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  • दिवाली की अगली सुबह क्यों बजाई जाती है सूप? जानिए इस प्राचीन परंपरा का रहस्य

    दिवाली की अगली सुबह क्यों बजाई जाती है सूप? जानिए इस प्राचीन परंपरा का रहस्य

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  • रिजवान की छुट्टी, शाहीन बने पाकिस्तान के नए कप्तान! PCB ने बैठक के बाद लिया अहम फैसला

    रिजवान की छुट्टी, शाहीन बने पाकिस्तान के नए कप्तान! PCB ने बैठक के बाद लिया अहम फैसला

    पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने बड़ा फैसला लेते हुए विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया है. उनकी जगह तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को नया ODI कप्तान बनाया गया है. यह घोषणा PCB ने रावलपिंडी में पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच के पहले दिन के तुरंत बाद किया.

    PCB का अचानक फैसला

    हालांकि, बोर्ड ने इस बदलाव की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई है. यहां तक कि अपने आधिकारिक बयान में PCB ने रिजवान का नाम तक नही लिया. बोर्ड की ओर से बताया गया कि यह फैसला इस्लामाबाद में चयन समिति और व्हाइट-बॉल हेड कोच माइक हेसन के साथ बैठक के बाद लिया गया है.

    रिजवान की कप्तानी पर पहले से मंडरा रहे थे बादल

    मोहम्मद रिजवान की ODI कप्तानी पर पिछले कुछ हफ्तों से सवाल उठ रहे थे. PCB ने हाल ही में जारी एक बयान में यह साफ नही किया था कि रिजवान साउथ अफ्रीका दौरे के लिए कप्तान बने रहेंगे या नही. मोहम्मद रिजवान को पिछले साल वनडे टीम की कमान सौंपी गई थी. उनके नेतृत्व में पाकिस्तान ने 2024 में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीती थी. हालांकि, 2025 में टीम का प्रदर्शन गिरता गया. खासकर घरेलू चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान के पहले राउंड से बाहर होने के बाद आलोचना तेज हो गई थी.  रिजवान ने कप्तान रहते हुए अब तक लगभग 42 के औसत से रन बनाए, लेकिन उनकी रणनीति और निर्णय लेने की क्षमता पर सवाल उठने लगे.

    अफरीदी को मिला दोबारा मौका 

    शाहीन अफरीदी के लिए यह दूसरी बार होगा जब वे किसी व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में पाकिस्तान की कप्तानी करेंगे. जनवरी 2024 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया था, लेकिन पाकिस्तान को उस सीरीज में 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उनकी जगह बाबर आजम को कप्तान बना दिया गया था.

    शानदार फॉर्म में हैं अफरीदी

    हालांकि, अफरीदी इस समय शानदार लय में हैं. पिछले एक साल में वे पाकिस्तान के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं. 2023 वर्ल्ड कप के बाद से अब तक किसी भी फुल-मेंबर टीम के गेंदबाज ने उनसे ज्यादा विकेट नही लिए. उन्होंने इस दौरान 45 विकेट झटके हैं, यानी औसतन हर मैच में दो से ज्यादा विकेट.

    अगली चुनौती, दक्षिण अफ्रीका सीरीज

    शाहीन अफरीदी बतौर वनडे कप्तान अपनी पहली सीरीज अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेंगे. यह सीरीज तीन वनडे मैचों की होगी और सभी मुकाबले फैसलाबाद में खेले जाएंगे. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अफरीदी अपनी गेंदबाजी की तरह कप्तानी में भी धार दिखा पाते हैं या नही.

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  • चीन के लिए बड़ा झटका, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच रेयर अर्थ मिनरल्स को लेकर हुई डील; अब क्या करेंगे जिनपिंग?

    चीन के लिए बड़ा झटका, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच रेयर अर्थ मिनरल्स को लेकर हुई डील; अब क्या करेंगे जिनपिंग?

    अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच सोमवार (20 अक्टूबर) को एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह डील रेयर अर्थ मिनरल्स और क्रिटिकल मिनरल्स से जुड़ी है, जो इलेक्ट्रिक वाहन, जेट इंजन और रक्षा उपकरण बनाने में जरूरी हैं.

    व्हाइट हाउस में ट्रंप ने बताया कि यह समझौता चार-पांच महीने की बातचीत के बाद पूरा हुआ. दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा उपकरण और पनडुब्बी परियोजनाओं पर भी चर्चा की. अल्बानीज़ ने इस समझौते की कुल वैल्यू 8.5 बिलियन डॉलर (करीब 71,000 करोड़ रुपये) बताई. इस डील के तहत अगले छह महीनों में दोनों देश खनन और प्रोसेसिंग प्रोजेक्ट्स में निवेश करेंगे. साथ ही क्रिटिकल मिनरल्स के लिए न्यूनतम मूल्य (Price Floor) तय किया गया है, जो लंबे समय से पश्चिमी कंपनियों की मांग थी.

    ऑस्ट्रेलिया पर भरोसा बढ़ा रहा है अमेरिका

    चीन के पास दुनिया के सबसे बड़े रेयर अर्थ रिज़र्व्स हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया भी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. अमेरिका अब अपने QUAD साझेदार ऑस्ट्रेलिया पर भरोसा बढ़ा रहा है ताकि चीन पर निर्भरता कम हो.

    इस समझौते का भू-राजनीतिक महत्व भी है. पश्चिमी देश अब चीन पर निर्भरता कम करना चाहते हैं. हाल के महीनों में चीन ने रेयर अर्थ निर्यात नियंत्रण और सख्त कर दिए हैं, जिससे वैश्विक सप्लाई चेन पर दबाव बढ़ गया. अमेरिका और उसके सहयोगी इसे वैश्विक उद्योगों के लिए खतरा मान रहे हैं.

    भारत के लिए क्या है चुनौती?

    भारत के लिए यह खबर खास है. अमेरिका अपने QUAD सहयोगी ऑस्ट्रेलिया से मिनरल्स ले रहा है, जबकि भारत अभी भी कई क्षेत्रों में चीन पर निर्भर है. सवाल यह उठता है कि अगर भारत भी अपने हित में चीन से डील करे, तो इसे क्यों ‘रणनीतिक जोखिम’ माना जाए, जबकि अमेरिका यही काम कर रहा है. यह डील अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत करेगी और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदल सकती है. भारत के लिए चुनौती यह है कि वह वैश्विक राजनीति के साथ चले या अपने संसाधनों के हित में कदम उठाए.

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  • दिल्ली: दिवाली की रात आग लगने के 270 हादसे! सुबह 6 बजे तक आंकड़ा हुआ 400 पार, रात भर तैनात रहे दमकलकर्मी

    दिल्ली: दिवाली की रात आग लगने के 270 हादसे! सुबह 6 बजे तक आंकड़ा हुआ 400 पार, रात भर तैनात रहे दमकलकर्मी

    दिल्ली में दिवाली के दौरान बड़ी संख्या में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं. दिवाली पर सोमवार, 20 अक्टूबर की रात 12.00 बजे तक आग लगने की कुल 269 कॉल फायर डिपार्टमेंट के पास आई थीं. यह आंकड़ा अगले 6 घंटे में 400 पार कर गया. यानी मंगलवार, 21 अक्तूबर की सुबह 6.00 बजे तक मदद मांगने के लिए अग्निशमन विभाग के पास लगभग 400 फोन आए हैं. 

    दिल्ली के सभी अग्निशमन केंद्रों पर रात भर दमकलकर्मी तैनात रहे. फायर डिपार्टमेंट की ओर से बताया गया कि सभी कॉल्स पर तुरंत कार्रवाई की गई है.

    इससे पहले सोमवार रात 11:30 बजे तक हादसों का आंकड़ा 170 के करीब था, जिसमें ज्यादातर आग पटाखों से लगी थी. उधर नरेला इंडस्ट्रियल इलाके में एक जूता फैक्ट्री और कार्ड फैक्ट्री में भीषण आग ला गई. दोनों जगह 30 से जयादा दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया. कहीं भी जनहानि की सूचना नहीं है. नुकसान का आंकलन मंगलवार सुबह तक होने का अनुमान है.

    दमकल अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातरफायर कॉल आवासीय इलाकों से थीं, जहाँ पटाखों के कारण हल्का या मध्यम नुकसान हुआ है. फायर टीमें लगातर सक्रिय हैं. हर कॉल अटेंड करने की कोशिश है.

    फायर ऑफिसर एसके दुआ ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस को भोरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2, नरेला में कार्डबोर्ड फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली. 26 फायर टेंडर मौके पर तैनात हैं. आग को नियंत्रित कर लिया गया है. इसके अलावा एक जूते की फैक्ट्री में भी आग की सूचना है. आग बुझाने के लिए 16 फायर टेंडर भेजे गए. आग पर काबू कर लिया किया गया. शुरूआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने का कारण बताया गया है. कहीं भी कोई जनहानि नहीं हुई है.

    दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक सोमवार देर रात तक कॉल्स को अटेंड करने के लिए टीमें तत्पर रहीं. लोगों को जागरूक किया गया था कि आतिशबाजी सावधानी पूर्वक करें और ग्रीन पटाखों का उपयोग करें. लेकिन बावजूद उसके घटनाएं बढीं. मंगलवार सुबह तक पूरा रिकॉर्ड पता चलेगा कि दिवाली की रात कितनी घटनाएँ हुईं हैं. अभी तक कहीं कोई जनहानि का नुकसान की सूचना नहीं है ये राहत की बात है.

    इसके साथ ही दिवाली पर पटाखों के धुंए और प्रदूषण के कारण दिल्ली का AQI भी बिगड़ गया है. जिसके लिए मौसम विभाग ने अलर जारी किया है.

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  • यूरोप के इस शहर में है मच्छरों की फैक्ट्री! इस खास वजह से किया जाता है इन कीड़ों का उत्पादन- यूजर्स हैरान

    यूरोप के इस शहर में है मच्छरों की फैक्ट्री! इस खास वजह से किया जाता है इन कीड़ों का उत्पादन- यूजर्स हैरान

    जरा सोचिए, एक ऐसी फैक्ट्री जहां इंसानों को परेशान करने वाले मच्छर ही बनते हैं! हां, यह कोई डरावना सपना नहीं, बल्कि ब्राजील ने डेंगू बुखार को रोकने के लिए असली में बनाया है. हर साल हजारों लोग डेंगू जैसी बीमारी से परेशान होते हैं, लेकिन अब ब्राजील ने एक नया तरीका निकाला है. साओ पाओलो राज्य के कैंपिनास शहर में दुनिया की सबसे बड़ी मच्छर फैक्ट्री खुली है, जहां हर हफ्ते 1.9 करोड़ मच्छर तैयार किए जाते हैं. ये मच्छर खास हैं क्योंकि इनमें ऐसा बैक्टीरिया है जो डेंगू वायरस को फैलने नहीं देता. इस फैक्ट्री की खबर वायरल हो रही है और लोग हैरान हैं कि आखिर मच्छरों से कैसे बीमारी रोकी जा सकती है.

    ब्राजील की यह मच्छर फैक्ट्री 1,300 वर्ग मीटर में फैली हुई है. यहां पर कर्मचारी दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि मच्छर प्रजनन के लिए पूरी तरह तैयार हों. फैक्ट्री में पैदा होने वाले मच्छर एडीज एजिप्टी हैं, जो डेंगू फैलाते हैं. लेकिन इन्हें एक खास बैक्टीरिया वोलबाचिया से संक्रमित किया जाता है. यह बैक्टीरिया मच्छरों के शरीर में डेंगू वायरस को पनपने नहीं देता, और जब ये मच्छर इंसानों को काटते हैं, तो डेंगू फैलने का खतरा खत्म हो जाता है. सबसे खास बात यह है कि जब ये मच्छर नए मच्छर पैदा करते हैं, तो यह बैक्टीरिया उनकी संतानों में भी चला जाता है.

    फैक्ट्री में मच्छरों का उत्पादन हजारों ट्रे में होता है. सबसे पहले, पानी भरी ट्रे में लार्वा बनते हैं. जब ये लार्वा मच्छर बन जाते हैं, तो उन्हें पिंजरों में रखा जाता है. वहां उन्हें खाना दिया जाता है. नर मच्छरों को मीठा घोल और मादा मच्छरों को खून (जो मानव त्वचा की तरह दिखने वाले थैले में होता है). मच्छर पिंजरों में चार हफ्ते रहते हैं, प्रजनन करते हैं और अंडे देते हैं.

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    सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर लोग हैरान हैं कि कैसे मच्छर ही इंसानों को बचा सकते हैं, और वैज्ञानिक इसे दुनिया की सबसे बड़ी और अनोखी पहल मान रहे हैं. ब्राजील ने दिखा दिया है कि विज्ञान और मेहनत से डरावनी बीमारी को भी रोका जा सकता है. एक यूजर ने लिखा….इस तरह के प्रयोग ही संसार को बचाए हुए हैं. एक और यूजर ने लिखा…इसलिए ही यूरोप इतनी ज्यादा तरक्की कर रहा है.

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  • घर को लोहे जैसा मजबूत कैसे बनाती है सीमेंट, आखिर इसमें ऐसा क्या मिलाया जाता है?

    घर को लोहे जैसा मजबूत कैसे बनाती है सीमेंट, आखिर इसमें ऐसा क्या मिलाया जाता है?

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  • Cash Transaction Rule: एक दिन में कितना निकाला जा सकता है कैश, जानें क्या कहते हैं इनकम टैक्स के नियम

    Cash Transaction Rule: एक दिन में कितना निकाला जा सकता है कैश, जानें क्या कहते हैं इनकम टैक्स के नियम

    Cash Transaction Rule: डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन बैंकिंग को बढ़ावा देने के दौर में इनकम टैक्स विभाग बड़े नकद लेनदेन को लेकर काफी ज्यादा सख्त हो चुका है. चाहे आप अपने निजी इस्तेमाल के लिए नकद निकल रहे हो या फिर व्यवसाय काम के लिए, यह समझना काफी ज्यादा जरूरी है कि आप एक दिन में कानूनी तौर पर कितनी नकदी का लेनदेन कर सकते हैं. कई लोगों को यह पता नहीं होगा की एक तय सीमा से ज्यादा नकद लेनदेन करने पर जुर्माना तो लगेगा ही लेकिन साथ में आपको आयकर नोटिस भी मिल सकता है. तो आइए जानते हैं कि आयकर अधिनियम के तहत एक दिन में कितना नकद लेन-देन कर सकते हैं.

    धारा 269 ST 

    आयकर अधिनियम की धारा 269 ST के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को एक या फिर एक से ज्यादा व्यक्तियों से एक दिन में 2 लाख या उससे ज्यादा नकद प्राप्ति करने की अनुमति नहीं है. यह प्रतिबंध इस बात पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं है की लेनदेन व्यक्तिगत है या फिर व्यवसायिक.  उदाहरण के लिए यदि आप एक कार को बेच रहे हैं और ढाई लाख रुपए नगद प्राप्त करते हैं तो कानूनी रूप से यह है आयकर कानून के खिलाफ है.

    नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना 

    यदि आप 2 लाख से ज्यादा नकद स्वीकार करते हैं तो आयकर विभाग प्राप्त कुल नकद राशि के बराबर का जुर्माना लगा सकता है. जैसे यदि आपके संपत्ति या फिर व्यावसायिक लेनदेन के लिए ₹5 लाख नकद स्वीकार करते हैं तो उस पर जुर्माना भी पूरे ₹5 लाख का हो सकता है. यह जुर्माना धारा 271DA के तहत लगाया जाता है और नकद प्राप्त करने वाले को ही जवाबदेह ठहराया जाता है.

    क्यों है यह नियम 

    अर्थव्यवस्था में काले धन और टेक्स चोरी पर रोक लगाने के लिए ₹2 लाख नकद लेनदेन की सीमा लागू की गई थी. सरकार का लक्ष्य यह है कि सभी बड़े लेनदेन चाहे फिर वह बैंक हस्तांतरण हो, चेक या डिजिटल माध्यम से किए गए हो, पारदर्शी और ट्रेस करने योग्य हों. भले ही यह एक व्यक्तिगत लेनदेन हो, जैसे किसी दोस्त या रिश्तेदार को पैसे देना, लेकिन अगर यह 2 लाख से ज्यादा है तो इसकी जांच की जा सकती है.

    आयकर विभाग की निगरानी प्रणाली 

    आयकर विभाग असामान्य या फिर ज्यादा मूल्य वाली नकद जमा और निकासी पर नजर रखने के लिए एआई संचालित डेटा विश्लेषण का इस्तेमाल करता है. इसी के साथ किसी वित्तीय वर्ष में बचत खाते में 10 लाख या फिर चालू खाते में 50 लाख से ज्यादा की नकद जमा या निकासी पर अलर्ट जारी किया जा सकता है. इतना ही नहीं बल्कि पहचान से बचने के लिए 2 लाख से कम के कई नकद लेनदेन को भी संदिग्ध के रूप में पहचाना जा सकता है.

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    स्पर्श गोयल को कंटेंट राइटिंग और स्क्रीनराइटिंग में चार साल का अनुभव है.  इन्होंने अपने करियर की शुरुआत नमस्कार भारत से की थी, जहां पर लिखने की बारीकियां सीखते हुए पत्रकारिता और लेखन की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद ये डीएनपी न्यूज नेटवर्क, गाजियाबाद से जुड़े और यहां करीब दो साल तक काम किया.  इस दौरान इन्होंने न्यूज राइटिंग और स्क्रीनराइटिंग दोनों में अपनी पकड़ मजबूत की.

    अब स्पर्श एबीपी के साथ अपनी लेखनी को निखार रहे हैं. इनकी खास रुचि जनरल नॉलेज (GK) बीट में है, जहां ये रोज़ नए विषयों पर रिसर्च करके अपने पाठकों को सरल, रोचक और तथ्यपूर्ण ढंग से जानकारी देते हैं.  

    लेखन के अलावा स्पर्श को किताबें पढ़ना और सिनेमा देखना बेहद पसंद है.  स्क्रीनराइटिंग के अनुभव की वजह से ये कहानियों को दिलचस्प अंदाज़ में पेश करने में भी माहिर हैं.  खाली समय में वे नए विषयों पर रिसर्च करना और सोशल मीडिया पर अपडेट रहना पसंद करते हैं.

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  • समंदर की अनदेखी दुनिया जहां आज तक नहीं पहुंचा इंसान, जानें वहां क्या-क्या छिपा है?

    समंदर की अनदेखी दुनिया जहां आज तक नहीं पहुंचा इंसान, जानें वहां क्या-क्या छिपा है?

    धरती पर पानी लगभग 71% है, लेकिन इसके बावजूद समुद्र की गहराईयों का बड़ा हिस्सा इंसानी आंखों और तकनीक से अब तक छिपा हुआ है. वैज्ञानिकों के अनुसार समुद्र की सबसे गहरी जगहों तक पहुंचना आज भी बेहद चुनौतीपूर्ण है. ये क्षेत्र न केवल वातावरण और दबाव के हिसाब से कठिन हैं, बल्कि यहां की जलचर और भूगर्भीय संरचना भी रहस्यों से भरी हुई है. इस कारण समुद्र की यह अनदेखी दुनिया आज भी इंसान के लिए एक रहस्य बनी हुई है.

    समुद्र की गहराई और मानव पहुंच

    अब तक समुद्र का सिर्फ 20% हिस्सा ही खोजा गया है, अभी 80% हिस्सा अज्ञात है. समुद्र की सतह से लेकर सबसे गहरे भाग तक का दबाव और तापमान इंसानी जीवन के लिए असहनीय होता है. उदाहरण के तौर पर मैरीना ट्रेंच, जो पृथ्वी की सबसे गहरी खाई मानी जाती है, इसकी गहराई लगभग 11 किलोमीटर है. इतनी गहराई पर पानी का दबाव इंसानी शरीर को सहन नहीं कर सकता है. यही वजह है कि इंसानी खोज और रिसर्च अभी तक सतही जल और थोड़ी गहराई तक ही सीमित रह गई है.

    समुद्र के रहस्य

    समुद्र की गहराईयों में इंसान के लिए कई ऐसे रहस्य छिपे हैं जो अभी तक सामने नहीं आए हैं. यहां अनगिनत अजीब और अद्भुत जीव-जंतु पाए जाते हैं. गहरे समुद्र में रहने वाले जीव अक्सर प्रकाशहीन होते हैं और इनकी शरीर की बनावट भी असामान्य होती है. इसके अलावा समुद्र के तल में अज्ञात समुद्री पर्वत, गड्ढे, और ज्वालामुखी संरचनाएं मौजूद हैं, जिन्हें वैज्ञानिक अभी तक पूरी तरह समझ नहीं पाए हैं.

    समुद्र के गहरे हिस्सों में खनिज और प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है. कई जगहों पर मेटल, गैस और दुर्लभ खनिज पाए जाते हैं. इसके अलावा समुद्र की गहराई में पुराने जहाजों के अवशेष, समुद्री जहाज दुर्घटनाओं के शिलालेख और मानव सभ्यता के निशान भी छिपे हुए हो सकते हैं. यही कारण है कि समुद्र वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है.

    तकनीक और खोज

    हाल के वर्षों में सोनार, रोबोटिक सबमरिन्स और अंडरवाटर ड्रोन जैसी तकनीकियों ने गहरे समुद्र की तस्वीर सामने लाने में मदद की है. इसके बावजूद, समुद्र के विशाल विस्तार के कारण अब भी इसका बहुत बड़ा हिस्सा अनदेखा और अज्ञात है. वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दशकों में नई तकनीक और अंतरिक्ष जैसी रिसर्च से समुद्र की इन रहस्यमयी गहराईयों के बारे में और जानकारी मिल सकती है.

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    निधि पाल को पत्रकारिता में छह साल का तजुर्बा है. लखनऊ से जर्नलिज्म की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत भी नवाबों के शहर से की थी. लखनऊ में करीब एक साल तक लिखने की कला सीखने के बाद ये हैदराबाद के ईटीवी भारत संस्थान में पहुंचीं, जहां पर दो साल से ज्यादा वक्त तक काम करने के बाद नोएडा के अमर उजाला संस्थान में आ गईं. यहां पर मनोरंजन बीट पर खबरों की खिलाड़ी बनीं. खुद भी फिल्मों की शौकीन होने की वजह से ये अपने पाठकों को नई कहानियों से रूबरू कराती थीं.

    अमर उजाला के साथ जुड़े होने के दौरान इनको एक्सचेंज फॉर मीडिया द्वारा 40 अंडर 40 अवॉर्ड भी मिल चुका है. अमर उजाला के बाद इन्होंने ज्वाइन किया न्यूज 24. न्यूज 24 में अपना दमखम दिखाने के बाद अब ये एबीपी न्यूज से जुड़ी हुई हैं. यहां पर वे जीके के सेक्शन में नित नई और हैरान करने वाली जानकारी देते हुए खबरें लिखती हैं. इनको न्यूज, मनोरंजन और जीके की खबरें लिखने का अनुभव है. न्यूज में डेली अपडेट रहने की वजह से ये जीके के लिए अगल एंगल्स की खोज करती हैं और अपने पाठकों को उससे रूबरू कराती हैं.

    खबरों में रंग भरने के साथ-साथ निधि को किताबें पढ़ना, घूमना, पेंटिंग और अलग-अलग तरह का खाना बनाना बहुत पसंद है. जब ये कीबोर्ड पर उंगलियां नहीं चला रही होती हैं, तब ज्यादातर समय अपने शौक पूरे करने में ही बिताती हैं. निधि सोशल मीडिया पर भी अपडेट रहती हैं और हर दिन कुछ नया सीखने, जानने की कोशिश में लगी रहती हैं.

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  • 'मैं तुम्हें कतई पसंद नहीं करता…', ट्रंप ने PC में ऑस्ट्रेलियाई राजदूत को PM अल्बानीज के सामने किया बेइज्जत, जानें क्यों भड़के?

    'मैं तुम्हें कतई पसंद नहीं करता…', ट्रंप ने PC में ऑस्ट्रेलियाई राजदूत को PM अल्बानीज के सामने किया बेइज्जत, जानें क्यों भड़के?

    अमेरिका के व्हाइट हाउस में सोमवार को एक अजीब स्थिति बन गई, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आमना-सामना ऑस्ट्रेलियाई राजदूत केविन रुड से हो गया. यह घटना उस समय हुई जब ट्रंप ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.

    दरअसल, एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने ट्रंप से पूछा कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री अल्बानीज की सरकार या राजदूत रुड के पुराने बयानों से कोई दिक्कत है? इस पर ट्रंप ने जवाब दिया, “मुझे उनके बारे में कुछ नहीं पता,” जबकि केविन रुड उसी कमरे में मौजूद थे. इसके बाद ट्रंप ने रुड से पूछा, “क्या आपने कुछ गलत किया था? क्या आप अब भी सरकार में हैं?” इस पर रुड ने मुस्कुराते हुए कहा, “नहीं, मिस्टर प्रेसिडेंट मैं इस पद पर आने से पहले सरकार में था.”

    मुलाकात के दौरान ट्रंप ने रुड से क्या कहा?

    स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाद में ओवल ऑफिस में मुलाकात के दौरान ट्रंप ने रुड से कहा, “मुझे तुम पसंद नहीं हो और शायद कभी नहीं होंगे.” दोनों के बीच यह खटास नई नहीं है. साल 2020 में केविन रुड ने ट्रंप को इतिहास का सबसे विनाशकारी राष्ट्रपति कहा था, जिसके जवाब में ट्रंप ने रुड को “गंदा” और “कम समझदार” व्यक्ति बताया था.

    🚨 Funniest. President. EVER.

    REPORTER: The Australian ambassador said something bad about you.

    TRUMP: Where is he? You said something bad?

    AMBASSADOR: Before I took this position…

    TRUMP: I don’t like YOU either. I probably NEVER WILL!

    *Room erupts in laughter* 😂😂 pic.twitter.com/cVvnplejds

    पीएम अल्बनीज ने की अमेरिका के साथ रिश्ते मजबूत करने की कोशिश

    हालांकि इस तनाव के बीच भी प्रधानमंत्री अल्बनीज ने अमेरिका के साथ रिश्ते मजबूत करने की कोशिश की. दोनों देशों ने दुर्लभ खनिज (Rare Earths) और क्रिटिकल मिनरल्स पर सहयोग बढ़ाने के लिए नया समझौता किया, जिससे चीन पर निर्भरता घटाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है. इस मुलाकात का एक और अहम पहलू यह था कि ट्रंप प्रशासन इस समय AUKUS रक्षा समझौते की समीक्षा कर रहा है, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन शामिल हैं.

    इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि भले ही ट्रंप और रुड के बीच रिश्ते तल्ख हों, लेकिन दोनों देशों के रणनीतिक हित अभी भी एक ही दिशा में हैं, जिसका मकसद है चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना और आपसी रक्षा साझेदारी को मजबूत करना.

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