Author: admin

  • इस राज्य में दिवाली पर रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखों की इजाजत, गाइडलाइन जारी

    इस राज्य में दिवाली पर रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखों की इजाजत, गाइडलाइन जारी

    झारखंड में दीपावली पर रात के आठ से दस बजे तक ही पटाखे चलाए जाएंगे. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों का हवाला देते हुए दीपावली सहित अन्य त्योहारों में आतिशबाजी और पटाखे चलाने को लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी की है. बोर्ड की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, दीपावली के अलावा छठ और गुरु पर्व पर भी सिर्फ दो-दो घंटे पटाखे चलाने की इजाजत दी जाएगी. क्रिसमस और न्यू ईयर पर पटाखे चलाने के लिए मात्र पैंतिस मिनट का समय निर्धारित किया गया है. 

    छठ के दिन सुबह छह से आठ बजे तक, गुरुपर्व पर रात्रि आठ से दस बजे तक तथा क्रिसमस एवं नववर्ष पर 31 दिसंबर की रात 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक पटाखों की अनुमति दी जाएगी.

    प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि झारखंड के उन शहरों में जहां वायु गुणवत्ता का स्तर अच्छा या संतोषप्रद है, वहां निर्धारित समय पर ही पटाखे चलाए जा सकेंगे. ऐसे शहरों में 125 डेसिबल से कम ध्वनि स्तर वाले पटाखों की ही बिक्री की जा सकेगी.

    उच्च ध्वनि वाले या अवैध पटाखों की बिक्री और प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा. इन निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर आईपीसी की धारा 188 और वायु प्रदूषण निवारण नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.

    इसे लेकर राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को भी पत्र लिखा गया है. राज्य के शहरी इलाकों में पटाखों की दुकानें लगाने के लिए शहरों में खुली जगहों पर क्लस्टर बनाए जा रहे हैं. खुदरा विक्रेता उन्हीं क्लस्टरों में दुकान लगा सकेंगे.

    झारखंड की राजधानी रांची में चार से पांच क्लस्टर बनाए गए हैं. इनके अलावा पटाखों की बिक्री के लिए प्रशासन ने कुछ शर्तें भी निर्धारित की हैं. सभी विक्रेताओं को इसका पालन करना होगा. पटाखों की बिक्री के लिए लाइसेंस लेना होगा.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • तालिबान से डरा पाकिस्तान, भारत का जिक्र कर ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप से लगाई गुहार, बोले- 'ये जंग भी रुकवा दो'

    तालिबान से डरा पाकिस्तान, भारत का जिक्र कर ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप से लगाई गुहार, बोले- 'ये जंग भी रुकवा दो'

    पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध में मध्यस्थता करने की अपील की है. देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप को ‘सबसे स्वागत योग्य’ बताया और कहा कि वह अगर शांति स्थापित करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.

    ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप की तारीफ की
    ख्वाजा आसिफ ने जियो टीवी से बातचीत में कहा, ‘अमेरिका के राष्ट्रपति अक्सर युद्धों के लिए जिम्मेदार रहे हैं, लेकिन ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने युद्ध रोकने की कोशिश की. पिछले 15–20 साल में अमेरिका ने युद्धों को बढ़ावा दिया, लेकिन ट्रंप ने शांति वार्ता की पहल की. अगर वह पाकिस्तान-अफगानिस्तान युद्ध में मदद करना चाहें तो उनका स्वागत है.’

    भारत पर लगाए आरोप
    आसिफ ने भारत पर अजीब आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि भारत तालिबान को समर्थन दे रहा है और पाकिस्तान के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध (प्रतिनियुक्त युद्ध) लड़ रहा है. कुछ दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शांति प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने आठ महीने में आठ बड़े युद्ध रोक दिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध उन्होंने टैरिफ की धमकी देकर रोका था. ट्रंप ने कहा, ‘मुझे किसी ने नोबेल पुरस्कार नहीं दिया, लेकिन मैंने शायद लाखों लोगों की जान बचाई.’

    पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार की सिफारिश की
    पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कूटनीतिक पहल की सराहना करते हुए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी सुझाया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने ट्रंप को ‘युद्धों को रोकने वाला नेता’ कहा है.

    भारत ने अमेरिकी दखलअंदाजी को खारिज किया
    वहीं, भारत ने अमेरिका की मध्यस्थता को महत्व नहीं दिया. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी वार्ता ‘दोनों सेनाओं के स्थापित चैनलों के माध्यम से सीधे’ हुई थी.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • पत्नी चंदा देवी संग RJD में शामिल हुए खेसारी लाल यादव, तेजस्वी बोले- 'हम लोगों की भाभी…'

    पत्नी चंदा देवी संग RJD में शामिल हुए खेसारी लाल यादव, तेजस्वी बोले- 'हम लोगों की भाभी…'

    भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और उनकी पत्नी चंदा देवी ने गुरुवार (16 अक्टूबर, 2025) को आरजेडी का दामन थाम लिया. इस मौके पर तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि खेसारी लाल यादव को बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में लोग इनको पहचानते हैं, जानते हैं. बड़े कलाकार हैं. बड़े कलाकार होने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान हैं और समाजसेवी हैं.

    तेजस्वी यादव ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष जी (लालू यादव) से इन्होंने (खेसारी लाल यादव) आशीर्वाद लिया है. ये आज पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं. साथ में हम लोगों की भाभी भी यहां उपस्थिति हैं. ये भी पार्टी की सदस्यता ले रही हैं.” इस मौके पर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष, अब्दुल बारी सिद्दीकी, सांसद मीसा भारती भी उपस्थित रहीं.

    #WATCH | Patna, Bihar: “Singer Khesari Lal Yadav, along with his wife Chanda Devi, have joined RJD today, ” says RJD leader Tejashwi Yadav#BiharElection2025 pic.twitter.com/Uq1M4KqepL

    खेसारी लाल यादव के आरजेडी में शामिल होने के साथ ही यह तय हो गया है कि वे छपरा सीट से चुनाव लड़ेंगे. इसकी पुष्टि उनके मैनेजर सोनू पांडेय ने एबीपी न्यूज़ से कर दी है.

    (खेसारी लाल यादव, उनकी पत्नी और मैनेजर सोनू पांडेय)

    इस मौके पर खेसारी लाल यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव ने 17 महीने में क्या किया है यह आप लोगों ने देखा है. आज मैं सबके सामने इस तरह से सार्वजनिक रूप से जुड़ रहा हूं (पार्टी के साथ) लेकिन मैं दिल से और हृदय से हमेशा से इस परिवार का हिस्सा रहा हूं. परिवार का एक छोटा बेटा हूं. राबड़ी देवी, लालू यादव, मीसा भारती का प्यार मिला है. उन्होंने आगे कहा कि आज मैं ही नहीं बल्कि पूरा बिहार बदलाव चाहता है. इस बदलाव में एक मेरा भी योगदान हो इसलिए मैं भी जुड़ा हूं.

    यह भी पढ़ें- खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी के चुनाव लड़ने का मामला फंसा, अब RJD से कौन होगा कैंडिडेट?

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • विराट-रोहित का होगा कमबैक, कब और कहां खेले जाएंगे भारत-ऑस्ट्रेलिया ODI मैच? एक क्लिक में पूरा शेड्यूल

    विराट-रोहित का होगा कमबैक, कब और कहां खेले जाएंगे भारत-ऑस्ट्रेलिया ODI मैच? एक क्लिक में पूरा शेड्यूल

    India vs Australia ODI Series Schedule: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज शुरू होने में अब केवल तीन दिन का समय रह गया है. भारतीय टीम तीन मैचों की ODI सीरीज और 5 मैचों की टी20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है. भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर प्रैक्टिस सेशन भी शुरू कर दिए हैं. भारत का ऑस्ट्रेलिया के साथ पहला मैच 19 अक्टूबर को खेला जाएगा. आइए भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज के पूरे शेड्यूल के बारे में जानते हैं.

    भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला मैच 19 अक्टूबर, दूसरा मैच 23 अक्टूबर और तीसरा मैच 25 अक्टूबर को खेला जाएगा. पहला मैच पर्थ में होगा, इसलिए टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर पर्थ की पिच पर प्रैक्टिस करनी शुरू कर दी है.

    वनडे सीरीज के लिए भारत का स्क्वाड

    शुभमन गिल (कप्तान), श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), नितीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा और यशस्वी जयसवाल.

    वनडे सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का स्क्वाड

    मिशेल मार्श (कप्तान), जेवियर बार्टलेट, एलेक्स केरी, कूपर कोनोली, बेन ड्वार्शिस, नाथन एलिस, कैमरून ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस, मिशेल ओवेन, मैथ्यू रेनशॉ, मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल स्टार्क और एडम जम्पा.

    रोहित शर्मा और विराट कोहली सात महीने बाद भारतीय टीम में खेलते नजर आएंगे. रोहित और कोहली आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के लिए खेलते नजर आए थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में सभी की निगाहें इन दोनों खिलाड़ियों पर रहेंगी. रोहित शर्मा से पहले ही वनडे टीम की कमान ली जा चुकी है. इस सीरीज में वे कप्तान की जगह बतौर बल्लेबाज खेलते नजर आएंगे. देखना होगा कि सात महीने बाद दोनों खिलाड़ियों का बल्ला किस तरह चलता है.

    यह भी पढ़ें

    ‘मैंने बुलाया ही नहीं…’, ऑस्ट्रेलिया टूर से पहले जसप्रीत बुमराह को मीडिया पर आया गुस्सा, देखें वीडियो

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • दिवाली पर फेयरीलाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    दिवाली पर फेयरीलाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    हर साल दिवाली का त्योहार हमारी लाइफ में रौशनी, खुशियां और नए उत्साह को लेकर आता है. यह सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक ऐसा मौका होता है जब हम अपने घरों को सुंदरता और पॉजिटिविटी से भर देते हैं. घर की सफाई, मिठाइयां, नए कपड़े और सजावट, ये सब दिवाली की पहचान हैं और जब बात सजावट की आती है, तो सबसे चमकदार और लोकप्रिय ऑप्शन फेयरी लाइट्स होती हैं. 

    छोटे-छोटे बल्बों की ये रोशनियां न सिर्फ देखने में सुंदर लगती हैं, बल्कि किसी भी नॉर्मल जगह को कुछ ही पलों में एक शानदार, जादुई माहौल में बदल सकती हैं. खासकर बालकनी, जो अक्सर घर का सबसे नजदीकी ओपन स्पेस होता है, उसे सजाने के लिए फेयरी लाइट्स एक बेहतरीन ऑप्शन हैं. चाहे आप अपार्टमेंट में रहते हों या घर के टॉप फ्लोर पर, बालकनी को फेयरी लाइट्स से खास बनाना आज हर किसी को काफी पसंद होता है. ऐसे में चलिए हम आपको दिवाली पर फेयरी लाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके बताते हैं. 

    फेयरी लाइट्स से बालकनी को सजाने के आसान और क्रिएटिव तरीके

    1. बालकनी को हाइलाइट करें – फेयरी लाइट्स को ऐसे लगाएं कि वो बालकनी के साइज और डिजाइन को निखारें. बालकनी की रेलिंग पर लाइट्स को घुमा दें या सीधे लाइन में लगाएं. खिड़कियों या दरवाजों के फ्रेम पर भी लाइट्स को सजाएं. इससे एक फ्रेमिंग इफेक्ट बनता है जो बहुत खूबसूरत लगता है. इट्स को पेड़ों, पौधों, या लटकते गमलों के साथ मिलाकर लगाएं, जिससे नेचुरल और रोशनी का एक सुंदर कॉम्बिनेशन बनता है. इनमें एक जैसे रंग की जैसे वॉर्म वाइट फेयरी लाइट्स ज्यादा क्लासिक और शांति देने वाला लुक देती हैं. 

    2. लाइट्स के साथ बनाएं लेयर सजावट – सिर्फ एक सीधी लाइन में लाइट लगाने से जगह कभी-कभी फीकी लग सकती है. बेहतर होगा कि लाइट्स को अलग-अलग ऊंचाई और पैटर्न में लगाएं. आप एक कोने में झूलती हुई लाइट्स लगाकर एक छोटा लाइट कर्टेन तैयार कर सकते हैं. छोटे लैम्प्स, मोमबत्तियां या लालटेन के साथ फेयरी लाइट्स को मिलाएं. इससे रोशनी में लेयर बनती हैं और सुंदर हो जाता है. अगर आपके पास झूला या चेयर है बालकनी में, तो उसके चारों ओर भी लाइट्स लगाई जा सकती हैं. वहीं गोल-गोल या बूंद जैसी फेयरी लाइट्स अलग पैटर्न बनाने में मदद करती हैं. 

    3. तार और क्लटर से बचें – फेयरी लाइट्स खूबसूरत तभी लगती हैं जब उनकी वायरिंग साफ-सुथरी हो और कहीं उलझन न बनाएं. लाइट्स लगाने के लिए ट्रांसपेरेंट हुक्स, चिपकने वाली पट्टियां या छोटे क्लिप्स का यूज करें. ध्यान रखें कि तार ज्यादा दिखाई न दें अगर वायर सफेद दीवार पर है, तो सफेद वायर ही चुनें. जब लाइट्स को बार-बार हटाना न पड़े, तो USB या सोलर ऑप्शन वाले फेयरी लाइट्स यूजफुल हो सकते हैं. 

    4. लाइट्स से बनाएं अट्रैक्टिव कोने – हर बालकनी में कोई एक जगह होती है जो तुरंत लोगों की नजर खींचती है, उसी को हाइलाइट करें. दीवार पर लगे वॉल हैंगिंग या पेंटिंग के आसपास लाइट्स लगाएं. जा का छोटा कोना, अगर बालकनी में है, तो वहां पर नाज़ुक लाइट्स लगाकर एक शांत  जगह तैयार करें. फेयरी लाइट्स से एक शब्द, साइज या डिजाइन बनाकर दीवार पर लगाएं. जैसे दिल, तारा या Happy Diwali.

    यह भी पढ़ें Boss Day: बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देता है बॉस? ऐसे कर सकते हैं उसकी शिकायत

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • डिप्टी CM सम्राट चौधरी की पत्नी बोलीं, 'काम की वजह से जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं'

    डिप्टी CM सम्राट चौधरी की पत्नी बोलीं, 'काम की वजह से जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं'

    तारापुर से बीजेपी के उम्मीदवार और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. 15 साल बाद सम्राट चौधरी विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इस बीच उनकी पत्नी ममता कुमारी ने कहा कि हमारे परिवार के लोग अपने काम की वजह से चुनाव जीतते हैं, किसी सिंबल की वजह से नहीं. एनडीए में हैं तो एनडीए की जीत होगी. हमारे परिवार के लोग सिर्फ काम करते हैं. 

    ममता कुमारी ने कहा कि जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार में काफी काम हुआ है. यहां तो 24 घंटे काम होता है. पति को लेकर उन्होंने कहा, “ये पूरे बिहार के हैं, किसी क्षेत्र के नहीं हैं. इनको पूरे बिहार को देखना है. इनके लिए मैं यहां आई हूं.”

    सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी ने कहा, ”तारापुर को मैंने बहुत सींचा है, यहां कितने लड़ाई-झगड़े थे, सब को मैंने खत्म किया. जातीय टेंशन को खत्म किया है और फिर उसी समय दो-दो दंगे हुए. 1989 का दंगा आपको याद होगा और फिर 2002 में भी दंगा हुआ. इस दौरान मैंने कोई नुकसान होने नहीं दिया, सारे लोगों को सुरक्षित रखा. सभी लोगों से ऐसा प्यार दिया कि वो अभी भी दिल में है.” 

    जब उनसे पूछा गया कि तारापुर की जनता आपके बेटे सम्राट चौधरी को भी उतना ही प्यार देगी? इस पर शकुनी चौधरी ने कहा, ”तारापुर में सम्राट चौधरी को मुझसे ज्यादा प्यार मिलेगा, क्योंकि लोगों ने बचपन से ही उसको देखा है, लोगों ने पहचाना है. सभी जगह हर मामले में सम्राट जनता के साथ जुड़ा हुआ है. 

    शकुनी चौधरी ने इस दौरान प्रशांत किशोर पर भी हमला बोला. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ”पीके बिना दिमाग का आदमी है, उसको कोई लाज-शर्म नहीं है. अगर वह थोड़ा सा भी ईमानदार और पब्लिक से जुड़ा हुआ व्यक्ति होता तो सम्राट चौधरी पर वो इल्जाम नहीं लगाता. आरोप लगाने से पहले उन्हें कागज देखना चाहिए.”

    महागठबंधन की ओर से जीत के दावे को लेकर पूछे गए सवाल पर शकुनी चौधरी ने कहा, ”प्रजातंत्र में सभी को अपनी जीत का दावा करने का अधिकार है. सभी लोग मेहनत करते हैं, लेकिन जीत जनता के हाथ में है. जनता जिसे ताकत देगी वही विधायक बनेगा. 

    अजीत कुमार एबीपी लाइव में बतौर कंटेंट राइटर काम कर रहे हैं. करीब एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. अपने दृष्टिकोण के प्रति जागरूक और हमेशा कुछ नया सीखने की जिज्ञासा. राजनीति की खबरों में खास रुचि. तथ्यों पर सवाल उठाने, डेटा विश्लेषण और सोच-समझकर निर्णय लेने में सक्षम. खाली वक्त में किताबें पढ़ने और संगीत से जुड़ाव.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • वर्चुअल सुनवाई के दौरान महिला संग रोमांस फरमा रहे थे वकील साहब, 'किस' करते हुए वीडियो हो गया वायरल

    वर्चुअल सुनवाई के दौरान महिला संग रोमांस फरमा रहे थे वकील साहब, 'किस' करते हुए वीडियो हो गया वायरल

    भारत में डिजिटल इंडिया की मुहिम के तहत जब से अदालतों की सुनवाई ऑनलाइन होने लगी है, तब से न्यायपालिका ने तकनीक को अपनाने की दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं. अब वर्चुअल कोर्ट, ई-फाइलिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई आम बात हो गई है. हालांकि, जब तकनीक का इस्तेमाल लापरवाही या गैर-जिम्मेदाराना तरीके से होने लगे तो शर्मनाक चीजें सामने आती ही आती हैं. 

    हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को चौंका दिया है. दिल्ली हाईकोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई से पहले का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक वकील अदालत की मर्यादा और नैतिकता की सारी हदें पार करता दिखाई दे रहा है. 

    क्या है पूरा मामला?

    यह घटना हाल ही की बताई जा रही है, जब दिल्ली हाईकोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई शुरू होने से पहले सभी लोग जज के आने का इंतजार कर रहे थे. उसी दौरान वकील कैमरा ऑन रखकर कोर्ट लिंक पर जुड़े थे, लेकिन उन्हें शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि वे लाइव हैं और उनकी एक्टिविटी रिकॉर्ड हो रही हैं. 

    वीडियो में देखा गया कि एक वकील कैमरे के सामने बैठा हुआ है. उसके सामने एक महिला दिखाई दे रही है, जो साड़ी पहने हुए है. वकील अचानक महिला का हाथ पकड़ता है और उसे अपनी ओर खींचते हुए जबरदस्ती किस करता है. महिला कुछ हिचकिचाती है और विरोध करती है, लेकिन वकील अपनी हरकत से बाज नहीं आता है. इसके बाद महिला पीछे हट जाती है. 

    Welcome to Digital India Justice 😂

    Court is online… but judge forgot it’s LIVE! ☠️

    When tech meets tradition
    — and the camera off button loses the case! 🤣 pic.twitter.com/1GbfOFQ6w7

    वीडियो हुआ वायरल, उठे सवाल

    वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया, सिर्फ दो घंटे के अंदर इसे लगभग 89,700 बार देखा जा चुका था. लोग इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं और तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. वकील और महिला की पहचान फिलहाल साफ नहीं हो पाई है. फ्री प्रेस जर्नल ने भी वीडियो की पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह वीडियो तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है.  

    लोगों के मजेदार कमेंट्स

    इस वीडियो को लेकर लोगों के रिएक्शन दो हिस्सों में बंटे हुए हैं. एक तरफ कुछ लोग इस हरकत पर गुस्सा कर रहे हैं और इसे न्यायपालिका की गरिमा के खिलाफ बता रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ, कुछ लोग इस पर मजाकिया कमेंट्स कर रहे हैं और इसे सोशल मीडिया पर मीम्स बना रहे हैं. इस वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट किया कि Virtual court थी, वकील साहब ने तो personal courtship शुरू कर दी, तो दूसरे के कहा कि अरे भैया, IPC नहीं, अब तो KPC,Kiss Penal Code लागू करना पड़ेगा. एक यूजर ने बोला ये वकील साब तो कानून की किताब में लव का नया चैप्टर जोड़ने आए हैं. 

    यह भी पढ़ें DJ पर काली साड़ी वाली भाभी ने दिखाए नोरा फतेही जैसे मूव्स, मदहोश हो गए सोशल मीडिया यूजर्स

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • 'रूसी तेल खरीद पर लगाए प्रतिबंध तो देंगे करारा जवाब', अमेरिका ने दी धमकी तो चीन ने सुना डाला

    'रूसी तेल खरीद पर लगाए प्रतिबंध तो देंगे करारा जवाब', अमेरिका ने दी धमकी तो चीन ने सुना डाला

    अमेरिका द्वारा रूस से तेल खरीदने पर चीन पर लगाए जा रहे दबाव के बीच, चीन ने अपने तेल आयात को पूरी तरह वैध और कानूनी बताया और चेतावनी दी कि अगर बीजिंग के हितों को नुकसान पहुंचाया गया तो वह कड़े जवाबी कदम उठाएगा.

    अमेरिका के एकतरफा दबाव को आलोचना
    चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मीडिया को बताया कि अमेरिका की यह नीति एकतरफा धमकाना और आर्थिक दबाव है, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों को कमजोर करती है और वैश्विक उद्योग एवं आपूर्ति श्रृंखलाओं की सुरक्षा और स्थिरता को खतरे में डालती है.

    रूस के साथ व्यापार पूरी तरह वैध
    लिन ने कहा कि चीन का रूस समेत दुनिया के देशों के साथ सामान्य व्यापार और ऊर्जा सहयोग पूरी तरह वैध और कानूनी है. उन्होंने अमेरिकी दावे का जवाब देते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को रूस से तेल न खरीदने का आश्वासन दिया या नहीं, यह अलग मुद्दा है, लेकिन चीन अपने स्वाभाविक व्यापारिक अधिकारों से पीछे नहीं हटेगा.

    ट्रंप का भारत पर निशाना
    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को वॉशिंगटन में कहा था कि अमेरिका भारत के रूस से क्रूड ऑयल खरीदने से खुश नहीं है. उनका तर्क था कि ऐसे आयात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के युद्ध को वित्तीय मदद पहुंचाते हैं.

    अमेरिका ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया
    इससे पहले बुधवार को अमेरिका ने चीन के खिलाफ सख्त चेतावनी दी. अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा कि अमेरिकी सेनेटर्स चीन से आयात पर 500% तक टैरिफ लगाने का समर्थन कर सकते हैं, खासकर रूस के साथ व्यापार को लेकर. बेसेंट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 85 अमेरिकी सीनेटर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह असाधारण अधिकार देने के लिए तैयार हैं, ताकि अभूतपूर्व टैरिफ लगाया जा सके. बेसेंट ने रूसी ऊर्जा खरीदने के लिए बीजिंग की आलोचना की और दावा किया कि इस तरह के आयात से रूसी वॉर मशीन को फायदा हो रहा है.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • सफेद कोट का सपना, मगर कीमत कितनी? कनाडा और भारत में मेडिकल पढ़ाई की फीस इतनी

    सफेद कोट का सपना, मगर कीमत कितनी? कनाडा और भारत में मेडिकल पढ़ाई की फीस इतनी

    डॉक्टर बनने का सपना हर छात्र देखता है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि अगर मेडिकल की पढ़ाई करनी है, तो भारत में या विदेश में? खासकर कनाडा और भारत के टॉप मेडिकल संस्थानों में फीस और खर्च में कितना फर्क है. आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं.

    हायर एजुकेशन के लिए जब भी किसी पॉपुलर देश की बात होती है, तो उसमें कनाडा का नाम जरूर आता है. यहां चार लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. ज्यादातर भारतीय छात्र यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और कंप्यूटर साइंस के कोर्सेज में एडमिशन लेते हैं. लेकिन कनाडा मेडिकल पढ़ाई के लिए भी पॉपुलर है, क्योंकि यहां की कई टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं.

    भारत में भी मेडिकल पढ़ाई बहुत पॉपुलर है. हर साल हजारों छात्र MBBS करने विदेश जाते हैं. लेकिन अब सवाल उठता है कि कहां पढ़ाई महंगी है और कहां सस्ती, और डॉक्टर बनने के बाद सैलरी का फर्क कितना है.

    भारत बनाम कनाडा

    भारत में, 12वीं के बाद सीधे MBBS में एडमिशन लिया जा सकता है. इस कोर्स की अवधि 5.5 साल होती है, जिसमें एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप भी शामिल है. कनाडा में डॉक्टर बनने के लिए पहले 12वीं के बाद चार साल की ग्रेजुएशन करनी होती है. इसके बाद MCAT एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. सफल होने पर MD (Doctor of Medicine) कोर्स में दाखिला मिलता है, जो चार साल का होता है. कुल मिलाकर भारत की MBBS और कनाडा की MD डिग्री लगभग समान होती है.

    टॉप मेडिकल संस्थान

    कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी को मेडिकल पढ़ाई के लिए नंबर वन माना गया है. वहीं भारत में AIIMS दिल्ली की पढ़ाई देश में सबसे प्रतिष्ठित मानी जाती है.

    फीस की तुलना

    कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी के MD कोर्स के लिए सालाना फीस लगभग 1 लाख कनाडाई डॉलर है, जो रुपये में लगभग 63.5 लाख रुपए होती है. इसमें हेल्थ इंश्योरेंस भी शामिल है. किताबों और रिसोर्स के लिए सालाना लगभग 6.3 लाख रुपये और रहने-खाने का खर्च लगभग 11 लाख रुपये होगा. ऐसे में एक साल का कुल खर्च लगभग 81 लाख रुपये आता है. MD कोर्स चार साल का होने के कारण, डॉक्टर बनने के लिए कुल खर्च लगभग 3.24 करोड़ रुपये होगा.

    भारत में AIIMS दिल्ली में MBBS की फीस बहुत कम है. अकेडमिक फीस में रजिस्ट्रेशन फीस 25 रुपये, कॉशन मनी 100 रुपये, ट्यूशन फीस 1350 रुपये, लैब चार्ज 90 रुपये और स्टूडेंट यूनियन फीस 63 रुपये होती है. हॉस्टल और अन्य खर्च मिलाकर कुल फीस लगभग 4228 रुपये होती है. देखा जाए तो भारत में पढ़ाई कनाडा की तुलना में बेहद किफायती है.

    यह भी पढ़ें – भैंस चराने वाली लड़की से IAS अफसर तक, मुश्किलों को मात देकर सी वनमती ने क्रैक किया UPSC

    सैलरी में अंतर

    कनाडा में डॉक्टरों की औसत सालाना सैलरी लगभग 1.43 करोड़ रुपये है. एंट्री लेवल वाले डॉक्टर हर साल करीब 54 लाख रुपये कमाते हैं, जबकि अनुभवी डॉक्टर 2.77 करोड़ रुपये सालाना कमा सकते हैं.
    भारत में एंट्री लेवल MBBS ग्रेजुएट्स को 25 हजार से 70 हजार रुपये महीने की सैलरी मिलती है. अनुभवी डॉक्टर 1.5 लाख रुपये महीने तक और सीनियर डॉक्टर 3 लाख रुपये प्रति माह तक कमा सकते हैं. यानी कनाडा में शुरुआती डॉक्टर की सैलरी भारत की तुलना में कई गुना ज्यादा है.

    यह भी पढ़ें – दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों पर भर्ती, ऐसे करें आवेदन

    Education Loan Information:
    Calculate Education Loan EMI

    रजनी उपाध्याय बीते करीब छह वर्षों से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली रजनी ने आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बचपन से ही पढ़ने-लिखने में गहरी रुचि थी और यही रुचि उन्हें मीडिया की दुनिया तक ले आई.

    अपने छह साल के पत्रकारिता सफर में रजनी ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. उन्होंने न्यूज, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन जैसे प्रमुख वर्टिकल्स में अपनी पहचान बनाई. हर विषय में गहराई से उतरना और तथ्यों के साथ-साथ भावनाओं को भी समझना, उनकी पत्रकारिता की खासियत रही है. उनके लिए पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखना नहीं, बल्कि समाज की धड़कन को शब्दों में ढालने की एक कला है.

    रजनी का मानना है कि एक अच्छी स्टोरी सिर्फ हेडलाइन नहीं बनाती, बल्कि पाठकों के दिलों को छूती है. वर्तमान में वे एबीपी लाइव में कार्यरत हैं, जहां वे एजुकेशन और एग्रीकल्चर जैसे अहम सेक्टर्स को कवर कर रही हैं.

    दोनों ही क्षेत्र समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं और रजनी इन्हें बेहद संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ संभालती हैं. खाली समय में रजनी को संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है. ये न केवल उन्हें मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी ऊर्जा प्रदान करते हैं.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • 'खलीफा' में गोल्ड स्मगलर बनेंगे पृथ्वीराज सुकुमारन, बर्थडे पर सामने आया फर्स्ट लुक, जानें कब रिलीज होगी फिल्म

    'खलीफा' में गोल्ड स्मगलर बनेंगे पृथ्वीराज सुकुमारन, बर्थडे पर सामने आया फर्स्ट लुक, जानें कब रिलीज होगी फिल्म

    मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की नई फिल्म ‘खलीफा’ से उनका फर्स्ट लुक जारी कर दिया गया है. इस एक्शन-थ्रिलर में वो आमिर अली नाम के एक कुख्यात गोल्ड स्मगलर का किरदार निभाते नजर आएंगे. पृथ्वीराज सुकुमारन के जन्मदिन के मौके पर इस फिल्म का टीजर भी मेकर्स ने सोशल मीडिया पर जारी किया. इस फिल्म को वैसाख डायरेक्ट कर रहे हैं.

    पृथ्वीराज सुकुमारन ने भी इसका एक पोस्टर अपनी एक्स टाइमलाइन पर शेयर किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- पीढ़ियों से चली आ रही एक दुश्मनी का होगा अंत. ‘खलीफा – द रूलर’ अगले ओणम पर होगी रिलीज, आमिर अली अपना बदला लेगा.

    खलीफा का टीजर भी यूट्यूब पर जारी किया गया है. इसकी शुरुआत एक समाचार बुलेटिन की आवाज से होती है, जिसमें न्यूज एंकर कहता है- ‘पुलिस और सीमा शुल्क अधिकारियों ने मिडिल ईस्ट से संचालित एक करोड़ों डॉलर के सोने की तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है. बताया गया है कि यह रैकेट लंदन, नेपाल और केरल के नेटवर्क के जरिए चलाया जा रहा है.’

    फिर एक बूढ़ा व्यक्ति से पूछताछ करता एक कस्टम अधिकारी दिखाई देता है. वो उसे डराता है और उस पर नई-नई धाराओं सहित कड़ा अधिनियम लगाने की धमकी देता है. वो कहता है कि कोफेपोसा अधिनियम किसके लिए लगाया गया था. फिर वो दक्षिण भारत के सबसे बड़े गोल्ड स्मगलर का नाम लेता है. इसके बाद पृथ्वीराज सुकुमारन उर्फ आमिर अली की एंट्री होती है. इसमें वो धमाकेदार एक्शन भी करते दिखाई दे रहे हैं. इसमें कुछ हैरतअंगेज स्टंट भी दिखाए गए हैं.

    पृथ्वीराज सुकुमारन ने फिल्म खलीफा के यूके शेड्यूल में अपने हिस्से की शूटिंग इसी साल अगस्त में पूरी की थी. खलीफा की शुरुआत 2022 में होनी थी, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते इसकी पहली शूटिंग 2025 में ही शुरू हो पाई. बताया जा रहा है कि इसकी शूटिंग यूके के बाद अब नेपाल में भी की जाएगी. ‘खलीफा’ अगले साल रिलीज होगी.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.