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  • DJ पर काली साड़ी वाली भाभी ने दिखाए नोरा फतेही जैसे मूव्स, मदहोश हो गए सोशल मीडिया यूजर्स

    DJ पर काली साड़ी वाली भाभी ने दिखाए नोरा फतेही जैसे मूव्स, मदहोश हो गए सोशल मीडिया यूजर्स

    आज के दौर में किसी को फेमस होने के लिए बड़े-बड़े प्रोड्यूसर्स या टीवी चैनलों की जरूरत नहीं होती है. सोशल मीडिया ने इसे आसान बना दिया है. पहले के जमाने में लोग अखबार, रेडियो या टीवी पर आने का सपना देखा करते थे ताकि वे लोगों तक अपनी पहचान पहुंचा सकें, लेकिन अब अगर आपके पास एक स्मार्टफोन और इंटरनेट है तो आप भी एक स्टार बन सकते हैं.  

    अब कोई भी छोटी-सी वीडियो, कुछ ही घंटों में वायरल होकर लोगों के दिलों में अपनी जगह बना सकती है. डांस, एक्टिंग, मिमिक्री या कोई भी टैलेंट अगर लोगों को पसंद आ गया, तो आपकी किस्मत पलट सकती है. ऐसा ही कुछ इन दिनों एक खास वीडियो के साथ हुआ है, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है.  इस वीडियो को एक्स पर यूजर @Poonam69_36 ने शेयर किया है और इसे Hot bhabhi dance का नाम दिया है. जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. 

    वीडियो में क्या है खास?

    हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक महिला काले रंग की साड़ी पहनकर जबरदस्त डांस करती नजर आ रही है. डांस फ्लोर पर जैसे ही भोजपुरी गाना बजता है, वो भाभी जी ऐसे स्टेप्स दिखाती हैं कि देखने वाले बस देखते ही रह जाते हैं. उनके डांस मूव्स इतने शानदार हैं कि लोगों को बॉलीवुड की जानी-मानी डांसर नोरा फतेही की याद आ गई. खास बात ये है कि भाभी जी का कॉन्फिडेंस, उनके एक्सप्रेशन्स और जिस तरह से वो गाने की बीट्स पर थिरक रही हैं, वो वाकई काबिल-ए-तारीफ है. देखने वालों को यकीन ही नहीं हो रहा कि कोई आम महिला इतना प्रोफेशनल डांस कर सकती है. 

    Hot bhabhi dance🔥🔥 pic.twitter.com/N2fiPcTaM6

    कमेंट सेक्शन में आया मजेदार तूफान

    जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर यूजर्स के कमेंट्स की लाइन लग गई. कोई उनकी तारीफ करते नहीं थक रहा तो कोई मजेदार कमेंट्स से लोगों को हंसा रहा है. एक यूजर ने लिखा, ये तो नोरा फतेही को भी टक्कर दे रही हैं तो दूसरे ने कहा, भाभी जी ने तो स्टेज ही हिला दिया. वहीं किसी ने मजाक में लिखा, अब अगली डांस रिएलिटी शो में इनकी एंट्री पक्की समझो. 

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  • दिल्ली-एनसीआर में दिवाली पर सिर्फ इतने बजे तक फोड़े जा सकेंगे पटाखे, टाइमिंग कर लें नोट

    दिल्ली-एनसीआर में दिवाली पर सिर्फ इतने बजे तक फोड़े जा सकेंगे पटाखे, टाइमिंग कर लें नोट

    Delhi NCR Timing For Bursting Firecrackers:  दिल्ली-एनसीआर के लोगों को इस दिवाली बड़ा तोहफा मिला है. पिछले कई सालों से पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध और सुरक्षा एवं प्रदूषण की चिंताओं के चलते लोग मायूस रहते थे. लेकिन इस बार सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखे जलाने की परमिशन दे दी है. हालांकि कोर्ट ने इसे लेकर सख्त नियम और समय सीमा जारी की है. दिवाली से पहले और दिवाली वाले दिन पटाखे केवल तय वक्त में ही फोड़ने की इजाजत होगी. 

    नियमों का पालन न करने पर जुर्माना या अन्य कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इस फैसले से त्योहार पर लोगों की खुशी देखने को मिल रही है. पटाखे फोड़ने के इन नियमों को लेकर लोगों की पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदारी बनी रहेगी. जिससे यह वाली दिवाली सभी के लिए खुशियोंभरी और सुरक्षित बनी रहेगी.

    इस दिवाली के लिए सुप्रीम कोर्ट ने साफ निर्देश दिए हैं कि दिवाली से एक दिन पहले और दिवाली के दिन सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़े जा सकेंगे. इस दौरान आपको छूट होगी.वह भी सिर्फ ग्रीन क्रैकर्स ही फोड़े जा सकेंगे. इसके अलावा ऑनलाइन ग्रीन पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी और गैरकानूनी पटाखे बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

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    कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि निर्धारित समय के बाहर पटाखे फोड़ना नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और ऐसा करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा. जरूरत पड़ी तो फिर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी जा सकती है. इसलिए इन नियमों के तहत बताई गई टाइमिंग पर ही पटाखे फोड़े.

    अगर कोई व्यक्ति दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे जलाते हुए या खरीदते हुए पकड़ा जाता है. या टाइमिंग खत्म होने के बाद भी पटाखे जला रहा है. तो उस पर 200 रुपये का जुर्माना और छह महीने तक की जेल हो सकती है. वहीं अगर कोई पटाखे बेचते या स्टोर करते हुए पकड़ा जाता है. तो उस पर  एक्सप्लोसिव एक्ट की सेक्शन 9बी के तहत पांच हजार रुपये का जुर्माना और तीन साल तक की जेल हो सकती है. यानी बैन के बावजूद अगर आप पटाखे जलाते या रखते हुए पकड़े जाते हैं. तो आपको गंभीर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.

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    अगर कोई व्यक्ति नॉर्मल पटाखे जलाते या बेचते हुए दिखाई देता है और आप इसकी शिकायत करना चाहते हैं. तो आप सीधे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए 112 पर कॉल करना सबसे आसान तरीका है. इसके अलावा  आप दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. 

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  • खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी के चुनाव लड़ने का मामला फंसा, अब RJD से कौन होगा कैंडिडेट?

    खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी के चुनाव लड़ने का मामला फंसा, अब RJD से कौन होगा कैंडिडेट?

    भोजपुरी के सुपरस्टार और हिट मशीन से चर्चित खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी के चुनाव लड़ने पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. आरजेडी की ओर से छपरा सीट से उन्हें टिकट दिया गया है, लेकिन मामला फंस गया है. मतदाता सूची में चंदा देवी का नाम नहीं है. नामांकन पत्रों की जांच (स्क्रूटनी) के दौरान यह पता चला है. अब खबर है कि उनकी जगह खुद खेसारी लाल यादव ही छपरा सीट से चुनाव लड़ेंगे.

    बताया जा रहा है कि चंदा देवी का नाम मुंबई में मतदाता सूची में है. वहां उनके नाम से घर (फ्लैट) है. वे मूल रूप से छपरा जिले के एकमा के धानाडीह गांव की रहने वाली हैं. यहां की मतदाता सूची में जब उनका नाम खोजा गया तो नहीं था. 

    हालांकि अभी खेसारी लाल यादव को सिंबल नहीं मिला है लेकिन सूत्रों की मानें तो आरजेडी के टिकट पर वो छपरा सीट से प्रत्याशी होंगे. बहुत जल्द उन्हें सिंबल दे दिया जाएगा और फिर वे नामांकन करेंगे. बता दें कि खेसारी लाल यादव के रिश्ते लालू परिवार से बेहतर रहे हैं. लगातार वो मिलते रहे हैं. कार्यक्रम में आते रहे हैं. चुनाव प्रचार में आते रहे हैं. 

    खेसारी लाल यादव के शुरू के बयानों पर नजर डालें तो वे कभी नहीं चाहते थे कि वे राजनीति में एंट्री करें. कई बार उन्होंने यह कहा है कि वह जिस क्षेत्र में हैं वहीं ठीक हैं. अगर राजनीति करेंगे तो फिर हीरो वाला काम कौन करेगा. इस बीच अब परिस्थिति ऐसी बन रही है कि वे शायद ना चाहते हुए भी चुनाव लड़ें. अब देखना होगा कि आधिकारिक रूप से इस पर क्या मुहर लगती है. चंदा देवी की जगह खेसारी लाल यादव के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है.

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    सक्रिय पत्रकारिता में अजीत कुमार लगभग 9 वर्षों से कार्यरत हैं. वर्ष 2016 में दैनिक जागरण समाचार-पत्र से इन्होंने ट्रेनी सब-एडिटर के रूप में अपनी पारी की शुरुआत पटना से की. देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों में इन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें दैनिक जागरण, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर आदि शामिल हैं.

    वर्तमान में इनका कार्यक्षेत्र बिहार है और ये एबीपी लाइव में ‘चीफ कॉपी एडिटर’ के पद पर कार्यरत हैं. एबीपी डिजिटल के बिहार सेक्शन को लीड करते हैं. बिहार की खबरों पर इनकी पैनी नजर रहती है चाहे वह राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी हुई खबरें हों या फिर अपराध या अन्य सामाजिक सरोकार की. खबरों को एंगल देने में और हेडिंग बनाने में महारथ हासिल है.

    सही समय पर निष्पक्ष रूप से कई समाचार इनके प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें कई एक्सक्लूसिव स्टोरीज भी शामिल हैं. पत्रकारिता में इन्होंने स्नातक के साथ परास्नातक तक की पढ़ाई की है. इनसे ajeetk@abpnetwork.com पर संपर्क किया जा सकता है.

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  • गांव में चलाने के लिए किफायती हैं ये बाइक्स, 55,100 से होती हैं शुरू, देखें लिस्ट

    गांव में चलाने के लिए किफायती हैं ये बाइक्स, 55,100 से होती हैं शुरू, देखें लिस्ट

    भारत के ग्रामीण इलाकों में बाइक सिर्फ एक सवारी नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जरूरत है. गांवों की कच्ची सड़कों, खेतों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलने के लिए ऐसी मोटरसाइकिल चाहिए होती है,जो मजबूत, फ्यूल-एफिशिएंट और कम मेंटेनेंस वाली हो. अगर आप भी एक ऐसी किफायती बाइक की तलाश में हैं जो आपके बजट में फिट हो, तो ये खबर आपके लिए है. आइए जानते हैं पांच ऐसी बेहतरीन बाइक्स जो ग्रामीण इलाकों के लिए बेहतर मानी जाती हैं.

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  • वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाज, जानिए भारतीय रिकॉर्ड किसके नाम

    वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाज, जानिए भारतीय रिकॉर्ड किसके नाम

    Fastest Hundreds In ODIs: वनडे क्रिकेट के इतिहास में कई विस्फोटक बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए कई रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन कुछ बल्लेबाजों ने बेहद कम गेंदों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया. आइए जानते हैं वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले 7 बल्लेबाजों के बारे में, और यह भी कि भारत के लिए सबसे तेज वनडे शतक किसने लगाया है?

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले टॉप-7 बल्लेबाज

    1. एबी डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) – 31 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले टॉप-7 बल्लेबाजों की लिस्ट में पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स हैं. डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 31 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 44 गेंदों में 149 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी.

    2. कोरी एंडरसन (न्यूजीलैंड) – 36 गेंद

    न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कोरी एंडरसन वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 36 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 47 गेंदों में नाबाद 131 रनों की शानदार पारी खेली थी.

    3. शहीद अफरीदी (पाकिस्तान) – 37 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शहीद अफरीदी तीसरे नंबर पर हैं. अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ केवल 37 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 40 गेंदों में 102 रनों की धुंआधार पारी खेली थी.

    4. ग्लेन मैक्सवेल (ऑस्ट्रेलिया) – 40 गेंद 

    ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं. मैक्सवेल ने नीदरलैंड्स के खिलाफ केवल 40 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 44 गेंदों में 106 रनों की लाजवाब पारी खेली थी.

    5. आसिफ खान (यूएई) – 41 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बल्लेबाज आसिफ खान पांचवें नंबर पर हैं. आसिफ ने नेपाल के खिलाफ केवल 41 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 42 गेंदों में नाबाद 101 रनों की धुआंधार पारी खेली थी.

    6. मार्क बाउचर (दक्षिण अफ्रीका) – 44 गेंद 

    दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में छठे नंबर पर हैं. बाउचर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ केवल 44 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 68 गेंदों पर नाबाद 147 रनों की शानदार पारी खेली थी.

    7. ब्रायन लारा (वेस्टइंडीज) – 45 गेंद 

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा सातवें नंबर पर हैं. लारा ने बांग्लादेश के खिलाफ केवल 45 गेंदों में शतक ठोक दिया था. उन्होंने इस मैच में 62 गेंदों में 117 रनों की लाजवाब पारी खेली थी.

    वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज

    भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं. विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 52 गेंदों में शतक जड़ दिया था. उन्होंने इस मैच में 52 गेंदों पर नाबाद 100 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी.

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  • दीवाली से पहले बोनस का ऐलान, इन कर्मचारियों को तुरंत मिलेंगे 34500 रुपये

    दीवाली से पहले बोनस का ऐलान, इन कर्मचारियों को तुरंत मिलेंगे 34500 रुपये

    महाराष्ट्र के तीन नगर निगमों के कर्मचारियों के लिए खुशखबर आई है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिवाली बोनस की घोषणा की. मुंबई नगर निगम (BMC) और बेस्ट कर्मचारियों के लिए 31 हजार रुपये, ठाणे कर्मचारियों के लिए 24500 रुपये और नवी मुंबई कर्मचारियों के लिए 34500 रुपये बोनस का ऐलान किया. अधिकारियों को डिप्टी सीएम ने निर्देश दिया कि तुरंत राशि का भुगतान किया जाए.

    पिछले साल सीएम रहते हुए एकनाथ शिंदे ने BMC के सभी कर्मचारियों के लिए  28000 रुपये बोनस का ऐलान किया गया था. 2023 में 25000 रुपये बोनस दिए गए थे.

    (खबर को अपडेट किया जा रहा है…)

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  • पीएफ के पैसे निकालने के लिए अब इतने महीने करना होगा इंतजार, जान लीजिए नया नियम

    पीएफ के पैसे निकालने के लिए अब इतने महीने करना होगा इंतजार, जान लीजिए नया नियम

    EPFO New Rules: देश में जितने भी नौकरीपेशा लोग हैं. लगभग सभी के पास पीएफ यानी प्रोविडेंट फंड खाता होता है. हर महीने कर्मचारी अपनी सैलरी का 12 प्रतिशत इसमें जमा करते हैं और उतनी ही रकम कंपनी की ओर से भी जमा की जाती है. इस तरह हर महीने एक तय राशि कर्मचारी के भविष्य के लिए सुरक्षित होती रहती है. 

    जिस पर अच्छा ब्याज भी मिलता है. रिटायरमेंट के बाद या नौकरी छोड़ने के बाद में यही रकम उनके लिए आर्थिक सहारा बनती है. लेकिन अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO ने इसके एक बड़े नियम में बदलाव किया है. जिससे अभ पीएफ निकासी में लोगों को और ज्यादा समय लगेगा. जान लीजिए नए नियम के बारे में. 

    पहले अगर कोई व्यक्ति नौकरी छोड़ देता था. तो दो महीने बेरोजगार रहने के बाद वह अपने पूरे पीएफ बैलेंस को निकाल सकता था. यानी महज दो महीने के भीतर फुल विदड्रॉल की सुविधा मिल जाती थी. लेकिन अब EPFO ने इस नियम में बदलाव करते हुए यह अवधि बढ़ा दी है. नए नियम के तहत अब किसी सदस्य को अपनी नौकरी छोड़ने के बाद पूरे 12 महीने तक इंतजार करना होगा. 

    यह भी पढ़ें: त्यौहारी सीजन के चलते दिल्ली मुंबई समेत इन स्टेशनों पर नहीं मिलेगा प्लेटफॉर्म टिकट- यहां देखें पूरी लिस्ट

    तभी वह अपने पीएफ खाते से पूरी रकम निकाल पाएगा. हालांकि बेरोजगारी की स्थिति में आंशिक निकासी यानी 75 प्रतिशत रकम निकालने की अनुमति पहले की तरह बनी रहेगी. EPFO का कहना है कि यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि कर्मचारी अपनी पेंशन और भविष्य की वित्तीय सुरक्षा से समझौता न करें. पहले लोग नौकरी छूटते ही पूरा पैसा निकाल लेते थे. जिससे पेंशन की पात्रता पर असर पड़ता था.

    EPFO ने पीएफ निकासी से जुड़ी प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है. पहले जब कोई कर्मचारी रिटायर होता था या नौकरी छोड़ने के बाद अपना पैसा निकालना चाहता था, तो उसे इसके लिए कई तरह के दस्तावेज जमा करने पड़ते थे. आवेदन के साथ पहचान प्रमाण, बैंक डिटेल्स और अन्य कागजात लगाना जरूरी था. अब नए नियम के तहत ऐसा नहीं करना होगा. 

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    यानी कर्मचारी बिना किसी दस्तावेज या कारण बताए अपना पीएफ निकाल सकेंगे. EPFO का कहना है कि यह बदलाव कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है ताकि रिटायरमेंट या बेरोजगारी के बाद उन्हें अपने पैसे तक आसानी से पहुंच मिल सके. 

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  • Second Heart in Human Body: शरीर में कहां होता है दूसरा दिल? फटाफट जान लीजिए जवाब

    Second Heart in Human Body: शरीर में कहां होता है दूसरा दिल? फटाफट जान लीजिए जवाब

    हमने बचपन से पढ़ा है कि हमारे शरीर में एक हार्ट होता है, जो इंसान के शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. जब तक यह धड़कता है, इंसान चलता है. जैसे ही यह धड़कना बंद करता है, इंसान की जिंदगी खत्म हो जाती है. इसका काम पूरे शरीर में खून को पंप करना होता है. हार्ट को लेकर तमाम तरह के सवाल सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, जिनमें से एक है “क्या इंसान के शरीर में दो दिल होते हैं?”. यह सवाल सुनने में बड़ा अजीब लगता है कि क्या सच में दो दिल होते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या सच्चाई है.

    इंसान का दिल

    अगर दिल की बात करें तो इंसान के शरीर में एक ही असली दिल होता है, जो सीने में मौजूद होता है. यह पंप की तरह काम करता है और खून को पूरे शरीर में दौड़ाता है. एक सामान्य इंसान का दिल रोज़ाना लगभग 1 लाख बार धड़कता है और करीब 7000 से 8000 लीटर खून पंप करता है. यह अंग जीवन का आधार है और इसके बिना शरीर काम नहीं कर सकता.

    इंसान का दूसरा दिल

    डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इंसान के शरीर में “दूसरे दिल” का मतलब हार्ट जैसा दूसरा अंग नहीं होता, बल्कि यह एक तरह की उपमा है. पैर के हिस्से में काफ मसल्स को दूसरा दिल कहा जाता है. काफ मसल्स यानी पिंडलियों की मांसपेशियां हमारे खून को पैरों से ऊपर दिल तक पहुंचाने में मदद करती हैं. जब हम चलते हैं या दौड़ते हैं, तो ये मसल्स सिकुड़कर खून को नसों के जरिए ऊपर की ओर धकेलती हैं. चूंकि यह काम दिल जैसा ही है यानी खून को पंप करना, यही कारण है कि काफ मसल्स को “सेकंड हार्ट” कहा जाता है. इसे दूसरा दिल इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब आप लंबे समय तक खड़े रहते हैं, तो खून पैरों की नसों में जमा होने लगता है. ऐसे में काफ मसल्स का मूवमेंट खून को ऊपर की ओर पंप करने में मदद करता है. अगर यह प्रक्रिया सही से न हो, तो पैरों में सूजन, दर्द और वैरिकोज वेन्स जैसी बीमारियां हो सकती हैं.

    कैसे रख सकते हैं दूसरे दिल को स्वस्थ

    अगर आप अपने दूसरे दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो रोज़ाना पैदल चलें और जॉगिंग करें. लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का चयन करें, इससे काफ मसल्स को मजबूती मिलती है. कोशिश करें कि लंबे समय तक एक ही पोजीशन में खड़े या बैठे न रहें, इससे इन पर असर पड़ता है.

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    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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  • Premanand Maharaj Video: घर की चौखट पर पहुंच प्रेमानंद महाराज ने मांगी रोटी-सब्जी, महिला का रिएक्शन वायरल

    Premanand Maharaj Video: घर की चौखट पर पहुंच प्रेमानंद महाराज ने मांगी रोटी-सब्जी, महिला का रिएक्शन वायरल

    Social Media Viral Video: उत्तर प्रदेश में वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज की सादगी और गहरी भक्ति ने करोड़ों दिलों को जीता है. प्रेमानंद जी महाराज के लिए आज भी खाने की व्यवस्था यानी ‘माधुकरी’ ब्रजवासियों के घरों से आती है. इस परंपरा को प्रेमानंद जी महाराज के शिष्य निभाते हैं, लेकिन कुछ विशेष मौकों पर प्रेमानंद जी महाराज खुद ब्रजवासियों के घर-घर जाकर माधुकरी ग्रहण करते हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रेमानंद जी महाराज खुद ‘माधुकरी’ की परंपरा के अनुसार एक महिला से रोटी-सब्जी मांगते हुए नजर आ रहे हैं.

    दोनों हाथ फैलाकर प्रेमानंद महाराज ने ली रोटियां

    वीडियो में देख सकते हैं प्रेमानंद जी महाराज के साथ कई संत और श्रद्धालु इकट्ठे हैं. प्रेमानंद जी महाराज एक ब्रजवासी महिला से दोनों हाथ फैलाकर खाना मांग रहे हैं. साथ ही में प्रेमानंद जी महाराज के भक्त और शिष्य जयकारा लगाते दिखाई दे रहे हैं.

    और जैसे वो पहले माँगकर खाते थे मधुकरी… वैसे ही अचानक से माँग लिया एक माता जी से।

    धन्य हैं हम तमाम लोग आज उन्हें अपने आगे महसूस कर पा रहे हैं।

    प्रेमानन्द जी महाराज ❤️🤗🙏🏼 pic.twitter.com/KdRIDvgw7u

    ब्रजवासी बड़ी ही खुशी और उत्सह के साथ प्रेमानंद जी महाराज को माधुकरी दे रहे हैं. सभी ब्रजवासी प्रेमानंद जी महाराज के आगे हाथ जोड़े खड़े हैं. इससे उनके मन में प्रेमानंद जी महाराज के प्रति प्यार और सम्मान की भावना साफ नजर आ रही है.

    प्रेमानंद जी महाराज ने माधुकरी के महत्व को बताया

    बता दें कि प्रेमानंद जी महाराज ने अपने सत्संग के दौरान काफी बार माधुकरी के महत्व को समझाया है. महाराज ने बताया कि ब्रज के लोगों में भगवान श्रीकृष्ण के लिए जो प्यार और समर्पण है वो उनके बनाए गए खाने में भी समाहित होता है. ये सिर्फ खाना नहीं होता है, बल्कि ब्रजवासी के प्यार और भाव का प्रसाद होता है.

    प्रेमानंद जी महाराज के शिष्य रोजाना ब्रजवासियों के घर से थोड़ा-थोड़ा खाना खाते हैं, जिसे संत समाज में माधुकरी कहा जाता है. प्रेमानंद जी महाराज का यहीं सरल स्वाभाव उनके भक्तों को उनकी तरफ खींचता है. 

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