Blog

  • Afghanistan Scud Missiles: अफगानिस्तान के पास कौन सी खतरनाक मिसाइल? जिससे डरा पाकिस्तान! बॉर्डर पर ले आया तालिबान

    Afghanistan Scud Missiles: अफगानिस्तान के पास कौन सी खतरनाक मिसाइल? जिससे डरा पाकिस्तान! बॉर्डर पर ले आया तालिबान

    अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच रिश्ते अब बेहद खतरनाक दौर में पहुंच गए हैं. 9 अक्टूबर 2025 को पाकिस्तान की वायुसेना ने अफगानिस्तान के काबुल और खोस्त शहरों पर हवाई हमले किए थे, जिसके बाद संघर्ष बढ़ गया है. पाकिस्तानी टैंकों पर भी अफगानिस्तान के सैनिकों का कब्जा हो गया है. इन हमलों के बाद तालिबान सरकार ने पाकिस्तान सीमा के पास सोवियत काल की स्कड-बी (Scud-B) बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात कर दीं. इस कदम से पहले से तनावपूर्ण माहौल और बिगड़ गया.

    स्कड-बी मिसाइल एक सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे सोवियत संघ ने 1950 के दशक में बनाया था. यह मिसाइल आज भी कई देशों की सेनाओं में सक्रिय है, जिनमें उत्तर कोरिया, ईरान, सीरिया और अब अफगानिस्तान शामिल हैं. यह मिसाइल लगभग 300 किलोमीटर की दूरी तक हमला करने में सक्षम है और एक टन तक विस्फोटक लेकर जा सकती है. इसका ईंधन तरल होता है और इसे मोबाइल लॉन्चर वाहन से दागा जाता है. हालांकि इसकी सटीकता आधुनिक मिसाइलों की तुलना में कम है, लेकिन यह अब भी युद्ध के मैदान में खतरनाक मानी जाती है.

    अफगानिस्तान को स्कड मिसाइलें कैसे मिलीं

    अफगानिस्तान को स्कड मिसाइलें 1980 के दशक में सोवियत संघ से मिली थीं. सोवियत सेना ने अफगान युद्ध के दौरान देश की तत्कालीन सरकार को सैकड़ों मिसाइलें और लॉन्चर दिए थे. उस समय इन मिसाइलों का इस्तेमाल तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया था. 1988 के बाद सोवियत सेना के हटने पर कुछ मिसाइलें अफगान इलाके में रह गईं. इन्हीं मिसाइलों पर बाद में तालिबान ने नियंत्रण हासिल कर लिया.

    तालिबान के पास स्कड मिसाइलों का नियंत्रण

    2021 में जब तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता संभाली, तब उसने देश में बचे सैन्य संसाधनों को अपने नियंत्रण में ले लिया. इसी दौरान उसे पुरानी स्कड-बी मिसाइलें और उनके लॉन्च सिस्टम भी मिले. तालिबान ने इन मिसाइलों को कई बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया, ताकि यह दिखाया जा सके कि अब उसके पास “राज्य की सैन्य क्षमता” मौजूद है. यह प्रदर्शन तालिबान की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी था, जिससे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को वैध शासन के रूप में पेश करना चाहता था.

    तालिबान की नई सैन्य रणनीति

    तालिबान पहले गुरिल्ला युद्ध पर निर्भर था, लेकिन अब वह पारंपरिक सैन्य प्रतीकों को अपनाने लगा है. स्कड-बी मिसाइलों की तैनाती उसी दिशा में एक नया कदम है. इससे पाकिस्तान सहित पड़ोसी देशों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. तालिबान चाहता है कि पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश मिले कि अब अफगानिस्तान केवल राइफल या बम से नहीं, बल्कि मिसाइलों से जवाब देने में सक्षम है.

    बढ़ती झड़पें और चेतावनियां

    हाल ही में पाकिस्तान ने आतंक विरोधी कार्रवाई के नाम पर काबुल और खोस्त पर हमला किया था. इसके बाद तालिबान ने कहा कि उसने दर्जनों पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है और कुछ को बंदी बना लिया है. तालिबान के प्रवक्ता ने बयान दिया कि पाकिस्तान को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.

    ड्यूरंड रेखा संघर्ष का केंद्र बिंदु

    अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की सीमा, जिसे ड्यूरंड रेखा कहा जाता है. यह सीमा 1893 में ब्रिटिश शासन के दौरान तय की गई थी. अफगानिस्तान आज तक इस रेखा को मान्यता नहीं देता, जबकि पाकिस्तान इसे आधिकारिक सीमा मानता है.इस विवाद के कारण सीमा पर झड़पें, घुसपैठ और हवाई संघर्ष आम हो गए हैं.

    ये भी पढ़ें: 80 हजार सैनिक लेकर पाकिस्तान से भिड़ा अफगानिस्तान, फिर कैसे कराया सरेंडर, पढ़ें दोनों सेनाओं का मिलिट्री कंपैरिजन

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • महाभारत के 'कर्ण' को हर एपिसोड के लिए मिलती थी इतनी कम सैलरी, जानकर चौंक जाएंगे आप

    महाभारत के 'कर्ण' को हर एपिसोड के लिए मिलती थी इतनी कम सैलरी, जानकर चौंक जाएंगे आप

    बीआर चोपड़ा की महाभारत आज भी लोगों को याद है. इसने लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी. इस शो के हर किरदार ने लोगों को इंप्रेस किया था और आज भी लोग उन्हें इसी नाम से जानते हैं. महाभारत में कर्ण का किरदार पंकज धीर ने निभाया था. पंकज धीर का लोगों को खूब प्यार मिला. सभी के फेवरेट पंकज धीर का निधन हो गया है. 68 साल की उम्र में वो कैंसर से जंग हार गए हैं.

    पंकज धीर के निधन से पूरी इंडस्ट्री में मातम छा गया है. फैंस और सेलेब्स दोनों को ही यकीन नहीं हो रहा है कि पंकज इस दुनिया में नहीं रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक पंकज को कैंसर था, वो इससे जंग जीत गए थे. लेकिन बीते कुछ महीनों में उनका कैंसर दोबारा लौटा. जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई. पंकज धीर के निधन पर लोग शोक जता रहे हैं.

    कितनी थी पंकज की सैलरी

    पंकज धीर महाभारत में कर्ण का किरदार निभाकर हर जगह छा गए थे. बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि उन्हें इस शो के लिए कितने पैसे मिलते थे. उन्हें शो के लिए बहुत कम पैसे मिलते थे. रिपोर्ट्स की मानें तो पंकज धीर को शो में एक एपिसोड के लिए सिर्फ 3000 रुपये मिलते थे. उन्होंने महाभारत के 94 एपिसोड किए थे.

    पंकज धीर ने अपने करियर में कई फिल्मों और टीवी शोज में काम किया है. उन्होंने कई माइथोलॉजिकल शोज में भी काम किया था. जिसमें चंद्रकांता, द ग्रेट मराठा जैसे कई शोज शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने सोल्जर, बादशाह, सड़क जैसी फिल्मों में भी काम किया. पंकज की एक्टिंग से हमेशा फैंस इंप्रेस होते रहे हैं. इसी वजह से लोग उन्हें बहुत पसंद करते थे. पंकज धीर की पर्सनल लाइफ की बात करें तो वो अपने पीछे पत्नी अनीता धर और बेटे निकितन धीर छोड़ गए हैं.

    ये भी पढ़ें: ‘मैं सैफ से प्यार करती हूं; जब करीना ने करिश्मा को बताई थी दिल की बात, जानें- बड़ी बहन ने कैसे किया था रिएक्ट?

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Diwali 2025 Date: 20 या 21 अक्टूबर की कंफ्यूजन हुई दूर, कंफर्म हुई दिवाली की तारीख

    Diwali 2025 Date: 20 या 21 अक्टूबर की कंफ्यूजन हुई दूर, कंफर्म हुई दिवाली की तारीख

    Diwali 2025 Kab Hai: दिवाली दीप, प्रकाश और खुशियों का त्योहार है, जिसे कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. हालांकि हर साल ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है जिससे कि तिथि को लेकर लोग भ्रण की स्थिति में आ जाते हैं. इस साल भी दीपावली की तारीख को लेकर ऐसी ही भ्रम की स्थिति बनी हुई थी. हालांकि अब दिवाली की डेट कंफर्म हो चुकी है. पंचांग और ज्योतिषचार्यों की गणना के अनुसार, दीपावली की तिथि सोमवार, 20 अक्टूबर बताई जा रही है.

    20 और 21 अक्टूबर का भ्रम हुआ दूर 

    दीपावली की डेट कई लोग 20 अक्टूबर तो कुछ 21 अक्टूबर बता रहे हैं. दो तिथि होने के कारण लोगों में मतभेद और कन्फ्यूजन बना हुआ है. लेकिन दिवाली की डेट अब कंफर्म हो चुकी है. बता दें कि, इस साल दिवाली का त्योहार सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा. इसी दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाएगी और अन्य पारंपरिक आयोजन भी इसी तिथि पर किए जाएंगे. 

    दिवाली को डेट को भ्रम क्यों ?

    दिवाली की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन इसलिए बनी हुई है, क्योंकि पंचांग के अनुसार कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 पर शुरू हो रही है, जिसका समापन 21 अक्टूबर को शाम 5:54 पर होगा. हिंदू धर्म में अधिकतर पर्व त्योहार उदया तिथि यानी जिस दिन सूर्य उदय हो उसी तिथि पर मनाए जाने का विधान है. इसलिए कई लोग दिवाली की तिथि 21 अक्टूबर मान रहे है.

    लेकिन दिवाली ऐसा पर्व है जिसमें प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. कार्तिक अमावस्या के साथ जब प्रदोष काल हो, तब दिवाली मनाया जाना चाहिए. इसलिए 20 अक्टूबर को ही दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा. 

    लक्ष्मी पूजन मुहूर्त (Laxmi Puja 2025 Muhurat) 

    20 अक्टूबर को दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के लिए शाम 05:46 से रात 08:18 का समय शुभ रहेगा. इस मुहूर्त को दिवाली पूजन के लिए सबसे उचित माना जा रहा है. वहीं अगर आप 21 तारीख को दिवाली मना रहे हैं तो इस दिन लक्ष्मी पूजन का ना ही कोई योग है और ना ही कोई मुहूर्त. यदि आप 21 अक्टूबर को प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन करते हैं तो इससे दोष उत्पन्न हो सकता है. इसलिए दिवाली से जुड़े पूजन, उपाय और अन्य कार्यक्रम 20 अक्टूबर को ही करना शुभ रहेगा.

    Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • पंकज धीर का कैंसर से निधन, जानें परिवार में कौन कौन है? बेटे-बहू हैं पॉपुलर एक्टर्स

    पंकज धीर का कैंसर से निधन, जानें परिवार में कौन कौन है? बेटे-बहू हैं पॉपुलर एक्टर्स

    बीआर चोपड़ा की रामायण में कर्ण का रोल निभाने वाले एक्टर ‘पंकज धीर’ अब इस दुनिया में नहीं रहे. पंकज के निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर है. एक्टर राजा मुराद ने उनके निधन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पंकज कई दिनों से अपना इलाज करवा रहे थे. कैंसर शरीर में कई जगह फैल गया था.

    पंकज की फैमिली भी उनके निधन से काफी दुखी और सदमे में हैं. पंकज के बेटे-बहू भी इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. आइए जानते हैं पंकज धीर की फैमिली के बारे में.

    पंकज धीर की पत्नी का नाम अनीता धीर है. अनीता धीर कॉस्टयूम डिजाइनर हैं. पंकज के भाई का नाम सतलुज धीर है. सतलुज धीर फिल्म प्रोड्यूसर हैं. उन्हें इक्के पे इक्का और मेरा सुहाग के लिए जाना जाता है.

    पॉपुलर एक्टर हैं पंकज धीर के बेटे-बहू

    पंकज धीर के बेटे का नाम निकितिन धीर है. निकितिन बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर हैं. उन्होंने फिल्म जोधा अकबर से डेब्यू किया था. निकितिन को चेन्नई एक्सप्रेस में थंगाबली के रोल के लिए जाना जाता है. 

    निकितिन ने मिशन इस्तानबुल, रेड्डी, दबंग 2, कंचे, हाउसफुल 3, फ्रीकी अली, मिस्टर, शेरशाह, सूर्यवंशी, अंतिम: द फाइनल ट्रूथ, खिलाड़ी, सर्कस, हाउसफुल 5 जैसी फिल्में की हैं. पिछली बार उन्हें पंजाबी फिल्म Akaal: The Unconquered में देखा गया था.

    A post shared by निकितिन धीर (@nikitindheer)

    पंकज धीर की बहू कृतिका सेंगर के फेमस शोज

    पंकज की बहू की बात करें तो उनका नाम कृतिका सेंगर है. कृतिका सेंगर ने टीवी की दुनिया नाम कमाया. उन्हें शो पुनर्विवाह से पहचान मिली. इस शो में वो गुरमीत चौधरी के अपोजिट रोल में थीं.

    कृतिका ने शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी से शुरुआत की थी. वो कसौटी जिंदगी की, क्या दिल में है, कौन जीतेगा बॉलीवुड का टिकट, एक वीर स्त्री की कहानी-झांसी की रानी, आहट, देवों के देव महादेव, सर्विस वाली बहू, कसम तेरे प्यार की, छोटी सरदारनी जैसे शोज किए हैं.

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • बिहार में तीसरा गठबंधन: AIMIM 35, आजाद समाज 25 और अपनी जनता पार्टी 4 सीटों पर लड़ेगी

    बिहार में तीसरा गठबंधन: AIMIM 35, आजाद समाज 25 और अपनी जनता पार्टी 4 सीटों पर लड़ेगी

    बिहार विधानसभा चुनाव (2025) को लेकर तीसरे मोर्चे का गठन हो चुका है. एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल नहीं किए जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ‘आजाद समाज’ एवं स्वामी प्रसाद मौर्य की ‘अपनी जनता पार्टी’ के साथ गठबंधन किया है.

    गठबंधन को ‘ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस’ नाम दिया गया है. एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को किशनगंज में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि एआईएमआईएम 35 सीटों पर जबकि आजाद समाज पार्टी 25 और स्वामी प्रसाद मौर्य की पार्टी अपनी जनता पार्टी चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अब देखना होगा कि इस गठबंधन से अन्य दलों को चुनाव में कितना नुकसान होता है.

    अख्तरुल ईमान ने कहा कि सीटों का बढ़ाना-घटाना घटक दलों की जब तक आपस में सहमति नहीं होगी उससे पहले ये नहीं होगा. यह लिखित तौर पर तय हो गया है. एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे जो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उनका कहना है हम सीमित सीटों पर चुनाव लड़ें. जहां हमने पहले से काम किया है वहां लड़ें. 

    प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है. इस पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि नॉमिनेशन की लास्ट तारीख 17 अक्टूबर है. पार्टी की अपनी बैठक है. उसके बाद ही घोषणा होगी. मामला ये है कि बड़ी पार्टियों को तो ज्यादा लोगों की लिस्ट तैयार करनी है. उनके लिए तो अलग से तारीख नहीं है. 

    अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमारी असली लड़ाई सत्ता प्राप्ति नहीं बल्कि देश में इंसाफ कायम करना है. उन्होंने कहा कि कल (गुरुवार) देर शाम तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो जाएगा. उम्मीदवारों के नाम का चयन हो चुका है. पत्रकार वार्ता में आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जौहर आजाद, प्रदेश सचिव विक्रम कुमार, जिलाध्यक्ष वसीम अकरम खान, प्रदेश प्रवक्ता आदिल हसन आदि मौजूद थे.

    यह भी पढ़ें- बिहार चुनाव 2025: अमित शाह से मुलाकात के बाद उपेंद्र कुशवाहा की पहली प्रतिक्रिया, ‘अब कोई…’

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Mahabharat's Karna, actor Pankaj Dheer loses battle with cancer, dies at 68

    Mahabharat's Karna, actor Pankaj Dheer loses battle with cancer, dies at 68

    Mahabharats Karna, actor Pankaj Dheer loses battle with cancer, dies at 68

    Beyond Mahabharat, Dheer appeared in popular television shows such as Chandrakanta, Harischandra, and Sasural Simar Ka. Photo: PTI 


    Pankaj Dheer, a veteran TV and movie actor, popularly known for his portrayal as Karna in BR Chopra’s Mahabharat lost his battle with cancer and passed away on September 15.

    His old friend and colleague Amit Behl has confirmed the news to the media.

    Sources said that Dheer had been diagnosed with cancer some time ago and underwent a major surgery. Though he initially recovered, the disease relapsed a few months ago, and he was extremely unwell.

    The Cine & TV Artistes Association (CINTAA) released an official statement mourning his loss: “With profound grief and deep sorrow, we inform you of the passing away of our Trust’s erstwhile Chairman and CINTAA’s former Hon. General Secretary, Shri Pankaj Dheer ji, on 15th October 2025.”

    Also read: Zubeen Garg obit: The voice that carried Assam’s love, longing and loss in its timbre

    The cremation will be held today (October 15) at 4.30 pm, next to Pawan Hans, Vile Parle(W) Mumbai.

    Dheer rose to national fame in the 1980s portraying the ill-fated Karna in Mahabharat, where his powerful performance earned him widespread acclaim. Interestingly, he was initially offered the role of Arjuna but he chose to play Karna instead.

    His portrayal became so memorable that it was featured in school textbooks and even inspired statues of him which were worshipped in certain regions.

    Beyond Mahabharat, Dheer appeared in popular television shows such as Chandrakanta, Harischandra, and Sasural Simar Ka. His filmography includes movies like Sanam Bewafa, Soldier, and Baadshah.

    On TV, his last stint was Dhruv Tara – Samay Sadi Se Pare (2024) and he was also seen in the 2019 web series Poison.

    In 2014, he ventured into direction with My Father Godfather, and in 2010, he co-founded the Abbhinnay Acting Academy launched by Bollywood actor Akshay Kumar in Mumbai to mentor aspiring actors.

    Born in Punjab, he was the son of filmmaker CL Dheer and initially aspired to be a director before stepping into acting with the film Sookha. Dheer has a son, Nikitin Dheer, who is also an actor. His son Nikitin Dheer is known for films such as Chennai Express, Jodhaa Akbar, and Sooryavanshi.

    His passing marks the end of an era in Indian television when mythological series ruled the small screen.

    Next Story
  • Ladakh violence: सोनम वांगचुक की पत्नी याचिका में करेंगी संशोधन, अब 29 अक्तूबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

    Ladakh violence: सोनम वांगचुक की पत्नी याचिका में करेंगी संशोधन, अब 29 अक्तूबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

    {“_id”:”68ef46af3ba6b19aca05e651″,”slug”:”ladakh-violence-sonam-wangchuk-wife-gitanjali-angmo-will-amend-petition-challenge-grounds-of-detention-supreme-2025-10-15″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Ladakh violence: सोनम वांगचुक की पत्नी याचिका में करेंगी संशोधन, अब 29 अक्तूबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट”,”category”:{“title”:”India News”,”title_hn”:”देश”,”slug”:”india-news”}}
    न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
    Published by: नितिन गौतम

    Updated Wed, 15 Oct 2025 12:31 PM IST

    सार

    Ladakh violence sonam wangchuk wife gitanjali angmo Will amend petition challenge grounds of detention Supreme

    सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं सोनम वांगचुक की पत्नी
    – फोटो : अमर उजाला


    विस्तार

    Follow Us


    सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने अपनी याचिका में संशोधन करने का फैसला किया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए अब 29 अक्तूबर की तारीख तय की है। याचिका में गीतांजलि अंगमो ने सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिरासत में रखने के केंद्र सरकार के फैसले को चुनौती दी है। जस्टिस अरविंद कुमार और जस्टिस एनवी अंजारिया की पीठ ने पाया कि जोधपुर जेल के जेलर ने जो हलफनामा दायर किया है, उसमें बताया गया है कि सोनम वांगचुक के बड़े भाई और वकील ने उनसे मुलाकात की है। 

    loader

    पत्नी की सोनम वांगचुक के साथ लिखित नोट साझा करने की मांग

    गीतांजलि अंगमो की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि वे अपनी याचिका में संशोधन करना चाहते हैं। सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने मांग की कि सोनम वांगचुक को अपनी पत्नी के साथ कुछ लिखित पंक्तियों की अदला-बदली करने की अनुमति मिलनी चाहिए। इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्हें इससे कोई परेशानी नहीं है। 

    ये भी पढ़ें- Bihar Polls: चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर निर्वाचन आयोग सख्त, तीन दिन में 33.97 करोड़ जब्त; खर्च पर पैनी नजर

    लद्दाख हिंसा में हुई थी चार लोगों की मौत

    इससे पहले 6 अक्तूबर को शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार और केंद्रशासित लद्दाख प्रशासन को नोटिस जारी किया था, लेकिन याचिका संबंधित कोई भी आदेश जारी नहीं किया था। वांगचुक को लद्दाख में हुई हिंसा के बाद 26 सितंबर को एनएसए कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी और 90 घायल हुए थे। एनएसए केंद्र और राज्यों को व्यक्तियों को भारत की सुरक्षा के खिलाफ काम करने के लिए हिरासत में लेने का अधिकार देता है। हिरासत की अधिकतम अवधि 12 महीने है, हालांकि इसे पहले भी रद्द किया जा सकता है। वांगचुक फिलहाल राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद हैं।

  • रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
    Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

  • Raila Odinga, Former Prime Minister of Kenya, Dies at 80

    Raila Odinga, Former Prime Minister of Kenya, Dies at 80

    Please enable JS and disable any ad blocker

  • मेहनत का मिला इनाम! मोहम्मद सिराज ने जीता एक खास अवॉर्ड, अब ऑस्ट्रेलिया में संभालेंगे भारतीय गेंदबाजी की कमान

    मेहनत का मिला इनाम! मोहम्मद सिराज ने जीता एक खास अवॉर्ड, अब ऑस्ट्रेलिया में संभालेंगे भारतीय गेंदबाजी की कमान

    टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज इन दिनों अपने करियर के बेहतरीन फॉर्म में हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में सिराज ने शानदार प्रदर्शन कर सबका दिल जीत लिया. इसी दमदार गेंदबाजी के लिए उन्हें ‘इम्पैक्ट प्लेयर मेडल’ से नवाजा गया है. सिराज ने इस सीरीज में कुल 10 विकेट चटकाए, जो सभी तेज गेंदबाजों में सबसे ज्यादा थे.

    वेस्टइंडीज के खिलाफ सिराज की धमाकेदार गेंदबाजी

    वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने 2-0 से जीत दर्ज की. अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट में सिराज ने हरी पिच पर कहर बरपाते हुए 7 विकेट झटके. उनकी सटीक लाइन-लेंथ और लगातार गति ने मेहमान बल्लेबाजों को टिकने नही दिया. इस शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने पारी और 140 रन से जीत हासिल की.

    दिल्ली में हुए दूसरे टेस्ट में पिच स्पिनर्स के लिए ज्यादा मददगार थी, फिर भी सिराज ने पूरी मेहनत झोंक दी. उन्होंने लगातार सटीक गेंदबाजी की और वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा. पूरी सीरीज में सिराज ने 49 ओवर गेंदबाजी की, जो जसप्रीत बुमराह (51.5 ओवर) से सिर्फ थोड़ा कम था. यह दिखाता है कि कप्तान और टीम प्रबंधन को सिराज पर कितना भरोसा है.

    ड्रेसिंग रूम में मिला खास सम्मान 

    बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में सिराज को ड्रेसिंग रूम में यह ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ मेडल विकेटकीपर एन जगदीशन के हाथों दिया गया. मेडल लेते समय सिराज ने कहा, “सच कहूं तो यह सीरीज मेरे लिए बहुत खास रही. दिल्ली की इस पिच पर मेरे लिए एक विकेट लेना भी पांच विकेट लेने जैसा था. जब एक तेज गेंदबाज को उसकी मेहनत का इनाम मिलता है, तो आत्मविश्वास और खुशी दोनों महसूस होते हैं.”

    अब ऑस्ट्रेलिया में नई जिम्मेदारी

    वेस्टइंडीज सीरीज खत्म होते ही सिराज अब नई चुनौती के लिए तैयार हैं. वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय गेंदबाजी की अगुआई करेंगे, यह सीरीज 19 अक्टूबर से शुरू होगी. जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया है, ऐसे में सिराज पर तीन मैचों की इस सीरीज में बड़ी जिम्मेदारी होगी.

    टीम इंडिया 15 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुकी है, और सिराज अपनी रफ्तार से एक बार फिर विपक्षी बल्लेबाजों की परीक्षा लेने को तैयार हैं,

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • JDU की पहली लिस्ट में महिला उम्मीदवारों की संख्या कितनी? कविता से लेकर कोमल सिंह तक का नाम

    JDU की पहली लिस्ट में महिला उम्मीदवारों की संख्या कितनी? कविता से लेकर कोमल सिंह तक का नाम

    बिहार विधानसभा चुनाव (2025) को लेकर एनडीए में हुए सीट बंटवारे के बाद बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को जेडीयू की ओर से पहली लिस्ट जारी कर दी गई. पहली लिस्ट में 57 सीटों और वहां से होने वाले प्रत्याशियों की घोषणा की गई. 57 उम्मीदवारों में चार महिलाएं हैं.

    नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की ओर से जारी इस पहली लिस्ट में सिंहेश्वर से कविता साहा तो गायघाट से कोमल सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. बता दें कि गायघाट सीट से कोमल सिंंह लोजपा (आर) सांसद वीणा देवी की बेटी हैं. कोमल सिंह के पिता दिनेश सिंह जेडीयू से एमएलसी हैं. चर्चा थी कि वह लोजपा (रामविलास) से प्रत्याशी होंगी लेकिन जब यह सीट जेडीयू के खाते में गई तो वह वहां से कैंडिडेट बना दी गई हैं.

    बात कोमल सिंह की करें तो गायघाट सीट से वो 2020 में लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं. तीसरे नंबर रही थीं. इस सीट से आरजेडी के निरंजन राय की जीत हुई थी. दूसरे नंबर पर जेडीयू थी. जेडीयू से महेश्वर प्रसाद यादव ने चुनाव लड़ा था.

    बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के लिए जनता दल (यूनाइटेड) की पहली लिस्ट। #Bihar #JDU #JanataDalUnited #BiharElections pic.twitter.com/9vc2RL9QQI

    दूसरी ओर समस्तीपुर से अश्वमेघ देवी को पार्टी ने टिकट दिया है. इनके अलावा विभूतिपुर से रवीना कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया है. समस्तीपुर सीट की बात करें तो 2020 के विधानसभा चुनाव में अश्वमेघ देवी को जेडीयू से ही टिकट मिला था लेकिन हार गई थीं. 2020 में इस सीट से आरजेडी के अख्तरुल इस्लाम शाहीन को जीत मिली थी. उन्हें 68,507 वोट मिले थे. अश्वमेघ देवी को 63,793 मत ही प्राप्त हुए थे. ये जेडीयू से सांसद रह चुकी हैं.

    दूसरी ओर रवीना कुशवाहा की बात करें तो इनके पति राम बालक सिंह जेडीयू से विधायक रह चुके हैं. 2020 राम बालक जेडीयू से लड़े थे लेकिन हार गए थे. इस सीट से सीपीएम के अजय कुमार की जीत हुई थी. अब पत्नी चुनावी मैदान में हैं. 

    यह भी पढ़ें- ‘कोई फिर पुराना खेल खेलना चाहता है तो…’, सीट शेयरिंग के बीच JDU का बड़ा बयान

    सक्रिय पत्रकारिता में अजीत कुमार लगभग 9 वर्षों से कार्यरत हैं. वर्ष 2016 में दैनिक जागरण समाचार-पत्र से इन्होंने ट्रेनी सब-एडिटर के रूप में अपनी पारी की शुरुआत पटना से की. देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों में इन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें दैनिक जागरण, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर आदि शामिल हैं.

    वर्तमान में इनका कार्यक्षेत्र बिहार है और ये एबीपी लाइव में ‘चीफ कॉपी एडिटर’ के पद पर कार्यरत हैं. एबीपी डिजिटल के बिहार सेक्शन को लीड करते हैं. बिहार की खबरों पर इनकी पैनी नजर रहती है चाहे वह राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी हुई खबरें हों या फिर अपराध या अन्य सामाजिक सरोकार की. खबरों को एंगल देने में और हेडिंग बनाने में महारथ हासिल है.

    सही समय पर निष्पक्ष रूप से कई समाचार इनके प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें कई एक्सक्लूसिव स्टोरीज भी शामिल हैं. पत्रकारिता में इन्होंने स्नातक के साथ परास्नातक तक की पढ़ाई की है. इनसे ajeetk@abpnetwork.com पर संपर्क किया जा सकता है.

    Source: IOCL

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.