Author: admin

  • गांव में चलाने के लिए किफायती हैं ये बाइक्स, 55,100 से होती हैं शुरू, देखें लिस्ट

    गांव में चलाने के लिए किफायती हैं ये बाइक्स, 55,100 से होती हैं शुरू, देखें लिस्ट

    भारत के ग्रामीण इलाकों में बाइक सिर्फ एक सवारी नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जरूरत है. गांवों की कच्ची सड़कों, खेतों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलने के लिए ऐसी मोटरसाइकिल चाहिए होती है,जो मजबूत, फ्यूल-एफिशिएंट और कम मेंटेनेंस वाली हो. अगर आप भी एक ऐसी किफायती बाइक की तलाश में हैं जो आपके बजट में फिट हो, तो ये खबर आपके लिए है. आइए जानते हैं पांच ऐसी बेहतरीन बाइक्स जो ग्रामीण इलाकों के लिए बेहतर मानी जाती हैं.

    यह भी पढ़ें:- एक नए अंदाज में Land Rover ने भारत में लॉन्च की Defender 110, जानें फीचर्स और कीमत 

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाज, जानिए भारतीय रिकॉर्ड किसके नाम

    वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाज, जानिए भारतीय रिकॉर्ड किसके नाम

    Fastest Hundreds In ODIs: वनडे क्रिकेट के इतिहास में कई विस्फोटक बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए कई रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन कुछ बल्लेबाजों ने बेहद कम गेंदों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया. आइए जानते हैं वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाजों के बारे में, और यह भी कि भारत के लिए सबसे तेज वनडे शतक किसने लगाया है?

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले टॉप-7 बल्लेबाज

    1. एबी डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) – 31 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले टॉप-7 बल्लेबाजों की लिस्ट में पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स हैं. डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 31 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 44 गेंदों में 149 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी.

    2. कोरी एंडरसन (न्यूजीलैंड) – 36 गेंद

    न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कोरी एंडरसन वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 36 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 47 गेंदों में नाबाद 131 रनों की शानदार पारी खेली थी.

    3. शहीद अफरीदी (पाकिस्तान) – 37 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शहीद अफरीदी तीसरे नंबर पर हैं. अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ केवल 37 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 40 गेंदों में 102 रनों की धुंआधार पारी खेली थी.

    4. ग्लेन मैक्सवेल (ऑस्ट्रेलिया) – 40 गेंद 

    ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं. मैक्सवेल ने नीदरलैंड्स के खिलाफ केवल 40 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 44 गेंदों में 106 रनों की लाजवाब पारी खेली थी.

    5. आसिफ खान (यूएई) – 41 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बल्लेबाज आसिफ खान पांचवें नंबर पर हैं. आसिफ ने नेपाल के खिलाफ केवल 41 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 42 गेंदों में नाबाद 101 रनों की धुआंधार पारी खेली थी.

    6. मार्क बाउचर (दक्षिण अफ्रीका) – 44 गेंद 

    दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में छठे नंबर पर हैं. बाउचर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ केवल 44 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 68 गेंदों पर नाबाद 147 रनों की शानदार पारी खेली थी.

    7. ब्रायन लारा (वेस्टइंडीज) – 45 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा सातवें नंबर पर हैं. लारा ने बांग्लादेश के खिलाफ केवल 45 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 62 गेंदों में 117 रनों की लाजवाब पारी खेली थी.

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज

    भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं. विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 52 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 52 गेंदों पर नाबाद 100 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • दीवाली से पहले बोनस का ऐलान, इन कर्मचारियों को तुरंत मिलेंगे 34500 रुपये

    दीवाली से पहले बोनस का ऐलान, इन कर्मचारियों को तुरंत मिलेंगे 34500 रुपये

    महाराष्ट्र के तीन नगर निगमों के कर्मचारियों के लिए खुशखबर आई है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिवाली बोनस की घोषणा की. मुंबई नगर निगम (BMC) और बेस्ट कर्मचारियों के लिए 31 हजार रुपये, ठाणे कर्मचारियों के लिए 24500 रुपये और नवी मुंबई कर्मचारियों के लिए 34500 रुपये बोनस का ऐलान किया. अधिकारियों को डिप्टी सीएम ने निर्देश दिया कि तुरंत राशि का भुगतान किया जाए.

    पिछले साल सीएम रहते हुए एकनाथ शिंदे ने BMC के सभी कर्मचारियों के लिए  28000 रुपये बोनस का ऐलान किया गया था. 2023 में 25000 रुपये बोनस दिए गए थे.

    (खबर को अपडेट किया जा रहा है…)

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • पीएफ के पैसे निकालने के लिए अब इतने महीने करना होगा इंतजार, जान लीजिए नया नियम

    पीएफ के पैसे निकालने के लिए अब इतने महीने करना होगा इंतजार, जान लीजिए नया नियम

    EPFO New Rules: देश में जितने भी नौकरीपेशा लोग हैं. लगभग सभी के पास पीएफ यानी प्रोविडेंट फंड खाता होता है. हर महीने कर्मचारी अपनी सैलरी का 12 प्रतिशत इसमें जमा करते हैं और उतनी ही रकम कंपनी की ओर से भी जमा की जाती है. इस तरह हर महीने एक तय राशि कर्मचारी के भविष्य के लिए सुरक्षित होती रहती है. 

    जिस पर अच्छा ब्याज भी मिलता है. रिटायरमेंट के बाद या नौकरी छोड़ने के बाद में यही रकम उनके लिए आर्थिक सहारा बनती है. लेकिन अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO ने इसके एक बड़े नियम में बदलाव किया है. जिससे अभ पीएफ निकासी में लोगों को और ज्यादा समय लगेगा. जान लीजिए नए नियम के बारे में. 

    पहले अगर कोई व्यक्ति नौकरी छोड़ देता था. तो दो महीने बेरोजगार रहने के बाद वह अपने पूरे पीएफ बैलेंस को निकाल सकता था. यानी महज दो महीने के भीतर फुल विदड्रॉल की सुविधा मिल जाती थी. लेकिन अब EPFO ने इस नियम में बदलाव करते हुए यह अवधि बढ़ा दी है. नए नियम के तहत अब किसी सदस्य को अपनी नौकरी छोड़ने के बाद पूरे 12 महीने तक इंतजार करना होगा. 

    यह भी पढ़ें: त्यौहारी सीजन के चलते दिल्ली मुंबई समेत इन स्टेशनों पर नहीं मिलेगा प्लेटफॉर्म टिकट- यहां देखें पूरी लिस्ट

    तभी वह अपने पीएफ खाते से पूरी रकम निकाल पाएगा. हालांकि बेरोजगारी की स्थिति में आंशिक निकासी यानी 75 प्रतिशत रकम निकालने की अनुमति पहले की तरह बनी रहेगी. EPFO का कहना है कि यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि कर्मचारी अपनी पेंशन और भविष्य की वित्तीय सुरक्षा से समझौता न करें. पहले लोग नौकरी छूटते ही पूरा पैसा निकाल लेते थे. जिससे पेंशन की पात्रता पर असर पड़ता था.

    EPFO ने पीएफ निकासी से जुड़ी प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है. पहले जब कोई कर्मचारी रिटायर होता था या नौकरी छोड़ने के बाद अपना पैसा निकालना चाहता था, तो उसे इसके लिए कई तरह के दस्तावेज जमा करने पड़ते थे. आवेदन के साथ पहचान प्रमाण, बैंक डिटेल्स और अन्य कागजात लगाना जरूरी था. अब नए नियम के तहत ऐसा नहीं करना होगा. 

    यह भी पढ़ें: क्या विराट कोहली की तरह भाई के नाम कर सकते हैं प्रॉपर्टी, क्या बच्चे ऐसे फैसले में नहीं जता सकते विरोध?

    यानी कर्मचारी बिना किसी दस्तावेज या कारण बताए अपना पीएफ निकाल सकेंगे. EPFO का कहना है कि यह बदलाव कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है ताकि रिटायरमेंट या बेरोजगारी के बाद उन्हें अपने पैसे तक आसानी से पहुंच मिल सके. 

    यह भी पढ़ें: रिटायर्ड लोगों को पीएफ का पैसा निकालने में अब नहीं होगी दिक्कत, EPFO ने नियमों में किया यह बदलाव

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Second Heart in Human Body: शरीर में कहां होता है दूसरा दिल? फटाफट जान लीजिए जवाब

    Second Heart in Human Body: शरीर में कहां होता है दूसरा दिल? फटाफट जान लीजिए जवाब

    हमने बचपन से पढ़ा है कि हमारे शरीर में एक हार्ट होता है, जो इंसान के शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. जब तक यह धड़कता है, इंसान चलता है. जैसे ही यह धड़कना बंद करता है, इंसान की जिंदगी खत्म हो जाती है. इसका काम पूरे शरीर में खून को पंप करना होता है. हार्ट को लेकर तमाम तरह के सवाल सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, जिनमें से एक है “क्या इंसान के शरीर में दो दिल होते हैं?”. यह सवाल सुनने में बड़ा अजीब लगता है कि क्या सच में दो दिल होते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या सच्चाई है.

    इंसान का दिल

    अगर दिल की बात करें तो इंसान के शरीर में एक ही असली दिल होता है, जो सीने में मौजूद होता है. यह पंप की तरह काम करता है और खून को पूरे शरीर में दौड़ाता है. एक सामान्य इंसान का दिल रोज़ाना लगभग 1 लाख बार धड़कता है और करीब 7000 से 8000 लीटर खून पंप करता है. यह अंग जीवन का आधार है और इसके बिना शरीर काम नहीं कर सकता.

    इंसान का दूसरा दिल

    डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इंसान के शरीर में “दूसरे दिल” का मतलब हार्ट जैसा दूसरा अंग नहीं होता, बल्कि यह एक तरह की उपमा है. पैर के हिस्से में काफ मसल्स को दूसरा दिल कहा जाता है. काफ मसल्स यानी पिंडलियों की मांसपेशियां हमारे खून को पैरों से ऊपर दिल तक पहुंचाने में मदद करती हैं. जब हम चलते हैं या दौड़ते हैं, तो ये मसल्स सिकुड़कर खून को नसों के जरिए ऊपर की ओर धकेलती हैं. चूंकि यह काम दिल जैसा ही है यानी खून को पंप करना, यही कारण है कि काफ मसल्स को “सेकंड हार्ट” कहा जाता है. इसे दूसरा दिल इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब आप लंबे समय तक खड़े रहते हैं, तो खून पैरों की नसों में जमा होने लगता है. ऐसे में काफ मसल्स का मूवमेंट खून को ऊपर की ओर पंप करने में मदद करता है. अगर यह प्रक्रिया सही से न हो, तो पैरों में सूजन, दर्द और वैरिकोज वेन्स जैसी बीमारियां हो सकती हैं.

    कैसे रख सकते हैं दूसरे दिल को स्वस्थ

    अगर आप अपने दूसरे दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो रोज़ाना पैदल चलें और जॉगिंग करें. लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का चयन करें, इससे काफ मसल्स को मजबूती मिलती है. कोशिश करें कि लंबे समय तक एक ही पोजीशन में खड़े या बैठे न रहें, इससे इन पर असर पड़ता है.

    इसे भी पढ़ें: क्या आप भी रोज लेते हैं शॉवर तो अपने फेफड़ों को बना रहे इंफेक्शन का शिकार? यह बैक्टीरिया बना खतरा

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

    Check out below Health Tools-
    Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

    Calculate The Age Through Age Calculator

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Premanand Maharaj Video: घर की चौखट पर पहुंच प्रेमानंद महाराज ने मांगी रोटी-सब्जी, महिला का रिएक्शन वायरल

    Premanand Maharaj Video: घर की चौखट पर पहुंच प्रेमानंद महाराज ने मांगी रोटी-सब्जी, महिला का रिएक्शन वायरल

    Social Media Viral Video: उत्तर प्रदेश में वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज की सादगी और गहरी भक्ति ने करोड़ों दिलों को जीता है. प्रेमानंद जी महाराज के लिए आज भी खाने की व्यवस्था यानी ‘माधुकरी’ ब्रजवासियों के घरों से आती है. इस परंपरा को प्रेमानंद जी महाराज के शिष्य निभाते हैं, लेकिन कुछ विशेष मौकों पर प्रेमानंद जी महाराज खुद ब्रजवासियों के घर-घर जाकर माधुकरी ग्रहण करते हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रेमानंद जी महाराज खुद ‘माधुकरी’ की परंपरा के अनुसार एक महिला से रोटी-सब्जी मांगते हुए नजर आ रहे हैं.

    दोनों हाथ फैलाकर प्रेमानंद महाराज ने ली रोटियां

    वीडियो में देख सकते हैं प्रेमानंद जी महाराज के साथ कई संत और श्रद्धालु इकट्ठे हैं. प्रेमानंद जी महाराज एक ब्रजवासी महिला से दोनों हाथ फैलाकर खाना मांग रहे हैं. साथ ही में प्रेमानंद जी महाराज के भक्त और शिष्य जयकारा लगाते दिखाई दे रहे हैं.

    और जैसे वो पहले माँगकर खाते थे मधुकरी… वैसे ही अचानक से माँग लिया एक माता जी से।

    धन्य हैं हम तमाम लोग आज उन्हें अपने आगे महसूस कर पा रहे हैं।

    प्रेमानन्द जी महाराज ❤️🤗🙏🏼 pic.twitter.com/KdRIDvgw7u

    ब्रजवासी बड़ी ही खुशी और उत्सह के साथ प्रेमानंद जी महाराज को माधुकरी दे रहे हैं. सभी ब्रजवासी प्रेमानंद जी महाराज के आगे हाथ जोड़े खड़े हैं. इससे उनके मन में प्रेमानंद जी महाराज के प्रति प्यार और सम्मान की भावना साफ नजर आ रही है.

    प्रेमानंद जी महाराज ने माधुकरी के महत्व को बताया

    बता दें कि प्रेमानंद जी महाराज ने अपने सत्संग के दौरान काफी बार माधुकरी के महत्व को समझाया है. महाराज ने बताया कि ब्रज के लोगों में भगवान श्रीकृष्ण के लिए जो प्यार और समर्पण है वो उनके बनाए गए खाने में भी समाहित होता है. ये सिर्फ खाना नहीं होता है, बल्कि ब्रजवासी के प्यार और भाव का प्रसाद होता है.

    प्रेमानंद जी महाराज के शिष्य रोजाना ब्रजवासियों के घर से थोड़ा-थोड़ा खाना खाते हैं, जिसे संत समाज में माधुकरी कहा जाता है. प्रेमानंद जी महाराज का यहीं सरल स्वाभाव उनके भक्तों को उनकी तरफ खींचता है. 

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • नई Hyundai Venue 2025 या Creta, कौन सी SUV है फीचर्स की क्वीन? लॉन्चिंग से पहले जानें सबकुछ

    नई Hyundai Venue 2025 या Creta, कौन सी SUV है फीचर्स की क्वीन? लॉन्चिंग से पहले जानें सबकुछ

    नई Hyundai Venue 2025 की लॉन्चिंग अब बस कुछ ही दिनों में होने वाली है. लॉन्च से पहले ही कंपनी ने इसके कई हाई-टेक फीचर्स का खुलासा कर दिया है. इस बार Venue को पहले से कहीं ज्यादा प्रीमियम, एडवांस और मॉडर्न डिजाइन के साथ पेश किया जाएगा. दिलचस्प बात ये है कि Venue 2025 फीचर्स के मामले में Creta को कड़ी टक्कर दे सकती है. आइए जानते हैं दोनों SUVs में क्या फर्क है और कौन सी गाड़ी ज्यादा वैल्यू-फॉर-मनी साबित हो सकती है.

    ये भी पढ़ें: Diwali Car Offers 2025: Tata से लेकर Mahindra तक, इस दिवाली इन कारों को खरीदने पर होगी लाखों की बचत!

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • एमपीपीएससी ने जारी किया एमपी सेट 2025 का नोटिफिकेशन, जानें कब और कैसे करें आवेदन

    एमपीपीएससी ने जारी किया एमपी सेट 2025 का नोटिफिकेशन, जानें कब और कैसे करें आवेदन

    मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (MPPSC) ने आखिरकार एमपी स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट (MP SET) 2025 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इस परीक्षा का इंतजार प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी कर रहे थे. एमपी सेट परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, जो राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का सपना देखते हैं.

    रजिस्ट्रेशन की तारीखें और वेबसाइट
    एमपी सेट 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 25 अक्टूबर 2025 से शुरू होगी और उम्मीदवार 20 नवंबर 2025 तक आवेदन कर सकेंगे. आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से ही किया जाएगा. इच्छुक उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा. आवेदन से पहले उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर जारी ऑफिशियल नोटिफिकेशन ध्यान से पढ़ लें, ताकि किसी भी तरह की गलती न हो.

    परीक्षा का उद्देश्य और भाषा विकल्प

    एमपी सेट परीक्षा का आयोजन हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के अंतर्गत असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर भर्ती के लिए किया जाता है. इस परीक्षा के जरिए योग्य उम्मीदवारों को राज्य के विभिन्न कॉलेजों में प्रोफेसरशिप का अवसर मिलता है. परीक्षा दो भाषाओं हिंदी और अंग्रेजी में आयोजित की जाएगी, और उम्मीदवार आवेदन करते समय अपनी पसंद की भाषा चुन सकते हैं.
    इस बार परीक्षा कुल 31 विषयों के लिए आयोजित होगी, जिनमें कला, विज्ञान, वाणिज्य, सामाजिक विज्ञान और तकनीकी विषय शामिल हैं.

    जरूरी योग्यता 

    एमपी सेट 2025 में आवेदन करने वाले उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री (जैसे MA, M.Sc, M.Com आदि) होनी चाहिए. जनरल, OBC (क्रीमी लेयर) और EWS उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंक 55% आवश्यक हैं. वहीं SC, ST, OBC (नॉन-क्रीमी लेयर) और PwD उम्मीदवारों को 50% अंकों के साथ छूट दी गई है. इसके अलावा जिन उम्मीदवारों ने 19 सितंबर 1991 से पहले Ph.D. पूरी कर ली थी, उन्हें 5% अंकों की अतिरिक्त राहत दी जाएगी. PG फाइनल ईयर के छात्र भी इस परीक्षा में आवेदन कर सकते हैं.

    आयु सीमा

    एमपी सेट 2025 परीक्षा के लिए किसी प्रकार की आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है. यानी कोई भी उम्मीदवार, जो शैक्षणिक योग्यता पूरी करता है, इस परीक्षा में शामिल हो सकता है. यह नियम खास तौर पर उन लोगों के लिए राहत भरा है जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं.

    आवेदन शुल्क 

    जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को 500 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा (जिसमें 40 पोर्टल फीस शामिल है). वहीं रिजर्व कैटेगरी के लिए फीस में कुछ रियायत दी गई है. फीस का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकेगा.

    एग्जाम कब होगा?

    एमपी सेट 2025 परीक्षा का आयोजन 11 जनवरी 2026 को किया जाएगा. परीक्षा में दो पेपर होंगे पेपर 1 और पेपर 2, दोनों ही ऑब्जेक्टिव प्रकार (बहुविकल्पीय प्रश्न) के होंगे. दोनों पेपर एक ही सत्र में होंगे, यानी बीच में कोई गैप नहीं होगा.

    कैसे करें आवेदन

    यह भी पढ़ें – दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों पर भर्ती, ऐसे करें आवेदन

    Education Loan Information:
    Calculate Education Loan EMI

    रजनी उपाध्याय बीते करीब छह वर्षों से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली रजनी ने आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बचपन से ही पढ़ने-लिखने में गहरी रुचि थी और यही रुचि उन्हें मीडिया की दुनिया तक ले आई.

    अपने छह साल के पत्रकारिता सफर में रजनी ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. उन्होंने न्यूज, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन जैसे प्रमुख वर्टिकल्स में अपनी पहचान बनाई. हर विषय में गहराई से उतरना और तथ्यों के साथ-साथ भावनाओं को भी समझना, उनकी पत्रकारिता की खासियत रही है. उनके लिए पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखना नहीं, बल्कि समाज की धड़कन को शब्दों में ढालने की एक कला है.

    रजनी का मानना है कि एक अच्छी स्टोरी सिर्फ हेडलाइन नहीं बनाती, बल्कि पाठकों के दिलों को छूती है. वर्तमान में वे एबीपी लाइव में कार्यरत हैं, जहां वे एजुकेशन और एग्रीकल्चर जैसे अहम सेक्टर्स को कवर कर रही हैं.

    दोनों ही क्षेत्र समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं और रजनी इन्हें बेहद संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ संभालती हैं. खाली समय में रजनी को संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है. ये न केवल उन्हें मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी ऊर्जा प्रदान करते हैं.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Sudden Gamer Death Syndrome: फ्री फायर खेलते-खेलते गई 13 साल के बच्चे की जान, जानिए क्या है 'सडन गेमर डेथ'

    Sudden Gamer Death Syndrome: फ्री फायर खेलते-खेलते गई 13 साल के बच्चे की जान, जानिए क्या है 'सडन गेमर डेथ'

    Sudden Gamer Death Syndrome: उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. लखनऊ में 13 साल के विवेक नाम के बच्चे की मोबाइल गेम खेलते-खेलते मौत हो गई. बच्चे के परिवार के अनुसार, व‍िवेक फ्री फायर गेम खेलने का आदी था. बुधवार को वह घर में अकेला था, तब वह लगातार मोबाइल पर गेम खेल रहा था. व‍िवेक की बहन के अनुसार, जब वह कमरे में गई तो उसका भाई व‍िवेक बिस्तर पर पड़ा हुआ था और मोबाइल पर फ्री फायर गेम चल रहा था.

    डॉक्टरों के अनुसार, यह एक सडन मौत का मामला माना जा रहा है, ज‍िसमें मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम खेलते-खेलते गेमर की अचानक मौत हो जाती है. चलिए अब आपको बताते हैं क‍ि सडन गेमर डेथ क्‍या होती है और इसमें अचानक मौत कैसे हो जाती है.  

    क्या है सडन गेमर डेथ?

    डॉक्टरों के अनुसार, मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम खेलते-खेलते अचानक हुई मौत को सडन गेमर डेथ कहा जाता है. इसमें न तो किसी प्रकार की चोट लगती है और न ही किसी के साथ झगड़ा होता है. अमेर‍िकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के अनुसार, दुनियाभर में ऐसे करीब 24 मामले सामने आए हैं, जहां लोग लगातार गेम खेलते हुए मौत के शिकार हुए हैं. इन मौतों में एक मौत 1982 और बाकी 23 मौतें 2002 से 2021 के बीच हुई थी. सडन गेमर डेथ के शिकार ज्यादातर पुरुष हुए थे. वहीं मरने वालों में सभी की उम्र 11 से 40 साल के बीच में थी और ज्यादातर मामले दक्षिण पूर्व एशिया के देशों से आए हैं. 

    क्‍या होती है सडन गेमर डेथ की वजह?

    रिसर्च के अनुसार, गेमिंग के दौरान कई लोग कई घंटों तक बिना रुके एक ही जगह पर बैठे रहते हैं. इसी दौरान ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ जाती है, जिससे शरीर पर दबाव बढ़ता है. कई लोग मानते हैं कि छोटे-छोटे ब्रेक लेने से फर्क पड़ता है लेकिन ऐसा नहीं है इसमें छोटे-छोटे ब्रेक लेने से भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है. 

    सडन गेमर डेथ के मामलों में मुख्य कारण 

    अमेर‍िकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के अनुसार, दुनियाभर में सडन गेमर डेथ के मामलों में मुख्य कारण फेफड़ों में खून का थक्का जमना, ब्रेन हेमरेज या ब्रेन ब्लीड और हार्ट रिदम में गड़बड़ी रहा है. 

    ये भी पढ़ें-ICMR की रिपोर्ट में खुलासा: भारतीय खाना स्वाद में तो लाजवाब, लेकिन सेहत के लिए खराब

    Check out below Health Tools-
    Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

    Calculate The Age Through Age Calculator

    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • KL Rahul ने खरीदी MG M9 Electric MPV, सिंगल चार्ज में देती है 548 KM रेंज, जानें फीचर्स और कीमत

    KL Rahul ने खरीदी MG M9 Electric MPV, सिंगल चार्ज में देती है 548 KM रेंज, जानें फीचर्स और कीमत

    भारत में लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों का क्रेज लगातार बढ़ रहा है और अब इस ट्रेंड में टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर KL राहुल भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने हाल ही में अपनी नई MG M9 Electric MPV खरीदी है. खास बात ये है कि राहुल इस मॉडल को खरीदने वाले भारत के पहले क्रिकेटर बन गए हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में KL राहुल को अपनी नई कार की डिलीवरी लेते हुए देखा गया. आइए इस कार की फीचर्स पर नजर डालते हैं.

    ये भी पढ़ें: Diwali Car Offers 2025: Tata से लेकर Mahindra तक, इस दिवाली इन कारों को खरीदने पर होगी लाखों की बचत!

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.