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  • Video: तेज रफ्तार बोलेरो का कहर, ठेले और बाइक वाले को कुचल हुआ फरार, फतेहपुर का वायरल वीडियो

    Video: तेज रफ्तार बोलेरो का कहर, ठेले और बाइक वाले को कुचल हुआ फरार, फतेहपुर का वायरल वीडियो

    Uttar Pradesh News: दीवाली के दिन जहां पूरा देश उमंग और उत्साह में डूबा था, वहीं उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जिसने त्योहार की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया. यहां एक तेज रफ्तार बोलेरो ने बाइक सवार और फल के ठेले में टक्कर मार दी. हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. 

    हादसे में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हो गए

    ये घटना फतेहपुर की बताई जा रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि तेज रफ्तार बोलेरो का बैलेंस बिगड़ा और उसने सीधा पहले बाइक सवार को टक्कर मारी और फिर पास में खड़े फल के ठेले को जोरदार टक्कर मार दी.

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    वीडियो में साफ तौर पर देखा गया है कि ठेले पर रखे फल पूरी तरह से सड़क पर बिखर जाते हैं. इस खतरनाक हादसे में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हो गए. ये पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई.

    बाइक सवार दो लोग टक्कर लगने के बाद सड़क पर गिरे

    वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बाइक सवार दो लोग टक्कर लगने के बाद सड़क पर बुरी तरह गिरे हुए हैं. हादसे के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ लग जाती है, लेकिन बोलेरो ड्राइवर मौके से तुरंत फरार हो जाता है.

    हादसे के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फुटा और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. सोशल मीडिया पर हादसे के वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने बोलेरो ड्राइवर पर गुस्सा जाहिर किया है. 

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  • ओडिशा में BJP नेता की हत्या मामले में BJD के पूर्व विधायक बिक्रम पांडा गिरफ्तार, CM माझी ने दिया ये आश्वासन

    ओडिशा में BJP नेता की हत्या मामले में BJD के पूर्व विधायक बिक्रम पांडा गिरफ्तार, CM माझी ने दिया ये आश्वासन

    ओडिशा के बेरहामपुर के पूर्व विधायक और बीजू जनता दल (BJD) के गंजाम जिला अध्यक्ष बिक्रम पांडा को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और वकील पीताबश पांडा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. ओडिशा पुलिस ने बुधवार (22 अक्टूबर, 2025) को बिक्रम पांडा की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. वहीं, बीजद नेता की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.

    दरअसल, यह घटना इस महीने की शुरुआत में 6 अक्टूबर की देर रात को घटी, जब दो बाइक सवार हमलावरों ने पीताबश की उनके बेरहामपुर स्थित आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी. पीताबश ओडिशा के बार काउंसिल के सदस्य थे. उनकी हत्या के बाद पूरे राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर लोगों के बीच आक्रोश फैल गया है.

    आपराधिक साजिश के आरोप में बिक्रम की हुई गिरफ्तारी

    ओडिशा पुलिस ने इस हत्या के बाद की गई कार्रवाई की जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि बिक्रम पांडा को मंगलवार (21 अक्टूबर, 2025) की देर रात उसके गजपतिनगर स्थित आवास से आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बिक्रम पांडा के साथ-साथ पुलिस ने बेरहामपुर के पूर्व मेयर शिबा शंकर दास, एक पूर्व कॉरपोरेट और 9 अन्य लोगों ने इस मामले में गिरफ्तार किया है. जिसके बाद सभी आरोपियों को बेरहामपुर की लोकल कोर्ट में पेश किया गया.

    हत्या में शामिल चार आरोपी अभी भी फरार

    इस हत्या के चार आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिनमें पीताबश पर हमला करने वाले हमलावर भी शामिल हैं. पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे निजी दुश्मनी, राजनीतिक महत्वकांक्षा और व्यापार से जुड़े विवाद जैसी वजहें हैं. जांच में पैसों के लेनदेन से जुड़ा एक मामले का भी जिक्र किया गया है, जो पूर्व विधायक और मृतक के बीच हुआ था. वहीं, पुलिस ने इस हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों को गंजाम-पुरी सीमा के पास समुद्र के किनारे से बरामद कर लिया है.

    आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे- मुख्यमंत्री

    भाजपा नेता पीताबश पांडा की हत्या का मामला ओडिशा की भाजपा सरकार के लिए भी एक चुनौती बन गया है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने मांग की है कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए और एक तय समयसीमा के भीतर इसकी जांच पूरी हो. मामले को लेकर राज्यभर के वकील हड़ताल पर हैं. जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को ऐसी सजा दिलाएंगे, जो अपराधियों के लिए एक उदाहरण होगा.

    यह भी पढे़ंः जब कोई नेता खुद मैदान में उतरने से कतराता है तो…’, प्रशांत किशोर पर चिराग पासवान ने साधा निशाना

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  • बिहार चुनाव 2025: चिराग पासवान इस बार चूक गए! अगली बार सीएम की कुर्सी पर ठोकेंगे दावा? खुद दिए ये संकेत

    बिहार चुनाव 2025: चिराग पासवान इस बार चूक गए! अगली बार सीएम की कुर्सी पर ठोकेंगे दावा? खुद दिए ये संकेत

    बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA के घटक दलों में से एक लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने वर्ष 2030 के चुनाव के लिए अपनी रणनीति पर संकेत दिए हैं. पासवान ने बिना कोई जिक्र किए संकेतों में अपनी बात कही है कि जो आने वाले वक्त में बिहार की सियासत का रुख तय कर सकती है.

    दरअसल, चिराग पासवान ने बीते दिनों एक साक्षात्कार में पूछा गया कि युवा सीएम भी होने चाहिया. आप भी सीएम के दावेदार होने चाहिए. कुछ ऐसा है? इस पर पासवान ने कहा कि कौन सी पार्टी नहीं चाहती? हर दल चाहता है कि उनका नेता सर्वोच्च पद पे जाए. मैंने खुद हमेशा इस बात की इच्छा रखी कि मैं अपने पिता को प्रदेश का मुख्यमंत्री, देश का प्रधानमंत्री बनता हुआ देखूं. तो ये इच्छा स्वाभाविक है हर दल के अपने नेता के प्रति होती है. पर मुझे लगता है कि सही समय पर सही बातों की चर्चा हो तो उसके मायने होते हैं.

    पासवान ने कहा कि आज की तारीख में जब हम लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं तो कतई इसके कोई मायने नहीं है जब इस बात को गठबंधन के तमाम सहयोगियों के द्वारा पहले से ही स्पष्ट कर दिया गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही हम लोग चुनाव लड़ने जा रहे हैं. और ये मैं मानता हूं कि चुनाव के बाद जो विधायक जीतकर आएंगे वो एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही अपने मुख्यमंत्री के तौर पर चुनेंगे.

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    पासवान ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि मैं बिहार वापस आना चाहता हूं. इन्हीं चुनावों में ही मैं वापस आना चाहता था. बिहार से मैं चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन क्योंकि सीटों पर बातचीत होते इतना विलंब हो गया कि मेरे प्रत्याशी ही नामांकन ठीक से भर लें. वो ज्यादा बड़ी प्राथमिकता बन गई थी. तो अपने नामांकन की ओर तो मैं फिर सोच ही नहीं पाया. इस एजेंडे के ऊपर चर्चा करने के लिए केंद्रीय संसदीय बोर्ड दोबारा बैठ ही नहीं पाया इस विषय की. लेकिन हां मैं जरूर चाहता था और आने वाले दिनों में मैं वापस मैं बोलूंगा मेरी प्राथमिकता बिहार रहेगा.

    उन्होंने कहा कि मेरे पापा ने हमेशा इस बात को स्पष्ट रखा कि केंद्र की राजनीति में उनकी इच्छा ज्यादा रही थी. पर मैं बिहार मैं बिहार और बिहारियों की वजह से ही राजनीति में आया हूं. दिल्ली में पला बढ़ा हूं. मुंबई में मैंने काम किया है. दूसरे राज्यों में बिहारियों को विपरीत परिस्थितियों में रहते हुए देखा है और यही कारण था कि मैं वापस राजनीति में आया ताकि अपने राज्य अपने बिहारी साथियों के लिए मैं कुछ कर सकूं. एक ऐसा दौर मैंने देखा जब बिहारी शब्द तक को गाली बना दिया गया. मैं हर मंच से गर्व से कहता हूं कि मैं बिहारी हूं. ये गर्व मैं हर बिहारी की आंखों में देखना चाहता हूं. पर यह तब होगा जब मैं यहां पर ध्यान ज्यादा केंद्रित करूं. तो मैं मानता हूं कि अगले चार पांच साल मेरे इस फैसले को और ज्यादा मजबूत करेंगे कि मुझे बिहार की राजनीति में पूरा ध्यान अब केंद्रित करना होगा.

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  • Neeraj Chopra Army: सिर्फ नीरज नहीं, 'लेफ्टिनेंट कर्नल' नीरज चोपड़ा कहिए जनाब, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिया सम्मान

    Neeraj Chopra Army: सिर्फ नीरज नहीं, 'लेफ्टिनेंट कर्नल' नीरज चोपड़ा कहिए जनाब, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिया सम्मान

    भारत के स्टार ओलंपिक एथलीट नीरज चोपड़ा को बुधवार को भारतीय सेना में ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ पद मिला है. नीरज को यह सम्मान खेलों में बड़ी उपलब्धियों और युवाओं को प्रेरित करने के लिए दिया गया. उन्हें यह पद दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी की उपस्थिति में दिया गया. बता दें कि नीरज चोपड़ा ने बतौर नायब सूबेदार 2016 में भारतीय सेना में कदम रखा था. 2021 में उनका प्रमोशन हुआ, जिसके बाद उन्हें सूबेदार पद मिला था.

    द गैजेट ऑफ इंडिया के अनुसार यह नियुक्ति 16 अप्रैल से प्रभावी हो गई थी. 2016 में वो भारतीय सेना में शामिल हुए और एथलेटिक्स में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए उन्हें 2018 में अर्जुन अवॉर्ड से पुरस्कृत किया गया. उसके 3 साल बाद उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स में मेंस जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. इस एक जीत से उन्होंने भारत के लाखों युवाओं को प्रेरित किया और 2021 में उन्हें खेल रत्न से सम्मानित किया गया था.

    नीरज चोपड़ा का भारतीय एथलेटिक्स में योगदान अतुलनीय रहा है. साल 2022 आया तब उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक मिला, जो भारतीय सेना द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च शांतिकालीन सम्मान है. इन सभी उपलब्धियों के बीच नीरज चोपड़ा के कारण भारत में एथलेटिक्स और जेवलिन थ्रो की एक लहर छा गई थी.

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  • इन 5 बल्लेबाजों ने डेब्यू वनडे में ठोकी फिफ्टी, लेकिन फिर भी दूसरा मैच खेलने का मौका नहीं मिला

    इन 5 बल्लेबाजों ने डेब्यू वनडे में ठोकी फिफ्टी, लेकिन फिर भी दूसरा मैच खेलने का मौका नहीं मिला

    क्रिकेट की दुनिया में डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन करने का सपना हर खिलाड़ी का होता है. अगर कोई खिलाड़ी अपने पहले ही वनडे मैच में अर्धशतक ठोक दे, तो उसे लगता है कि उसका करियर अब आगे बढ़ेगा, लेकिन कई ऐसे उदाहरण भी हैं, जहां खिलाड़ियों ने अपने डेब्यू मैच में कमाल का प्रदर्शन किया, पर उन्हें फिर कभी दूसरा मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उनकी एक पारी बेहतरीन होने के बावजूद उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं किया गया, और वे गुमनामी की दुनिया में खो गए. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 दुर्भाग्यशाली बल्लेबाजों के बारे में, जिन्होंने वनडे डेब्यू में फिफ्टी तो लगाई, लेकिन उसके बाद उनका अंतरराष्ट्रीय करियर थम गया.

    वनडे डेब्यू में फिफ्टी जड़ने वाले 5 बल्लेबाज

    1. किम बार्नेट – 84 रन 

    इंग्लैंड के बल्लेबाज किम बार्नेट के नाम एक वनडे मैच खेलने वाले बल्लेबाजों में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड है. बार्नेट ने 1988 में श्रीलंका के खिलाफ 84 रनों की शानदार पारी खेली थी. उन्होंने इस पारी में एक भी बाउंड्री नहीं लगाई थी. वह इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच भी बने थे. हालांकि, वह दोबारा कभी वनडे क्रिकेट नहीं खेले.

    2. बेन फॉक्स – 61 रन  

    इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फॉक्स का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. हालांकि फॉक्स ने इंग्लैंड के लिए 25 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वनडे करियर का सफर केवल एक मैच तक ही सीमित रहा. फॉक्स ने 2019 में आयरलैंड के खिलाफ अपने एकमात्र वनडे मैच में 61 रनों की नाबाद पारी खेली थी.

    3. जुबैर हमजा – 56 रन 

    दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज जुबैर हमजा भी एकमात्र वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. साल 2021 में हमजा ने अपने डेब्यू वनडे मैच में 56 रनों की लाजवाब पारी खेली थी. हमजा 2021 में डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए थे, जिसके बाद उनपर बैन लग गया था. लेकिन वह अब क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं. वापसी के बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट मैच भी खेला.

    4. फैज फजल- 55 रन

    भारत के बल्लेबाज फैज फजल ने भी केवल एक वनडे मैच खेला है. फजल ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने 55 रनों की नाबाद पारी खेली थी. फैज के करियर का ये आखिरी मैच साबित हुआ और वह अब क्रिकेट से संन्यास भी ले चुके हैं.

    5. एशले वुडकॉक- 53 रन

    ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज एशले वुडकॉक का भी नाम इस लिस्ट में शामिल है. वुडकॉक ने 1974 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला और आखिरी वनडे मैच क्राइस्टचर्च में खेला था, जिसमें उन्होंने 53 रनों की पारी खेली थी. 

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  • बिहार चुनाव: बीजेपी मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी से मिला चुनाव प्रचार का जखीरा, जब्त हुई कार

    बिहार चुनाव: बीजेपी मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी से मिला चुनाव प्रचार का जखीरा, जब्त हुई कार

    बिहार विधानसभा चुनाव के बीच दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. इस बीच एक नया और बड़ा विवाद भी खड़ा हो गया है. बीजेपी के मंत्री और जाले विधानसभा के प्रत्याशी जीवेश मिश्रा के नाम से एक स्कॉर्पियो गाड़ी मिली है, जिसमें से भारी मात्रा में चुनावी प्रचार सामग्री बरामद हुई. इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.

    सूचना के अनुसार, मस्का बाजार के पास धनकौल जाने वाली सड़क पर स्थानीय लोगों ने गाड़ी को रोका. गाड़ी में भारी संख्या में बीजेपी चिन्ह वाली घड़ियां, पंपलेट और अन्य प्रचार सामग्री मिली. आरोप था कि इन घड़ियों और प्रचार सामग्री को मतदाताओं में बांटकर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी.

    कांग्रेस के प्रत्याशी ऋषि मिश्रा मौके पर पहुंचे और खुद गाड़ी की जांच कराई. उन्होंने आरोप लगाया कि इन घड़ियों और प्रचार सामग्री को मतदाताओं में बांटकर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. उनकी इस शिकायत के बाद जाले पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी को जब्त कर थाने ले गई. पुलिस ने बरामद सामग्री की जांच शुरू कर दी है.

    बीजेपी प्रत्याशी और बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने आरोपों को पूरी तरह खारिज किया. उन्होंने कहा कि गाड़ी में मिली सामग्री पूरी तरह से लाइसेंस प्राप्त और बिल के साथ खरीदी गई प्रचार सामग्री है. उनका कहना है कि कांग्रेस और राजद गठबंधन जनता में कमजोर पड़ चुके हैं, इसलिए अब ओछे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

    चुनाव के आखिरी दौर में ऐसे आरोप और विवाद आम हैं और अक्सर इसका असर मतदाताओं के मनोवृत्ति पर पड़ता है. जाले विधानसभा में यह घटना राजनीतिक माहौल को और गरमा गई है.

    स्थानीय लोगों का कहना है कि गाड़ी रोकने और जांच कराने का कदम सही था क्योंकि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि चुनाव में कानून और नियमों का पालन हो. पुलिस ने गाड़ी और बरामद सामग्री की जांच में कई घंटों तक काम किया और मामले के साक्ष्य जुटाए.

    इस घटना के बाद जाले विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गतिविधियां और अधिक सक्रिय हो गई हैं. दोनों पक्ष अब जनता के बीच अपने संदेश और प्रचार को तेज कर रहे हैं. यह देखना बाकी है कि इस मामले का चुनाव परिणाम पर क्या असर पड़ता है.

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  • इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले 7 कप्तान, टेस्ट-वनडे-टी20 में 'डेब्यू' फेल

    इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले 7 कप्तान, टेस्ट-वनडे-टी20 में 'डेब्यू' फेल

    Captains Who Lost Their First Match In Tests, ODIs and T20Is: किसी भी खिलाड़ी के लिए बतौर कप्तान पहला मैच बहुत खास होता है. हर कप्तान अपना पहला मैच जीत के साथ शुरू करना चाहता है, लेकिन कुछ ऐसे कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी की शुरुआत हार के साथ हुई है. जब ये हार तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल) में हो, तब ये एक अनचाहा रिकॉर्ड बन जाता है. हाल ही में भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल भी इस अनचाही लिस्ट में शामिल हो गए हैं. गिल से पहले इस लिस्ट में कई दिग्गज खिलाड़ियों के नाम भी शामिल हैं. यहां हम आपको ऐसे ही 7 कप्तानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने कप्तानी करियर की शुरुआत हार के साथ की थी. 

    इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले 7 कप्तान

    1. विराट कोहली (भारत)

    भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले पहले भारतीय कप्तान हैं.

    टेस्ट: 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में अपने पहले टेस्ट में कोहली की कप्तानी में भारत को हार का सामना करना पड़ा था.

    वनडे: 2013 में श्रीलंका के खिलाफ किंग्सटन में पहले वनडे मैच में भारत हार गया था.

    टी20: 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में अपने पहले टी20 मैच में भी कोहली की टीम को हार मिली थी.

    2. शुभमन गिल (भारत)

    भारत के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले दूसरे भारतीय कप्तान हैं.

    टी20: 6 जुलाई 2024 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में खेले गए टी20 मैच में शुभमन गिल ने पहली बार टी20 टीम की कप्तानी की, जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था.

    टेस्ट: गिल की कप्तानी में 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में अपने पहले टेस्ट में भारत को हार मिली थी.

    वनडे: 19 अक्टूबर 2025 को पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले वनडे में भी गिल की कप्तानी में भारत को हार का सामना करना पड़ा था.

    3. स्टीफन फ्लेमिंग (न्यूजीलैंड)

    इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले स्टीफन फ्लेमिंग पहले न्यूजीलैंड के कप्तान हैं.

    टेस्ट: 1997 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में फ्लेमिंग की कप्तानी में न्यूजीलैंड को हार मिली थी.

    वनडे: 1997 में श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले वनडे मैच में भी टीम को हार का सामना करना पड़ा था.

    टी20: 2005 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले टी20 मैच में फ्लेमिंग की कप्तानी में भी न्यूजीलैंड को हार मिली थी.

    4. ब्रेंडन मैकुलम (न्यूजीलैंड)

    इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले ब्रेंडन मैकुलम दूसरे न्यूजीलैंड के कप्तान हैं.

    टेस्ट: 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में मैकुलम की कप्तानी में न्यूजीलैंड को हार का सामना करना पड़ा था.

    वनडे: 2009 में भारत के खिलाफ अपने पहले वनडे में भी न्यूजीलैंड टीम को हार मिली थी.

    टी20: 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टी20 मैच में भी मैकुलम की कप्तानी में टीम को हार का सामना करना पड़ा था.

    5. मोहम्मद रिजवान (पाकिस्तान)

    पाकिस्तान के विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले इकलौते पाकिस्तानी कप्तान हैं.

    टेस्ट: 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में रिजवान की कप्तानी में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था.

    वनडे: 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले वनडे में भी पाकिस्तान टीम को हार मिली थी.

    टी20: 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले टी20 में रिजवान की कप्तानी में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था.

    6. जेसन होल्डर (वेस्टइंडीज)

    वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर जेसन होल्डर इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले इकलौते वेस्टइंडीज के कप्तान हैं.

    टेस्ट: 2015 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में होल्डर की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हार का सामना करना पड़ा था.

    वनडे: 2014 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले वनडे में भी वेस्टइंडीज टीम को हार मिली थी.

    टी20: 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले टी20 में होल्डर की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हार का सामना करना पड़ा था.

    7. तिलकरत्ने दिलशान (श्रीलंका)

    श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला मैच हारने वाले इकलौते श्रीलंकाई कप्तान हैं.

    टेस्ट: 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में दिलशान की कप्तानी में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था.

    वनडे: 2010 में भारत के खिलाफ अपने पहले वनडे में भी श्रीलंकाई टीम को हार मिली थी.

    टी20: 2008 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले टी20 में दिलशान की कप्तानी में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था.

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  • आगरा की इन चीजों से कम पैसों में शुरू हो जाएगा कारोबार, रोजाना होगा 5 गुना मुनाफा

    आगरा की इन चीजों से कम पैसों में शुरू हो जाएगा कारोबार, रोजाना होगा 5 गुना मुनाफा

    ताजमहल के नाम से जाना जाने वाला आगरा हमेशा से टूरिस्ट हॉटस्पॉट रहा है. यहां के कल्चर की ब्यूटी और यहां का ट्रेडिशन लोगों को अट्रैक्ट करता रहा है. इसके अलावा आगरा ट्रेड और क्राफ्ट्समैनशिप का भी हब है. दरअसल, आगरा के कई छोटे कारीगर इन्हीं डिफरेंट कामों को करके अपना गुजारा करते हैं. 

    ऐसे में आगरा बिजनेस के नजरिए से एक बेहतरीन जगह है. यह आपको छोटा कारोबार शुरू करने के लिए एक से एक यूनिक आइडियाज और चीज मिल जाएंगी फिर चाहे वो मार्बल का काम हो, हैंडीक्राफ्ट का या फिर यह की फेमस मिठाइयों का. आइए जानते हैं आगरा की ऐसी चीजों के बारे में, जिनसे आप भी कम पैसों में अपना छोटा बिजनेस शुरू कर सकते हैं और अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं.

    आगरा अपने लेदर इंडस्ट्री के लिए काफी मशहूर है. यह मिलने वाले हाइ क्वालिटी लेदर से कई तरह के लेदर गुड्स बनाए जाते हैं. ऐसे में आप भी लेदर हैंडक्राफ्टेड प्रोडक्ट्स का बिजनेस कर सकते हैं. इसमें लेदर बैग्स, वॉलेट, बेल्ट्स सभी का अच्छा बिजनेस किया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों को आजकल यूनिक और लक्जरी आइटम्स बेहद पसंद आते हैं और इनकी डिमांड भी काफी ज्यादा होती है. इसे आप कम पैसों में भी शुरू कर सकते हैं और अच्छा खासा काम सकते हैं.

    आगरा का कपड़ा भी काफी फेमस है. यह का लोकल टेक्सटाइल और फैब्रिक यहां रहने वाले लेकल्स और घूमने आने टूरिस्ट दोनों की पहली पसंद है. ऐसे में आप कम पैसों में यहां से कपड़ा खरीदकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. आप चाहे तो इसके लिए डायरेक्ट विवर्स और कपड़ा बनाने वालों से भी कॉन्टैक्ट करके इसे खरीद सकते है जिससे ये आपको और सस्ता पड़ेगा और इससे आने वाले पैसे आपको अच्छा खासा प्रॉफिट कमाने में मदद करेंगे.

    आगरा की शान पेठा पूरे भारत में मशहूर है. ऐसे में पैठे और यह की कई और फेमस मिठाइयों का बिजनेस भी काफी प्रॉफिटेबल है. यहां पर आने वाले टूरिस्ट के साथ साथ लोकल्स भी इसकी डिमांड करते हैं. इसमें अलावा इसका होलसेल का काम भी बेहद प्रॉफिटेबल है और इसे सस्ते दामों में शुरू किया जा सकता है.

    आगरा का वुडन हैंडीक्राफ्ट भी काफी बेहतरीन और यूनिक है. ऐसे में आप इसका बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं. आप ये हैंडीक्राफ्ट बनाने वालों से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट कर सकते हैं और उनसे बल्क में ये सामान खरीद सकते हैं. मार्केट में इसकी अच्छी डिमांड होती है क्योंकि इसमें घर की सजावट के लिए यूनिक आइटम्स होते हैं जो खरीदारों को काफी पसंद आते है. इसमें आप कम इन्वेस्टमेंट से अच्छा बिजनेस कर सकते हैं. 

    आगरा में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी अच्छा स्कोप है. यहां पर मिलने वाले स्पेयर पार्ट्स से भी अच्छा बिजनेस शुरू किया जा सकता है. इनमें आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है और बिजनेस भी बिजनेस चलेगा.

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    आंखों में सपने लिए, घर से हम चल तो दिए, जानें ये राहें अब ले जाएंगी कहां… कहने को तो ये सिंगर शान के गाने तन्हा दिल की शुरुआती लाइनें हैं, लेकिन दीपाली की जिंदगी पर बखूबी लागू होती हैं. पूरा नाम दीपाली बिष्ट, जो पहाड़ की खूबसूरत दुनिया से ताल्लुक रखती हैं. किसी जमाने में दीपाली के लिए पत्रकारिता का मतलब सिर्फ कंधे पर झोला टांगकर और हाथों में अखबार लेकर घूमने वाले लोग होते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी आंखों में इसी दुनिया का सितारा बनने के सपने पनपने लगे और वह भी पत्रकारिता की दुनिया में आ गईं. उन्होंने अपने इस सफर का पहला पड़ाव एबीपी न्यूज में डाला है, जहां वह ब्रेकिंग, जीके और यूटिलिटी के अलावा लाइफस्टाइल की खबरों से रोजाना रूबरू होती हैं. 

    दिल्ली में स्कूलिंग करने वाली दीपाली ने 12वीं खत्म करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और सत्यवती कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में ग्रैजुएशन किया. ग्रैजुएशन के दौरान वह विश्वविद्यालय की डिबेटिंग सोसायटी का हिस्सा बनीं और अपनी काबिलियत दिखाते हुए कई डिबेट कॉम्पिटिशन में जीत हासिल की. 

    साल 2024 में दीपाली की जिंदगी में नया मोड़ तब आया, जब उन्होंने गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (नोएडा) से टीवी जर्नलिज्म में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा की डिग्री हासिल की. उस दौरान उन्होंने रिपोर्टिंग, एडिटिंग, कंटेंट राइटिंग, रिसर्च और एंकरिंग की बारीकियां सीखीं. कॉलेज खत्म करने के बाद वह एबीपी नेटवर्क में बतौर कॉपीराइटर इंटर्न पत्रकारिता की दुनिया को करीब से समझ रही हैं. 

    घर-परिवार और जॉब की तेज रफ्तार जिंदगी में अपने लिए सुकून के पल ढूंढना दीपाली को बेहद पसंद है. इन पलों में वह पोएट्री लिखकर, उपन्यास पढ़कर और पुराने गाने सुनकर जिंदगी की रूमानियत को महसूस करती हैं. इसके अलावा अपनी मां के साथ मिलकर कोरियन सीरीज देखना उनका शगल है. मस्ती करने में माहिर दीपाली को घुमक्कड़ी का भी शौक है और वह आपको दिल्ली के रंग-बिरंगे बाजारों में शॉपिंग करती नजर आ सकती हैं.

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  • अद्भुत… अलौकिक… आश्चर्य… हिंदू भजन पर लड़की ने किया जोरदार नृत्य, वीडियो देख आप भी करेंगे नमन

    अद्भुत… अलौकिक… आश्चर्य… हिंदू भजन पर लड़की ने किया जोरदार नृत्य, वीडियो देख आप भी करेंगे नमन

    सोशल मीडिया की इस दुनिया में हर दिन नए-नए वीडियो सामने आते हैं. कुछ हंसाते हैं, कुछ रुलाते हैं और कुछ सीधे दिल को छू जाते हैं. हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर लोग न सिर्फ तारीफ कर रहे हैं बल्कि इमोशनल भी हो रहे हैं. ये वीडियो खास है, क्योंकि इसमें एक युवा लड़की बेहद सुंदर तरीके से एक भक्ति गीत, यानी एक हिंदू भजन की धुन पर नृत्य कर रही है. उसका नृत्य सिर्फ एक परफॉर्मेंस नहीं है, बल्कि वह हर एक मूवमेंट के साथ जैसे भगवान को याद कर रही हो, यही वजह है कि यह वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गया है और लाखों लोग इसे देख चुके हैं. 

    क्या है इस वायरल वीडियो में खास?

    इस वीडियो में एक लड़की को गणेश जी के भजन की धुन पर पारंपरिक भारतीय नृत्य करते हुए देखा जा सकता है. उसकी हर एक पोजीशन, उसका कॉन्फिडेंस और क्लासिकल डांस ने लोगों का दिल जीत लिया है. ये डांस किसी आम रील की तरह नहीं है, जहां सिर्फ स्टाइल दिखाया जाए, इसमें भावना है, भक्ति है और भारतीय संस्कृति की झलक है. ऐसा लग रहा है जैसे उसके नृत्य के हर कदम में एक प्रार्थना छुपी हो. 

    इस इमोशनल कर देने वाले वीडियो को Arpit Gupta, यूजरनेम @ag_arpit1 ने एक्स पर शेयर किया है. उन्होंने इस वीडियो को शेयर करते हुए एक बहुत ही सुंदर लाइन लिखी कि She dances with the soul of a Sanatani bhajan, each move a silent prayer, eclipsing the trivial dance of reels. यह कैप्शन खुद इस वीडियो की गहराई को दिखाता है. 

    She dances with the soul of a Sanatani bhajan, each move a silent prayer, eclipsing the trivial dance of reels. 🔥 pic.twitter.com/vqUge3qRpL

    लोगों ने किए जबरदस्त कमेंट्स 

    इस वीडियो को देखते ही सोशल मीडिया पर जैसे तारीफों की बाढ़ लग गई. यूजर्स ने इसे आध्यात्मिक, भावनात्मक, पवित्र और कलात्मक कहा है. कई लोगों ने लिखा कि लड़की का नृत्य देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए. कुछ ने यह भी कहा कि यह डांस की तरह सोशल मीडिया पर भी कुछ सच्चे और मोटिवेशनल कंटेंट देखे जा सकते हैं. एक यूजर्स ने कमेंट किया कि इतना सुंदर डांस बहुत कम देखने को मिलता है, तो दूसरे यूजर ने लिखा कि ये सिर्फ डांस नहीं, एक आराधना है. वहीं कुछ यूजर कमेंट कर रहे हैं कि आजकल के रील्स में भक्ति और क्लासिकल टच की कमी होती है, लेकिन इस लड़की ने दिल जीत लिया. 

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