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  • इंस्टाग्राम पर 1 लाख फॉलोवर और यूट्यूब पर 10 हजार सब्सक्राइबर, जानें हर महीने कितने की होगी कमाई?

    इंस्टाग्राम पर 1 लाख फॉलोवर और यूट्यूब पर 10 हजार सब्सक्राइबर, जानें हर महीने कितने की होगी कमाई?

    आज के समय में सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं रह गया, बल्कि अब यह कमाई का बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है. आपने भी कई बार सुना होगा कि कोई रील बनाकर लाखों रुपये कमा रहा है या किसी के लाखों फॉलोवर हैं. कई लोग मानते हैं कि सिर्फ फॉलोवर बढ़ने से ही मोटी कमाई होने लगती है, लेकिन असलियत कुछ अलग है. सोशल मीडिया पर कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि आपके फॉलोवर कितने एक्टिव हैं और आपका कंटेंट कितना देखा जा रहा है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इंस्टाग्राम पर 1 लाख  फॉलोवर और यूट्यूब पर 10, 000 सब्सक्राइबर होने पर कितनी कमाई होती है.

    1 लाख इंस्टाग्राम फॉलोवर पर कमाई

    इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग एजेंसी Kofluence की रिपोर्ट के अनुसार, जिन क्रिएटर्स के इंस्टाग्राम पर करीब 1 लाख फॉलोवर हैं वह माइक्रो इनफ्लुएंसर की कैटेगरी में आते हैं. ऐसे इनफ्लुएंसर एक इंस्टाग्राम रील से 60 हजार से 1.6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. वहीं यह कमाई इस बात पर निर्भर करती है की रील पर कितने व्यूज, लाइक्स और कमेंट आए हैं. अगर कंटेंट ब्रांड प्रमोशन वाला है तो रकम और भी ज्यादा मिल सकती है.

    यूट्यूब पर 10,000 सब्सक्राइबर पर कमाई

    यूट्यूब पर 10,000 सब्सक्राइबर होने का मतलब है कि चैनल धीरे-धीरे ग्रोथ कर रहा है. ऐसे में क्रिएटर आमतौर पर यूट्यूब शॉर्ट्स या वीडियो से 20 हजार से से 40 हजार रुपये तक महीना कमा सकते हैं. वहीं, यूट्यूब पर कमाई का बड़ा हिस्सा व्यूज और वॉच टाइम पर निर्भर करता है. अगर वीडियो का पर अच्छा ट्रैफिक है और चैनल पर ऐड चल रहे हैं तो स्पॉन्सरशिप और ब्रांड डील से भी कमाई बढ़ सकती है.

    इंस्टाग्राम देता है यूट्यूब से ज्यादा पैसा

    रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंस्टाग्राम से कमाई यूट्यूब के मुकाबले ज्यादा होती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि इंस्टाग्राम पर ब्रांड डायरेक्ट डील करते हैं और रील्‍स प्रमोशन के लिए मोटी रकम देते हैं. वहीं यूट्यूब पर कमाई ऐड रेवेन्यू और व्यूज पर निर्भर करती है, जो समय और कंटेंट के हिसाब से बदलती रहती है.

    छोटे इनफ्लुएंसर भी कर सकते हैं शुरुआत

    अगर आपके पास सिर्फ 10,000 सब्सक्राइबर या 50,000 से 1 लाख फॉलोवर हैं तो आप भी इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कमाई शुरू कर सकते हैं. छोटे ब्रांड्स प्रमोशन के लिए 1000 से 5000 हर पोस्ट या वीडियो पर देते हैं. ऐसे में लगातार अच्छा कंटेंट बनाने पर यह कमाई कुछ महीनो में लाखों तक पहुंच सकती है.

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    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

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  • Bengaluru Student Rape: कॉलेज में छात्रा से रेप, कांड के बाद दूसरे दिन फोन करके बोला आरोपी- गर्भनिरोधक गोलियां चाहिए क्या ?

    Bengaluru Student Rape: कॉलेज में छात्रा से रेप, कांड के बाद दूसरे दिन फोन करके बोला आरोपी- गर्भनिरोधक गोलियां चाहिए क्या ?

    बेंगलुरु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में 21 वर्षीय छात्र जीवन गौड़ा ने साथी छात्रा का रेप कर दिया. इस शर्मनाक घटना ने पूरे कर्नाटक को हिला दिया है. हालांकि, आरोपी छात्र के खिलाफ शिकायत दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने बुधवार (15 अक्टूबर 2025) गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार (10 अक्टूबर 2025) को कॉलेज परिसर के मेल टॉयलेट में हुई थी, जबकि पीड़िता ने घटना के 5 दिन बाद 15 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई.

    पुलिस के अनुसार, आरोपी जीवन गौड़ा कॉलेज का छठे सेमेस्टर का छात्र है और पीड़िता सातवें सेमेस्टर में पढ़ती है. दोनों पहले क्लासमेट रह चुके थे और एक-दूसरे को जानते थे. घटना के दिन पीड़िता कुछ सामान लेने के लिए आरोपी से मिली थी. दोपहर के लंच ब्रेक में गौड़ा ने उसे बार-बार फोन किया और आर्किटेक्चर ब्लॉक की सातवीं मंजिल पर बुलाया. वहां आरोपी ने जबरदस्ती उसे किस करने की कोशिश की, जब छात्रा लिफ्ट से निकलने लगी तो उसने उसका पीछा किया. छठी मंजिल के मेल टॉयलेट में घसीट लिया और वहां उसके साथ रेप किया.

    FIR में दर्ज रिपोर्ट

    FIR में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, घटना 1:30 बजे से 1:50 बजे के बीच हुई. आरोपी गौड़ा ने दरवाजा बंद कर दिया और छात्रा का फोन भी जब्त कर लिया. घटना के बाद उसने छात्रा को कॉल करके कथित रूप से पूछा कि क्या तुम्हें गोली ( गर्भनिरोधक मेडिसिन) चाहिए? घटना के बाद पीड़िता ने अपनी दो सहेलियों को पूरी बात बताई, लेकिन डर और टेंशन के कारण वह तुरंत शिकायत नहीं कर सकी. हालांकि बाद में अपने माता-पिता की मदद से उसने हनुमंतनगर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार के लिए दंड) के तहत दर्ज किया गया है. अगले दिन पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया. हालांकि जांच में यह सामने आया कि घटना स्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे सबूत जुटाने में दिक्कतें आ रही हैं. पुलिस अब डिजिटल और फॉरेंसिक सबूतों की जांच कर रही है. वहीं आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

    घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया

    इस घटना ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया है. कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि सिर्फ चार महीनों में 979 यौन हमले हुए हैं, जिनमें से 114 से ज्यादा मामले सिर्फ बेंगलुरु के हैं. यह सरकार की विफलता है. महिलाएं और बच्चे डर के साए में जी रहे हैं. अशोक ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) से राज्य में एक जांच समिति भेजने की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि जब तक हमारी बहनें और बेटियां असुरक्षित हैं भाजपा चुप नहीं बैठेगी. सरकार को जवाब देना होगा.”

    अब तक उस निजी इंजीनियरिंग कॉलेज ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. कॉलेज प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पष्ट नीति और जवाबदेही तय करेगा.

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  • घर का यह हिस्सा होता है सबसे खतरनाक, जहां रहता है मौत होने का डर! कार्डियोलॉजिस्ट से जानें सच

    घर का यह हिस्सा होता है सबसे खतरनाक, जहां रहता है मौत होने का डर! कार्डियोलॉजिस्ट से जानें सच

    Toilet Fainting Risk: इंसान अपने घर में रहता है, सोचता है कि वह सारी दिक्कत और मुश्किलों से दूर मस्त आराम की जिंदगी जी रहा है. हालांकि, ऐसा नहीं है. इंसान के लिए खतरा हर जगह है. कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दिमित्री यारानोव ने बाथरूम को संभावित रूप से खतरनाक जगह बताया है, क्योंकि यहां बेहोश होने या यहां तक कि टॉयलेट इस्तेमाल करते समय मौत का भी खतरा हो सकता है. डॉ. यारानोव ने 8 सितंबर को इंस्टाग्राम पर इसके बारे में बातचीत करते हुए बताया कि आपके बाथरूम मेंसाइलेंट डेंजर  छिपा होता है. उन्होंने इसको आपके घर का सबसे खतरनाक कमरा कहा. चलिए आपको बताते हैं कि उन्होंने इसे ऐसा क्यों  कहा और सच में यह कितनी खतरनाक है.

    बाथरूम से जुड़े क्या खतरे हैं?

    कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा, “आप सोचते हैं कि (घर का सबसे खतरनाक कमरा) किचन है, जहां चाकू होते है या गैराज है, जहां टूल्स रखे होते हैं. लेकिन कुछ लोगों के लिए यह बाथरूम है.” उन्होंने आगे कहा कि “क्या आपने कभी बाथरूम में चक्कर आने या हल्का महसूस किया है? आप अकेले नहीं हैं.”  यारानोव के अनुसार, कब्ज के दौरान जोर लगाने से ‘वाल्साल्वा मैन्युवर’ ट्रिगर हो सकता है, जिसमें इंसान सांस रोककर जोर लगाता है. यह प्रक्रिया सीने में प्रेशर बढ़ाती है, हार्ट की ओर ब्लड फ्लो को कम करती है, ब्लड प्रेशर को नीचे ले जाती है और आखिरकार, दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती.

    पहले से बीमार लोगों के लिए ज्यादा खतरा

    डॉ. यारानोव ने बताया कि “हर साल, हजारों लोग टॉयलेट पर बैठे-बैठे बेहोश हो जाते हैं या मर जाते हैं. इसकी वजह यही है. कब्ज के दौरान जोर लगाने से वाल्साल्वा मैन्युवर ट्रिगर होता है आप सांस रोकते हैं और धक्का लगाते हैं. इससे सीने का प्रेशर अचानक बढ़ जाता है, हार्ट तक ब्लड का फ्लो स्लो हो जाता है, ब्लड प्रेशर गिर जाता है और दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती.” उन्होंने कहा कि जिन लोगों को हार्ट डिजीज है, एरिदमिया है, या जो हार्ट फेल्योर की ज्यादा डोज वाली दवाएं ले रहे हैं, उनके लिए यह और खतरनाक है. 

    क्या कोई बचाव के तरीके हैं?

    इकके बचाव के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि “कारण को ठीक करें: फाइबर लें, पानी पिएं, रोजाना एक्टिव रहें, और जरूरत हो तो स्टूल सॉफ्टनर इस्तेमाल करें. क्रॉनिक कब्ज को नजरअंदाज न करें यह सिर्फ असुविधाजनक नहीं है, यह खतरनाक भी हो सकता है.” इसके बस यही बचाव के उपाय हैं. जिनको आप गलती से भी नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. 

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    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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    जर्नलिज्म की दुनिया में करीब 15 साल बिता चुकीं सोनम की अपनी अलग पहचान है. वह खुद ट्रैवल की शौकीन हैं और यही वजह है कि अपने पाठकों को नई-नई जगहों से रूबरू कराने का माद्दा रखती हैं. लाइफस्टाइल और हेल्थ जैसी बीट्स में उन्होंने अपनी लेखनी से न केवल रीडर्स का ध्यान खींचा है, बल्कि अपनी विश्वसनीय जगह भी कायम की है. उनकी लेखन शैली में गहराई, संवेदनशीलता और प्रामाणिकता का अनूठा कॉम्बिनेशन नजर आता है, जिससे रीडर्स को नई-नई जानकारी मिलती हैं. 

    लखनऊ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन रहने वाली सोनम ने अपने पत्रकारिता के सफर की शुरुआत भी नवाबों के इसी शहर से की. अमर उजाला में उन्होंने बतौर इंटर्न अपना करियर शुरू किया. इसके बाद दैनिक जागरण के आईनेक्स्ट में भी उन्होंने काफी वक्त तक काम किया. फिलहाल, वह एबीपी लाइव वेबसाइट में लाइफस्टाइल डेस्क पर बतौर कंटेंट राइटर काम कर रही हैं.

    ट्रैवल उनका इंटरेस्ट  एरिया है, जिसके चलते वह न केवल लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेसेज के अनछुए पहलुओं से रीडर्स को रूबरू कराती हैं, बल्कि ऑफबीट डेस्टिनेशन्स के बारे में भी जानकारी देती हैं. हेल्थ बीट पर उनके लेख वैज्ञानिक तथ्यों और सामान्य पाठकों की समझ के बीच बैलेंस बनाते हैं. सोशल मीडिया पर भी सोनम काफी एक्टिव रहती हैं और अपने आर्टिकल और ट्रैवल एक्सपीरियंस शेयर करती रहती हैं.

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  • Video: होटल में थूक कर रोटी सेंकता दिखा युवक, वीडियो पर मचा बवाल, सड़कों पर उतरे हिंदू संगठन

    Video: होटल में थूक कर रोटी सेंकता दिखा युवक, वीडियो पर मचा बवाल, सड़कों पर उतरे हिंदू संगठन

    Uttarakhand News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां जिला मुख्यालय में स्थित एक रेस्टोरेंट में काम करने वाले युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है. वीडियो में वह युवक तंदूरी रोटी पर थूकते हुए दिखाई दे रहा है. यह वीडियो सामने आते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों में भारी आक्रोश फैल गया.

    हिंदू संगठनों ने किया विरोध, कार्रवाई की मांग

    जानकारी के अनुसार, यह मामला उत्तरकाशी शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि एक ग्राहक ने रेस्टोरेंट के अंदर का वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें युवक को तंदूर में डालने से पहले रोटी पर थूकते हुए साफ देखा जा सकता है. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, हिंदू संगठनों से जुड़े युवाओं ने विरोध शुरू कर दिया. उन्होंने बाजार की कई दुकानों को बंद कराया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

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    लोगों ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बताते हुए आरोपी युवक पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया. पुलिस ने रेस्टोरेंट को सील कर दिया है और आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.

    मामले का मुकदमा दर्ज, जांच जारी

    उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच चल रही है. प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि वीडियो कुछ दिनों पुराना हो सकता है, लेकिन सत्यापन के लिए तकनीकी जांच कराई जा रही है. इस घटना के बाद रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों में भी डर और गुस्सा देखने को मिला है. 

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  • उत्तर प्रदेश में होगी आंगनबाड़ी के 69,206 पदों पर भर्ती, यहां क्लिक कर जान लें डिटेल्स

    उत्तर प्रदेश में होगी आंगनबाड़ी के 69,206 पदों पर भर्ती, यहां क्लिक कर जान लें डिटेल्स

    अगर आप महिला हैं और यूपी में रहती हैं तो आपके लिए बेहद ही अच्छी खबर है. जल्द ही उत्तर प्रदेश में हजारों पदों पर भर्ती होने जा रही है. जिसके लिए महिलाएं आवेदन कर सकेंगी. ये भर्ती बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में होगी. आइए जानते हैं डिटेल्स…

    यूपी के बाल बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में बेहद जल्द आंगनबाड़ी भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस भर्ती के जरिए 7,952 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 61,254 आंगनबाड़ी सहायिका के पद शामिल हैं.  मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने विभागीय अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि भर्ती की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता, निष्पक्षता और तय समय-सीमा में पूरी की जाए. उन्होंने कहा कि हर जिले में भर्ती का एक समान टाइमटेबल बनाया जाए ताकि चयन प्रक्रिया में एकरूपता बनी रहे और किसी भी चरण में देरी न हो.

    ये हैं वैकेंसी से जुड़े डिटेल्स

    अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण लीना जौहरी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 7,952 पदों में 2,123 पद पूर्व चयन प्रक्रिया से जुड़े हैं, 306 पद नए आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए हैं, जबकि 5,523 पद मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मुख्य कार्यकर्ता में अपग्रेड किए जाने के बाद बनाए गए हैं. वहीं, 61,254 सहायिका पदों में से 38,994 पद सेवानिवृत्ति या मृत्यु जैसे कारणों से खाली हुए हैं, और 22,260 पद मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य केंद्रों में बदलने से सृजित हुए हैं. इस तरह कुल 69,206 पदों पर नई भर्ती होगी.

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    जिलों में बनेगी भर्ती समिति

    मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि हर जिले में डीएम (जिलाधिकारी) की अध्यक्षता में एक भर्ती समिति बनाई जाएगी. यह समिति भर्ती प्रक्रिया की निगरानी करेगी और सुनिश्चित करेगी कि चयन पूरी तरह पारदर्शी हो. सभी जिलों को भर्ती की समय-सारिणी पहले से तय करने के आदेश दिए गए हैं, जिससे सभी चरण समय पर पूरे किए जा सकें.

    ‘सक्षम आंगनबाड़ी’ योजना को मिलेगी रफ्तार

    बैठक में बताया गया कि प्रदेश के 23,697 आंगनबाड़ी केंद्रों को “सक्षम आंगनबाड़ी” के रूप में विकसित किया जा रहा है. इस योजना के तहत हर केंद्र को पोषण वाटिका, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, आरओ मशीन, एलईडी स्क्रीन, ईसीसीई सामग्री, बाला पेंटिंग और छोटे सिविल वर्क्स जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. मुख्य सचिव ने कहा कि इस परियोजना के तहत निर्माणाधीन भवनों का काम तेजी से पूरा किया जाए, ताकि गांव-गांव में बच्चों और महिलाओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हों.
     
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    रजनी उपाध्याय बीते करीब छह वर्षों से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली रजनी ने आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बचपन से ही पढ़ने-लिखने में गहरी रुचि थी और यही रुचि उन्हें मीडिया की दुनिया तक ले आई.

    अपने छह साल के पत्रकारिता सफर में रजनी ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. उन्होंने न्यूज, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन जैसे प्रमुख वर्टिकल्स में अपनी पहचान बनाई. हर विषय में गहराई से उतरना और तथ्यों के साथ-साथ भावनाओं को भी समझना, उनकी पत्रकारिता की खासियत रही है. उनके लिए पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखना नहीं, बल्कि समाज की धड़कन को शब्दों में ढालने की एक कला है.

    रजनी का मानना है कि एक अच्छी स्टोरी सिर्फ हेडलाइन नहीं बनाती, बल्कि पाठकों के दिलों को छूती है. वर्तमान में वे एबीपी लाइव में कार्यरत हैं, जहां वे एजुकेशन और एग्रीकल्चर जैसे अहम सेक्टर्स को कवर कर रही हैं.

    दोनों ही क्षेत्र समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं और रजनी इन्हें बेहद संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ संभालती हैं. खाली समय में रजनी को संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है. ये न केवल उन्हें मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी ऊर्जा प्रदान करते हैं.

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  • Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में किसे फायदा किसे नुकसान? नीतीश कुमार को लेकर सामने आई नई और बड़ी भविष्यवाणी

    Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में किसे फायदा किसे नुकसान? नीतीश कुमार को लेकर सामने आई नई और बड़ी भविष्यवाणी

    बिहार विधानसभा चुनाव अब नजदीक है. इस बार एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच काफी क्लोज फाइट देखी जा रही है. इसी को लेकर एक न्यूज चैनल से बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार अजीत द्विवेदी ने कहा कि अभी बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को फायदा मिलता दिख रहा है और उसके कई कारण हैं. उन्होंने कहा कि सरकारें आजकल बहुत कम हार रही हैं. देखा जाए तो एक तरह से प्रो-इनकंबेंसी का दौर चल रहा है, इसकी वजह तमाम योजनाएं हैं. 

    उन्होंने कहा कि इसी वजह से एनडीए को एडवांटेज है और इंडिया ब्लॉक अभी ये सारी चीजें लैक कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव एक तरफ हैं, महागठबंधन एक तरफ है. वहीं, नीतीश कुमार आज बैंकों में पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं. लोगों को उस पर भरोसा हो रहा है क्योंकि पैसा आ रहा है आज की डेट में. तेजस्वी यादव हर घर जॉब का वादा कर रहे हैं. 

    बिहार में कैसे है प्रो इनकंबेंसी ?
    प्रो इनकंबेंसी को लेकर उन्होंने कहा कि एक फैक्टर यह है कि 10 हजार रुपये महिलाओं के खाते में उन्होंने भेज दिए. ये दिवाली के ठीक पहले आए हैं, उनके खाते में. इस तरह की तमाम योजनाएं हमेशा से गेम चेंजर रही हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान की चाहे लाडली बहना योजना, एकनाथ शिंदे की मांझी लड़की बहन योजना, छत्तीसगढ़ में महतारी बंधन योजना या पिछले साल झारखंड की सरकार की मैया सम्मान योजना हो. इस तरह की योजनाएं गेम चेंजर साबित हुई हैं. 

    मध्य प्रदेश का दिया उदाहरण
    उन्होंने बताया कि 2018 में मध्य प्रदेश में हमने चुनाव कवर किया. उस समय राहुल गांधी सबसे अग्रेसिव अंदाज में कैंपेन कर रहे थे. चौकीदार चोर है का नारा देकर, वो उस समय चुनाव लड़ रहे थे. उस वक्त मध्य प्रदेश में 12 साल से शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे और 15 साल से बीजेपी की सरकार थी. वहां लोग भले ही शिवराज सिंह चौहान की आलोचना करते थे, लेकिन ऐसा गुस्सा नहीं था कि इनको उखाड़ फेंकना है. कांग्रेस वहां 15 साल बाद जीती, लेकिन तब भी 230 में से कांग्रेस को सिर्फ 114 सीटें आई और बीजेपी हारी तब भी 109 सीटें आईं. ठीक उसी तरह का माहौल हमको बिहार में दिख रहा है. 

    वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि नीतीश कुमार के खिलाफ भी कोई ऐसा एंगर नहीं दिख रहा है कि इनको उखाड़ फेंकना है. लोगों में जो थोड़ी बहुत ऊब है, 20 साल से उनको देखते हुए, उसे दूर करने के लिए यह योजना काम आ जाएगी. अगर नीतीश के खिलाफ लोगों में बहुत गुस्सा होता, उनको उखाड़ फेंकने की भावना होती, तब यह चीजें काम नहीं आती. 

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  • GST 2.0 के बाद सस्ती हुई बाइक्स, Splendor Plus और Shine 100 DX में कौन है सबसे किफायती?

    GST 2.0 के बाद सस्ती हुई बाइक्स, Splendor Plus और Shine 100 DX में कौन है सबसे किफायती?

    नए GST 2.0 नियमों के लागू होने के बाद 350cc से कम इंजन क्षमता वाली बाइक्स अब पहले से ज्यादा किफायती हो गई हैं. खासकर Hero Splendor Plus और Honda Shine 100 DX जैसी पॉपुलर कम्यूटर बाइक्स अब नई कीमतों के साथ बाजार में और भी सस्ती हो गई हैं. आइए दोनों मॉडल्स की कीमत, इंजन और फीचर्स के बारे में विस्तार से जानते हैं.

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  • CM फेस पर सस्पेंस! अमित शाह से मिले नीतीश कुमार, 20 मिनट तक चली मीटिंग में क्या हुई बात?

    CM फेस पर सस्पेंस! अमित शाह से मिले नीतीश कुमार, 20 मिनट तक चली मीटिंग में क्या हुई बात?

    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं. उन्होंने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात की. अमित शाह और नीतीश की यह मीटिंग करीब 20 मिनट तक चली. इस दौरान चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई. हालांकि एनडीए में सीटों का बंटवारा पहले ही हो चुका है. भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.

    अमित शाह यह स्पष्ट कर चुके हैं कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ रहा है, लेकिन उन्होंने अभी तक मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी तरह का खुलासा नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक नीतीश चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश किया जाए, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं हुई.

    एनडीए में सीट बंटवारे के बाद हलचल तेज

    सीट बंटवारे के बाद एनडीए में हलचल तेज हो गई थी. भाजपा और जेडीयू ने 101-101 सीटें अपने पास रखी हैं. वहीं चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29 सीटें दी गई हैं. वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को छह-छह सीटें दी गई हैं. राष्ट्रीय लोक मोर्चा के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी जताई थी. हालांकि इसके बाद वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे थे.

    एनडीए की बनी सरकार तो कौन होगा मुख्यमंत्री

    नीतीश की पार्टी जदयू अभी तक बिहार चुनाव में बड़े भाई की भूमिका में रही है, लेकिन इस बार भाजपा बराबरी पर चुनाव लड़ रही है. अमित शाह से हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि एनडीए की सरकार बनी तो कौन मुख्यमंत्री होगा. इस उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा. अमित शाह ने कहा कि एनडीए बड़ा गठबंधन हैं, इसकी सभी पार्टियां मिलकर फैसला करेंगी.

    बता दें कि बिहार चुनाव दो चरणों में होगा. पहले चरण का चुनाव 6 नवंबर और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा. वहीं मतगणना 14 नवंबर को होगा.

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  • Kishkindhapuri OTT Release: ओटीटी पर दहशत फैलाने आ गई ‘किष्किंधापुरी’, जानें-कहां देखें ये फिल्म, टीवी प्रीमियर की डिटेल भी जानें

    Kishkindhapuri OTT Release: ओटीटी पर दहशत फैलाने आ गई ‘किष्किंधापुरी’, जानें-कहां देखें ये फिल्म, टीवी प्रीमियर की डिटेल भी जानें

    बेलमकोंडा श्रीनिवास और अनुपमा परमेश्वरन स्टारर हॉरर मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म ‘किष्किंधापुरी’ 12 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी. इस फिल्म को दर्शकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और इसकी शानदार कहानी, हॉरर सीन्स और बेहतरीन वीएफएक्स की खूब सराहना हुई थी. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई की थी. वहीं अब थिएट्रिकल रन के बाद ‘ किष्किंधापुरी’ ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दस्तक दे दी है. जानते है इसे कहां देख सकते हैं.

    किष्किंधापुरी’ ओटीटी पर कहां हुई रिलीज?
    बेलमकोंडा श्रीनिवास स्टारर तेलुगु फिल्म ‘किष्किंधापुरी’ 17 अक्टूबर को शाम 6 बजे ज़ी5 पर अपना डिजिटल डेब्यू कर रही है. ओटीटी प्लेटफॉर्म ने इस फिल्म को पोस्टर के साथ इसकी रिलीज डेट अनाउंस करते हुए लिखा है, “डर आपको देखेगा और आपके डर को ढूंढेगा! जी5 तेलुगु पर ‘किष्किंधापुरी’ के लिए तैयार हो जाइए.”

    The scare will see you and find your fears!
    Get ready for #KishkindhapuriOnZee5 on #ZEE5Telugu
    🎬 World OTT & Television Premiere – Don’t miss it!@BSaiSreenivas @anupamahere @Koushik_psk @sahugarapati7 @chaitanmusic @Shine_Screens pic.twitter.com/wTVtxBNHpf

    टेलीविजन पर ‘किष्किंधापुरी’ कब और कहां देखें?
    किष्किंधापुरी 19 अक्टूबर को शाम 6 बजे ज़ी तेलुगु पर प्रीमियर के लिए तैयार है. ज़ी तेलुगु ने एक्स पर लिखा, “देखिए ‘किष्किंधापुरी’, 19 अक्टूबर, रविवार शाम 6 बजे से ज़ी तेलुगु वर्ल्डटेलीविजन प्रीमियर ज़ी तेलुगु स्पॉटलाइट.”

    కిష్కింధపురి ప్రపంచం వస్తుంది ఇప్పుడు మీ ఇంటికి మరో మూడు రోజుల్లో 🔥🌟

    Watch #Kishkindhapuri On Oct 19th , Sun at 6PM On #ZeeTelugu #WorldTelevisionPremiere #ZeeTeluguSpotlight @BSaiSreenivas @anupamahere @Koushik_psk @sahugarapati7 @chaitanmusic pic.twitter.com/eJFtt7zx37

    ‘किष्किंधापुरी’ का बजट और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन?
    रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तेलुगु फिल्म का बजट 25 से 32 करोड़ रुपये है. सैकनिल्क के अनुसार, ‘किष्किंधापुरी’ ने रिलीज़ के 13 दिनों में भारत में 16.57 करोड़ रुपये कमाए और दुनिया भर में इसका कलेक्शन 21.35 करोड़ रुपये रहा. फिल्म का ओवरसीज़ कलेक्शन 3.15 करोड़ रुपये रहा था.

    किष्किंधापुरी’ के बारे में
    यह फिल्म एक भूतिया सैर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो तब एक खौफनाक मोड़ ले लेती है जब उत्साही लोगों का एक समूह एक वीरान रेडियो स्टेशन में एंट्री करता है. एंट्री गेट पर अनजाने में एक प्रतिशोधी आत्मा जाग उठती है जो उनका पीछा करना शुरू कर देती है. किष्किंधापुरी में बेल्लमकोंडा श्रीनिवास, अनुपमा परमेश्वरन, तनिकेला भरानी, ​​हाइपर आदी, सुदर्शन, मकरंद देशपांडे और श्रीकांत अय्यंगर जैसे कलाकारों की एक जबरदस्त टोली प्रमुख भूमिकाओं में है. इस तेलुगु हॉरर थ्रिलर फिल्म का निर्देशन कौशिक पेगल्लापति ने किया है और इसका निर्माण साहू गरपति ने किया है. फिल्म का संगीत चैतन भारद्वाज ने दिया है.

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  • गुजरात कैबिनेट का विस्तार आज, रिवाबा जडेजा समेत 25 मंत्री आज लेंगे शपथ, सामने आई पूरी लिस्ट

    गुजरात कैबिनेट का विस्तार आज, रिवाबा जडेजा समेत 25 मंत्री आज लेंगे शपथ, सामने आई पूरी लिस्ट

    गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट का विस्तार होगा, जिसमें 25 नए मंत्री आज शपथ ग्रहण करेंगे. इसके लिए पार्टी की ओर से बड़ी तैयारी की गई हैं. शपथ ग्रहण समारोह से पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें गुजरात मंत्रिमंडल की स्थिति के बारे में जानकारी दी और शपथ ग्रहण समारोह के लिए अनुमति मांगी. 

    भूपेंद्र पटेल की नई कैबिनट में 25 मंत्री होंगे. जिनके नामों की सूची भी सामने आ गई हैं. आज के शपथ ग्रहण समारोह में ये नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे. ये नाम हैं- 

    1. ऋषिकेश पटेल
    2. प्रफुल पानसेरिया
    3. कुंवरजी बावळिया
    4. परसोत्तम सोलंकी
    5. कुनु देसाई
    6. हर्ष संघवी
    7. नरेश पटेल
    8. कांति अमृतिया
    9. अर्जुन मोढवाडिया
    10. दर्शना वाघेला
    11. त्रिकम छांगा
    12. रीवा बा जाडेजा
    13. जीतू वाघाणी
    14. जयराम गामीत
    15. पी. सी. बरंडा
    16. स्वरूपजी ठाकोर
    17. कौशिक वेकरिया
    18. रमेश कटारा
    19. ईश्वरसिंह पटेल
    20. पद्मुमन वाजा
    21. मनीषा वकील
    22. प्रविण माली
    23. संजयसिंह महिडा
    24. कमलेश पटेल
    25. रमन सोलंकी

    गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गुजरात मंत्रिमंडल की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और नए मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन की अनुमति मांगी है.

    गुजरात कैबिनेट में हो रहे इस फेरबदल को 2027 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. इस बार नई कैबिनेट में कई नए चेहरों को भी शामिल किया गया है. इनमें कुछ ऐसे चेहरे भी है जो कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. कयास लग रहे हैं कि इस बार गुजरात में दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं.

    इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा के नाम को लेकर हो रही हैं. जो पहली बार की विधायक है और उन्हें पहली बार में ही गुजरात मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. बता दें कि इससे पहले गुरुवार को गुजरात के सभी 16 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस्तीफा सौंप दिया था.

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