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  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – डोनाल्ड ट्रम्प ने डैन स्कैविनो को व्हाइट हाउस कार्मिक कार्यालय प्रमुख के रूप में नियुक्त किया, अपडेट – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – डोनाल्ड ट्रम्प ने डैन स्कैविनो को व्हाइट हाउस कार्मिक कार्यालय प्रमुख के रूप में नियुक्त किया, अपडेट – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड नाइक ने अपने डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डैन स्काविनो को व्हाइट हाउस प्रेसिडेंट पर्सनल ऑफिस का प्रमुख नियुक्त किया है। इस जानकारी की घोषणा की राष्ट्रपति किच ने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करके दी। अनंत प्रशासन में इस कदम को सामूहिक टीम की तैनाती और योग्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

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    सर्जियो गोर की जगह दूसरा स्काविनो

    डैन स्केविनो, पहले से ही क्वेल्ट प्रशासन में डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम करते थे, अब सर्जियो गोर की जगह पर हैं। सर्जियो गोर हाल ही में अमेरिका की सीनेट की तरफ से अमेरिका के अगले भारत के राजदूत के रूप में फर्जीवाड़े गए थे और वे छह दिनों के भारत दौरे पर आए हैं।

    यथार्थ ने स्काविनो को महान बताया

    राष्ट्रपति डिप्टी डोनाल्ड हिटलर ने ट्रुथ सोशल पोस्ट में लिखा, ‘मैं यह लेता हुआ खुश हूं कि ग्रेट डैन स्काविनो, चीफ ऑफ स्टाफ बने रहें साथ-साथ, व्हाइट हाउस पर्सनल ऑफिस का नेतृत्व करेंगे। सर्जियो गोर ने इस पद पर शानदार काम किया और अब वे भारत के राजदूत बन रहे हैं। डैन को बधाई, आप शानदार काम करेंगे!’

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    व्हाइट हाउस पर्सनल ऑफिस की क्या होती है जिम्मेदारी?

    यह ऑफिस सरकार में लगभग सभी दुकानदारों के चयन और प्रक्रिया की प्रक्रिया को दर्शाता है। कार्यालय राष्ट्रपति के लिए वास्तुशिल्प और स्मारक में उपयुक्त वस्तुओं की भर्ती की जाती है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बड़ा पद माना जाता है क्योंकि इसके माध्यम से राष्ट्रपति प्रशासन में नियुक्तियों का निर्णय लिया जाता है।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – डोनाल्ड ट्रंप की डेड कैट डिप्लोमेसी कैसे गाजा युद्ध में शांति लाती है, इज़राइल हमास ने नेतन्याहू का युद्धविराम समाप्त कर दिया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, मुस्लिम

    द्वारा प्रकाशित: गौतम गौतम

    अद्यतन रविवार, 12 अक्टूबर 2025 12:25 अपराह्न IST

    बेंजामिन नेतन्याहू के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड शून्य।
    -फोटो : पीटीआई



    गाजा में युद्ध विराम का भुगतान हो चुका है और सोमवार को इजरायली बंधकों की रिहाई भी हो सकती है। इससे पश्चिम एशिया में दो वर्षों से चले आ रहे भीषण संघर्ष के समाप्त होने और शांति स्थापित होने की उम्मीद है। युद्ध विराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया, जिस पर दोनों पक्षों ने सहमति जताई और अंतिम रूप से युद्ध विराम हुआ। हालाँकि ये इतना भी आसान नहीं था और हमास के साथ ही इज़राइली बेंजामिन नेतन्याहू भी शांति का प्रस्ताव लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थे। हालाँकि शैतान ने मृत कैट मार्किट का इस्तेमाल करते हुए नेतन्याहू को मना लिया।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – नोबेल शांति पुरस्कार 2025 विजेता मारिया मचाडो ने ट्रंप को दिया श्रेय, जानिए क्या कहा – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    वेनेजुएला की फ़्रांसीसी नेता मारिया कोरिना मचाडो ने शांति का नोबेल पुरस्कार नोबेल इतिहास रच दिया है। हालाँकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड नॉयल इस पुरस्कार से चूक गए, लेकिन मैकाडो ने डोनाल्ड नॉयल और अमेरिका को श्रेय दिया है। अपनी पहली प्रतिक्रिया में उन्होंने साहस के लिए इस प्रतिष्ठित सम्मान की पेशकश की है। मचाडो को उनके लोकतांत्रिक रसायन शास्त्र के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिला है। इस सम्मान के लिए उन्होंने गठबंधन किया और इसे वेनेजुएला के लोगों की स्वतंत्रता संग्राम की मान्यता दी।

    ‘मैं यह पुरस्कार राष्ट्रपति पद के लिए समर्पित हूं’

    वहीं इस सम्मान के बाद मचाडो के पहले बयान ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। उन्होंने यह पुरस्कार वेनिजुएलावासियों के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड बराक को भी समर्पित किया है। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में मचाडो ने लिखा कि आज हम जीत की दहलीज पर हैं और पहले से कहीं ज्यादा हम राष्ट्रपति पद के लोग, संयुक्त राज्य अमेरिका के लोग, लैटिन अमेरिका के लोग और दुनिया के लोकतांत्रिक अपने प्रमुख सहयोगियों के रूप में देश को स्वतंत्रता और लोकतंत्र प्राप्त करने का भरोसा है। मैं यह पुरस्कार वेनेजुएला के पीड़ित लोगों और हमारे उद्देश्य के प्रति उनके समर्थन के लिए राष्ट्रपति चिल्ला को समर्पित करता हूं!

    आयरन लेडी के नाम से मशहूर मचाडो

    आयरन लेडी के नाम से भी मशहूर मचाडो का नाम टाइम मैगजीन की ‘2025 के 100 सबसे ताकतवर लोगों’ की सूची में शामिल है। मचाडो ने सुमाते नाम के संगठन की स्थापना की, जो लोकतंत्र की बेहतरी के लिए काम करता है। जो मुफ़्त और सुपरमार्केट की मांग कर रहा है। बता दें कि मारिया कोरिना मचाडो साल 2024 के चुनाव में सबसे पहले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार थीं, लेकिन वेनेजुएला की सरकार ने उम्मीदवारी रद्द कर दी।

    अंधेरे में जलती लोकतंत्र की लौ-नोबेल समिति

    शांति की घोषणा करते हुए नोबेल समिति ने महिला नेता शांति की एक डेयरडेंजर और समर्थक के रूप में नोबेल की घोषणा की, जो बढ़ते ब्लैकआउट के बीच लोकतंत्र की लौ जलाए हुए हैं। पुरस्कार की घोषणा के दौरान नोबेल समिति ने कहा कि वह वेनेजुएला के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए मचाडो के पर्याप्त कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में एक न्यायसंगत और फिलिस्तीन को बढ़ावा देंगे। परिवर्तनों को प्राप्त करने के संघर्ष के लिए उन्हें प्रतिष्ठित किया जाता है।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – अफगानिस्तान पाकिस्तान: पाकिस्तान पर हमले के बाद तालिबान ने किया जवाबी हमला, सीमा पर बढ़ा तनाव – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। तालिबान ने दावा किया है कि पाकिस्तान की ओर से हवाई हमलों के जवाब में उसकी सेना ने चौकियों पर भारी हमले किए हैं। इसमें पाकिस्तान के पांच सैनिकों की मौत हो गई। इसके अलावा अफ़ग़ानी सेना द्वारा सीमा पर कई चौकियों पर व्यवसाय का भी दावा किया गया है। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा सैन्य क्षेत्र में बमबारी की प्रतिशोध में की गई है।

    तालिबान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हवाई हमलों की जवाबी सीमा में आतंकवादियों की सेनाओं ने विभिन्न सीमा क्षेत्रों में भारी चौकियों पर कब्जा कर लिया है। पाकिस्तान सरकार की ओर से भी इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

    हवाई हमले का आरोप, संप्रभुता के उल्लंघन की शिकायत

    अफगान रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को पाकिस्तान पर अपने क्षेत्र की हवाई सीमा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। मंत्रालय ने कहा है कि डिजिटल मार्केट ने ड्यूरंड लाइन के पास पक्तिका प्रांत के मरघी क्षेत्र में एक नागरिक बाजार पर बमबारी की है। मंत्रालय ने इसे अफगानिस्तान की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन बताया। बयान में कहा गया कि यह एक अपमानजनक, हिंसक और उकसाने वाला कदम है। हम इस अपमान की कड़ी निंदा करते हैं। अपनी भूमि की रक्षा करना हमारा अधिकार है।

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    तालिबान ने किया पलटवार, भारत दौरे के बीच बढ़ा तनाव

    यह रैली ऐसे समय में हुई जब तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत के दौरे पर थे। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा हो गया है। इससे पहले गुरुवार देर रात काबुल में भी एक धमाका हुआ था, हालांकि किसी के होने की खबर नहीं आई थी। शुक्रवार को भारत और अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान के यूक्रेनी सीमा पार के “साझा ख़तरे” को ख़त्म कर दिया।

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    भारत के रक्षा मंत्री ने क्या कहा था?

    इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा स्टूडियो ने भी हाल ही में संसद में कहा था कि अगर सुरक्षा बलों पर हमला हुआ तो जवाबी कार्रवाई में कोई नुकसान नहीं होगा। ।। उन्होंने दो टूक कहा कि अब बहुत भुगतान हो गया है। मित्र का कहना है कि तनाव ऐसे समय में बढ़ गया है जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत के दौरे पर आए हैं। 9 से 16 फ़्लोरिडा तक वॉक वाला यह हमला तालिबान सरकार के किसी वरिष्ठ प्रतिनिधि की भारत की पहली यात्रा है, जो 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद हो रही है।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – ट्रंप ने नाटो के खर्च में ‘पिछड़ा’ होने के लिए स्पेन की आलोचना की; मैड्रिड ने जवाब दिया कि यह ‘वफादार’ सहयोगी है – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव – नाटो:स्पेन पर बढ़ाए मूल्य, नाटो के खर्च में कमी का आरोप; मैड्रिड ने कहा

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – ट्रंप ने नाटो के खर्च में ‘पिछड़ा’ होने के लिए स्पेन की आलोचना की; मैड्रिड ने जवाब दिया कि यह ‘वफादार’ सहयोगी है – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव – नाटो:स्पेन पर बढ़ाए मूल्य, नाटो के खर्च में कमी का आरोप; मैड्रिड ने कहा

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    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड कुणाल ने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में स्पेन के ‘कमजोर एपिसोड’ के बारे में बताया और यहां तक ​​कहा कि अगर वह रक्षा खर्च नहीं उठाते हैं तो उन्हें संगठन से बाहर कर देना चाहिए। इस दावे पर स्पेन की सरकार ने जवाब देते हुए कहा कि वह एक ‘वफादार और अत्याधुनिक सहयोगी’ हैं।

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    ‘शायद स्पेन को नाटो से बाहर कर देना चाहिए’

    गुरुवार को अलेक्जेंडर स्टैब ने मुलाकात के दौरान कहा, ‘स्पेन को समझाना होगा कि वह पीछे क्यों है।’ उसके पास कोई भी गायब नहीं है। शायद उसे नाटो से बाहर कर देना चाहिए।’ उनके जून में एक सूची की ओर इशारा किया गया था, जिसमें सभी 32 सदस्य देशों ने रक्षा बजट को 5% तक की बढ़ोतरी की सीमा तय की थी, लेकिन स्पेन को छूट दी गई थी। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा था कि 2.1% तक का खर्च ‘पर्याप्त’ है।

    हमें कोई चिंता नहीं है- स्पेन के रक्षा मंत्री

    स्पेन की रक्षा मंत्री मार्गरीटा रोबल्स ने शुक्रवार को कहा, ‘हमें कोई चिंता की बात नहीं है। ‘राष्ट्रपति प्राणियों को पता होना चाहिए कि स्पेन एक वफादार नाटो सहयोगी है।’ आंकड़ों के मुताबिक, स्पेन ने पिछले साल अपनी सदस्यता का केवल 1.28% रक्षा पर खर्च किया था, जो गठबंधन में सबसे कम था। स्पेन ने कहा कि वह केवल पैसे से नहीं, बल्कि सैनिकों के आर्किटेक्चर से भी अपनी डॉक्यूमेंट्री दिखा रही है। उसके सैनिक नाटो में लातविया, स्लोवाकिया, रोमानिया, बुल्गारिया और तुर्किये मिशनों पर तैनात हैं।

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    नाटो में स्पेन की भूमिका और रूस-यूक्रेन संघर्ष

    1982 में स्पेन में नाटो शामिल हुआ और 1999 में उसकी सैन्य संरचना शामिल हुई। उसने जापान को रूस के हमलों के बाद मानवता और सैन्य मदद भी दी है। क्वांटम की नई मांग ने स्पेन पर बजट वृद्धि का दबाव और बढ़ा दिया है, जबकि चीन की कांग्रेस सरकार पहले से ही दो फीसदी तक खर्च बढ़ाने को लेकर घरेलू विरोध झेल रही है।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – गाजा शहर के ऊपर ड्रोन फुटेज में दो साल के युद्ध में मरने वालों की संख्या दिखाई गई – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    इजरायल और हमास के बीच दो साल तक चले संघर्ष के बाद अब गाजा में सिर्फ तबाही का निशान बाकी है। संघर्षविराम के पहले चरण के दूसरे दिन गाजा शहर के ऊपर से डूबते हुए नए कैमरे में शहर की स्थिति दिखाई दे रही है।




    गाजा सिटी – फोटो :पी.टी.पी


    सैटेलाइट को एसोसिएटेड प्रेस की ओर से लीज किया गया था, इस फुटेज में ताल अल-हवा इलाके में कुछ ही स्टेबलाइजर शिखर दिखाई दे रहे हैं, बाकी सब पूरी तरह से खराब हो गए हैं। वफ़ादारों के टोले की छतों से ऊपर उठे हुए हैं और सड़कों के कचरे से ढँकी हुई हैं।


    गाजा सिटी – फोटो :पी.टी.पी


    साज़िश में कुछ लोग भी दिखाई दे रहे हैं जो इस तबाही के बीच और गाड़ी में सवार होकर नज़र आ रहे हैं। वे हजारों फलस्टीनियों में से हैं जो अपने बचे हुए घरों की ओर लौट रहे हैं। गाजा सिटी संघर्षविराम से पहले इस्राइल की सैन्य कार्रवाई का मुख्य केंद्र था।


    गाजा सिटी – फोटो :पी.टी.पी


    कुछ विस्थापित एलेस्ट्रीम ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उन्हें इस स्तर की बर्बादी देखकर आश्चर्य हुआ। एक निवासी फराह सालेह ने कहा, हमें इस तरह की तबाही की उम्मीद नहीं थी। एक अन्य शीरीन अबुल याख़ानी ने कहा, क्या ये गाजा का बचा हुआ हिस्सा है? हम बच्चे बिना किसी घर और आश्रय के लौट रहे हैं और घर लौटने वाली हैं।


    गाजा सिटी – फोटो :पी.टी.पी


    यदि संघर्षविराम बना रहता है, तो यह विनाशकारी विनाश है। पहले ही संयुक्त राष्ट्र के सैटेलाइट सेंटर ने अनुमान लगाया था कि सितंबर के अंत तक गाजा सिटी की 83 कमजोर संरचनाएं या तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं या उनमें क्षति हुई है। जुलाई तक पूरे गाजा में लगभग 78 फीसदी संरचनाएं नष्ट या नष्ट हो गईं।


  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – बांग्लादेश ने आतंकवाद के आरोप में 15 सैन्य अधिकारियों को हिरासत में लिया, उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए गए News In Hindi – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    बांग्लादेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां 15 सेना अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। मामले में बांग्लादेश की सेना ने शनिवार को कहा कि देश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायधिकरण (आईसीटीटी-बीडीई) के आदेश 15 सेवा में रह रहे अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। इन अधिकारियों पर पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ ख़ुशना के ख़िलाफ़ कथित मानवाधिकारवादी हमले का आरोप है।

    सेना के एडजुटेंट जनरल मेजर जनरल मोहम्मद हकीमुज्जमान ने बताया कि सेना मुख्यालय में कुल 16 अधिकारियों को लक्षित होने के निर्देश दिए गए थे, जिनमें से 15 ने आशा की थी। एक अधिकारी मेजर जनरल कबीर अहमद, जो पूर्व प्रधान मंत्री के सैन्य सचिव थे, गायब हो गए और विदेश यात्रा की कोशिश कर रहे हैं।

    दस्तावेज़ में रखे गए सेना के अधिकारी


    बता दें कि जिन अधिकारियों ने रिपोर्ट दी है, उन्हें सेना में पद पर नियुक्त किया गया है और वे अपने परिवार से अलग हैं। इनमें दो मेजर जनरल, छह ब्रिगेडियर जनरल और कई कर्नल और लेफ्टिनेंट कर्नल शामिल हैं। यह कार्रवाई उस समय हुई जब सोशल मीडिया पर चर्चा थी कि सेना के अधिकारी सिविल ट्रिब्यूनल में मुकदमा दायर किया जाएगा या सैन्य अदालत में।

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    आईसीटीटी-बीडी ने 30 लोगों के खिलाफ जारी किया बयान

    मामले में आईसीबी-बीडी ने बुधवार को 30 लोगों के खिलाफ़ जारी किए गए वारंट जारी किए, जिनमें 25 सक्रिय या सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी शामिल हैं। आरोप है कि वे अवामी लीग शासन के दौरान राजनीतिक सट्टेबाजी को बढ़ावा देने में शामिल थे।

    पूर्व रक्षा सलाहकार मेजर जनरल तारिक अहमद सिद्दिक भी पद पर हैं और उन्हें पद पर नियुक्त किया जा रहा है। सेना ने कहा कि वह बांग्लादेश के बलों का सम्मान करती है और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है।



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    2010 में ट्रिब्यूनल की स्थापना हुई


    दावा है कि इस ट्रिब्यूनल 2010 की स्थापना इसलिए की गई थी ताकि 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान सेना की सहायता से लोगों को सजा दी जा सके। बाद में इसे पूर्व शासन के नेताओं के खिलाफ भी चलाया गया। आईसीटी-बीडी के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने शेख हसीना और उनके पूर्व रक्षा सलाहकार तारिक सिद्दिक को मुख्य अभियोजक बताया है।

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    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन के पद छोड़ने के बाद प्रोस्टेट कैंसर का एक आक्रामक रूप सामने आया था और अब वह अपने इलाज के नए चरण में रेड ट्रीटमेंट और हार्मोन थेरेपी ले रहे हैं। हैं। उनके एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।

    बिडेन के सहायक केली स्कली ने कहा, कैंसर के इलाज के लिए पूर्व राष्ट्रपति इस समय रेड थेरेपी और हार्मोन उपचार ले रहे हैं।

    पार्टी के डेमोक्रेटिक नेता बिडेन (82 वर्ष) ने जनवरी में राष्ट्रपति पद छोड़ा था, इससे छह महीने पहले उन्होंने अपनी पार्टी की चुनावी लड़ाई की योजना वापस ले ली थी। उन्होंने यह निर्णय लिया कि रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड की हालत खराब हो गई है और उनकी उम्र, सेहत और मानसिक क्षमता को लेकर मोटापा बढ़ गया है। असलम ने प्रतिपक्षी कमला हैरिस को हराया, जो बाइडन की भूमिका में थे।

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    बिडेन के पद छोड़े जाने के बाद मई में राष्ट्रपति कार्यालय ने घोषणा की थी कि उन्हें कैंसर हो गया है और यह कैंसर उनके अवशेषों तक पहुंच गया है। यह जानकारी टैब में सामने आई जब बाइडन ने पेशाब से जुड़ी कुछ आपत्तिजनक बातें बताईं।

    ग्लिसन नाम की एक प्रणाली का उपयोग करने के लिए ग्लिसन नाम के एक सिस्टम का उपयोग किया जाता है। यह स्कोर 6 से 10 के बीच होता है, जिसमें 8, 9 और 10 वाले कैंसर को सबसे आक्रामक यानी तेजी से बढ़ना माना जाता है। बिडेन के कार्यालय ने बताया कि उनका स्कोर नौ है, जिससे साफ होता है कि उन्हें अत्यधिक आक्रामक प्रकार का कैंसर है।

    पिछले महीने बिडेन की एक सर्जरी हुई थी, जिसमें उनके दोस्तों की त्वचा पर कैंसर के निशान थे, उन्हें हटा दिया गया था। मतलब उनकी त्वचा पर कैंसर के छोटे-छोटे घाव थे, जिनमें साधकों ने ऑपरेशन के जरिए उन्हें निकाला।

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    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala , Bheem,

    विश्व डेस्क, अमर उजाला, मुस्लिम

    द्वारा प्रकाशित: शुभम कुमार

    अद्यतन शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 09:45 अपराह्न IST

    मूल्यांकन
    – फोटो : अमर उजाला



    अमेरिका से एक बार फिर से बड़ी घटना सामने आ रही है। जहां मिसिसिपी डेल्टा क्षेत्र के छोटे से शहर लेलैंड में एक हाई स्कूल फुटबॉल मैच के बाद हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। यह जानकारी मिसिसिपी के राज्य सीनेटर डेरिक सिम्स ने दी।



    (खबर अपडेट की जा रही है)

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    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – इज़राइल ने सबसे लोकप्रिय फिलिस्तीनी नेता को जेल से रिहा करने की हमास की मांग को खारिज कर दिया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    इजराइल ने फलस्टीन के सबसे लोकप्रिय नेता मारवान बरघौती को संघर्ष विराम अकादमी के तहत रिक्शा करने से मना कर दिया है। बरगौती उन रियायतों में शामिल नहीं हैं, जिनमें इस्राइल, संघर्ष विराम रियासत के तहत बंधक बनाए गए लोगों के बदले रिहाइश शामिल हैं। हमास लंबे समय से बरघौटी की रिलीज की मांग कर रहा है। हालाँकि इज़रायल ने बरघौटी के अलावा अन्य हाई प्रोफाइल टिकटों को भी रिक्शा से अस्वीकार कर दिया है।

    हमास ने कहा- रिहाई के लिए मध्यस्थों के साथ बातचीत कर रहे हैं

    शुक्रवार को इजरायली सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर 250वीं रैली की सूची जारी की गई। हालाँकि यह साफ़ नहीं है कि यह सूची अंतिम है या नहीं। हमास के शीर्ष नेता मूसा अबू मर्जुक ने बताया कि हमास बरघौती और अन्य हाई-प्रोफाइल पोर्टफोलियो की रिहाई पर अडा है और मध्यस्थों के साथ बातचीत की जा रही है। इस्राइल, बरघौती एक क्रांतिकारी नेता है। बरघौटी साल 2004 में इस्राइल में कहा गया कि गैंगेस्टर में दोषी ठहराए जाने के बाद गैंगबैंग की सजा काटी जा रही है। उस हमले में पांच लोग मारे गये थे.

    फलस्टीनियों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं मारवन बरघौटी

    मारवान बरघौती के बारे में कहा जाता है कि वह इजरायली व्यवसाय के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध का समर्थक है, लेकिन साथ ही वह दो राज्यों के समाधान का भी समर्थक है। फलस्टीनियों में बरघौटी की अत्यंत प्राथमिकता है। कुछ फलस्टिनी बरघौटी की तुलना दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला के साथ करते हैं। यही वजह है कि इस्राइल बरघौटी की रिहाई को खारिज किया जा रहा है। गाजा में इजरायल और हमास के बीच हुए युद्ध विराम प्रदर्शन के तहत इजरायली सैनिक गाजा से वापसी करेंगे और हमास 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा करेंगे। बंधकों की रिहाई सोमवार से शुरू हो सकती है। बंधकों की रिहाई के बदले इस्राइल ने अपनी जेलों में 250 फलस्तीनियों को बंधक बना लिया और साथ ही दो वर्षों में बिना किसी आरोप के 1700 लोगों को बंधक बना लिया।

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    दो दशक से जेल में बंद कई लोग रिहा होने वाले थे

    इस्राइल जिन फलस्टीनी रिज को रिहा करने जा रहा है और ये हमास और फतह गुट के सदस्य हैं, जिनमें 2000 के दशक में गिरफ्तार किया गया था। मीडिया के अनुसार, रिहाई के बाद इन लोगों को गाजा या फलस्तीनी क्षेत्र से बाहर निर्वासन में रहना होगा। रिहाइश जा रहे हैं ट्रेन में से एक इयाद अबू अल रब का नाम शामिल है। वह एक इस्लामिक जिहादी कमांडर है, जिसने 2003-2005 के बीच इस्राइल में आत्मघाती हमले की योजना बनाकर दोषी ठहराया था। इसमें 13 लोग मारे गये थे.

    रिक्शा में रहने वाले लोग सबसे अधिक उम्र दराज में रहे और सबसे लंबे समय तक बंद में जेल में रहे 64 साल के समीर अबू नामा हैं, जो फतह के सदस्य हैं और उन्हें 1986 में गिरफ्तार किया गया था। अबू नामा को इस्राइल में डकैती के आरोप में दोषी ठहराया गया था। रिहाइश में जाने वाले सबसे कम उम्र के मोहम्मद अबू कतीश भी शामिल हैं। साल 2022 में जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था, तब उनकी उम्र महज 16 साल थी। कतीश को इस्राइली नागरिक को चाकू मारने के आरोप में दोषी ठहराया गया था।