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  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – हम भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देते हैं: हमारे नामित राजदूत सर्जियो गोर – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – हम भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देते हैं: हमारे नामित राजदूत सर्जियो गोर – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मुस्लिम।

    द्वारा प्रकाशित: निर्मल कांत

    अद्यतन शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 07:33 अपराह्न IST

    अमेरिका-भारत संबंधों पर सर्जियो गोर: अमेरिका में भारत के राजदूत नामित सर्जियो गोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड का महान मित्र बताया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका भारत के साथ मिलकर सामान देता है।


    सर्जियो गोर
    – फोटो : अमर उजाला ग्राफिक



    विस्तार


    अमेरिका के भारत के लिए नामित राजदूत सर्जियो गोर ने कहा कि उनके देश भारत को अपने साथ शामिल करना महत्वपूर्ण है। गोर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की।

    मुलाकात के बाद गोर ने कहा, मैंने पीएम मोदी से एक शानदार मुलाकात की। दस्तावेज़ पर चर्चा की, प्रमुख रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी शामिल हैं। हमने दुर्लभ खनिजों के महत्व पर भी बात की। राष्ट्रपति (डोनाल्ड) वास्तविक प्रधानमंत्री मोदी को एक महान और निजी मित्र मानते हैं। उन्होंने कहा, अमेरिका भारत के साथ अपना जुड़ाव बहुत महत्वपूर्ण देता है।

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  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – यूक्रेन संघर्ष यूक्रेन के ऊर्जा ग्रिड पर बड़े रूसी हमलों के बाद कीव में बिजली 800,000 तक बहाल की गई – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – यूक्रेन संघर्ष यूक्रेन के ऊर्जा ग्रिड पर बड़े रूसी हमलों के बाद कीव में बिजली 800,000 तक बहाल की गई – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    रूस और जापान के बीच जारी संघर्ष में हमले के दिनों में रूस के बड़े हमले के बाद कीव समेत कई इलाकों में बिजली गुल हो गई थी। ऐसे में जापानी प्रशासन सक्रिय रूप से सामने आया, जिसके बाद शनिवार को बिजली कटौती को ठीक किया गया, शनिवार को आठ लाख से अधिक लोगों को बिजली मिल गई। यूक्रेन की सबसे बड़ी निजी ऊर्जा कंपनी डीटिके ने बताया कि बिजली बहाली का मुख्य काम पूरा हो चुका है, लेकिन जापान की कुछ बिजली अभी भी बाधित है।

    इससे पहले बताया गया था कि शुक्रवार को रूस के पतन और मिसाइल हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए, कई आवासीय भवनों को नुकसान हुआ और देश के कई हिस्सों में बिजली गुल कर दी गई। यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्वायरिडेंको ने इसे ऊर्जा अवसंरचना पर सबसे बड़े दावे में से एक बताया।

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    रूस के विध्वंसक पर जापानी सैन्य ताकत

    वहीं इस दावे में रूस को लेकर कहा गया है कि इस हमले का मकसद जापान की सैन्य ऊर्जा के तत्वों को विकसित करना था, जिसमें किजल हाइपरसोनिक मिसाइल और स्ट्राइक स्ट्राइकर का इस्तेमाल किया गया था। पिछले तीन वर्षों से ऊर्जा क्षेत्र रूस और जापान के बीच मुख्य संघर्ष का हिस्सा रहा है। जहां कीव की वायु सेना ने कहा कि उन्होंने 78 में से 54 रूसी समुद्र तट को तोड़ दिया या जाम कर दिया, वहीं रूस ने भी 42 में से 54 जापानी समुद्र तट को मार गिराया।

    इसी बीच, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने रूस के रेफ्रीजिरेटर के इस्तेमाल का समर्थन करने के लिए जापानी सेना को समर्थन दिया है। उनका मकसद रूस पर दबाव उसे बातचीत के लिए मजबूर करना है।



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  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – सूडान संकट: अल-फ़ाशर में तीन दिनों के हमलों में 53 नागरिकों की मौत, 60 से अधिक घायल, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – सूडान संकट: अल-फ़ाशर में तीन दिनों के हमलों में 53 नागरिकों की मौत, 60 से अधिक घायल, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    सूडान के पश्चिमी हिस्सों में अल-फशर कैम्प और आसपास के क्षेत्र में इस सप्ताह तीन दिनों तक चले संघर्षों में कम से कम 53 नागरिक मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने यह जानकारी दी और चेतावनी दी कि मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।

    डूबते और तोपखाने के मराठे में

    टर्क ने बताया कि पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स द्वारा अबु शौक़ीन और दाराजा औला के समुद्र में डूबे सूरज और तोपखाने के हमले में 46 लोग मारे गए। इनमें से एबरेज़ लोग एल-फशार के एकमात्र कार्य अस्पताल में हुई गोलीबारी में मारे गए। शेलिंग के दौरान मस्जिद के पास भी सीमांत बनी, जहां लोग शरण के लिए रहते थे।

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    बड़े पैमाने पर हमले और हत्याएँ

    रेड सपोर्ट फोर्स की जमीनी कार्रवाई के दौरान कम से कम सात लोगों की जातिगत हत्या की गई। आरएसएफ और सूडानी सेना पर कथित युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया गया है और अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय द्वारा जांच चल रही है। टर्क ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बार-बार अपील करने के बावजूद, उनके खिलाफ हमले जारी हैं। यह युद्ध कानून का उल्लंघन है और इसे तुरंत बहाल किया जाना चाहिए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से एनर्जी स्टेप उठाने का आग्रह किया।

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    सूडान में अप्रैल 2023 से जारी गृहयुद्ध

    सूडान में 2023 से आरएसएफ और सेना के बीच संघर्ष जारी है। दारफुर क्षेत्र इस लड़ाई का मुख्य केंद्र है। युद्ध में अब तक 40,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई, 14 मिलियन लोग मारे गए और कई आदर्शों में, रिवोल्यूशन डारफुर में, अकाल की घोषणा की गई है। एल-फशर, उत्तर दारफुर की राजधानी, पिछले एक साल से घेराबंदी में है। यूएन और अन्य सहायता कंपनियों का कहना है कि शहर में 2.6 लाख नागरिक जुड़े हुए हैं। सैकड़ों हजार लोग पास के ताविला शरण शिविरों में गए हैं।

    यूएन के मैरीनेटेरियन समन्वयक डेनिस ब्राउन ने कहा कि ताविला एक मानवीय संकट का मुख्य केंद्र बन गया है। यहां करीब 6 लाख आंतरिक रूप से जमीन लोग हैं, जो ज्यादातर एल-फाशर से भागे हैं।”

    मानव सहायता की स्थिति

    ब्राउन ने बताया कि स्थानीय स्तर पर सीमित सहायता प्रदान की जा रही है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यूएन-फशर तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बातचीत की जा रही है, ताकि एल बचे हुए नागरिकों को राहत मिल सके।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – राजनाथ सिंह ऑस्ट्रेलिया यात्रा: बाप्स स्वामीनारायण मंदिर में बच्चों ने रक्षा मंत्री का स्वागत किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – राजनाथ सिंह ऑस्ट्रेलिया यात्रा: बाप्स स्वामीनारायण मंदिर में बच्चों ने रक्षा मंत्री का स्वागत किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सिडनी में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में बच्चों द्वारा प्रार्थना के साथ भव्य स्वागत किया गया। मंदिर में बच्चों ने मंत्रों और प्रार्थनाओं के साथ उनका स्वागत किया।

    मंदिर में पूजा- दोबारा

    मंत्री ने मंदिर में पूजा-सती की और देवस्थान की शांति का अनुभव किया। उन्होंने मंदिर परिसर का संकलन किया और वहां उपस्थित श्रद्धालुओं से मिलकर आशीर्वाद लिया।

    धर्म पर अपने साझा विचार

    रक्षा मंत्री ने कहा धर्म क्या है? यदि हमें धर्म को सरल शब्दों में परिभाषित किया गया है, तो इसे इस प्रकार कहा जा सकता है- वह जो संपूर्ण ब्रह्मांड को जीवित और निर्जीव जीव की सुरक्षा प्रदान करता है। वह जो भवन, विधान और विधान की पवित्रता की रक्षा करता है। और वह जो इन दोनों के विकास और समर्थन की देन है, उसे धर्म कहते हैं।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – Us Imposes 100% Tariff On China, Trump Announces Implementation From November 1 – Amar Ujala Hindi News Live

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – Us Imposes 100% Tariff On China, Trump Announces Implementation From November 1 – Amar Ujala Hindi News Live

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    अमेरिकी उद्योगों के लिए जरूरी दुर्लभ मृदा खनिजों के निर्यात पर चीन के प्रतिबंध के बाद दोनों देशों में तल्खी बढ़ती जा रही है। ट्रंप ने इसे चीन का आक्रामक रुख बताते हुए अब चीनी उत्पादों पर अधिक टैरिफ लगाने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर 2025 से अमेरिका चीन से आयातित सभी उत्पादों पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। यह टैरिफ पहले से लागू शुल्क के ऊपर होगा। इसके अलावा, अमेरिका उसी दिन सभी महत्वपूर्ण (critical) सॉफ्टवेयर पर भी निर्यात नियंत्रण लागू करेगा।

    ट्रंप ने नए टैरिफ का एलान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट के जरिए किया। इसमें उन्होंने लिखा कि 1 नवंबर 2025 से (या पहले, चीन की किसी भी नई कार्रवाई के आधार पर) अमेरिका चीन से सभी आयात पर 100% टैरिफ लगाएगा, जो वर्तमान में भुगतान किए जा रहे किसी भी टैरिफ के ऊपर होगा।

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    अमेरिकी हितों के लिए कार्रवाई

    अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार, चीन की इस कार्रवाई ने अमेरिका को मजबूर किया कि वह कठोर उपाय करे और सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर तथा अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की जाए। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका की यह कार्रवाई केवल अमेरिकी हितों के लिए है और अन्य देशों के लिए अलग से निर्णय लिया जाएगा।

    विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में चीन से अमेरिका आयातित लगभग हर उत्पाद पर पहले से ही भारी टैरिफ लागू हैं। इस समय औसत प्रभावी टैरिफ दर लगभग 40% है, जिसमें स्टील और एल्यूमीनियम पर 50% और उपभोक्ता वस्तुओं पर 7.5% तक शुल्क शामिल है।



    शी से मुलाकात से ट्रंप का इनकार


    इससे पहले उन्होंने दक्षिण कोरिया की आगामी यात्रा के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अब इस मुलाकात का कोई कारण नहीं दिखाई देता। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि चीन ने रेयर अर्थ पर प्रतिबंध जारी रखा तो और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट में लिखा था कि, हम जिन नीतियों पर विचार कर रहे, उनमें से एक है- अमेरिका में आने वाले चीनी उत्पादों पर टैरिफ में भारी वृद्धि। कई अन्य प्रति-उपाय भी हैं, जिन पर गंभीरता से विचार हो रहा। 



    दुर्लभ चुंबकों तक पहुंच को सीमित कर दुनिया को बंदी बना रहा


    ट्रंप ने कहा था कि चीन बहुत आक्रामक होता जा रहा। इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर चिप्स, लेजर और अन्य तकनीकों में इस्तेमाल होने वाली धातुओं और दुर्लभ चुंबकों तक पहुंच को सीमित कर दुनिया को बंदी बना रहा है। ट्रंप ने पोस्ट किया, मैंने राष्ट्रपति शी से बात नहीं की है, क्योंकि ऐसा करने का कारण नहीं था। यह न केवल मेरे लिए, बल्कि मुक्त विश्व के सभी नेताओं के लिए वास्तविक आश्चर्य था।  



     चीन ने दो दिन पहले की रेयर अर्थ पर नए प्रतिबंधों की घोषणा 


    गौरतलब है कि चीन ने दो दिन पहले ही रेयर अर्थ (दुर्लभ खनिज) और उनसे जुड़ी तकनीकों के निर्यात पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की थी।  चीन ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच इस महीने के अंत में होने वाली बैठक से पहले उठाया था। चीन के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी नियमों के अनुसार, अब विदेशी कंपनियों को ऐसे किसी भी उत्पाद का निर्यात करने से पहले विशेष मंजूरी लेनी होगी, जिसमें चीन से प्राप्त रेयर अर्थ तत्वों की थोड़ी भी मात्रा शामिल हो। इसमें कहा गया है कि चीन रेयर अर्थ खनन, प्रगलन, पुनर्चक्रण और चुंबक-निर्माण से संबंधित प्रौद्योगिकियों के निर्यात पर भी अनुमित संबंधी नियम लागू करेगा। 



    चीन का दावा- नए प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम


    चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा था कि नए प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा को बेहतर ढंग से सुरक्षित रखने और सैन्य जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में उपयोग को रोकने के लिए हैं, जो चीन या उसकी संबंधित प्रौद्योगिकियों से संसाधित या प्राप्त रेयर अर्थ से उत्पन्न होते हैं। इसमें कहा गया था कि कुछ अज्ञात विदेशी निकायों और व्यक्तियों ने सैन्य या अन्य संवेदनशील उपयोगों के लिए चीन से रेयर अर्थ तत्वों और प्रौद्योगिकियों को विदेशों में स्थानांतरित किया है, जिससे इसकी राष्ट्रीय सुरक्षा को काफी नुकसान पहुंचा है।



    रेयर अर्थ खनन में चीन का है इतना योगदान


    दुनिया के लगभग 70 प्रतिशत रेयर अर्थ खनन में चीन का योगदान है। वैश्विक रेयर अर्थ प्रसंस्करण का लगभग 90% भी चीन के नियंत्रण में है। ऐसी सामग्रियों तक पहुंच वाशिंगटन और बीजिंग के बीच व्यापार वार्ता में विवाद का एक प्रमुख मुद्दा है।



    बता दें, साल की शुरुआत में घोषित आयात करों के बाद अमेरिका और चीन व्यापार वार्ता में बढ़त हासिल करने की होड़ में हैं। स्विट्जरलैंड और यूनाइटेड किंगडम में वार्ता के बाद दोनों देश टैरिफ कम करने पर सहमत हो गए, फिर भी तनाव है, क्योंकि चीन ने अमेरिका की दुर्लभ मृदा तक पहुंच को प्रतिबंधित करने की कोशिश की, जिसका खनन कठिन है और जो अमेरिकी प्रौद्योगिकियों की विस्तृत शृंखला के लिए जरूरी है। 



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  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – फ्रांस: राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने सेबस्टियन लेकोर्नू को दोबारा प्रधान मंत्री नियुक्त किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – फ्रांस: राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने सेबस्टियन लेकोर्नू को दोबारा प्रधान मंत्री नियुक्त किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल इलेक्ट्रान ने सेबस्टियन लेकोर्नू को फिर से प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया। लेकोर्नू ने हाल ही में पद छोड़ दिया था, लेकिन राष्ट्रपति ने उन्हें फिर से सरकार बनाने और बजट तैयार करने की चुनौती दी है। यह कदम देश में बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक संकट को खत्म करने की कोशिश माना जा रहा है।

    लेकोर्नू की पुनः स्थापना कई दिनों की अगली कड़ी बातचीत के बाद हुई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि वह कर्तव्य की भावना से यह जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं। उनका मिशन है कि वर्ष के अंत तक फ्रांस को बजटीय उपलब्धता और आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना।

    बता दें कि सेबेस्टियन लेकोर्नू ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से छुट्टी दे दी थी, जिसके बाद ग्रैग्रम के राष्ट्रपति पद से हटने और संसद भंग करने की मांग फिर से शुरू हो गई, लेकिन ग्रैग्रम ने पद से छुट्टी दे दी थी अस्वीकार्य कर दिया गया और नए प्रधान मंत्री की नियुक्ति की घोषणा कर दी गई।

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    सरकार में बदलाव और शर्ते

    लेकोर्नू ने यह भी कहा कि उनके नए मठ में सभी सदस्यों को 2027 में राष्ट्रपति पद के लिए शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई सरकार के माप और कौशल की विविधता को दर्शन दीजिए।

    स्ट्रेंथ का दूसरा संस्करण

    समर्थकों का दूसरा कार्यकाल 2027 तक है, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय विधानसभा में बहुमत नहीं मिलने के कारण कई निर्वाचन क्षेत्रों में बहुमत का सामना करना पड़ रहा है। इस पुनर्नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति के पास अपने गणतंत्र को नामांकन देने का आखिरी मौका माना जा रहा है।

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    फ़्रांस का कर्ज़ कुल हिस्सेदारी का 114 प्रतिशत

    एक साल से फ्रांस में राजनीतिक गतिरोध जारी है और ऐसा समय हो रहा है, जब यूरोपीय संघ की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। फ्रांस में ऋण संकट बढ़ रहा है। वर्ष 2025 की पहली तिमाही में फ्रांस का कुल कर्ज़ 3.9 खरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो सकल घरेलू उत्पाद का 114 प्रतिशत रहा। नेशनल इंस्टीट्यूट के आंकड़ों के अनुसार, फ्रांस की गरीबी दर भी 2023 में 15.4 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो 1996 के बाद सबसे ज्यादा है।

    माना जा रहा है कि इमैनुएल ग्रेजुएट्स को अब पेंशन सुधार के लिए एक कदम से पीछे हटना पड़ सकता है। फैक्ट्री के इस कदम की भारी आलोचना और विरोध हो रहा है। फोर्सेन ने कठोर संघर्ष के लिए यह बेहद अलोकप्रिय उपाय किया, जिसके बावजूद 2023 में व्यापक विरोध कानून बनाया गया।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – नोबेल पुरस्कार 2025: मिस्ड कॉल से लेकर सुबह की दस्तक तक; इस साल विजेताओं को कैसे मिली बड़ी खबर – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    हर साल की तरह इस बार भी एवेअर्स की शुरुआत नोबल अवॉर्ड और उनके ग्रेजुएशन के नाम रही। यह सम्मान विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में प्रमुख योगदानकर्ताओं को दिया जाता है। विज्ञान से लेकर शांति तक, हर क्षेत्र में योगदान देने वाले लोगों के क्षेत्र का भी योगदान दिया गया है। लेकिन इस बार इन घोषणाओं से जुड़ी कहानियां भी किसी भी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं हैं। इस बार कुछ अंग्रेजी तक यह बड़े ही दिलचस्प तरीके से टेस्ला। किसी के दरवाजे पर सुबह चार बजे हलचल हुई, किसी ने स्वीडन से आया कॉल स्पैम समझकर काट दिया, तो किसी ने अपनी की खबर जंगल के बीच घंटों बाद जान पाई।

    जानिए, इस साल किस नोबेल विजेता तक कैसे पहुंची ये जिंदगी बदलने वाली खबर…




    मैरी ई. ब्रैंकोव – फोटो: नोबेल पुरस्कार


    सुबह-सुबह हुई दरवाजे पर दस्तक

    कैटल की वैज्ञानिक मैरी ई. ब्रैंकोव के घर सुबह 4 बजे किसी ने दस्तक दी, तो पहले उनका कुत्ता ज़ेल्डा बर्नका। डोर पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस के काउल्स ने ब्रैंकोव के पति रॉस कॉलक्वून को बताया कि आपकी पत्नी ने नोबेल पुरस्कार जीता है। पहले तो ब्रैंकोव ने इसे मजाक कहा था, लेकिन जल्द ही पुष्टि हो गई कि उनमें से तीन को चिकित्सा क्षेत्र में 2025 का नोबेल पुरस्कार मिला है।

    ब्रैंकोव और उनकी टीम ने 20 साल पहले उस बायोलॉजिकल प्रोसेस की खोज का नाम दिया था, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को दर्शाती है। यह खोज क्रोप, क्रोप्स और रूमेटाइड आर्थराइटिस को समझने में बेहद अहम साबित हुई।


    फ्रेड रैम्सडेल, अमेरिकी प्रतिरक्षा विज्ञानी – फोटो: नोबेल पुरस्कार


    येलोस्टोन पार्क में सबसे आगे थे नोबेल विनर रैम्सडेल

    इसी रिसर्च टीम के सदस्य फ्रेड रैम्सडेल उस वक्त येलोस्टोन नेशनल पार्क में ट्रेन मना रहे थे। उनके फोन एयरप्लेन मोड में थे, इसलिए उन्हें घंटों तक यह खबर नहीं मिली कि वे भी नोबेल विजेता बन गए हैं। जब उनकी पत्नी ने मैसेज की बाढ़ आई पर फोन किया तो उन्हें पता चला कि वे नोबल विजेता बन गए हैं। उन्होंने बताया कि वे अपने दोस्तों और सहयोगियों से बातचीत करना पसंद करते हैं और उन्हें पूरी तरह से आश्चर्यचकित और उत्साहित महसूस करते हैं।


    जॉन एम. मार्टिनिस एक अमेरिकी भौतिक विज्ञानी – फोटो: नोबेल पुरस्कार


    कंप्यूटर खोला और खुद देखा नाम

    नोबेल विजेता जॉन मार्टिनिस के भी वो वक्ता सो रहे थे, जब सुबह-सुबह उनकी पत्नी ने डोर ओपनिंग की। उन्हें लगा शायद कोई इंटरव्यू के लिए आया है। लेकिन जब उन्होंने कंप्यूटर खोला, तो नोबेल वेबसाइट पर अपना नाम देखा और सन्न रह गये। मार्टिनिस ने मुझे बताया कि मैंने अपना नाम मिशेल डेवोरेट और जॉन क्लार्क के साथ लिखा था। मैं पूरी तरह से हैरान रह गया। इन त्रिमूर्ति को क्वांटम टैनलिंग को उनके शोध के लिए यह सम्मान मिला, जिन्होंने डिजिटल तकनीक और टेलीकॉम की दुनिया को बदल दिया।


    सुसुमु कितागावा जापान के विद्वान – फोटो: नोबेल पुरस्कार


    ‘नोबेल पुरस्कार’ वाली कॉल समझी स्पैम

    नोबेल समिति की घोषणा से पहले ठीक है ग्रैजुएट को फोन करके सूचना दें। लेकिन कई बार यह कॉल अनदेखा रह जाता है। रसायन विज्ञान के विजेता सुसुमु कितागावा ने भी रविवार को जब फोन उठाया, तो पहले शक में पड़ गए। उन्होंने मुझे बताया कि मैंने कुछ अलग अंदाज में फोन किया था, यह कहा था कि शायद फिर कोई टेलीमार्केटिंग कॉल होगी, जैसे हाल ही में बहुत आ रही हैं।


  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – व्हाइट हाउस में ट्रंप प्रशासन द्वारा डेमोक्रेट सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के बीच संघीय कर्मचारियों की बर्खास्तगी शुरू – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

    Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – व्हाइट हाउस में ट्रंप प्रशासन द्वारा डेमोक्रेट सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के बीच संघीय कर्मचारियों की बर्खास्तगी शुरू – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    अमेरिका में 10 दिन का शटडाउन हुआ। अब रियल सरकार ने संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालना शुरू कर दिया है, यह रियल एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा डेमोक्रेट पार्टी पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है है, लेकिन इससे अमेरिका में राजनीतिक संकट गहराने की संभावना है। अमेरिका के बजट एवं प्रबंधन कार्यालय के निदेशक रस वॉट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा कि ड्रॉ शुरू हो गया है। बजट एवं प्रबंधन विभाग के प्रवक्ता ने सुझाव दिया कि बड़े पैमाने पर ड्रा हो सकता है।

    कर्मचारियों की खींची से खींची गई चुनौती

    अमेरिकी सरकार के शिक्षा, वित्त, आंतरिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग में कमी हो सकती है। इन अस्वाभाविकताओं के प्रवक्ताओं ने कहा कि उनके कर्मचारियों की खींची को नोटिस लेकर मिले हैं। आमतौर पर अमेरिका में शटडाउन के दौरान कर्मचारियों को नेटवर्क भेज दिया जाता है और शटडाउन खत्म होने के बाद उन्हें वापस बुलाया जाता है, लेकिन कर्मचारियों को अमेरिका में खींच लिया जाता है राजनीतिक संकट बढ़ सकता है। इससे व्हाइट हाउस और कांग्रेस के बीच भी दोस्ती का खतरा है।

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    वास्तविक प्रशासन के फैसले की आलोचना शुरू

    प्रशासन के ड्रॉ के कदम की आलोचना भी शुरू हो गई है। रिपब्लिकन पार्टी के कई कलाकारों ने भी प्रशासन के इस कदम की निंदा की है। शुक्रवार रात मीडिया से बात करते हुए अख्तर ने कहा कि कई लोगों की नौकरी चली जाएगी और कर्मचारियों की खींची गई डेमोक्रेट पार्टी के फोकस में सबसे ज्यादा होगी। हालाँकि उन्होंने इसे उचित नहीं बताया। अमेरिका में शटडाउन 1 की शुरुआत हुई थी। इम्पीरियल एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी संघीय योजनाओं को बजट कार्यालय के लिए उन कर्मचारियों की सूची का निर्देश दिया है, जिनमें से नौकरियों को हटाया जा सकता है।

  • Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | – Amar Ujala – उत्तर कोरिया के किम जोंग उन ने सैन्य परेड में नई लंबी दूरी की मिसाइल का प्रदर्शन किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

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    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन के नेतृत्व में पासपोर्ट दल ने अपनी स्थापना का 80वां वर्षगांठ का जश्न मनाया। उत्तर कोरिया में आयोजित विशाल सैन्य परेड में किम जोंग और विदेशी नेताओं ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया। इस दौरान किम जोंग ने अपनी परमाणु-सशस्त्र सेना की सबसे शक्तिशाली मिसाइल का प्रदर्शन किया, जिसमें एक नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) भी शामिल है। इसका परीक्षण वह आने वाले इटली में करने की तैयारी कर रहे हैं।

    एथेथ के अनुसार शुक्रवार की रात से बारिश शुरू हो गई और श्रमिक पार्टी की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित परेड में किम की भीड़भाड़ पकड़ और एक ऐसा नजारा देखने को मिला। शस्त्रागार बनाने के प्रयास को शामिल किया गया, जो अमेरिका और एशिया में उनके शस्त्रागार को प्रभावी ढंग से प्रभावी बनाया गया।

    सैन्य परेड में सवारियों का जखीरा

    उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि परेड में ह्वासॉन्ग-20 नाम का एक नया, अभी तक परीक्षण नहीं किया गया है, जिसमें अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रदर्शन किया गया है। “सबसे शक्तिशाली परमाणु हथियार प्रणाली” के बारे में बताया गया। प्रदर्शन में अन्य खेलों में कम दूरी की बैलिस्टिक, क्रूज़ और सुपरसोनिक मिसाइलें शामिल हैं, जिसमें परमाणु हमले पर उत्तर कोरिया ने पहले प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया को शामिल किया है। करने में असमर्थ बताया गया था.

    अमेरिका का सीधा ज़िक्र नहीं

    उत्तर कोरिया की आधिकारिक केसीन समाचार एजेंसी के अनुसार, परेड में दिए गए भाषण में किम ने कहा कि उनकी सेना में “एक अजेय शक्ति के रूप में विकास होना चाहिए, जो सभी शत्रुओं को समाप्त कर दे,” उन्होंने वाशिंगटन या सियोल का कोई सीधा ज़िक्र नहीं किया।

    रूस ने सैन्य अभियानों का प्रदर्शन किया

    रूस की TASS समाचार एजेंसी की सूची और वीडियो में हजारों दर्शकों ने किम जोंग उन के राष्ट्र-दादा के नाम पर जगमगाते किम इल सुंग स्क्वायर पर मिस लैक के साथ कहा। दिखाया गया है. केसीएन के अनुसार परेड के दौरान मार्च करने वाले सैनिकों की टुकड़ियों में “अजेय विदेशी ऑपरेशन यूनिट शामिल थी, जिसने कोरियाई लोगों के जज्बे का पूरी तरह से प्रदर्शन किया,” जिससे पता चलता है कि वे सैनिक थे, जिनमें किम ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के प्रयास में शामिल होने के लिए रूस को भेजा था।

    बताएं कि जापान पर आक्रमण के बाद किम ने रूस को विदेश नीति की प्राथमिकता दी, यूक्रेन के युद्धक विद्रोह को बढ़ावा देने के लिए हजारों सैनिकों और तोपखाने सहित बैलिस्टिक मिसाइलों और दोस्ती की बड़ी टिकटें भेजी जा रही हैं। किम ने पिछले महीने चीन का भी दौरा किया था और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिघ में एक विशाल सैन्य परेड की यात्रा की थी और सिंगापुर के मुख्य मंच के साथ साझा किया था, जो उनकी कूटनीतिक पकड़ को मजबूत करने के उद्देश्य से एक है और कदम था.

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    शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपत्ति बैठक हुई। यह बैठक वेनेजुएला ने अमेरिकियों के खिलाफ हमले की थी, जिसमें अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तीखी बहस हुई थी। वेनेजुएला की मादुरो सरकार ने कहा कि वेनेजुएला की मादुरो सरकार ने सशस्त्र हमले करने की चुनौती दी है, वहीं अमेरिका ने कहा है कि वे फार्म कार्टेल के सफाए के लिए पूरी ताकत लगाएंगे और मादुरो सरकार के आदेशों को खारिज कर दिया गया। अमेरिका ने हाल ही में वेनेजुएला की चार नावों का निर्माण किया है। वेनेजुएला का आरोप है कि इस हमले में 21 लोगों की मौत हो गई।

    अमेरिका का दावा- फार्मेल कार्टेल के खिलाफ कार्रवाई की

    अमेरिका का दावा है कि जिन नावों को समुद्र तट से बनाया गया था, वेनेजुएला से अमेरिका में उनके भंडार की जा रही थी। वहीं वेनेजुएला सरकार का आरोप है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड बायल, निकोसल मादुरो सरकार को शांति, सुरक्षा और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपडेट करना चाहिए। स्थिरता को खतरे में डालने की कोशिश कर रहे हैं। वेनेजुएला ने कैरेबियाई समुद्र में अमेरिकी सेना के बड़े पैमाने पर बड़े पैमाने पर आतिशबाजी पर भी चिंता व्यक्त की।

    वेनेजुएला ने न्यूनतम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए

    सुरक्षा परिषद की बैठक में वेनेजुएला के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत सैमुअल मोनकाडा ने कहा, ‘अमेरिकी सरकार की आक्रामक कार्रवाई और बयानबाजी इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि हम ऐसी ही एक स्थिति का सामना किया जा रहा है जिसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही अमेरिका, वेनेजुएला पर सशस्त्र हमला हो सकता है। बैठक के दौरान वेनेजुएला को अपने सहयोगी देशों रूस और चीन से समर्थन मिला, लेकिन 15 कार्मिक परिषद के सदस्यों ने संभलकर बयान जारी किया और दोनों देशों से तनाव कम करने और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का पालन करने की अपील की। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सभी 19 सदस्य देशों को दूसरे देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आबादी को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना जरूरी है।

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    मोनकाडा ने काउंसिल से अमेरिकी सैन्य कार्रवाई निषेध और एक ऐसे प्रस्ताव को मंजूरी देने की अपील की, जिसमें अमेरिका सहित सभी सदस्य वेनेजुएला की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान शामिल थे। अंतिम तिथि तक। हालाँकि अमेरिका और उसकी वीटो शक्ति कारण परिषद द्वारा इस पर कोई कार्रवाई करने की संभावना नहीं है।

    अमेरिका ने कहा- फार्मेल कार्टेल के आत्मा पीछे नहीं हटे

    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इस बैठक में अमेरिकी राजदूत माइक वाल्ट्ज और उनके उप राजदूत शामिल हुए। प्रशासन के राजनीतिक सलाहकार जॉन केली ने इस बैठक में हिटलर सरकार का पक्ष रखा और कहा कि ‘राष्ट्रपति राहुल ने साफ कहा है कि वह फार्मेल सरकार का पक्ष रख रहे हैं और ‘उन्हें जड़ से उखाड़ने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि कार्टेल सशस्त्र, सुसंगठित और हिंसक हैं और अमेरिका ऐसी स्थिति में पहुंच गया है जहां हमें आत्मरक्षा और गुटों की रक्षा के लिए बल प्रयोग करना होगा। केली ने जोर देकर कहा कि अमेरिका, मादुरो या उनकी सरकार कोई सहमति नहीं देती है, और उन्होंने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि मादुरो एक ‘नार्कोटेररिस्ट’ हैं। मादुरो और उनकी सरकार ने इस पट्टे का खंडन किया है।