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  • Diwali 2025 Kahani: राम के वनवास से अयोध्या लौटने या मां लक्ष्मी के अवतरण एक दिवाली की कितनी कहानी

    Diwali 2025 Kahani: राम के वनवास से अयोध्या लौटने या मां लक्ष्मी के अवतरण एक दिवाली की कितनी कहानी

    Diwali 2025 Kahani: हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस साल दिवाली सोमवार 20 अक्टूबर 2025 को है. यह पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में मनाया जाता है. दिवाली के शुभ दिन पर घर-आंगन में दीपों की झिलमिलाहट, मिठाइयों की खुशबू और उल्लास का वातावरण बन जाता है.

    शाम होते ही लक्ष्मी पूजन, आरती और शंख-घंटी की आवाजों से माहौल भी भक्तिभय हो जाता है. इसके बाद बच्चे-बड़े सभी फूलझड़ियां जलाकर उत्साह और उल्लास के साथ दिवाली का पर्व मनाते हैं. बच्चे जब बड़ों से प्रश्न करते हैं कि, हम दिवाली क्यों मनाते हैं, दीप क्यों जलाते हैं, लक्ष्मी पूजन क्यों करते हैं? तो इन सवालों के जवाब में वे हमें दिवाली के दिन से जुड़ी कई कथा-कहानियां सुनाते हैं. इनमें मां लक्ष्मी का अवतरण होना और भगवान राम के अयोध्या वापसी का कहानी सबसे ज्यादा प्रचलित है.

    लेकिन क्या आप जानते हैं कि, दिवाली केवल भगवान राम की अयोध्या वापसी की कहानी तक सीमित नहीं.  बल्कि यह पर्व कई धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कथाओं से जुड़ा है, जोकि अलग-अलग युगों और परंपराओं से संबंध रखता है. इसलिए एक दिवाली की कई कहानियां हैं.

    जब 14 साल बाद आएं राम तब दीपों जगमगाई अयोध्या

    त्रेतायुग में जब भगवान श्रीराम ने 14 वर्ष का वनवास पूरा किया और रावण का वध कर सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे तब पूरी अयोध्या ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया. हर घर में दीप जलाए गए, सड़कों पर पुष्प बिछाए गए और आकाश में उल्लास की गूंज थी. कहा जाता है कि उस रात चांद नहीं था, पर लाखों दीपों ने अंधकार को मिटाकर संपूर्ण नगर को रोशन कर दिया. तभी से इस दिन को ‘दीपावली’ का नाम दिया गया. इस तरह से दीपों की पंक्तियों से सजी कार्तिक अमावस्या की रात प्रकाश और विजय का प्रतीक बन गई.

    जब क्षीर सागर से प्रकट हुईं मां लक्ष्मी

    दिवाली से जुड़ी एक अन्य कथा समुद्र मंथन से जुड़ी है. देवताओं और दानवों के बीच जब क्षीर सागर का मंथन हुआ, तो इसमें 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी, जिसमें आठवें रत्न के रूप में मां लक्ष्मी अवतरित हुई थीं. इन्हें धन, वैभव और समृद्धि की देवी कहा जाता है. कहा जाता है कि, जब मां लक्ष्मी प्रकट हुईं तो उनके साथ चारों ओर प्रकाश फैल गया. इसलिए कार्तिक अमावस्या के दिन से मां लक्ष्मी की पूजा की परंपरा की शुरुआत हुई. इस दिन को मां लक्ष्मी का अवतरण दिवस भी कहा जाता है. दिवाली की रात को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए लोग अपने घरों की साफ-सफाई कर, दीप जलाते हैं, रंगोली बनाते हैं, तोरण लगात हैं और लक्ष्मी पूजा करते हैं, जिससे घर पर धन, सौभाग्य और समृद्धि बनी रहे.

    महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस

    जैन परंपरा के अनुसार, दिवाली का दिन यानी कार्तिक अमावस्या को भगवान महावीर स्वामी के मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक है. इस दिन जैन समाज के लोग दीप जलाकर आत्मज्ञान, संयम और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं. दिवाली को वे सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि आध्यात्मिक जागृति का दिन मानते हैं.

    Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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    सनी देओल से जुड़ी ये 7 बातें नहीं जानते होंगे आप, कभी जूझ चुके हैं इस बीमारी से

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  • कितना सुरक्षित है पुतिन का प्राइवेट विमान, दुश्मन देशों के बीच से निकलकर इसी से जाएंगे हंगरी

    कितना सुरक्षित है पुतिन का प्राइवेट विमान, दुश्मन देशों के बीच से निकलकर इसी से जाएंगे हंगरी

    Vladimir Putin Private Plane: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कोशिश के तहत अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी, लेकिन वह बैठक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी. अब एक बार फिर इन दोनों नेताओं की अगली मुलाकात हंगरी में होनी है. पुतिन अपने प्राइवेट प्लेन के जरिए हंगरी पहुंचेंगे. चलिए जानें कि पुतिन का प्राइवेट प्लेन आखिर कितना सुरक्षित है.

    उड़ते किले से कम नहीं पुतिन का विमान

    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने फैसलों की तरह ही अपनी सुरक्षा को लेकर भी बेहद सख्त हैं. जब वे किसी विदेशी दौरे पर निकलते हैं, तो पूरा मिशन किसी गुप्त सैन्य अभियान जैसा होता है. अब पुतिन हंगरी जाने की तैयारी में हैं और एक बार फिर सुर्खियों में है उनका सुपर सिक्योर प्राइवेट जेट, जो किसी उड़ते दुर्ग से कम नहीं है.

    किन तकनीकों से है लैस

    पुतिन जिस विमान से यात्रा करते हैं, उसे आधिकारिक तौर पर IL-96-300PU (PU का मतलब- Presidential Unit) कहा जाता है. इसे रूस की प्रतिष्ठित कंपनी Ilyushin ने तैयार किया है और यह बोइंग 747 जितना बड़ा है. लेकिन इसकी असली खासियत इसके अंदर छिपी है. यह विमान न सिर्फ आरामदायक है बल्कि मिसाइल डिफेंस सिस्टम, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम जैसी अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीकों से लैस है.

    कितना सुरक्षित है विमान

    रूसी सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह विमान हवा में ही युद्ध लड़ने की क्षमता रखता है. इसमें लगे सेंसर किसी भी मिसाइल के लॉन्च होते ही अलर्ट भेज देते हैं और विमान अपने-आप दिशा बदल लेता है. इसके साथ ही इसमें एंटी-हैकिंग सिग्नल सिस्टम लगाया गया है, जो किसी भी विदेशी एजेंसी को इसके संचार को ट्रैक या जाम नहीं करने देता है.

    अंदर का नजारा

    विमान के अंदर की बात करें तो यह किसी राजमहल से कम नहीं है. अंदर का डिजाइन रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन की शैली में बनाया गया है. सोने की परत वाले इंटीरियर, विशेष मीटिंग रूम, प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल और निजी केबिन तक हर सुविधा मौजूद है. कहा जाता है कि इस विमान के अंदर एक मिनी मिलिट्री कंट्रोल रूम भी है, जिससे पुतिन दुनिया के किसी भी कोने से सेना को निर्देश दे सकते हैं.

    कितनी है इस विमान की कीमत

    सबसे दिलचस्प बात यह है कि जब पुतिन का विमान उड़ता है, तो उसके साथ तीन और एक जैसे दिखने वाले विमान उड़ान भरते हैं. यह सुरक्षा रणनीति दुश्मन देशों को भ्रमित करने के लिए होती है ताकि किसी को यह पता न चल सके कि असली राष्ट्रपति किस विमान में हैं. रूस ने इस विमान की कीमत और पूरी तकनीक को गुप्त रखा है, लेकिन अनुमान है कि इसकी लागत 500 मिलियन डॉलर (करीब 4200 करोड़ रुपये) से ज्यादा है. इसे रूस का Air Force One भी कहा जाता है, बिल्कुल वैसे ही जैसे अमेरिका के राष्ट्रपति का विशेष विमान है.

    यह भी पढ़ें: नेताओं के काफिले में कैसे होती हैं एक ही नंबर की कई गाड़ियां, क्या आम इंसान कर सकता है ऐसा?

    निधि पाल को पत्रकारिता में छह साल का तजुर्बा है. लखनऊ से जर्नलिज्म की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत भी नवाबों के शहर से की थी. लखनऊ में करीब एक साल तक लिखने की कला सीखने के बाद ये हैदराबाद के ईटीवी भारत संस्थान में पहुंचीं, जहां पर दो साल से ज्यादा वक्त तक काम करने के बाद नोएडा के अमर उजाला संस्थान में आ गईं. यहां पर मनोरंजन बीट पर खबरों की खिलाड़ी बनीं. खुद भी फिल्मों की शौकीन होने की वजह से ये अपने पाठकों को नई कहानियों से रूबरू कराती थीं.

    अमर उजाला के साथ जुड़े होने के दौरान इनको एक्सचेंज फॉर मीडिया द्वारा 40 अंडर 40 अवॉर्ड भी मिल चुका है. अमर उजाला के बाद इन्होंने ज्वाइन किया न्यूज 24. न्यूज 24 में अपना दमखम दिखाने के बाद अब ये एबीपी न्यूज से जुड़ी हुई हैं. यहां पर वे जीके के सेक्शन में नित नई और हैरान करने वाली जानकारी देते हुए खबरें लिखती हैं. इनको न्यूज, मनोरंजन और जीके की खबरें लिखने का अनुभव है. न्यूज में डेली अपडेट रहने की वजह से ये जीके के लिए अगल एंगल्स की खोज करती हैं और अपने पाठकों को उससे रूबरू कराती हैं.

    खबरों में रंग भरने के साथ-साथ निधि को किताबें पढ़ना, घूमना, पेंटिंग और अलग-अलग तरह का खाना बनाना बहुत पसंद है. जब ये कीबोर्ड पर उंगलियां नहीं चला रही होती हैं, तब ज्यादातर समय अपने शौक पूरे करने में ही बिताती हैं. निधि सोशल मीडिया पर भी अपडेट रहती हैं और हर दिन कुछ नया सीखने, जानने की कोशिश में लगी रहती हैं.

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  • दीवाली के बाद सांस लेना होता है मुश्किल, जानें किन बीमारियों को खतरा हो जाता है दोगुना?

    दीवाली के बाद सांस लेना होता है मुश्किल, जानें किन बीमारियों को खतरा हो जाता है दोगुना?

    दीवाली भारत का सबसे बड़ा और खुशियों से भरा त्योहार है. इस दिन घरों में दीये जलाए जाते हैं, मिठाइयां बांटी जाती हैं और लोग अपने परिवार के साथ इसे हर्षोल्लास से मनाते हैं. हालांकि, हर साल दीवाली के बाद एक परेशानी जो लगातार बढ़ती जा रही है, वह वायु प्रदूषण है. पटाखों से निकलने वाला धुआं और जहरीले केमिकल त्योहार के बाद वाली सुबह को डरावनी बना देते हैं.

    हवा में धूल, धुआं और जहरीले केमिकल की मात्रा इतनी ज्यादा हो जाती है कि सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग इस समय सबसे ज्यादा परेशान होते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि दीवाली के बाद सांस लेना मुश्किल क्यों हो जाता है और किन बीमारियों का खतरा दोगुना हो जाता है 
     
    दीवाली के बाद सांस लेना मुश्किल क्यों हो जाता है

    दीवाली के बाद सांस लेना मुश्किल कई कारणों से मुश्किल हो जाता है, जिसका सबसे बड़ा कारण पटाखे हैं. पटाखों से बहुत ज्यादा मात्रा में धुआं और जहरीले कण जैसे PM2.5 और PM10 निकलते हैं. ये कण हमारी सांस के साथ फेफड़ों में चले जाते हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल क्यों होती है. इसके अलावा दीवाली पर बाजारों में भारी भीड़ होती है. गाड़ियों की आवाजाही से निकलने वाला धुआं भी वायु को और प्रदूषित कर देता है. वहीं इस समय लोग घरों की सफाई के बाद कचरा जलाते हैं और बिजली की खपत भी बढ़ती है, जिससे और ज्यादा प्रदूषण होता है. इस सभी के चलते दीवाली के बाद वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है. 
     
    दीवाली के बाद  किन बीमारियों का खतरा दोगुना हो जाता है
     
    1. अस्थमा और सांस की बीमारियां बढ़ जाती हैं – दीवाली के बाद हवा में मौजूद जहरीले कण फेफड़ों तक पहुंचते हैं, जिससे अस्थमा के मरीजों को दौरे पड़ सकते हैं. कई बार यह इतना गंभीर हो सकता है कि अस्पताल तक जाना पड़े.
     
    2. खांसी और गले में जलन – प्रदूषित हवा नाक और गले को सबसे पहले प्रभावित करती है. लगातार खांसी, गले में खराश और जलन की समस्या आम हो जाती है. 
     
    3. सीओपीडी – जो लोग पहले से इस बीमारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए दीवाली का धुआं जानलेवा हो सकता है. सांस फूलना, सीने में जकड़न जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. 
     
    4. कोविड-19 से ठीक हुए मरीज – जिन्हें कोविड के दौरान फेफड़ों में नुकसान हुआ है, उनके लिए दीवाली का प्रदूषण बहुत बड़ा खतरा बन सकता है. फेफड़ों में पहले से मौजूद फाइब्रोसिस और खराबी और बढ़ जाती है. 
     
    5. बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं – बच्चों के फेफड़े पूरी तरह ग्रो नहीं होते और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कम होती है. दोनों ही वर्गों के लिए वायु प्रदूषण का असर ज्यादा गंभीर होता है. 
     
    6. दिल से जुड़ी दिक्कतें – दीवाली के बाद हवा की खराब क्वालिटी से सांस की बीमारियां, फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं और दिल से जुड़ी दिक्कतें दोगुनी हो सकती हैं. अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए, तो ये छोटी-छोटी दिक्कतें बड़ी बीमारी का रूप ले सकती हैं. 

    दीवाली के बाद बीमारियों से बचाव के आसान और असरदार तरीके

    1. बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें, N95 या अच्छे क्वालिटी वाले मास्क ही जहरीले कणों को रोक पाते हैं और कपड़े के मास्क से बचें.

    2.  पटाखों के समय या जब AQI बहुत ज्यादा खराब हो (150 से ऊपर), तो घर के अंदर ही रहें.

    3. घर को बंद रखें और एयर प्यूरीफायर का यूज करें. HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरीफायर घर की हवा को साफ रखने में मदद कर सकता है.

    4. डाइट में विटामिन C, हल्दी, आंवला, टमाटर और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें, ये फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं.

    यह भी पढ़ें Kids Health during Diwali: पटाखों के शोर और पॉल्यूशन में न हो जाए आपके बेबी की तबीयत खराब, अपनाएं ये टिप्स

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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  • Video: ऐसी भयानक टक्कर, एक सेकंड में बस से कुचल गया स्कूटी वाला, खौफनाक मंजर CCTV में कैद

    Video: ऐसी भयानक टक्कर, एक सेकंड में बस से कुचल गया स्कूटी वाला, खौफनाक मंजर CCTV में कैद

    Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश से एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक स्कूटी सवार आदमी सड़क पर जा रहा था. तभी पास से गुजर रही एक बस से उसकी हल्की सी टक्कर हो गई, लेकिन यह मामूली सी टक्कर कुछ ही पलों में जानलेवा बन गई.

    संतुलन बिगड़ने से हुआ हादसा

    वीडियो में साफ दिखाई देता है कि स्कूटी और बस एक ही दिशा में जा रहे थे. अचानक बस का हिस्सा स्कूटी से छू गया, जिससे स्कूटी सवार का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क पर गिर पड़ा. दुर्भाग्य से, उसी वक्त बस का पहिया युवक के ऊपर से गुजर गया. घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को संभलने या कुछ करने का मौका ही नहीं मिला.

    Location: AP

    When we do the same thing again and again and never had a negative experience due to randomness,we mistake luck for skill,until fate reminds us that the game can end without any warning !!

    Learn to drive properly! pic.twitter.com/gXJpd2icGm

    पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह पूरा हादसा रिकॉर्ड हो गया है. वीडियो में लोग देखते ही देखते भागकर मौके पर पहुंचते हैं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आदमी की मौके पर ही मौत हो गई. राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.

    पुलिस ने शुरू की तलाश

    बताया जा रहा है कि यह हादसा शहर के व्यस्त इलाके में हुआ था, जहां हर वक्त वाहनों की आवाजाही रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बस चालक तेज रफ्तार में था और स्कूटी सवार को ओवरटेक करने की कोशिश में यह दुर्घटना हो गई. हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है.

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  • शशि थरूर ने UAE के BAPS हिंदू मंदिर में किए दर्शन, किस बात के लिए PM मोदी की जमकर की तारीफ?

    शशि थरूर ने UAE के BAPS हिंदू मंदिर में किए दर्शन, किस बात के लिए PM मोदी की जमकर की तारीफ?

    भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर ने हाल ही में अबू धाबी स्थित BAPS हिंदू मंदिर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर की शैली की खूब तारीफ की. इतना ही नहीं कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंदिर स्थापना में भूमिका की भी सराहना की.

    शशि थरूर ने हिंदू मंदिर में दर्शन के बाद कहा कि यूएई सरकार के साथ प्रधानमंत्री मोदी के सहयोग ने एक हिंदू पूजा स्थल के सपने को साकार करने में मदद की है, जिससे इस क्षेत्र के कई हिंदुओं की आकांक्षाएं पूरी हुई हैं. शशि थरूर ने एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में मंदिर के प्रमुख स्वामी ब्रह्म विहारी दास के साथ अपने विचार साझा किए.

    Yesterday, I visited the magnificent BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi, some 90 miles from Dubai and 60 from the capital of the UAE, in the middle of the desert. It was an extraordinary experience, which I spoke about with the head of the Mandir, Swami Brahma Vihari Das. While his… pic.twitter.com/yDiAXfVo77

    थरूर ने की BAPS मंदिर की शैली की तारीफ

    वीडियो में शशि थरूर ने बताया कि दुबई से 90 मील और संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी से 60 मील दूर रेगिस्तान में स्थित इस वास्तुशिल्प चमत्कार ने थरूर पर एक अमिट छाप छोड़ी है. थरूर ने मंदिर के जटिल डिजाइन की सराहना की, जिसमें 50 डिग्री की गर्मी में आगंतुकों के पैरों को ठंडा रखने वाली ऊष्मारोधी टाइलें शामिल हैं. हाथों से बनी बलुआ पत्थर की नक्काशी और विस्तृत मूर्तियां, जो अलग-अलग मंदिरों के साथ सात प्रमुख देवताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, सूक्ष्म शिल्प कौशल का प्रदर्शन करती हैं. उन्होंने मंदिर के धूल-रहित स्तंभों पर आश्चर्य व्यक्त किया, जो कि आसपास की विचारशील संरचनाओं के माध्यम से प्राप्त एक उपलब्धि है जो परिसर को रेगिस्तानी रेत से बचाती है.

    मंदिर में 15 मिनट के एनिमेटेड डिजिटल सिनेमा

    संयुक्त राष्ट्र में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए थरूर ने मंदिर को सृष्टि की एकता का सूक्ष्म रूप बताया. उन्होंने प्रमुख स्वामी महाराज की दूरदर्शिता की प्रशंसा की, जिनकी दूरदर्शिता ने इस परियोजना को प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने यूएई सरकार की भूमिका, विशेष रूप से शेख मोहम्मद बिन जायद की भी तारीफ की. मंदिर के 15 मिनट के एनिमेटेड डिजिटल सिनेमा जैसे आकर्षक तत्वों ने थरूर को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिन्होंने इसे एक परीकथा जैसा अनुभव बताया.

    ये भी पढ़ें: पाकिस्तान और अफगानिस्तान तुरंत सीजफायर के लिए तैयार, दोहा मीटिंग के बाद कतर में हुआ ऐलान

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  • 'एक भी इंडियन ऐसा नहीं है, जो अमेरिका…', US नेता ने ट्रंप से लगाई भारतीयों को देश से निकालने की गुहार; मचा बवाल

    'एक भी इंडियन ऐसा नहीं है, जो अमेरिका…', US नेता ने ट्रंप से लगाई भारतीयों को देश से निकालने की गुहार; मचा बवाल

    यूएस में रहने वाले भारतीयों पर टिप्पणी को लेकर अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के नेता चैंडलर लैंगविन की कड़ी आलोचना की जा रही है. भारतीयों को डिपोर्ट करने को लेकर उनकी विवादित टिप्पणियों के कारण शनिवार (18 अक्टूबर) को सिटी काउंसिल ने उन्हें फटकार लगाई है. 

    वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिटी काउंसिल के फैसले के मुताबिक अब लैंगविन को किसी भी मुद्दे को एजेंडे में शामिल करने से पहले आम सहमति बनानी होगी. इसके अलावा इस निंदा प्रस्ताव के तहत नेता को आयुक्तों के बारे में टिप्पणी करने से भी रोका जाएगा और उन्हें समितियों से भी हटा दिया जाएगा.

    लैंगविन ने भारतीयों को लेकर क्या की थी टिप्पणी?

    सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में फ्लोरिडा के सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका से भारतीयों को निर्वासित करने का आह्वान किया था. ऐसी ही एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘एक भी भारतीय ऐसा नहीं है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका की परवाह करता हो. उन्होंने आगे कहा कि वे हमारा आर्थिक शोषण करने और भारत व भारतीयों को समृद्ध बनाने के लिए यहां हैं. अमेरिका अमेरिकियों के लिए है.’

    विवाद बढ़ने पर पलट गए लैंगविन

    अपने बयान के कारण फजीहत होने के बाद अमेरिकी नेता चैंडलर लैंगविन ने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी अस्थायी वीज़ा धारकों के बारे में थी, न कि भारतीय अमेरिकी समुदाय के बारे में.

    भारतीयों पर लगाया फायदा उठाने का आरोप

    एक अन्य पोस्ट में लैंगविन ने भारतीयों पर अमेरिका का फायदा उठाने का आरोप लगाया. बता दें कि भारत में जन्मे हरजिंदर सिंह पर फ्लोरिडा टर्नपाइक पर अवैध यू-टर्न लेने के बाद तीन लोगों की हत्या का आरोप लगाया गया था.

    2 अक्टूबर को लिखे एक पोस्ट में लैंगविन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जन्मदिन की शुभकामना के तौर पर सभी भारतीयों के वीज़ा रद्द करने की अपील की. ​​लैंगविन ने एक्स पर लिखा कि आज मेरा जन्मदिन है और मैं बस यही चाहता हूं कि डोनाल्ड ट्रंप सभी भारतीयों के वीज़ा रद्द कर दें और उन्हें तुरंत निर्वासित कर दें. अमेरिकी नेता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय केवल अमेरिकियों की जेबें खाली करने के लिए हैं.

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  • नीता अंबानी की पोती-नातिन बनीं दिवाली पार्टी की रौनक, देखें अंबानी परिवार की छोटी राजकुमारियों का जलवा

    नीता अंबानी की पोती-नातिन बनीं दिवाली पार्टी की रौनक, देखें अंबानी परिवार की छोटी राजकुमारियों का जलवा

    दिवाली के दौरान बॉलीवुड और बिजनेस जगत की हस्तियां अपनी चमक बिखेरती हैं. इस बार रिलायंस इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने अपने आलीशान घर ‘एंटीलिया’ में 17 अक्टूबर को शानदार दिवाली पार्टी रखी, जहां परिवार के छोटे-छोटे सदस्यों ने सबका दिल जीत लिया.

    A post shared by Ambani Family (@ambani_update)

    इस दौरान नीता अंबानी की नातिन आदिया (ईशा अंबानी की बेटी) और पोती वेदा (आकाश अंबानी की बेटी) ने अपनी क्यूटनेस से सबको हैरान कर दिया. नीता ने अपनी इन छोटी परी को ‘लक्ष्मी’ कहकर पुकारा, जो दीवाली के इस त्योहार पर बिल्कुल फिट नजर आया. 

    पार्टी के वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जहां ये छोटी राजकुमारियां एथनिक आउटफिट्स में इतनी प्यारी लग रही हैं कि इन्हें देखकर मुस्कान खुद-ब-खुद आ जाती है.

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    पार्टी का नजारा किसी राजमहल से कम नहीं लगा. एंटीलिया को रंग-बिरंगी लाइट्स, फूलों की मालाओं और दीयों से सजाया गया था. हवा में मिठाइयों की खुशबू और पारंपरिक संगीत की धुनें घुली हुई थीं. नीता अंबानी ने पर्पल कलर की साड़ी में ग्रेसफुल लुक लिया था, जिसमें गोल्डन कढ़ाई और हैवी ज्वेलरी ने उन्हें रॉयल टच दिया. हालांकि, आदिया और वेदा ने लाइमलाइट लूट ली. 

    महज दो साल की आदिया ने पिंक लहंगे में ड्रेस अप किया था. लहंगे पर छोटे-छोटे फूलों की एम्ब्रॉयडरी और मैचिंग चूड़ियों में वह छोटी परी जैसी लगी. नीता अंबानी ने आदिया को गोद में उठाकर कहा, ‘मेरी छोटी लक्ष्मी आ गई!’ यह पल कैमरे में कैद हो गया.

    वेदा ने ग्रीन लहंगे में कमाल कर दिया. आकाश अंबानी और श्लोका मेहता की इस छोटी गुड़िया ने लहंगे के साथ छोटे झुमके और पायल पहनी थी, जो उनके हर कदम पर खनक रही थी. वेदा ने पार्टी में नीता अंबानी के साथ डांस भी किया. उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रही है. 

    नीता अंबानी ने वेदा को भी ‘मेरी लक्ष्मी’ कहकर पुकारा और दोनों ने मिलकर छोटा-सा दीवाली गीत गाया. परिवार के बाकी सदस्यों ने भी एथनिक वियर में कमाल किया. ईशा अंबानी अपनी ड्रेस में ग्लैमरस नजर आईं तो श्लोका मेहता ने एलिगेंट अंदाज दिखाया. वहीं, राधिका मर्चेंट का लुक भी कमाल का रहा.

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    जर्नलिज्म की दुनिया में करीब 15 साल बिता चुकीं सोनम की अपनी अलग पहचान है. वह खुद ट्रैवल की शौकीन हैं और यही वजह है कि अपने पाठकों को नई-नई जगहों से रूबरू कराने का माद्दा रखती हैं. लाइफस्टाइल और हेल्थ जैसी बीट्स में उन्होंने अपनी लेखनी से न केवल रीडर्स का ध्यान खींचा है, बल्कि अपनी विश्वसनीय जगह भी कायम की है. उनकी लेखन शैली में गहराई, संवेदनशीलता और प्रामाणिकता का अनूठा कॉम्बिनेशन नजर आता है, जिससे रीडर्स को नई-नई जानकारी मिलती हैं. 

    लखनऊ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन रहने वाली सोनम ने अपने पत्रकारिता के सफर की शुरुआत भी नवाबों के इसी शहर से की. अमर उजाला में उन्होंने बतौर इंटर्न अपना करियर शुरू किया. इसके बाद दैनिक जागरण के आईनेक्स्ट में भी उन्होंने काफी वक्त तक काम किया. फिलहाल, वह एबीपी लाइव वेबसाइट में लाइफस्टाइल डेस्क पर बतौर कंटेंट राइटर काम कर रही हैं.

    ट्रैवल उनका इंटरेस्ट  एरिया है, जिसके चलते वह न केवल लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेसेज के अनछुए पहलुओं से रीडर्स को रूबरू कराती हैं, बल्कि ऑफबीट डेस्टिनेशन्स के बारे में भी जानकारी देती हैं. हेल्थ बीट पर उनके लेख वैज्ञानिक तथ्यों और सामान्य पाठकों की समझ के बीच बैलेंस बनाते हैं. सोशल मीडिया पर भी सोनम काफी एक्टिव रहती हैं और अपने आर्टिकल और ट्रैवल एक्सपीरियंस शेयर करती रहती हैं.

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  • Video: मजदूर महिलाओं को मुस्लिम शख्स ने दिया सरप्राइज! दीवाली पर बांटे गिफ्ट, भावुक कर देगा वीडियो

    Video: मजदूर महिलाओं को मुस्लिम शख्स ने दिया सरप्राइज! दीवाली पर बांटे गिफ्ट, भावुक कर देगा वीडियो

    Video: सोशल मीडिया पर दीवाली के मौके पर एक दिल छू लेने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जो इंसानियत और आपसी प्रेम की सबसे खूबसूरत तस्वीर पेश करता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मुस्लिम युवक गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को नए कपड़े बांट रहा है, ताकि वे भी खुशी और सम्मान के साथ दीपावली का त्योहार मना सकें.

    KYC Foundation ने बांटी खुशियां

    वीडियो में साफ दिखता है कि युवक पेट्रोल पंप पर काम कर रही एक लड़की को कपड़े देता है, फिर फूल बेचने वाली बुजुर्ग महिला, झाड़ू लगाने वाली महिला और अन्य कई गरीब माताओं-बहनों को भी कपड़े भेंट करता है. कपड़े पाकर सभी महिलाएं बेहद खुश नजर आती हैं. उनके चेहरे की मुस्कान यह बताने के लिए काफी है कि छोटी-सी मदद भी किसी के जीवन में कितनी बड़ी खुशी ला सकती है.

    दीपों का ये पर्व आपके जीवन में नई रोशनी , नई उम्मीदें और नई ऊर्जा लेकर आए।
    हर घर में खुशियों का उजाला फैलाए और हर दिल में प्रेम, अपनापन और समृद्धि के दीप जले।

    दीपावली की हमारे सभी हिन्दू दोस्तों को हार्दिक शुभकामनाएं!

    ये मदद KYC Foundation की तरह से ग़रीब हिन्दू माताओं बहनों के… pic.twitter.com/TjCc411HLK

    बताया जा रहा है कि यह नेक काम KYC Foundation की ओर से किया गया है. फाउंडेशन का उद्देश्य है कि कोई भी जरूरतमंद परिवार त्योहार के दिन खाली हाथ न रहे. हर घर में रोशनी जले और हर चेहरा मुस्कुराए,  यही इस अभियान का असली मकसद है.

    वीडियो देखकर लोगों ने किए कमेंट

    लोग इस वीडियो को देखकर भावुक हो रहे हैं और युवक की जमकर तारीफ कर रहे हैं. किसी ने लिखा- यह है असली भारत, जहां इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है. वहीं कई लोगों ने कहा कि दीपावली का मतलब ही यही है, अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना, भेदभाव से ऊपर उठकर प्रेम फैलाना.

    यह घटना समाज को यह सिखाती है कि त्योहार सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने का मौका हैं और रही बात पटाखों की, तो उनका भी एक सुंदर पहलू है. पटाखे जलाने से खुशियों का माहौल बनता है, बच्चों और बड़ों के चेहरों पर उत्साह झलकता है.

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  • 'अल्लाह कसम पाकिस्तान की सेना को भारतीय बॉर्डर तक खदेड़ देंगे', अफगान मंत्री की शहबाज-मुनीर को सख्त चेतावनी

    'अल्लाह कसम पाकिस्तान की सेना को भारतीय बॉर्डर तक खदेड़ देंगे', अफगान मंत्री की शहबाज-मुनीर को सख्त चेतावनी

    अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच दोहा बैठक में सीजफायर का ऐलान हो गया है. इस बीच तालिबान के उप-गृहमंत्री मावलवी मुहम्मद नबी ओमारी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अफगानिस्तान ने पाक आर्मी को आक्रमणकारी घोषित कर दिया तो उन्हें भारतीय सीमा तक खदेड़ देंगे. 

    सीएनएन-न्यूज18 के अनुसार, ओमारी ने पाकिस्तानी सेना को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अफगान जनजातियां और राष्ट्र एक बार आपको धार्मिक आदेश द्वारा आक्रमणकारी घोषित कर दें तो मैं अल्लाह की कसम खाता हूं कि आपको भारतीय सीमा तक भी सुरक्षा नहीं मिलेगी.

    दूसरों के इच्छा से काम करता है पाकिस्तान: ओमारी

    मावलवी मुहम्मद नबी ओमारी ने इस्लामाबाद के नागरिकों और सैन्य नेतृत्व की तीखी आलोचना की. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी सैन्य शासन हर काम दूसरों की इच्छा के अनुसार करता है और आपने हाल ही में शहबाज़ शरीफ़ का ट्रंप से चापलूसी भरे लहजे में बात करते हुए वीडियो देखा होगा.

    ओमारी ने संभावित क्षेत्रीय दावों का भी संकेत दिया और कहा कि मौजूदा स्थिति यह संकेत देती है कि डूरंड रेखा के पार के क्षेत्र, जो कभी अफगानिस्तान द्वारा खो दिए गए थे, वो आखिरकार अफगान क्षेत्र में वापस आ सकते हैं.

    पाकिस्तान ने तोड़ा था सीजफायर: तालिबान नेता

    तालिबानी नेता की तरफ से ये चेतावनी अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच आई है, जहां हाल ही में सीमा पार झड़पें हुई हैं. काबुल ने इस्लामाबाद पर 48 घंटे के युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसके तहत लगभग एक हफ़्ते से चल रही लड़ाई पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई थी, जिसमें दोनों पक्षों के दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए.

    दोहा में दोनों देशों के बीच बनी सहमति

    दोनों देशों को लेकर कतर के विदेश मंत्रालय ने दोहा में बैठक का आयोजन किया, जिसमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान तत्काल युद्धविराम पर सहमत हुए. इसके बाद आगे की बैठक इंस्ताबुल में आयोजित की जाएगी.

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