तेजस खरीदना चाहते हैं कई देश… जानें कितना खतरनाक है भारत का फाइटर जेट?

सरकारी एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1A (Tejas Mk-1A) ने शुक्रवार को नासिक स्थित HAL प्लांट से अपनी पहली उड़ान (maiden flight) सफलतापूर्वक पूरी की. यह उड़ान भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और बड़ा कदम मानी जा रही है.

HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डी.के. सुनील ने बताया कि तेजस मार्क-1A पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक (state-of-the-art) लड़ाकू विमान है. उन्होंने कहा कि इस विमान की तकनीकी क्षमता और प्रदर्शन को देखते हुए कई विदेशी देशों ने इसे खरीदने में गहरी रुचि दिखाई है.

HAL के चेयरमैन ने क्या कहा?

डी.के. सुनील के अनुसार, “आज हमारे पास एक ऐसा विमान है जो हर दृष्टिकोण से सक्षम है. इसमें अत्याधुनिक रडार सिस्टम, मजबूत हथियार क्षमता और आधुनिक एवियोनिक्स (avionics) लगे हैं. यह न सिर्फ एक अत्याधुनिक फाइटर जेट है बल्कि इसका रखरखाव और उन्नयन (maintenance & upgrade) भी भारत में ही किया जा सकता है क्योंकि इसके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों पर HAL का पूर्ण नियंत्रण है.”

तेजस मार्क-1A की तुलना पुराने मिग-21 बाइसन से करते हुए HAL प्रमुख ने कहा कि यह विमान भारत की रक्षा तकनीक में एक पीढ़ी की छलांग है.

#WATCH | Nashik, Maharashtra | On the difference between Tejas LCA Mark 1A and MiG 21 Bison, HAL Chairman & Managing Director Dr DK Sunil says, “… It’s quite a jump in technology. In terms of the kind of electronics, avionics that the Tejas has, it is a four and a half… pic.twitter.com/BGpBenfMSL

उन्होंने बताया, “तेजस मार्क-1A लगभग साढ़े चार पीढ़ी (4.5 generation) का विमान है. इसमें अत्याधुनिक AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट और उन्नत मिसाइल सिस्टम शामिल हैं. मिग-21 अपने समय में बेहद सक्षम था, लेकिन तेजस आधुनिक युग की ज़रूरतों के हिसाब से कहीं ज्यादा उन्नत और बहुआयामी है.”

कई देशों ने तेजस में दिखाई रुचि

डी.के. सुनील ने आगे कहा कि कई देशों ने तेजस में प्रारंभिक स्तर पर रुचि (initial interest) दिखाई है. उन्होंने बताया, “हम वर्तमान में विभिन्न देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं. शुरुआती चरण में ही जिस तरह की प्रतिक्रिया मिली है, वह बहुत उत्साहजनक है. विदेशी खरीदार इसे एक अत्यधिक सक्षम और भरोसेमंद विमान के रूप में देख रहे हैं. हम उन्हें यह भी दिखा रहे हैं कि भारत इस विमान में कौन-कौन सी नई क्षमताएं जोड़ सकता है.”

HAL प्रमुख के अनुसार, कंपनी को कुल 180 तेजस मार्क-1A विमानों के उत्पादन का कार्य सौंपा गया है. यह उत्पादन कार्य 2032-33 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके बाद, HAL LCA मार्क-2 (Tejas Mk-2) का उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है.

उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि 2032-33 तक तेजस मार्क-1A का उत्पादन पूरा हो जाएगा और उसी समय LCA मार्क-2 का निर्माण शुरू होगा, जो और भी उन्नत और शक्तिशाली संस्करण होगा.”

तेजस मार्क-1ए की खासियतें

तेजस मार्क-1ए एक स्वदेशी और उन्नत डिजाइन वाला हल्का कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है. यह भारत में विकसित LCA का एडवांस वर्जन है और चौथी पीढ़ी का मल्टी-रोल फाइटर माना जाता है. तेज, manoeuvrable और अत्यधिक सटीक यह विमान दिन-रात और सभी मौसमों में ऑपरेशन करने में सक्षम है.

यह लगभग साढ़े 5 टन से अधिक हथियारबंद पेलोड ले जा सकता है और एक ही समय में कई लक्ष्यों पर सटीक प्रहार कर सकता है. तेजस मार्क-1ए में नए एईएसए रडार, बियॉन्ड-विज़ुअल-रेंज (BVR) मिसाइलें, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW) सूट और हवा में ईंधन भरने (air-to-air refueling) जैसी अत्याधुनिक क्षमताएं मौजूद हैं. इसे देश में ही मैन्‍युफैक्‍चर किया जा रहा है. ऐसे में इसमें जरूरत के अनुसार बदलाव देश में रहकर ही किया जा सकता है.

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