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  • IRCTC साइट डाउन होने के चलते टिकट नहीं हुआ बुक लेकिन पैसे कट गए, जानें कैसे मिलेगा रिफंड

    IRCTC साइट डाउन होने के चलते टिकट नहीं हुआ बुक लेकिन पैसे कट गए, जानें कैसे मिलेगा रिफंड

    IRCTC Refund Process: देश में रोजाना करोड़ों यात्री ट्रेन से सफर करते हैं. जिनमें बहुत से लोग ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं. लेकिन कई बार IRCTC साइट डाउन होती है. इस वजह से कई बार टिकट बुक करने के दौरान पैसा तो कट जाता है. लेकिन टिकट बुक नहीं होता. ऐसे में यात्रियों को चिंता होती है कि उनका पैसा कैसे वापस मिलेगा. 

    यह समस्या अक्सर बहुत ज्यादा ट्रैफिक, सर्वर इश्यू या नेटवर्क दिक्कतों की वजह से होती है. अच्छी बात यह है कि IRCTC ने ऐसे मामलों में रिफंड की प्रोसेस काफी जल्दी होती है. जिससे यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी रकम वापस पा सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं रिफंड प्रोसेस.

    अगर IRCTC साइट डाउन होने की वजह से आपका पैसा कट गया लेकिन टिकट बुक नहीं हुआ. तो सबसे पहले अपनी बैंक स्टेटमेंट या यूपीआई ट्रांजेक्शन डिटेल चेक करें. नार्मली ऐसे केस में ऑटोमैटिकली आपका रिफंड जनरेट हो जाता है. लेकिन अगर रिफंड नहीं आया है. तो इसके बाद IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप में लॉगिन करें. 

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    फिर ट्रांजैक्शन हिस्ट्री या  फेल्ड ट्रांजैक्शंस सेक्शन चेक करें. यहां आपकी बुकिंग का स्टेटस और पैसे कटने की जानकारी मिल जाएगी. अगर टिकट बुक नहीं होता है तो सिस्टम में  रिफंड प्रोसेस इनीशिएटिड का नोटिफिकेशन दिखाई देगा. ऐसे में IRCTC 7-10 दिनों के भीतर रिफंड प्रोसेस कर देता है. लेकिन कभी-कभी बैंक की प्रोसेसिंग समय के चलते यह ज्यादा भी हो सकता है.

    अगर टिकट बुक न हुआ हो और तय समय के बाद भी पैसा वापस नहीं आया है. तो IRCTC कस्टमर केयर से संपर्क करें. कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर या ईमेल के जरिए आप शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायत दर्ज करने पर IRCTC आमतौर पर 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करता है. 

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    इस बात का ध्यान रखें कि रिफंड सीधे उसी बैंक अकाउंट या वॉलेट में किया जाएगा जिससे पेमेंट किया गया था. इसके अलावा, UPI या नेट बैंकिंग से पेमेंट किया है तो रिफंड अकाउंट में अपडेशन में थोड़ा समय लग सकता है. इसलिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है. 

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  • सोशल मीडिया पर छाई  रूसी महिला की कहानी, बेंगलुरु में अपनी मेड को देती हैं 45 हजार सैलरी

    सोशल मीडिया पर छाई रूसी महिला की कहानी, बेंगलुरु में अपनी मेड को देती हैं 45 हजार सैलरी

    बेंगलुरु में रहने वाली एक रूसी महिला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में हैं. इसकी वजह यह है कि उन्होंने अपनी घरेलू सहायिका यानी मेड को हर महीने 45,000 से ज्यादा सैलरी देना शुरू किया है. यह खबर सामने आते ही इंटरनेट पर बहस छिड़ गई. कुछ लोग उनके फैसले की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे मार्केट खराब करने वाला कदम बता रहे हैं. 

    हालांकि, यह कहानी सिर्फ एक बड़ी सैलरी की नहीं है, यह सोच और इंसानियत की भी कहानी है. इस महिला का नाम यूलिया असलमोवा है, जो कि एक कंटेंट क्रिएटर और प्रोफेशनल हैं. उन्होंने न सिर्फ अपने घरेलू काम के लिए एक मेड को हायर किया, बल्कि उसे पूरी इज्जत, प्रोफेशनल ट्रेनिंग और करियर ग्रोथ का मौका भी दिया. 

    यूलिया की सोच की हो रही तारीफ 

    यूलिया का मानना है कि हर इंसान की नौकरी की इज्जत होनी चाहिए, चाहे वो किसी भी पोस्ट पर क्यों न हो. वह कहती हैं कि जैसे कंपनियों में कर्मचारियों के लिए KPI होते हैं, वैसे ही उन्होंने अपनी मेड के लिए भी एक प्रणाली बनाई ताकि उसे यह समझ में आए कि उसकी मेहनत और सुधार की वैल्यू है. जब उन्होंने अपनी बेटी एलिना के लिए एक मेड की तलाश शुरू की तो उन्होंने कोई जल्दबाजी नहीं की. यूलिया ने करीब 20 महिलाओं का इंटरव्यू लिया और एक चेक लिस्ट तैयार की, जिसमें उन्होंने देखा कि कौन मानसिक रूप से मजबूत, ईमानदार, और बच्चों के प्रति जिम्मेदार है. 

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    यूलिया की छोटी शुरुआत, मेड की बड़ी ग्रोथ 

    शुरुआत में यूलिया को सिर्फ पार्ट टाइम मदद की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने सोचा कि अगर कोई अच्छा इंसान मिल जाए तो उसे अच्छी सैलरी देनी चाहिए. पहले साल के बाद उन्होंने मेड की परफॉर्मेंस को देखकर 10 प्रतिशत की सैलरी बढ़ोतरी दी, इसके बाद दूसरे साल उन्होंने एक KPI सिस्टम शुरू किया, जिससे परफॉर्मेंस के आधार पर और ज्यादा कमाई का रास्ता खुला. वहीं तीसरे साल उन्होंने अपनी मेड को 1.7 गुना ज्यादा सैलरी, फुल-टाइम नौकरी, ट्रेनिंग और नई स्किल्स सीखने के मौके दिए. अब वह मेड को ड्राइविंग सीख रही हैं और जल्दी ही यूलिया की बेटी को स्कूल और क्लासेस ले जाने का काम भी करेगी. 

    वहीं यूलिया ने अपने कैप्शन में एक जरूरी बात कही कि भारत में ज्यादा लोग अपनी मेड से पेशेवर या सम्मानजनक व्यवहार नहीं करते. उनका कहना है कि अगर आप किसी इंसान को सम्मान, मौका और इंसाफ देंगे तो वह भी आपको वफादारी देगा. उनका मैसेज है कि दूसरों की नौकरी के बारे में वैसा ही सोचिए, जैसा आप अपनी नौकरी के बारे में सोचते हैं. 

    सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग?

    इस कहानी ने सोशल मीडिया पर काफी ध्यान खींचा. कई लोग यूलिया की तारीफ कर रहे हैं कि उन्होंने एक नई मिसाल पेश की है, जहां घरेलू कामकाज करने वालों को भी करियर ग्रोथ, इज्जत और अच्छी सैलरी दी जा सकती है. एक यूजर ने लिखा यूलिया, आप शानदार हैं. आपने जो तरीका अपनाया, वो बाकी लोगों को भी सीखना चाहिए. वहीं कुछ लोग इससे असहमत भी है. कुछ का कहना है कि इतनी ज्यादा सैलरी देना बाकी लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है, क्योंकि अब घरेलू काम करने वाली महिलाएं तुलना करेंगी और हर जगह इतनी सैलरी मांगेंगी. कुछ लोगों ने तंज कसते हुए कहा किये तो TCS या Infosys में मिलने वाली फ्रेशर सैलरी से भी ज्यादा है. हालांकि यूलिया का जवाब साफ है कि मैं रिश्तों और आपसी ग्रोथ में विश्वास रखती हूं,अगर आप लोगों से बुरा बर्ताव करेंगे, तो जिंदगी में कभी न कभी उसका नतीजा जरूर भुगतना पड़ेगा. 

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  • खुशखबरी! दीपावली पर कर्मचारियों और पेंशनर्स को योगी सरकार का गिफ्ट, लिया ये बड़ा फैसला

    खुशखबरी! दीपावली पर कर्मचारियों और पेंशनर्स को योगी सरकार का गिफ्ट, लिया ये बड़ा फैसला

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रकाश पर्व दीपावली के अवसर पर प्रदेश के 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनरों को महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) की दरों में वृद्धि का उपहार दिया है. गुरुवार को लिए गए मुख्यमंत्री के इस निर्णय के अनुसार अब प्रदेश के सभी पात्र 16.35 लाख कर्मचारियों एवं 11.52 लाख पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों को 01 जुलाई 2025 से 55 प्रतिशत के स्थान पर 58 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत का लाभ प्राप्त होगा.

    बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनरों के हितों के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है. महंगाई के प्रभाव से उन्हें राहत पहुंचाना और उनके जीवनस्तर में सुधार करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. 

    उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों के प्रति संवेदना और सम्मान का प्रतीक है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दीपावली का यह उपहार उनके जीवन में नई ऊर्जा, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आएगा. 

    इस निर्णय का लाभ सभी कर्मचारियों को मिलेगा, जिनमें सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थानों के कर्मचारी, शहरी स्थानीय निकायों के नियमित एवं पूर्णकालिक कर्मचारी, कार्यप्रभारित कर्मचारी तथा यूजीसी वेतनमान के कर्मचारी शामिल हैं.

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता एवं राहत का भुगतान माह अक्टूबर 2025 से नकद रूप में किया जाए. व्यापक हित मे लिए गए इस निर्णय से मार्च 2026 तक राज्य सरकार पर ₹1960 करोड़ का अतिरिक्त व्यय भार आएगा. 

    बता दें कि मंहगाई भत्ता एवं मंहगाई राहत का भुगतान माह अक्टूबर, 2025 से नकद किये जाने की स्थिति में माह नवम्बर, 2025 में क्रमशः ₹161 करोड़ तथा ₹84 करोड़ का व्ययभार का व्ययभार आयेगा. माह जुलाई से सितम्बर, 2025 तक के मंहगाई भत्ता एवं मंहगाई राहत के एरियर के भुगतान पर माह नवम्बर, 2025 में क्रमशः ₹298 करोड़ एवं ₹252 करोड़ का अतिरिक्त नकद व्ययभार आयेगा.

    इस प्रकार माह नवम्बर, 2025 में कुल ₹795 करोड़ का अतिरिक्त नकद व्ययभार आयेगा. ओपीएस से आच्छादित कार्मिकों के जीपीएफ में ₹185 करोड़ जमा होगा, तत्पश्चात् माह दिसम्बर, 2025 से प्रत्येक माह ₹245 करोड़ का अतिरिक्त व्ययभार आयेगा.

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  • बिहार चुनाव: 'इसमें कोई दो राय नहीं है कि…', महागठबंधन में CM फेस पर कांग्रेस सांसद का बड़ा बयान

    बिहार चुनाव: 'इसमें कोई दो राय नहीं है कि…', महागठबंधन में CM फेस पर कांग्रेस सांसद का बड़ा बयान

    बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर भी चर्चा हो रही है. इस बीच कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव ही हैं. 

    सीएम फेस को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, ”कोई तकलीफ नहीं है. सीएम फेस तेजस्वी यादव हैं, इसमें कहां कोई दो राय है?” उन्होंने ये भी कहा कि इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन के बाद ही कैंपेन और सबकुछ होता है.

    Patna, Bihar: Congress MP Akhilesh Prasad Singh, on the chief ministerial face for the Bihar elections, said, “The CM face is Tejashwi Prasad Yadav. Where is the doubt in that?” pic.twitter.com/rSkSCG6hkr

    सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार चुनाव में कांग्रेस को कम सीटें मिलने पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “हमें मुकेश सहनी जी को एडजस्ट करना था और उन्हें उचित सम्मान देना था, ऐसे में कुछ इधर-उधर करना पड़ता है और इसलिए हमलोगों ने कुछ सीटें कम कर ली.”

    Patna, Bihar: Congress MP Akhilesh Prasad Singh, on Congress getting fewer seats in the Bihar elections, said, “We had to adjust Mukesh Ji and give him due respect, so we reduced a few seats for that reason.” pic.twitter.com/rucIKXS3ps

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार (17 अक्टूबर) को पहले चरण के नामांकन का आखिरी दिन है. इस बीच महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फाइनल फॉर्मूले का औपचारिक ऐलान अभी तक नहीं किया गया है. सूत्रों के मुताबिक कुछ सीटों पर अभी भी घटक दलों के बीच मतभेद हैं. हालांकि  कांग्रेस और आरजेडी अपने-अपने कैंडिडेट को सिंबल बांट रही है.

    उधर, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी की वजह से महागठबंधन में उलझनें और बढ़ी हुई हैं. सूत्रों की मानें तो मुकेश सहनी अपनी पसंद की कुछ सीटों को लेकर अड़े हुए तो हैं ही, साथ ही वो डिप्टी सीएम पद के लिए अपने नाम की घोषणा भी चाहते हैं. हालांकि तेजस्वी यादव उनकी मांगों से सहमत नहीं बताए जा रहे हैं.

    बिहार में 243 सीटों पर दो फेज में मतदान है. पहले फेज में 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, वहीं दूसरे फेज में 11 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.

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  • नंबर-1 बनने की रेस में होंडा, TVS और रॉयल एनफील्ड पीछे, जानें किस कंपनी ने मारी बाजी

    नंबर-1 बनने की रेस में होंडा, TVS और रॉयल एनफील्ड पीछे, जानें किस कंपनी ने मारी बाजी

    भारत का टू-व्हीलर मार्केट सितंबर 2025 में नए शिखर पर पहुंच गया है. त्योहारी सीजन की शुरुआत, ग्रामीण इलाकों में बढ़ी मांग और नए मॉडल लॉन्च की वजह से बाइक्स और स्कूटर्स की बिक्री में तगड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस महीने देश में कुल 24.58 लाख टू-व्हीलर्स (घरेलू + इंपोर्ट) बिके हैं, जो अगस्त 2025 की तुलना में 14.37% ज्यादा और सितंबर 2024 के मुकाबले 7.85% की ग्रोथ को दिखाता है, लेकिन सबसे बड़ा सरप्राइज- Honda जैसी बड़ी कंपनी का पिछड़ना और Hero MotoCorp का फिर से नंबर-1 की पोजीशन पर अपना दबदबा कायम रखना रहा.

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  • ’20 सालों में बिहार में सबसे बड़े बहुमत से बनेगी NDA सरकार’, सारण में बोले अमित शाह

    ’20 सालों में बिहार में सबसे बड़े बहुमत से बनेगी NDA सरकार’, सारण में बोले अमित शाह

    बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार 20 में सबसे बड़े बहुमत के साथ बिहार में सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई लालू के जंगलराज के खिलाफ है. नीतीश कुमार ने पिछले 20 सालों में बिहार को जंगल राज’ से मुक्त कराया. हम नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं.’

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को बिहार के सारण जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत में अमित शाह ने सभी लोगों को अभिवादन करते हुए कहा, ‘जनसभा में आए हुए सभी माताओं-बहनों और आप सभी लोगों को मेरा प्रणाम, राम राम. जनसभा में आए आप सभी लोग NDA सरकार की संकल्पना लीजिए. क्योंकि जिस प्रचार की शुरुआत सारण से होती है, उसकी विजय ही विजय होती है.’

    बिहार में हर आदमी 4-4 बार दिवाली मनाएगा- शाह

    छपरा के तरैया विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘20 साल पहले लालू-राबड़ी के जंगलराज को याद करने के लिए छपरा सारण की भूमि है. इस बार बिहार में हर आदमी चार-चार बार दिवाली मनाएगा. पहली दिवाली जब प्रभु राम वनवास समाप्त करके अयोध्या लौटे थे वह मनांयेंगे. दूसरी दिवाली जब हर जीविका दीदी के खाते में 10 हजार रुपये भेजे गए थे. तीसरी दिवाली जब हर देशवासी GST बचत उत्सव मना रहा है और चौथी और भव्य दिवाली जब 14 नवंबर को भारी बहुमत से NDA की सरकार बनेगी और यहां पर लालू-राहुल कंपनी का सूपड़ा साफ हो जाएगा.’

    ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बोले अमित शाह

    बिहार में अमित शाह ने दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के राज में आतंकवादी खून की होली खेलते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने ऑपरेशन सिंदूर किया. इस ऑपरेशन के माध्यम से हमने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी शिविरों को तबाह किया और आतंकियों को मार गिराया.

    उन्होंने कहा, ‘आप सभी बताइए कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए या नहीं बनना चाहिए? पीएम मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाया और अब पुनौरा धाम में भी माता सीता का भव्य मंदिर बन रहा है. पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार में बहुत विकास का कार्य किया है. लालू राज में यहां अपराध, पलायन और हिंसा होती थी. लेकिन NDA सरकार ने बिहार से पलायन को सफलतापूर्वक रोका है.

    बिहार की जनता लालू-राहुल कंपनी का जंगलराज वापस नहीं आने देगी- शाह

    केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘मैंने अभी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सूची देखी है. RJD ने शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट दिया है, आप सभी बताइए क्या लालू के राज में बिहार सुरक्षित रह सकता है क्या? बिहार को सुरक्षित रखना है तो मोदी जी और नीतीश जी की जोड़ी को फिर से जिताना है.’ अगर इस मंडल की एक भी सीट उनको गई, तो यहां फिर जंगलराज आ जाएगा. आप सभी हमें भरोसा दीजिए हम लालू प्रसाद और राहुल कंपनी का जंगलराज कभी वापस नहीं आने देंगे. इतनी बड़ी संख्या में आए हुए आप सभी का विश्वास यह दिखाता है कि बिहार में फिर से इस बार NDA की सरकार बनने जा रही है.’

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  • मोहसिन नकवी ने कहां छिपा रखी है एशिया कप ट्रॉफी? टीम इंडिया को कब तक मिल पाएगी; आ गया ताजा अपडेट

    मोहसिन नकवी ने कहां छिपा रखी है एशिया कप ट्रॉफी? टीम इंडिया को कब तक मिल पाएगी; आ गया ताजा अपडेट

    भारतीय टीम को एशिया कप चैंपियन बने करीब 3 सप्ताह पूरे होने को हैं. फाइनल में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर कुल नौवीं बार एशिया कप चैंपियन होने का तमगा हासिल किया था. मगर इतने दिन बीत जाने के बाद भी ट्रॉफी भारतीय टीम को नहीं मिल पाई है. दरअसल फाइनल मुकाबले के बाद ACC और PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi Asia Cup Trophy) ट्रॉफी अपने साथ लेकर चले गए थे. अब जानिए आखिर ट्रॉफी कहां पर रखी है?

    क्रिकबज में छपी एक रिपोर्ट अनुसार एशिया कप ट्रॉफी अभी दुबई स्थित एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के ऑफिस में रखी है. मगर टीम इंडिया को ट्रॉफी कब तक मिल पाएगी, इस पर कुछ कह पाना अभी मुश्किल है.

    30 सितंबर को दुबई में एशियाई क्रिकेट काउंसिल की बैठक हुई थी, जिसमें तय किया गया कि टेस्ट खेलने वाले पांच एशियाई देशों के बोर्ड ट्रॉफी विवाद पर विचार-विमर्श करके इसका हल निकालेंगे. ये पांच देश भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान हैं. ये बैठक अगले महीने की शुरुआत में होगी, उसी समय ICC की मीटिंग भी होनी है.

    बताया जा रहा है कि मोहसिन नकवी इस मीटिंग में नहीं आते हैं तो विवाद ज्यादा बढ़ जाएगा. इसी साल जुलाई में उन्होंने आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में भाग नहीं लिया था. एशियाई क्रिकेट काउंसिल में कुछ लोगों का मानना है कि जल्द होने वाली इस मीटिंग में भी नकवी अपनी जगह किसी को प्रतिनिधि बनाकर भेज सकते हैं.

    इसी रिपोर्ट के मुताबिक एक बीसीसीआई ऑफिशियल का कहना है कि अभी मीटिंग में कुछ समय बाकी है और इस समय में बोर्ड अपने अगले फैसले पर विचार करेगा. आपको याद दिला दें कि हाल ही में ACC चेयरमैन मोहसिन नकवी ने फरमान जारी करके कहा था कि उनकी अनुमति के बिना कोई टीम इंडिया या BCCI को ट्रॉफी नहीं सौंपेगा.

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  • आयुष्मान कार्ड की खत्म हो गई लिमिट तो कैसे करा सकते हैं इलाज, जान लें जरूरी बात

    आयुष्मान कार्ड की खत्म हो गई लिमिट तो कैसे करा सकते हैं इलाज, जान लें जरूरी बात

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