इस भारतीय कारोबारी पर UAE में लगा 408,00,00,000 रुपये का जुर्माना, जानें दुनिया में किस शख्स ने भरी सबसे ज्यादा पेनाल्टी?

दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर (DIFC) कोर्ट ने भारतीय बिजनेसमैन बीआर शेट्टी को बड़ा वित्तीय झटका दिया है. कोर्ट ने आदेश दिया कि उन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की DIFC ब्रांच को 168.7 मिलियन दिरहम यानी करीब 408 करोड़ रुपये चुकाने होंगे. यह फैसला इसलिए आया, क्योंकि कोर्ट ने पाया कि शेट्टी ने सुनवाई के दौरान झूठा बयान दिया था. उन्होंने करीब 183.5 मिलियन दिरहम के लोन के लिए पर्सनल गारंटी देने से इनकार किया था, जबकि कोर्ट के मुताबिक यह उनकी जिम्मेदारी थी.

बीआर शेट्टी के मामले ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना किस पर लगा है. हालांकि किसी एक व्यक्ति पर इतना भारी जुर्माना नहीं लगाया गया है, बल्कि सबसे बड़े जुर्माने कंपनियों पर ही लगे हैं. चलिए जानें.

किसने भरा सबसे बड़ा जुर्माना

वैश्विक जुर्मानों के मामले में अब तक का सबसे बड़ा नाम गूगल का है. रूस की अदालत ने गूगल पर 20 डेसिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था. यह राशि इतनी भारी थी कि इसे पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था के बराबर भी कहा जा सकता है. अदालत ने गूगल पर यह जुर्माना इसलिए लगाया, क्योंकि कंपनी ने रूस के कानूनी और वित्तीय नियमों का उल्लंघन किया था. यह मामला वैश्विक तकनीकी कंपनियों के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा गया था.

लिस्ट में दूसरा नाम किसका

दूसरी ओर, सबसे बड़ा आपराधिक जुर्माना ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) के नाम दर्ज है. साल 2010 में हुए डीपवाटर होराइजन तेल रिसाव ने खाड़ी में पर्यावरण और समुद्री जीवन को गंभीर नुकसान पहुंचाया. इस आपदा के लिए बीपी पर आपराधिक जुर्माना लगाया गया, जो अब तक का सबसे बड़ा आपराधिक जुर्माना माना जाता है. इसके अलावा, इस घटना ने वैश्विक तेल कंपनियों के लिए पर्यावरणीय जिम्मेदारी के महत्व को उजागर किया.

वैश्विक व्यापारिक समुदाय के लिए चेतावनी

बीआर शेट्टी के मामले से यह साफ होता है कि अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सिस्टम में सत्यापन और पर्सनल गारंटी कितनी अहम भूमिका निभाते हैं. DIFC कोर्ट का यह फैसला न सिर्फ शेट्टी के लिए बल्कि वैश्विक व्यापारिक समुदाय के लिए भी एक चेतावनी है कि वित्तीय दायित्वों और कानूनी जिम्मेदारियों से भागना आसान नहीं. बीआर शेट्टी के मामले में चाहे जुर्माना भारतीय रुपये में 408 करोड़ का है, लेकिन दुनिया में कंपनियों पर लगे जुर्मानों की तुलना में यह कहीं छोटा है. 

यह भी पढ़ें: कहीं मेहरारू तो कहीं लुगाई, जानें भारत के किस राज्य में पत्नी को क्या कहते हैं?

निधि पाल को पत्रकारिता में छह साल का तजुर्बा है. लखनऊ से जर्नलिज्म की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत भी नवाबों के शहर से की थी. लखनऊ में करीब एक साल तक लिखने की कला सीखने के बाद ये हैदराबाद के ईटीवी भारत संस्थान में पहुंचीं, जहां पर दो साल से ज्यादा वक्त तक काम करने के बाद नोएडा के अमर उजाला संस्थान में आ गईं. यहां पर मनोरंजन बीट पर खबरों की खिलाड़ी बनीं. खुद भी फिल्मों की शौकीन होने की वजह से ये अपने पाठकों को नई कहानियों से रूबरू कराती थीं.

अमर उजाला के साथ जुड़े होने के दौरान इनको एक्सचेंज फॉर मीडिया द्वारा 40 अंडर 40 अवॉर्ड भी मिल चुका है. अमर उजाला के बाद इन्होंने ज्वाइन किया न्यूज 24. न्यूज 24 में अपना दमखम दिखाने के बाद अब ये एबीपी न्यूज से जुड़ी हुई हैं. यहां पर वे जीके के सेक्शन में नित नई और हैरान करने वाली जानकारी देते हुए खबरें लिखती हैं. इनको न्यूज, मनोरंजन और जीके की खबरें लिखने का अनुभव है. न्यूज में डेली अपडेट रहने की वजह से ये जीके के लिए अगल एंगल्स की खोज करती हैं और अपने पाठकों को उससे रूबरू कराती हैं.

खबरों में रंग भरने के साथ-साथ निधि को किताबें पढ़ना, घूमना, पेंटिंग और अलग-अलग तरह का खाना बनाना बहुत पसंद है. जब ये कीबोर्ड पर उंगलियां नहीं चला रही होती हैं, तब ज्यादातर समय अपने शौक पूरे करने में ही बिताती हैं. निधि सोशल मीडिया पर भी अपडेट रहती हैं और हर दिन कुछ नया सीखने, जानने की कोशिश में लगी रहती हैं.

We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *