-बाल बच गईं. इस अभिनेत्री-कवि ने खुलासा किया कि समय रहते उनके पिता ने उनकी जान बचा ली वरना कुछ भी हो सकता था. वहीं प्रिया ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर दिवाली की रात उनके साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा किया है.

    दिवाली पर आग में जलने से बचीं बिग बॉस 9 फेम प्रिया मलिक
    21 अक्टूबर को इंस्टाग्राम पर भयानक आपबीती शेयर करते हुए प्रिया ने लिखा, “मैं अपने पड़ोसियों के साथ एक तस्वीर ले रही थी और इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती, मैंने अपने राइट कंधे से आग की लपटें उठती देखीं और महसूस किया कि मेरी पूरी पीठ जल रही है और मैं एक छोटी सी आग की नहीं, बल्कि भीषण लपटों की बात कर रही हूं. शुक्र है कि मेरे पिताजलते हुए कपड़ों को फाड़ने में कामयाब रहे क्योंकि जलने से बचने का यही एकमात्र रास्ता था, लेकिन इस घटना ने मुझे और हमारे परिवार को बहुत गहरा सदमा पहुंचाया है.”

    अपने इमोशनल नोट में, बिग बॉस 9 फेम ने बताया कि सावधानी बरतने के बावजूद भी चीज़ें कितनी जल्दी बिगड़ सकती हैं. उन्होंने लिखा, “जहां हर कोई आग से सुरक्षा की बात करता है और सोचता है कि ऐसी दुर्घटनाएं उनके साथ कभी नहीं हो सकतीं, वहीं कल रात मुझे एहसास हुआ कि कैसे एक छोटी सी लापरवाही भी मेरी जान ले सकती थी.”

    सदमे में हैं एक्ट्रेस
    उन्होंने आगे कहा, “उस पल में मेरे पिताजी हीरो थे. मैं ठीक हूं, मेरे कंधों, पीठ और उंगलियों पर मामूली जलन है. मुझे नहीं पता कि मैं बिना किसी और नुकसान के कैसे बच गई, लेकिन इस घटना ने शायद मुझे दिवाली के सदमे से हमेशा के लिए भर दिया है.”अभिनेत्री ने इस बात पर भी राहत जताई कि दुर्घटना के समय उनका बच्चा उनकी गोद में नहीं था. उन्होंने कहा, “ऐसे समय में प्लीज अपना ख्याल रखें और सबसे अहम बात, मुझे खुशी है कि जब यह हुआ तब मैं अपने बच्चे को गोद में नहीं लिए हुए थी. मैं शायद अगले साल भी जश्न मनाऊंगी, लेकिन यह ज़िंदगी के लिए एक सबक है.”

    बता दें कि बिग बॉस 9 से फेम पाने वाली प्रिया मलिक ने 2022 में दिल्ली के एक गुरुद्वारा समारोह में एंटरप्रेन्योर करण बख्शी से शादी की थी.  इस जोड़े ने 31 मार्च, 2024 को अपने बेटे जोरावर का वेलकम किया था. 

    A post shared by Priya Malik 🌻 प्रिया मलिक (@priyasometimes)

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  • Women's World Cup: पाकिस्तान की हार से भारत को हुआ बड़ा फायदा, अब तय हो गया सेमीफाइनल-2 और फाइनल का वेन्यू

    Women's World Cup: पाकिस्तान की हार से भारत को हुआ बड़ा फायदा, अब तय हो गया सेमीफाइनल-2 और फाइनल का वेन्यू

    महिला विश्व कप 2025 के 22वें मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 150 रनों से हराया. साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 40 ओवरों में 312 रन बनाए थे, उनके 9 विकेट गिर चुके थे. पाकिस्तान को 234 का लक्ष्य मिला था, जवाब में पाक 7 विकेट खोकर 83 रन बना पाई और फिर बारिश के कारण मैच रुका और फिर शुरू नहीं हुआ. साउथ अफ्रीका इससे पहले ही सेमीफाइनल में अपनी जगह कंफर्म कर चुकी थी, लेकिन इस हार के बाद पाक टीम आधिकारिक रूप से वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है. लेकिन पाक की हार से भारत का फायदा हुआ है.

    महिला विश्व कप 2025 भारत और श्रीलंका में हो रहा है, हालांकि इस टूर्नामेंट का मेजबान सिर्फ भारत था लेकिन पाकिस्तान की वजह से श्रीलंका को भी सह-मेजबान बनाया गया क्योंकि पाकिस्तान अपने मैच भारत में नहीं खेलेगी. पाकिस्तान लीग स्टेज के अपने सभी मैच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेल रही है, भारत को भी पाक से खेलने के लिए वहीं जाना पड़ा था. सभी मैचों के वेन्यू तय थे, लेकिन सेमीफाइनल और फाइनल के नहीं. अब पाकिस्तान की हार से भारत को फायदा हो गया है.

    दरअसल पहले से तय था कि अगर पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंची तो एक सेमीफाइनल श्रीलंका में खेला जाएगा. अगर पाकिस्तान फाइनल तक पहुंचा तो भारत फाइनल मैच की भी मेजबानी छिन जाएगी, फिर खिताबी मुकाबला भी श्रीलंका में ही होता. हालांकि अब ये तय हो गया है कि फाइनल मैच भारत में ही होगा.

    पाकिस्तान अगर सेमीफाइनल तक पहुंचती तो दूसरा सेमीफाइनल कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में 30 अक्टूबर को खेला जाता. अब तय हो गया है कि दूसरा सेमीफाइनल भी भारत में होगा, ये 30 अक्टूबर को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा. हालांकि पहले सेमीफाइनल का वेन्यू तय नहीं था, लेकिन अब माना जा रहा है कि ये असम क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में होगा. पहला सेमीफाइनल 29 अक्टूबर को खेला जाएगा.

    महिला विश्व कप 2025 का फाइनल मुकाबला 2 नवंबर को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा. दोनों सेमीफाइनल और फाइनल, भारत के समयनुसार दोपहर 3 बजे से शुरू होंगे. जब तक पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर नहीं हुई थी तब तक ये कंफर्म नहीं था कि फाइनल भारत में होगा या श्रीलंका में, लेकिन अब तय हो गया है.

    महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में 3 टीमें अपनी जगह कंफर्म कर चुकी हैं. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के बाद साउथ अफ्रीका क्वालीफाई कर चुकी हैं. अब चौथे स्पॉट के लिए भारत और न्यूजीलैंड मजबूत दावेदार हैं. अगला मैच दोनों का एक दूसरे के खिलाफ ही है. 23 अक्टूबर को दोनों टीमें भिड़ेंगी, जो जीतेगी उसके सेमीफाइनल में जाने के चांस बढ़ जाएंगे. अभी दोनों ने 5-5 मैच खेलें हैं. दोनों के 4-4 अंक हैं, लेकिन नेट रन रेट के आधार पर भारत (+0.526) न्यूजीलैंड (-0.245) से आगे है.

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  • मिठाई बनाने के लिए खरीद रहे बादाम-काजू, ऐसे करें असली और नकली की पहचान

    मिठाई बनाने के लिए खरीद रहे बादाम-काजू, ऐसे करें असली और नकली की पहचान

    फेस्टिव सीजन के टाइम मार्केट में मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की डिमांड काफी बढ़ जाती है. ऐसे में कुछ लोग घर पर ही ड्राई फ्रूट्स से मिठाई बनाने का ट्राई भी करते हैं, ताकि बाहर की मिलावटी और अनहेल्दी मिठाई न खानी पड़े. क्या आप जानते हैं कि फेस्टिवल के दौरान बाजार में मिलने वाले ड्राई फ्रूट्स भी मिलावटी और नकली होते हैं. इनमें केमिकल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि ये फ्रेश और सुनहरे लगे, जिससे लोग उन्हें ज्यादा खरीदें. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि बाजार में ड्राई फ्रूट्स खरीदते समय कैसे करें असली और नकली की पहचान?

    ड्राई फ्रूट्स को देखकर कोई भी सोचेगा कि इसमें मिलावट कैसे की जा सकती है. लेकिन फेस्टिवल के दौरान ड्राई फ्रूट्स की बढ़ती डिमांड को देखकर ज्यादातर दुकानदार नकली ड्राई फ्रूट्स बेचने लगते हैं. इन पुराने और सड़े हुए ड्राई फ्रूट्स को एसिड से वॉश किया जाता है और उनपर केमिकल की कोटिंग चढ़ाते हैं ताकि वो बिल्कुल फ्रेश दिखने लगें. मार्केट में मिलने वाले काजू को HCL यानि हाइड्रोक्लोरिक एसिड से धोते हैं ताकि वो ज्यादा शाइनी और सफेद लगें. साथ ही, कभी भी टूटे हुए ड्राई फ्रूट्स नहीं खरीदने चाहिए क्योंकि ये मिलवटी होते हैं और इनकी दोबारा पैकेजिंग करके इन्हें मार्केट में बेचा जाता है. 

    नकली और मिलावटी ड्राई खरीदने से बचने के लिए आपको असली और नकली ड्राई फ्रूट्स की पहचान होना जरूरी है. ऐसे में आप कुछ ट्रिक्स अपनाकर आसानी से असली और नकली ड्राई फ्रूट्स को पहचान सकते हैं.

    1. मार्केट में जाकर टूटे हुए ड्राई फ्रूट्स लेने से बचें क्योंकि अक्सर इन्हें केमिकल्स से वॉश किया जाता है. साथ ही, इन्हें मार्केट में बेचने के लिए शाइनी बनाया जाता है इसलिए इनमें मिलावट की संभावना सबसे ज्यादा होती है.

    2. आप चाहें तो साइंटिफिक तरीकों से भी इसकी पहचान कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक नॉर्मल लिटमस पेपर लेना है. काजू को हल्का गीला करना है और लिटमस पेपर पर रखना है. अगर लिटमस पेपर रेड या ऑरेंज हो जाए तो समझ जाएं कि ये एसिडिक है यानी इसमें एसिड का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन अगर रंग नहीं बदलता तो ये प्योरिटी का सिंबल है.

    3. ड्राई फ्रूट्स को जांचने के लिए आप उसकी स्मेल और टेक्सचर की भी मदद ले सकते हैं. आप आसानी से नकली ड्राई फ्रूट्स पहचान सकते हैं क्योंकि केमिकल में वॉश करने की वजह से इनमें तेज और अजीब सी केमिकल की महक आती है जबकि असली ड्राई फ्रूट्स में हल्की और मीठी सी स्मेल आती है.

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    आंखों में सपने लिए, घर से हम चल तो दिए, जानें ये राहें अब ले जाएंगी कहां… कहने को तो ये सिंगर शान के गाने तन्हा दिल की शुरुआती लाइनें हैं, लेकिन दीपाली की जिंदगी पर बखूबी लागू होती हैं. पूरा नाम दीपाली बिष्ट, जो पहाड़ की खूबसूरत दुनिया से ताल्लुक रखती हैं. किसी जमाने में दीपाली के लिए पत्रकारिता का मतलब सिर्फ कंधे पर झोला टांगकर और हाथों में अखबार लेकर घूमने वाले लोग होते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी आंखों में इसी दुनिया का सितारा बनने के सपने पनपने लगे और वह भी पत्रकारिता की दुनिया में आ गईं. उन्होंने अपने इस सफर का पहला पड़ाव एबीपी न्यूज में डाला है, जहां वह ब्रेकिंग, जीके और यूटिलिटी के अलावा लाइफस्टाइल की खबरों से रोजाना रूबरू होती हैं. 

    दिल्ली में स्कूलिंग करने वाली दीपाली ने 12वीं खत्म करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और सत्यवती कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में ग्रैजुएशन किया. ग्रैजुएशन के दौरान वह विश्वविद्यालय की डिबेटिंग सोसायटी का हिस्सा बनीं और अपनी काबिलियत दिखाते हुए कई डिबेट कॉम्पिटिशन में जीत हासिल की. 

    साल 2024 में दीपाली की जिंदगी में नया मोड़ तब आया, जब उन्होंने गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (नोएडा) से टीवी जर्नलिज्म में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा की डिग्री हासिल की. उस दौरान उन्होंने रिपोर्टिंग, एडिटिंग, कंटेंट राइटिंग, रिसर्च और एंकरिंग की बारीकियां सीखीं. कॉलेज खत्म करने के बाद वह एबीपी नेटवर्क में बतौर कॉपीराइटर इंटर्न पत्रकारिता की दुनिया को करीब से समझ रही हैं. 

    घर-परिवार और जॉब की तेज रफ्तार जिंदगी में अपने लिए सुकून के पल ढूंढना दीपाली को बेहद पसंद है. इन पलों में वह पोएट्री लिखकर, उपन्यास पढ़कर और पुराने गाने सुनकर जिंदगी की रूमानियत को महसूस करती हैं. इसके अलावा अपनी मां के साथ मिलकर कोरियन सीरीज देखना उनका शगल है. मस्ती करने में माहिर दीपाली को घुमक्कड़ी का भी शौक है और वह आपको दिल्ली के रंग-बिरंगे बाजारों में शॉपिंग करती नजर आ सकती हैं.

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  • How Eyes Reveal Heart Problems: आंखों में दिखें ये लक्षण तो समझ लें दिल में होने वाली है दिक्कत, तुरंत बुक कर लें डॉक्टर का अपॉइंटमेंट

    How Eyes Reveal Heart Problems: आंखों में दिखें ये लक्षण तो समझ लें दिल में होने वाली है दिक्कत, तुरंत बुक कर लें डॉक्टर का अपॉइंटमेंट

    Heart Disease in Eyes: हमारे शरीर के तमाम अंग हमें पहले से ही यह संकेत देना शुरू कर देते हैं कि हमें कौन सी बीमारी होने वाली है. कुछ लोग इसको नजरअंदाज कर देते हैं, तो कुछ लोग इसको सीरियस लेते हैं. हालही में आई  नई रिसर्च इस बात पर जोर देती है कि रेगुलर आंखों की जांच सिर्फ आंखों के लिए नहीं बल्कि हार्ट की बीमारियों को पकड़ने में भी मददगार हो सकती है. आंख की रेटिना में बहुत सारी छोटी-छोटी रक्त वेसल्स होती हैं, जो हमारे पूरे शरीर के ब्लड वेसल्स की स्थिति को दर्शाती हैं. इसी कारण डॉक्टर आंखों की जांच के दौरान कई बार हार्ट की बीमारियों का शुरुआती संकेत देख लेते हैं, इससे पहले कि मरीज को सीने में दर्द, सांस फूलना या ब्लड प्रेशर की समस्या महसूस हो. चलिए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

    कैसे पता है कौन सी दिक्कत है

    रेटिना में अगर ब्लड वेसल्स में कोई गड़बड़ी दिखे तो यह हाई ब्लड प्रेशर, ब्लॉकेज या स्ट्रोक के खतरे की ओर इशारा कर सकता है. आजकल ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी स्कैन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकें डॉक्टरों को इन बारीक बदलावों को और भी जल्दी पहचानने में मदद करती हैं.

    आंखों में दिखने वाले संकेत

    कई बार दिल की बीमारी वाले लोगों की रेटिना में खास तरह के बदलाव दिखाई देते हैं. सबसे पहली है आई स्ट्रोक्स, इसमें आंख की नसों में ब्लड फ्लो कुछ देर के लिए रुक जाता है, तो रेटिना पर छोटे-छोटे निशान रह जाते हैं. यह इस बात का संकेत होता है कि आंख को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पा रहा. दूसरे नम्बर पर  रेटिनल डैमेज  रेटिना का नाम आता है इसमें ब्लड वेसल्स में हल्की क्षति भी इस ओर इशारा कर सकती है कि शरीर में कहीं दिल या ब्लड वेसल्स पर दबाव है और भविष्य में हार्ट प्रॉब्लम हो सकती है.

    हार्ट की बीमारी आंखों में क्यों झलकती है?

    दिल की बीमारी अक्सर धीरे-धीरे बिना लक्षण दिए बढ़ती है. इस दौरान शरीर की ब्लड वेसल्स धीरे-धीरे कमजोर या ब्लॉक होने लगती हैं. चूंकि आंखों की  ब्लड वेसल्स बेहद पतली और संवेदनशील होती हैं, इसलिए यहां नुकसान जल्दी दिखने लगता है. इसमें शामिल हैं-

    एक्सपर्ट की राय

    अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थाल्मोलॉजी के डॉ. जोसेफ नेजगोदा बताते हैं कि OCT स्कैन सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं, बल्कि हार्ट और ब्रेन जैसी बड़ी बीमारियों का भी संकेत दे सकता है. उनका कहना है कि आंख की एक तस्वीर से डॉक्टर यह अंदाजा लगा सकते हैं कि कहीं दिल की बीमारी तो नहीं पनप रही. यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि जितना जल्दी बीमारी पकड़ में आती है, उतना ही आसानी से उसका इलाज और कंट्रोल किया जा सकता है.

    किन लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए?

    हर किसी को रेगुलर आंखों की जांच का फायदा मिल सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसके संकेत जल्दी दिख सकते हैं, जैसे- 

    यह भी पढ़ें: Silent Heart Attack Signs: बीते एक सप्ताह में इतने लोगों की हार्ट अटैक से मौत, आखिर क्यों बढ़ रहे ये मामले?

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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    जर्नलिज्म की दुनिया में करीब 15 साल बिता चुकीं सोनम की अपनी अलग पहचान है. वह खुद ट्रैवल की शौकीन हैं और यही वजह है कि अपने पाठकों को नई-नई जगहों से रूबरू कराने का माद्दा रखती हैं. लाइफस्टाइल और हेल्थ जैसी बीट्स में उन्होंने अपनी लेखनी से न केवल रीडर्स का ध्यान खींचा है, बल्कि अपनी विश्वसनीय जगह भी कायम की है. उनकी लेखन शैली में गहराई, संवेदनशीलता और प्रामाणिकता का अनूठा कॉम्बिनेशन नजर आता है, जिससे रीडर्स को नई-नई जानकारी मिलती हैं. 

    लखनऊ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन रहने वाली सोनम ने अपने पत्रकारिता के सफर की शुरुआत भी नवाबों के इसी शहर से की. अमर उजाला में उन्होंने बतौर इंटर्न अपना करियर शुरू किया. इसके बाद दैनिक जागरण के आईनेक्स्ट में भी उन्होंने काफी वक्त तक काम किया. फिलहाल, वह एबीपी लाइव वेबसाइट में लाइफस्टाइल डेस्क पर बतौर कंटेंट राइटर काम कर रही हैं.

    ट्रैवल उनका इंटरेस्ट  एरिया है, जिसके चलते वह न केवल लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेसेज के अनछुए पहलुओं से रीडर्स को रूबरू कराती हैं, बल्कि ऑफबीट डेस्टिनेशन्स के बारे में भी जानकारी देती हैं. हेल्थ बीट पर उनके लेख वैज्ञानिक तथ्यों और सामान्य पाठकों की समझ के बीच बैलेंस बनाते हैं. सोशल मीडिया पर भी सोनम काफी एक्टिव रहती हैं और अपने आर्टिकल और ट्रैवल एक्सपीरियंस शेयर करती रहती हैं.

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