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  • दिवाली पर फेयरीलाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    दिवाली पर फेयरीलाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    हर साल दिवाली का त्योहार हमारी लाइफ में रौशनी, खुशियां और नए उत्साह को लेकर आता है. यह सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक ऐसा मौका होता है जब हम अपने घरों को सुंदरता और पॉजिटिविटी से भर देते हैं. घर की सफाई, मिठाइयां, नए कपड़े और सजावट, ये सब दिवाली की पहचान हैं और जब बात सजावट की आती है, तो सबसे चमकदार और लोकप्रिय ऑप्शन फेयरी लाइट्स होती हैं. 

    छोटे-छोटे बल्बों की ये रोशनियां न सिर्फ देखने में सुंदर लगती हैं, बल्कि किसी भी नॉर्मल जगह को कुछ ही पलों में एक शानदार, जादुई माहौल में बदल सकती हैं. खासकर बालकनी, जो अक्सर घर का सबसे नजदीकी ओपन स्पेस होता है, उसे सजाने के लिए फेयरी लाइट्स एक बेहतरीन ऑप्शन हैं. चाहे आप अपार्टमेंट में रहते हों या घर के टॉप फ्लोर पर, बालकनी को फेयरी लाइट्स से खास बनाना आज हर किसी को काफी पसंद होता है. ऐसे में चलिए हम आपको दिवाली पर फेयरी लाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके बताते हैं. 

    फेयरी लाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    1. बालकनी को हाइलाइट करें – फेयरी लाइट्स को ऐसे लगाएं कि वो बालकनी के साइज और डिजाइन को निखारें. बालकनी की रेलिंग पर लाइट्स को घुमा दें या सीधे लाइन में लगाएं. खिड़कियों या दरवाजों के फ्रेम पर भी लाइट्स को सजाएं. इससे एक फ्रेमिंग इफेक्ट बनता है जो बहुत खूबसूरत लगता है. इट्स को पेड़ों, पौधों, या लटकते गमलों के साथ मिलाकर लगाएं, जिससे नेचुरल और रोशनी का एक सुंदर कॉम्बिनेशन बनता है. इनमें एक जैसे रंग की जैसे वॉर्म वाइट फेयरी लाइट्स ज्यादा क्लासिक और शांति देने वाला लुक देती हैं. 

    2. लाइट्स के साथ बनाएं लेयर सजावट – सिर्फ एक सीधी लाइन में लाइट लगाने से जगह कभी-कभी फीकी लग सकती है. बेहतर होगा कि लाइट्स को अलग-अलग ऊंचाई और पैटर्न में लगाएं. आप एक कोने में झूलती हुई लाइट्स लगाकर एक छोटा लाइट कर्टेन तैयार कर सकते हैं. छोटे लैम्प्स, मोमबत्तियां या लालटेन के साथ फेयरी लाइट्स को मिलाएं. इससे रोशनी में लेयर बनती हैं और सुंदर हो जाता है. अगर आपके पास झूला या चेयर है बालकनी में, तो उसके चारों ओर भी लाइट्स लगाई जा सकती हैं. वहीं गोल-गोल या बूंद जैसी फेयरी लाइट्स अलग पैटर्न बनाने में मदद करती हैं. 

    3. तार और क्लटर से बचें – फेयरी लाइट्स खूबसूरत तभी लगती हैं जब उनकी वायरिंग साफ-सुथरी हो और कहीं उलझन न बनाएं. लाइट्स लगाने के लिए ट्रांसपेरेंट हुक्स, चिपकने वाली पट्टियां या छोटे क्लिप्स का यूज करें. ध्यान रखें कि तार ज्यादा दिखाई न दें अगर वायर सफेद दीवार पर है, तो सफेद वायर ही चुनें. जब लाइट्स को बार-बार हटाना न पड़े, तो USB या सोलर ऑप्शन वाले फेयरी लाइट्स यूजफुल हो सकते हैं. 

    4. लाइट्स से बनाएं अट्रैक्टिव कोने – हर बालकनी में कोई एक जगह होती है जो तुरंत लोगों की नजर खींचती है, उसी को हाइलाइट करें. दीवार पर लगे वॉल हैंगिंग या पेंटिंग के आसपास लाइट्स लगाएं. जा का छोटा कोना, अगर बालकनी में है, तो वहां पर नाज़ुक लाइट्स लगाकर एक शांत  जगह तैयार करें. फेयरी लाइट्स से एक शब्द, साइज या डिजाइन बनाकर दीवार पर लगाएं. जैसे दिल, तारा या Happy Diwali.

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  • डिप्टी CM सम्राट चौधरी की पत्नी बोलीं, 'काम की वजह से जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं'

    डिप्टी CM सम्राट चौधरी की पत्नी बोलीं, 'काम की वजह से जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं'

    तारापुर से बीजेपी के उम्मीदवार और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. 15 साल बाद सम्राट चौधरी विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इस बीच उनकी पत्नी ममता कुमारी ने कहा कि हमारे परिवार के लोग अपने काम की वजह से चुनाव जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं. एनडीए में हैं तो एनडीए की जीत होगी. हमारे परिवार के लोग सिर्फ काम करते हैं. 

    ममता कुमारी ने कहा कि जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार में काफी काम हुआ है. यहां तो 24 घंटे काम होता है. पति को लेकर उन्होंने कहा, “ये पूरे बिहार के हैं, किसी क्षेत्र के नहीं हैं. इनको पूरे बिहार को देखना है. इनके लिए मैं यहां आई हूं.”

    सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी ने कहा, ”तारापुर को मैंने बहुत सींचा है, यहां कितने लड़ाई-झगड़े थे, सब को मैंने खत्म किया. जातीय टेंशन को खत्म किया है और फिर उसी समय दो-दो दंगे हुए. 1989 का दंगा आपको याद होगा और फिर 2002 में भी दंगा हुआ. इस दौरान मैंने कोई नुकसान होने नहीं दिया, सारे लोगों को सुरक्षित रखा. सभी लोगों से ऐसा प्यार दिया कि वो अभी भी दिल में है.” 

    जब उनसे पूछा गया कि तारापुर की जनता आपके बेटे सम्राट चौधरी को भी उतना ही प्यार देगी? इस पर शकुनी चौधरी ने कहा, ”तारापुर में सम्राट चौधरी को मुझसे ज्यादा प्यार मिलेगा, क्योंकि लोगों ने बचपन से ही उसको देखा है, लोगों ने पहचाना है. सभी जगह हर मामले में सम्राट जनता के साथ जुड़ा हुआ है. 

    शकुनी चौधरी ने इस दौरान प्रशांत किशोर पर भी हमला बोला. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ”पीके बिना दिमाग का आदमी है, उसको कोई लाज-शर्म नहीं है. अगर वह थोड़ा सा भी ईमानदार और पब्लिक से जुड़ा हुआ व्यक्ति होता तो सम्राट चौधरी पर वो इल्जाम नहीं लगाता. आरोप लगाने से पहले उन्हें कागज देखना चाहिए.”

    महागठबंधन की ओर से जीत के दावे को लेकर पूछे गए सवाल पर शकुनी चौधरी ने कहा, ”प्रजातंत्र में सभी को अपनी जीत का दावा करने का अधिकार है. सभी लोग मेहनत करते हैं, लेकिन जीत जनता के हाथ में है. जनता जिसे ताकत देगी वही विधायक बनेगा. 

    अजीत कुमार एबीपी लाइव में बतौर कंटेंट राइटर काम कर रहे हैं. करीब एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. अपने दृष्टिकोण के प्रति जागरूक और हमेशा कुछ नया सीखने की जिज्ञासा. राजनीति की खबरों में खास रुचि. तथ्यों पर सवाल उठाने, डेटा विश्लेषण और सोच-समझकर निर्णय लेने में सक्षम. खाली वक्त में किताबें पढ़ने और संगीत से जुड़ाव.

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  • वर्चुअल सुनवाई के दौरान महिला संग रोमांस फरमा रहे थे वकील साहब, 'किस' करते हुए वीडियो हो गया वायरल

    वर्चुअल सुनवाई के दौरान महिला संग रोमांस फरमा रहे थे वकील साहब, 'किस' करते हुए वीडियो हो गया वायरल

    भारत में डिजिटल इंडिया की मुहिम के तहत जब से अदालतों की सुनवाई ऑनलाइन होने लगी है, तब से न्यायपालिका ने तकनीक को अपनाने की दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं. अब वर्चुअल कोर्ट, ई-फाइलिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई आम बात हो गई है. हालांकि, जब तकनीक का इस्तेमाल लापरवाही या गैर-जिम्मेदाराना तरीके से होने लगे तो शर्मनाक चीजें सामने आती ही आती हैं. 

    हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को चौंका दिया है. दिल्ली हाईकोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई से पहले का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक वकील अदालत की मर्यादा और नैतिकता की सारी हदें पार करता दिखाई दे रहा है. 

    क्या है पूरा मामला?

    यह घटना हाल ही की बताई जा रही है, जब दिल्ली हाईकोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई शुरू होने से पहले सभी लोग जज के आने का इंतजार कर रहे थे. उसी दौरान वकील कैमरा ऑन रखकर कोर्ट लिंक पर जुड़े थे, लेकिन उन्हें शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि वे लाइव हैं और उनकी एक्टिविटी रिकॉर्ड हो रही हैं. 

    वीडियो में देखा गया कि एक वकील कैमरे के सामने बैठा हुआ है. उसके सामने एक महिला दिखाई दे रही है, जो साड़ी पहने हुए है. वकील अचानक महिला का हाथ पकड़ता है और उसे अपनी ओर खींचते हुए जबरदस्ती किस करता है. महिला कुछ हिचकिचाती है और विरोध करती है, लेकिन वकील अपनी हरकत से बाज नहीं आता है. इसके बाद महिला पीछे हट जाती है. 

    Welcome to Digital India Justice 😂

    Court is online… but judge forgot it’s LIVE! ☠️

    When tech meets tradition
    — and the camera off button loses the case! 🤣 pic.twitter.com/1GbfOFQ6w7

    वीडियो हुआ वायरल, उठे सवाल

    वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया, सिर्फ दो घंटे के अंदर इसे लगभग 89,700 बार देखा जा चुका था. लोग इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं और तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. वकील और महिला की पहचान फिलहाल साफ नहीं हो पाई है. फ्री प्रेस जर्नल ने भी वीडियो की पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह वीडियो तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है.  

    लोगों के मजेदार कमेंट्स

    इस वीडियो को लेकर लोगों के रिएक्शन दो हिस्सों में बंटे हुए हैं. एक तरफ कुछ लोग इस हरकत पर गुस्सा कर रहे हैं और इसे न्यायपालिका की गरिमा के खिलाफ बता रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ, कुछ लोग इस पर मजाकिया कमेंट्स कर रहे हैं और इसे सोशल मीडिया पर मीम्स बना रहे हैं. इस वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट किया कि Virtual court थी, वकील साहब ने तो personal courtship शुरू कर दी, तो दूसरे के कहा कि अरे भैया, IPC नहीं, अब तो KPC,Kiss Penal Code लागू करना पड़ेगा. एक यूजर ने बोला ये वकील साब तो कानून की किताब में लव का नया चैप्टर जोड़ने आए हैं. 

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  • 'रूसी तेल खरीद पर लगाए प्रतिबंध तो देंगे करारा जवाब', अमेरिका ने दी धमकी तो चीन ने सुना डाला

    'रूसी तेल खरीद पर लगाए प्रतिबंध तो देंगे करारा जवाब', अमेरिका ने दी धमकी तो चीन ने सुना डाला

    अमेरिका द्वारा रूस से तेल खरीदने पर चीन पर लगाए जा रहे दबाव के बीच, चीन ने अपने तेल आयात को पूरी तरह वैध और कानूनी बताया और चेतावनी दी कि अगर बीजिंग के हितों को नुकसान पहुंचाया गया तो वह कड़े जवाबी कदम उठाएगा.

    अमेरिका के एकतरफा दबाव को आलोचना
    चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मीडिया को बताया कि अमेरिका की यह नीति एकतरफा धमकाना और आर्थिक दबाव है, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों को कमजोर करती है और वैश्विक उद्योग एवं आपूर्ति श्रृंखलाओं की सुरक्षा और स्थिरता को खतरे में डालती है.

    रूस के साथ व्यापार पूरी तरह वैध
    लिन ने कहा कि चीन का रूस समेत दुनिया के देशों के साथ सामान्य व्यापार और ऊर्जा सहयोग पूरी तरह वैध और कानूनी है. उन्होंने अमेरिकी दावे का जवाब देते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को रूस से तेल न खरीदने का आश्वासन दिया या नहीं, यह अलग मुद्दा है, लेकिन चीन अपने स्वाभाविक व्यापारिक अधिकारों से पीछे नहीं हटेगा.

    ट्रंप का भारत पर निशाना
    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को वॉशिंगटन में कहा था कि अमेरिका भारत के रूस से क्रूड ऑयल खरीदने से खुश नहीं है. उनका तर्क था कि ऐसे आयात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के युद्ध को वित्तीय मदद पहुंचाते हैं.

    अमेरिका ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया
    इससे पहले बुधवार को अमेरिका ने चीन के खिलाफ सख्त चेतावनी दी. अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा कि अमेरिकी सेनेटर्स चीन से आयात पर 500% तक टैरिफ लगाने का समर्थन कर सकते हैं, खासकर रूस के साथ व्यापार को लेकर. बेसेंट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 85 अमेरिकी सीनेटर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह असाधारण अधिकार देने के लिए तैयार हैं, ताकि अभूतपूर्व टैरिफ लगाया जा सके. बेसेंट ने रूसी ऊर्जा खरीदने के लिए बीजिंग की आलोचना की और दावा किया कि इस तरह के आयात से रूसी वॉर मशीन को फायदा हो रहा है.

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  • सफेद कोट का सपना, मगर कीमत कितनी? कनाडा और भारत में मेडिकल पढ़ाई की फीस इतनी

    सफेद कोट का सपना, मगर कीमत कितनी? कनाडा और भारत में मेडिकल पढ़ाई की फीस इतनी

    डॉक्टर बनने का सपना हर छात्र देखता है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि अगर मेडिकल की पढ़ाई करनी है, तो भारत में या विदेश में? खासकर कनाडा और भारत के टॉप मेडिकल संस्थानों में फीस और खर्च में कितना फर्क है. आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं.

    हायर एजुकेशन के लिए जब भी किसी पॉपुलर देश की बात होती है, तो उसमें कनाडा का नाम जरूर आता है. यहां चार लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. ज्यादातर भारतीय छात्र यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और कंप्यूटर साइंस के कोर्सेज में एडमिशन लेते हैं. लेकिन कनाडा मेडिकल पढ़ाई के लिए भी पॉपुलर है, क्योंकि यहां की कई टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं.

    भारत में भी मेडिकल पढ़ाई बहुत पॉपुलर है. हर साल हजारों छात्र MBBS करने विदेश जाते हैं. लेकिन अब सवाल उठता है कि कहां पढ़ाई महंगी है और कहां सस्ती, और डॉक्टर बनने के बाद सैलरी का फर्क कितना है.

    भारत बनाम कनाडा

    भारत में, 12वीं के बाद सीधे MBBS में एडमिशन लिया जा सकता है. इस कोर्स की अवधि 5.5 साल होती है, जिसमें एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप भी शामिल है. कनाडा में डॉक्टर बनने के लिए पहले 12वीं के बाद चार साल की ग्रेजुएशन करनी होती है. इसके बाद MCAT एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. सफल होने पर MD (Doctor of Medicine) कोर्स में दाखिला मिलता है, जो चार साल का होता है. कुल मिलाकर भारत की MBBS और कनाडा की MD डिग्री लगभग समान होती है.

    टॉप मेडिकल संस्थान

    कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी को मेडिकल पढ़ाई के लिए नंबर वन माना गया है. वहीं भारत में AIIMS दिल्ली की पढ़ाई देश में सबसे प्रतिष्ठित मानी जाती है.

    फीस की तुलना

    कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी के MD कोर्स के लिए सालाना फीस लगभग 1 लाख कनाडाई डॉलर है, जो रुपये में लगभग 63.5 लाख रुपए होती है. इसमें हेल्थ इंश्योरेंस भी शामिल है. किताबों और रिसोर्स के लिए सालाना लगभग 6.3 लाख रुपये और रहने-खाने का खर्च लगभग 11 लाख रुपये होगा. ऐसे में एक साल का कुल खर्च लगभग 81 लाख रुपये आता है. MD कोर्स चार साल का होने के कारण, डॉक्टर बनने के लिए कुल खर्च लगभग 3.24 करोड़ रुपये होगा.

    भारत में AIIMS दिल्ली में MBBS की फीस बहुत कम है. अकेडमिक फीस में रजिस्ट्रेशन फीस 25 रुपये, कॉशन मनी 100 रुपये, ट्यूशन फीस 1350 रुपये, लैब चार्ज 90 रुपये और स्टूडेंट यूनियन फीस 63 रुपये होती है. हॉस्टल और अन्य खर्च मिलाकर कुल फीस लगभग 4228 रुपये होती है. देखा जाए तो भारत में पढ़ाई कनाडा की तुलना में बेहद किफायती है.

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    सैलरी में अंतर

    कनाडा में डॉक्टरों की औसत सालाना सैलरी लगभग 1.43 करोड़ रुपये है. एंट्री लेवल वाले डॉक्टर हर साल करीब 54 लाख रुपये कमाते हैं, जबकि अनुभवी डॉक्टर 2.77 करोड़ रुपये सालाना कमा सकते हैं.
    भारत में एंट्री लेवल MBBS ग्रेजुएट्स को 25 हजार से 70 हजार रुपये महीने की सैलरी मिलती है. अनुभवी डॉक्टर 1.5 लाख रुपये महीने तक और सीनियर डॉक्टर 3 लाख रुपये प्रति माह तक कमा सकते हैं. यानी कनाडा में शुरुआती डॉक्टर की सैलरी भारत की तुलना में कई गुना ज्यादा है.

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    रजनी उपाध्याय बीते करीब छह वर्षों से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली रजनी ने आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बचपन से ही पढ़ने-लिखने में गहरी रुचि थी और यही रुचि उन्हें मीडिया की दुनिया तक ले आई.

    अपने छह साल के पत्रकारिता सफर में रजनी ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. उन्होंने न्यूज, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन जैसे प्रमुख वर्टिकल्स में अपनी पहचान बनाई. हर विषय में गहराई से उतरना और तथ्यों के साथ-साथ भावनाओं को भी समझना, उनकी पत्रकारिता की खासियत रही है. उनके लिए पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखना नहीं, बल्कि समाज की धड़कन को शब्दों में ढालने की एक कला है.

    रजनी का मानना है कि एक अच्छी स्टोरी सिर्फ हेडलाइन नहीं बनाती, बल्कि पाठकों के दिलों को छूती है. वर्तमान में वे एबीपी लाइव में कार्यरत हैं, जहां वे एजुकेशन और एग्रीकल्चर जैसे अहम सेक्टर्स को कवर कर रही हैं.

    दोनों ही क्षेत्र समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं और रजनी इन्हें बेहद संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ संभालती हैं. खाली समय में रजनी को संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है. ये न केवल उन्हें मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी ऊर्जा प्रदान करते हैं.

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  • 'खलीफा' में गोल्ड स्मगलर बनेंगे पृथ्वीराज सुकुमारन, बर्थडे पर सामने आया फर्स्ट लुक, जानें कब रिलीज होगी फिल्म

    'खलीफा' में गोल्ड स्मगलर बनेंगे पृथ्वीराज सुकुमारन, बर्थडे पर सामने आया फर्स्ट लुक, जानें कब रिलीज होगी फिल्म

    मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की नई फिल्म ‘खलीफा’ से उनका फर्स्ट लुक जारी कर दिया गया है. इस एक्शन-थ्रिलर में वो आमिर अली नाम के एक कुख्यात गोल्ड स्मगलर का किरदार निभाते नजर आएंगे. पृथ्वीराज सुकुमारन के जन्मदिन के मौके पर इस फिल्म का टीजर भी मेकर्स ने सोशल मीडिया पर जारी किया. इस फिल्म को वैसाख डायरेक्ट कर रहे हैं.

    पृथ्वीराज सुकुमारन ने भी इसका एक पोस्टर अपनी एक्स टाइमलाइन पर शेयर किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- पीढ़ियों से चली आ रही एक दुश्मनी का होगा अंत. ‘खलीफा – द रूलर’ अगले ओणम पर होगी रिलीज, आमिर अली अपना बदला लेगा.

    खलीफा का टीजर भी यूट्यूब पर जारी किया गया है. इसकी शुरुआत एक समाचार बुलेटिन की आवाज से होती है, जिसमें न्यूज एंकर कहता है- ‘पुलिस और सीमा शुल्क अधिकारियों ने मिडिल ईस्ट से संचालित एक करोड़ों डॉलर के सोने की तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है. बताया गया है कि यह रैकेट लंदन, नेपाल और केरल के नेटवर्क के जरिए चलाया जा रहा है.’

    फिर एक बूढ़ा व्यक्ति से पूछताछ करता एक कस्टम अधिकारी दिखाई देता है. वो उसे डराता है और उस पर नई-नई धाराओं सहित कड़ा अधिनियम लगाने की धमकी देता है. वो कहता है कि कोफेपोसा अधिनियम किसके लिए लगाया गया था. फिर वो दक्षिण भारत के सबसे बड़े गोल्ड स्मगलर का नाम लेता है. इसके बाद पृथ्वीराज सुकुमारन उर्फ आमिर अली की एंट्री होती है. इसमें वो धमाकेदार एक्शन भी करते दिखाई दे रहे हैं. इसमें कुछ हैरतअंगेज स्टंट भी दिखाए गए हैं.

    पृथ्वीराज सुकुमारन ने फिल्म खलीफा के यूके शेड्यूल में अपने हिस्से की शूटिंग इसी साल अगस्त में पूरी की थी. खलीफा की शुरुआत 2022 में होनी थी, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते इसकी पहली शूटिंग 2025 में ही शुरू हो पाई. बताया जा रहा है कि इसकी शूटिंग यूके के बाद अब नेपाल में भी की जाएगी. ‘खलीफा’ अगले साल रिलीज होगी.

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  • वनडे कप्तानी छिनने के बाद रोहित शर्मा ने पहली बार की गौतम गंभीर से बात, ऑस्ट्रेलिया से सामने आई पहली तस्वीर

    वनडे कप्तानी छिनने के बाद रोहित शर्मा ने पहली बार की गौतम गंभीर से बात, ऑस्ट्रेलिया से सामने आई पहली तस्वीर

    Rohit Sharma And Gautam Gambhir In Australia: भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे और टी20 सीरीज खेलने गई है. भारत को इस दौरे पर 3 ODI और 5 T20 मैच खेलने हैं. इस दौरे से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लिया. बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले भारत की वनडे टीम की कप्तानी रोहित शर्मा की जगह शुभमन गिल को सौंप दी. बीसीसीआई के इस फैसले के बाद अब पहली बार रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर की साथ में फोटो सामने आई है.

    भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है. टीम ने पहले वनडे से पहले प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. भारतीय टीम ने आज 16 अक्टूबर को पर्थ की पिच पर आज पहला प्रैक्टिस सेशन किया. रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही पर्थ में प्रैक्टिस करते नजर आए. इस बीच रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर साथ में बातचीत करते नजर आए. गंभीर और रोहित की साथ में फोटो भी सामने आई है. रोहित से वनडे की कप्तानी छिनने के बाद पहली बार गंभीर और रोहित साथ में बात करते नजर आए हैं.

    रोहित शर्मा और विराट कोहली सात महीने बाद भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेलते नजर आएंगे. ये दोनों स्टार खिलाड़ी टेस्ट और टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. वहीं ODI में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये दोनों प्लेयर खेलते नजर आएंगे. रोहित और विराट के पर्थ में प्रैक्टिस करते हुए वीडियो सामने आई है. इस वीडियो को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं. विराट और रोहित दोनों ही ऑस्ट्रेलिया में पहले दिन नेट्स में पसीना बहाते नजर आए.

    Virat kohli and Rohit sharma’s first net session in Perth 🇦🇺

    Bat sound 🤌 pic.twitter.com/7iIawS29oz

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  • 'वे अपना बचाव नहीं कर सकते', अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए पायलट के पिता ने सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार

    'वे अपना बचाव नहीं कर सकते', अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए पायलट के पिता ने सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार

    गुजरात के अहमदाबाद में AI-171 विमान हादसे में मारे गए पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल के पिता पुष्कराज सभरवाल ने जांच में पारदर्शिता और विश्वसनीयता की कमी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने मांग की है कि इस मामले की न्यायिक निगरानी में स्वतंत्र जांच करवाई जाए.

    प्रारंभिक जांच पर आपत्ति
    याचिकाकर्ताओं का कहना है कि हादसे की प्रारंभिक जांच गंभीर रूप से खामियों से भरा है और ध्यान मुख्य रूप से उन पायलटों पर केंद्रित है, जो अब अपना बचाव नहीं कर सकते. याचिका पुष्कराज सभरवाल और फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स की ओर से दायर की गई है. AAIB की रिपोर्ट में मानवीय खामी को हादसे का कारण बताया गया था, लेकिन परिजनों और पायलट संगठनों का कहना है कि जांच में तकनीकी और प्रक्रियागत पहलुओं को ठीक से नहीं परखा गया.

    जांच टीम की निष्पक्षता पर सवाल
    याचिका में जांच समिति की स्ट्रक्चर पर भी आपत्ति जताई गई है. इसमें अधिकतर सदस्य डीजीसीए और राज्य विमानन अधिकारियों से जुड़े हुए हैं, वही संस्थाएं जिनकी प्रक्रियाएं और निगरानी इस हादसे में सवालों के घेरे में हैं. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि जांच एजेंसियां खुद अपनी जांच कर रही हैं, जो प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है.

    पायलट का रिकॉर्ड
    कैप्टन सुमीत सभरवाल का 30 साल का बेदाग करियर रहा था, जिसमें 15,638 घंटे की सुरक्षित उड़ान शामिल है. वह बोइंग 787-8 विमान पर 8,596 घंटे तक बिना किसी अनहोनी के उड़ान भर चुके थे. याचिका में मांग की गई है कि हादसे की जांच सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट जज की अध्यक्षता वाली स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति से कराई जाए, ताकि असली कारणों की पारदर्शी जांच हो सके और भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों.

    कैसे हुआ था हादसा?
    12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया फ्लाइट 171 उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 12 क्रू मेंबर और 229 यात्री मारे गए, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया था. विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया, जिसमें 19 लोगों की जान गई.

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  • गुजरात की राजनीति में बड़ी हलचल, सभी 16 मंत्रियों ने सीएम भूपेंद्र पटेल को सौंपा इस्तीफा

    गुजरात की राजनीति में बड़ी हलचल, सभी 16 मंत्रियों ने सीएम भूपेंद्र पटेल को सौंपा इस्तीफा

    भारतीय जनता पार्टी शासित गुजरात सरकार में सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को सौंपा है. सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के घर पर 16 अक्टूबर 2025, गुरुवार को अहम मीटिंग के बाद इस्तीफा दिया. इस्तीफे से पहले मुख्यमंत्री के साथ सभी मंत्रियों की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं.

    गुजरात के मंत्रियों द्वारा दिए गए इस्तीफे राज्यपाल को सौंपे जाएंगे. उन सभी के इस्तीफे तैयार थे. मंत्रियों ने इस्तीफे पर साइन कर दिए थे. कोई और निर्देश नहीं दिए गए हैं.

    राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. सबसे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा ने इस्तीफा दिया. इसके बाद एक के बाद एक सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. ये इस्तीफे विश्वकर्मा को सौंपे गए, जिन्होंने सभी मंत्रियों को इस्तीफा देने का निर्देश दिया. 

    दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से इस्तीफा नहीं मांगा. आज दोपहर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के आवास पर मंत्री  की बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया कि सभी मंत्री सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे. इस फैसले के बाद अब सबकी निगाहें नए मंत्रिमंडल की घोषणा पर टिकी हैं. नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह कल, शुक्रवार (17 अक्टूबर) को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में होगा.

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  • PAK आर्मी ने बरपाया अफगानिस्तान पर कहर! एयरस्ट्राइक में 17 की मौत, सैकड़ों घायल

    PAK आर्मी ने बरपाया अफगानिस्तान पर कहर! एयरस्ट्राइक में 17 की मौत, सैकड़ों घायल

    पाकिस्तान की सेना अफगानिस्तान में पिछले कुछ समय से लगातार कहर बरपा रही है. पाकिस्तानी सेना अफगानी शहरों में कई हवाई हमलों को अंजाम दे रही है. जिसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों की संख्या में अफगानी नागरिक घायल हुए हैं. इन दोनों देशों के संघर्ष के बीच अफगानिस्तान में मौजूद संयुक्त राष्ट्र (UN) मिशन ने गुरुवार (16 अक्टूबर, 2025) को एक आधिकारिक बयान जारी किया है.

    संयुक्त राष्ट्र मिशन ने अपने आधिकारिक बयान में अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच स्पिन बोलदक बॉर्डर पर कल बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को हुए संघर्ष में हताहत और घायल हुए लोगों की जानकारी साझा की है. संयुक्त राष्ट्र मिशन ने बयान में कहा कि कल बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को पाकिस्तान की सेना की ओर से किए गए हवाई हमले में 17 मासूम लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा, इन हमलों में कुल 346 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.

    अफगानिस्तान के रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान कर रहा हवाई हमले

    पाकिस्तान की सेना इस संघर्ष की शुरुआत में सिर्फ अफगानिस्तान के सैन्य ठिकानों को अपना निशाना बना रही थी. लेकिन कल बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान के खोश्त और कंधार शहर में सीमा के पास स्थित रिहायशी इलाकों में भी हवाई हमलों को अंजाम दिया.

    इन हवाई हमलों में 12 से ज्यादा अफगानी नागरिकों की मौत हुई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. मरने वाले लोगों में अफगानिस्तान का एक पत्रकार अब्दुल गफूर आबिद भी शामिल था, जो पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे हमलों की न्यूज कवरेज कर रहा था. इसके अलावा, अफगानिस्तान के एक और स्थानीय रिपोर्टर तवाब अरमान भी पाकिस्तान हमले का शिकार हो गया और गंभीर रूप से घायल हो गया था.

    पाकिस्तानी सेना ने किन इलाकों में किए थे हमले?

    पाकिस्तान की सेना ने कल बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को खोश्त के जाजी मैदान इलाके में ड्रोन हमले को अंजाम दिया था. इस हवाई हमले में अफगानी नागरिकों के 20 से ज्यादा मकान ढहकर मलबों में तब्दील हो गए थे. वहीं, कंधार में स्थित स्पिन बोलदक बॉर्डर के पास स्थित रिहायशी इलाकों और बाजार पर पाकिस्तानी सेना ने दो बार ड्रोन हमला किया था.

    यह भी पढे़ंः Pakistan-Taliban Tensions: अफगानिस्तान की सड़कों पर दौड़ते नजर आए टैंक, तालिबान ने कर दिया बड़ा दावा, वीडियो वायरल

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