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  • LJP Candidate List: BJP, JDU की लिस्ट आई, अब चिराग पासवान का क्या है प्लान? इन सीटों पर फ्रेंडली फाइट के आसार!

    LJP Candidate List: BJP, JDU की लिस्ट आई, अब चिराग पासवान का क्या है प्लान? इन सीटों पर फ्रेंडली फाइट के आसार!

    बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने प्रत्याशियों के नाम लगभग तैयार कर लिए हैं. लोजपा रामविलास अपनी पहली कैंडिडेट लिस्ट बुधवार (15 अक्टूबर) की दोपहर 2.00 बजे और दूसरी लिस्ट शाम 5.00 बजे जारी करेगी.

    चिराग की पार्टी एनडीए गठबंधन में 29 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. इसके अलावा JDU के साथ कोई मतभेद नहीं है और ना ही गठबंधन की किसी पार्टी ने चिराग से उनको दी गई सीटों को लेकर किसी तरह की बात की है.

    सूत्रों के मुताबिक, 29 में से 27 सीट पहले बता दी गई थी और 2 सीटों के लिए कुछ सीटों का विकल्प दिया गया था. जहां से वह अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं. उन दो सीटों पर उम्मीदवार का नाम जल्द फाइनल हो जाएगा. चिराग पासवान ने बताया कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया गया है और बाकी सीटों पर नाम तय करने की प्रक्रिया चल रही है. 

    चिराग पासवान ने जिन्हें सिंबल बांटा है, उनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, महासचिव संजय पासवान, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडे और चिराग पासवान के भांजे सीमांत मृणाल का नाम शामिल है. सीमांत मृणाल धनंजय पासवान के बेटे हैं जिन्हें कुछ समय पहले नीतीश सरकार ने राज्य एससी आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया था.

    गोविंदगंज सीट से राजू तिवारी, गरखा (सुरक्षित) सीट से सीमांत मृणाल, बखरी (सुरक्षित) सीट से संजय पासवान और ब्रह्मपुर सीट से हुलास पांडे चुनाव मैदान में उतरेंगे.

    लोजपा (रामविलास) को आवंटित 29 सीटों में से कई सीटें ऐसी हैं जो फिलहाल जदयू या अन्य सहयोगी दलों की सिटिंग सीट हैं. यही कारण है कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा रोक दी गई है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, जैसे ही इन सीटों पर स्थिति स्पष्ट होगी, बाकी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी जाएगी.

    सूत्रों के मुताबिक, एनडीए गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम रूप दिया जा चुका है, हालांकि कुछ सीटों पर हलचल जारी है. चिराग पासवान का कहना है कि एलजेपी (रामविलास) बिहार में एनडीए का मजबूत चेहरा बनेगी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर चुनाव में उतर रही है.

    पार्टी का फोकस युवा और नए चेहरों को मौका देने पर है. अब सबकी नजरें दोपहर दो बजे आने वाली दूसरी सूची पर टिकी हैं, जिसमें कई चर्चित नाम शामिल होने की संभावना है.

    Source: IOCL

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  • JDU Candidates List: 3 बाहुबली, 4 महिलाएं, 0 मुस्लिम, जदयू की पहली लिस्ट की खास बातें

    JDU Candidates List: 3 बाहुबली, 4 महिलाएं, 0 मुस्लिम, जदयू की पहली लिस्ट की खास बातें

    भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के घटक दल जनता दल यूनाइटेड ने 15 अक्टूबर, बुधवार को 57 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में उन सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे गए हैं जो एनडीए के अन्य घटक दल- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के खाते में जाने की चर्चा थी. इसके अलावा जदयू ने 2 मौजूदा विधायकों का टिकट भी काटा है.

    जदयू की पहली लिस्ट में तीन बाहुबलियों को भी जगह मिली है. इसमें

    LJP Candidate List: BJP, JDU की लिस्ट आई, अब चिराग पासवान का क्या है प्लान? इन सीटों पर फ्रेंडली फाइट के आसार!

    57 प्रत्याशियों की सूची में जदयू ने 4 महिलाओं को भी टिकट दिया है. जिसमें

    इसके साथ ही लिस्ट में मंत्रियों की सीटों पर भी प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है. जिसमें

    जदयू ने बरबीघा के सिटिंग विधायक सुदर्शन कुमार का टिकट काट कर कुमार पुष्पंजय जदयू को कैंडिडेट बनाया है. वहीं कुशेश्वरस्थान से अमन भूषण हजारी का टिकट काट कर जेडीयू ने अतिरेक कुमार को उम्मीदवार बनाया है.

    जदयू ने मोरवा, सोनबरसा, राजगीर पर जदयू ने कैंडिडेट उतार दिया है. ये सीटें चिराग के खाते में जाने की चर्चा थी. JDU ने मोरवा से विद्यासागर सिंह निषाद, सोनबरसा से रत्नेश सादा और राजगीर से कौशल किशोर को उम्मीदवार बनाया है.

    बहादपुर – मदन सहनी
    गायघाट – कोमल सिंह
    वैशाली – सिद्धार्थ पटेल
    महनार – उमेश सिंह कुशवाहा
    हरनौत – हरिनारायण सिंह
    फुलवारी – श्याम रजक
    मसौढ़ी – अरुण सिंह

    Source: IOCL

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  • Bihar Assembly Elections 2025: क्या होगी तगड़ी फाइट?  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर C Voter के फाउंडर यशवंत देशमुख का चौंकाने वाला दावा

    Bihar Assembly Elections 2025: क्या होगी तगड़ी फाइट? बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर C Voter के फाउंडर यशवंत देशमुख का चौंकाने वाला दावा

    बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब चंद दिन ही शेष हैं. ऐसे में चुनाव को लेकर अब तक कई सर्वे सामने आ चुके हैं. बिहार में सीएम पद के उम्मीदवार को लेकर सी-वोटर का लेटेस्ट सर्वे सामने आया है, जिसमें अभी तक राजद नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सबसे आगे हैं.

    सी-वोटर के अक्टूबर माह में किए गए ताजा सर्वे में तेजस्वी यादव को 36.2 फीसदी लोगों ने अपना समर्थन दिया है, जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महज 15.9 प्रतिशत लोगों ने फिर से सीएम पद के लायक माना है. 

    प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में सबसे लोकप्रिय
    जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में सबसे लोकप्रिय हैं. पीके को तेजस्वी के बाद सबसे ज्यादा 23.2 फीसदी लोगों का समर्थन मिला है, जो उन्हें इस बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. चिराग पासवान पर 8.8 फीसदी और सम्राट चौधरी पर 7.8 फीसदी लोगों ने अपना भरोसा जताया है.

    बिहार चुनाव में बढ़त को लेकर जब लोगों से सवाल किया गया तो 40.2 फीसदी लोगों ने एनडीए का समर्थन किया, जबकि 38.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि महागठबंधन को बढ़त है. नई नवेली पार्टी जन सुराज को 13.3 लोगों ने बढ़त होने की बात कही है. वहीं, 8.2 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते.

    सी वोटर के फाउंडर ने क्या बताया
    एक न्यूज चैनल से बातचीत में सी वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को देखें तो प्रशांत किशोर ने बीते एक साल में धीरे-धीरे अपनी जगह बनाई है और उनका ग्राफ ऊपर की लगातार बढ़ता जा रहा है. वो बिहार में एक एक्स फैक्टर बनकर उभरे हैं. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता. 

    महागठबंधन और एनडीए को लेकर क्या कहा 
    एनडीए और इंडिया ब्लॉक को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों के बीच कांटे की टक्कर है, क्योंकि दोनों के बीच वोटों को लेकर गैप ज्यादा नहीं है. पिछले विधानसभा चुनाव में दोनों का वोट शेयर (37-37 फीसदी) लगभग बराबर ही था. इस बार 2 फीसदी ज्यादा लोग एनडीए के पक्ष में नजर आ रहे हैं.

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    Source: IOCL

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  • Pakistan, IMF reach preliminary deal to release $1.2 billion from bailout package

    Pakistan, IMF reach preliminary deal to release $1.2 billion from bailout package

    Pakistan and the International Monetary Fund have reached a staff-level agreement for the release of $1.2 billion from the bailout package approved last year.

    The $7 billion bailout approved by the IMF in July 2024 aimed to keep Pakistan from defaulting on its debt repayments.

    The agreement following several days of talks in Islamabad was reported by state media Wednesday (October 15, 2025) and the IMF confirmed it in an overnight statement.

    The IMF said Pakistan’s economic program is helping entrench macroeconomic stability and rebuild market confidence.

    The development comes weeks after Pakistan urged the IMF to consider concessions in light of devastating floods that killed more than 1,000 people and affected some 7 million in recent months.

    The IMF said the recent floods highlight Pakistan’s vulnerability to natural disasters and climate-related risks and stressed the continuing need to build climate resilience. The fund also expressed sympathy for those affected by the disaster.

  • Trump calls BRICS 'attack' on U.S. dollar

    Trump calls BRICS 'attack' on U.S. dollar

    U.S. President Donald Trump has called the BRICS grouping an “attack” on the U.S. dollar, claiming that he threatened nations seeking to join the bloc with tariffs following which “everybody dropped out”.

    BRICS comprises Brazil, Russia, India, China, South Africa, Egypt, Ethiopia, Indonesia, Iran, and the United Arab Emirates. Mr. Trump has often threatened to impose additional tariffs on the bloc for what he calls its “anti-American” policies.

    The BRICS nations have voiced serious concerns about the rise of unilateral tariff and non-tariff measures which distort trade.

    Speaking at a bilateral meeting with Argentine President Javier Milei on Tuesday (October 14, 2025), Mr. Trump said he was “very strong” on the dollar, adding that “anybody who wants to deal in dollars” will have an “advantage” over those who do not.

    “…I told anybody who wants to be in BRICS, that’s fine, but we’re going to put tariffs on your nation. Everybody dropped out. They’re all dropping out of BRICS,” he claimed.

    “BRICS was an attack on the dollar,” he said.

    The U.S. President said he told potential members that if they “want to play that game, I’m going to put tariffs on all of your product coming into the U.S.”

    He added that if former President Joe Biden or Democrat Kamala Harris had been elected, “you wouldn’t have the dollar as your currency anymore”.

    “You wouldn’t have a world domination by the dollar if I didn’t win this election,” he said.

    Last month, the BRICS nations expressed concern over the proliferation of trade-restrictive actions in the form of “indiscriminate rising” of tariffs, particularly measures used as a means of “coercion”, cautioning that such practices risk marginalising the Global South countries.

    Earlier this year, Mr. Trump imposed tariffs on multiple countries, including 50% on Indian exports.

  • JD(U) releases first list of 57 candidates for Bihar Assembly  elections 2025

    JD(U) releases first list of 57 candidates for Bihar Assembly elections 2025

    Bihar Chief Minister Nitish Kumar
    The list includes four seats that Chirag Paswan strongly sought, indicating that Nitish Kumar’s party is keen on contesting those seats. File photo


    JD(U) has released its first list of 57 candidates for the 2025 Bihar Assembly elections. The list includes four seats that Chirag Paswan strongly sought, indicating that Nitish Kumar’s party is keen on contesting those seats and is unlikely to give in to the allies’ demand.

    The key candidates in JD(U)’s first list include Ratnesh Sada from Sonbarsa, Vidyasagar Nishad from Morwa, Dhumal Singh from Ekma, and Kaushal Kishore from Rajgir.

    The party has also fielded several senior leaders and sitting MLAs, including Vijay Kumar Choudhary, a minister in the state government, who will contest from Sarai Ranjan, Narendra Narayan Yadav from Alamnagar, Niranjan Kumar Mehta from Bihariganj, Ramesh Rishi Dev from Singheshwar, and Kavita Saha from Madhepura.

    (The story will be updated soon)

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  • Jaisalmer Bus Fire Live: बस हादसे में घायल 10 वर्षीय यूनुस की हुई मौत, मृतकों का आंकड़ा पहुंचा 21

    Jaisalmer Bus Fire Live: बस हादसे में घायल 10 वर्षीय यूनुस की हुई मौत, मृतकों का आंकड़ा पहुंचा 21

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    न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
    Published by: प्रिया वर्मा

    Updated Wed, 15 Oct 2025 12:44 PM IST

    खास बातें

    Jaisalmer Bus Fire Live DNA Tests to Identify Victims as Families Gather at Hospitals Know updates in Hindi

    जैसलमेर बस हादसा
    – फोटो : अमर उजाला

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    लाइव अपडेट

    12:42 PM, 15-Oct-2025

     10 वर्षीय यूनुस की हुई मौत 

    जोधपुर के गांधी अस्पताल में  भर्ती यूनुस की इलाज के दौरान मौत हो गई है।  मृतकों का आंकड़ा 21 तक पहुंच गया है। 

    12:19 PM, 15-Oct-2025
    दो-तीन मैरिज 75 और 80 प्रतिशत से ज्यादा झुलसे

    मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल बीएस जोधा ने बताया कि 10:00 बजे तक सभी मरीज यहां आ गए थे, जिसकी जैसी जरूरत थी वैसी व्यवस्थाएं करके तीन मरीजों को तुरंत वेंटीलेटर पर लिया गया दो को ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ रखा गया है। दो-तीन मैरिज 75 और 80 प्रतिशत से ज्यादा है 5-6 मरीज 50 प्रतिशत से अधिक बर्न हैं। दूसरे बचे मरीजों में बर्न की संख्या थोड़ी कम है, जो व्यवस्था है सरकार के स्तर से मरीजों के लिए की जा रही है वह सभी कर ली गई है। आवश्यकता अनुसार और परिजनों के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही है कंट्रोल रूप स्थापित कर दिया गया है डीएनएस सैंपलिंग के लिए जयपुर और जोधपुर की टीम में लगी है। हमारा प्रयास है कि मरीज और परिजनों जो साथ आए हैं उन्हें कम से कम परेशानी हो।

    12:05 PM, 15-Oct-2025

    जोधपुर में मृतकों की सैंपलिंग शुरू

    जैसलमेर में हुई दुखांतिका के बाद जोधपुर में मृतकों की सैंपलिंग शुरू हो चुकी है। महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक फतेह सिंह ने बताया कि डीएनए सैंपलिंग शुरू हो चुकी है। हमें शवों के आने के समाचार मिल गया था। इसलिए हमने रात में ही सारी व्यवस्थाएं कर ली थीं। यहां 12 शव रखने की क्षमता है। दो शव पहले से थे, इसलिए एम्स से संपर्क किया गया। जीत मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया गया। व्यास मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया गया और हमने प्लान बना लिया था कि शवों को कहां-कहां भेजेंगे और कहां-कहां रखेंगे। यह सारा काम हो चुका है। एफएसएल की टीम भी आ चुकी है। पुलिस से भी सारी लिस्ट मिल चुकी है कि किन-किन का सैंपल लेने की आवश्यकता है। कुछ डॉक्यूमेंट की भी आवश्यकता होती है, जैसे परिजनों के नाम पते फोटो मृतकों के भी सारे रिकॉर्ड की आवश्यकता होती है, ताकि किसी तरह की बाद में कोई गलती की संभावना नहीं रहे। इसलिए सारे दस्तावेज पूरा करके हमने सैंपलिंग शुरू कर दी है। गांधी अस्पताल में है एम्स में भी 10 शव हैं। डेड बॉडी का डीएनए जैसलमेर में लिया जा चुका है। परिजनों की सैंपलिंग यहां ली जा रही है। उसके बाद मिलान किया जाएगा। संभवत: 24 घंटे में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 

     

    11:21 AM, 15-Oct-2025

    पांच मरीजों की हालत बिगड़ी

    जोधपुर रैफर होकर आए मरीजों में से पांच की हालत बिगड़ गई है। उन्हें वेंटिलेटर पर डाला गया है। इसी बीच जैसलमेर के CMHO डॉ. राजेन्द्र पालीवाल ने बताया कि मंंगलवार देर रात से बुधवार सुबह तक करीब 10 परिजनों के DNA सैंपल लेकर जोधपुर भेजे गए हैं। आज जवाहिर हॉस्पिटल में सैंपल लिए जा रहे हैं। जिले के प्रभारी मंत्री मदन दिलावर भी जोधपुर पहुंच रहे हैं।

    11:07 AM, 15-Oct-2025

    पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
    – फोटो : अमर उजाला

    गहलोत बोले- हादसे का कारण टेक्निकल फॉल्ट तो नहीं

    पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसलमेर बस हादसे में 20 लोगों के जिंदा जलने पर मीडिया के प्रश्न को लेकर एक्स पर अपना रिएक्शन पोस्ट किया है। उन्होंने कहा- बहुत बुरा हादसा हुआ है। अभी और हुए थे दूदू के पास में भी और एक तो, हादसे का क्या करें। 20 लोग मारे गए। वेंटीलेटर पर हैं लोग, 70% बर्न हैं। ये बहुत ही दुखद घटना है और मेरे ख्याल से तो ये तो जांच का विषय भी है बस में आग लगी क्यों, ये जांच का विषय भी हो सकता है। मैंने सुना कोई दस दिन पहले ही बस खरीदी थी तो पता नहीं कोई टेक्निकल गलती तो नहीं है। ऐसे वक्त में कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए, बाकायदा कंपनी में कंप्लेंट करनी चाहिए। रवाना हुई थी बस, एक्सीडेंट भी नहीं हुआ और ये हादसा हुआ क्यों, कोई टेक्निकली फाल्ट हो गई, आग लग गई। आग लगते ही जो दरवाजे थे वो लॉक हो गए। सरकार को चाहिए कि इसकी बाकायदा कंपनी से बात करके इसकी जांच भी करवाए। 

    हादसे को लेकर हम ईश्वर से प्रार्थना ही कर सकते हैं कि मृत आत्माओं को शांति प्रदान करें, जो अभी तकलीफ में हैं अस्पताल में वो जल्दी स्वस्थ हों यही हमारी कामना है, परिवारजनों के लिए भी यही कह सकते हैं कि बहुत बड़ा हादसा हुआ है बहुत दुखद है, भगवान आपको शक्ति दे।

     

     

    10:48 AM, 15-Oct-2025

    डीएनए जांच के लिए अस्पताल पहुंचे परिजन
    – फोटो : अमर उजाला

    परिजनों को गुस्सा फूटा

    जैसलमेर हादसे में मृतकों की पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। इस भयानक दुखांतिका से परिजन सदमे में हैं। ऐसे में जब 11 बजे डीएनए जांच शुरू होने की बात सामने आई तो दर्द में डूबे परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। अपने बड़े भाई को हादसे में खो चुके एक परिजन का कहना है कि मुख्यमंत्री हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे? डॉक्टर अभी तक अस्पताल नहीं पहुंचे हैं… हमने अपनों को खो दिया है, कुछ दिन सब इस मुद्दे पर बात करेंगे और फिर सब भूल जाएंगे… डॉक्टर सुबह 11 बजे ही क्यों आएंगे?… परिजन दर्द में हैं, लेकिन कोई नहीं समझ रहा कि हम किस हाल में हैं। आप मुझसे तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं, जरा अंदर जाकर यह भी पूछिए कि डॉक्टर अभी तक क्यों नहीं आए? DNA टेस्ट सुबह 11 बजे ही क्यों होगा? पूरी सिस्टम रात के 12 बजे तक अपराधियों के लिए जाग जाती है, लेकिन आम आदमी के लिए अस्पताल में कोई नहीं है। मैंने अपने भाई को खो दिया है, और आप यह नहीं देख पा रहे कि हम सब क्या झेल रहे हैं।

    10:40 AM, 15-Oct-2025

    Jaisalmer Bus Fire Live: बस हादसे में घायल 10 वर्षीय यूनुस की हुई मौत, मृतकों का आंकड़ा पहुंचा 21

    कल जैसलमेर में थईयात गांव के पास हुई भयानक बस दुर्घटना में अब तक 20 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है और कई गंभीर घायल जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में इलाजरत है। 

    हादसे की भयावहता ऐसी कि कई शव बस के भीतर एक-दूसरे से चिपके मिले। ऐसे में शवों की पहचान को लेकर प्रशासन ने डीएनए जांच की व्यवस्था की है। मृतकों की पहचान के लिए उनके दो निकटतम परिजनों से डीएनए सैंपल लिए जाएंगे। इसके लिए महात्मा गांधी अस्पताल, जोधपुर के कॉटेज संख्या 4 एवं 5 और जवाहर अस्पताल, जैसलमेर के ट्रॉमा सेंटर में विशेष व्यवस्था की गई है।

    साथ ही प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि जिनके परिजन इस हादसे के बाद लापता हैं, वे नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करके जानकारी ले सकते हैं।

    जोधपुर हेल्पलाइन नंबर:

    जिला नियंत्रण कक्ष: 0291-2650349, 2650350

    महात्मा गांधी अस्पताल: 9414159222

    राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला (FSL), जोधपुर: 9414919021

    जैसलमेर हेल्पलाइन नंबर:

    ट्रॉमा सेंटर, जवाहर अस्पताल: 9460106451, 9636908033

    जिला हेल्पलाइन: 9414801400, 8003101400, 02992-252201, 02992-255055

  • डिग्री नहीं, अब स्किल्स हैं सफलता की चाबी! हार्वर्ड की रिपोर्ट ने खोला बड़ा राज

    डिग्री नहीं, अब स्किल्स हैं सफलता की चाबी! हार्वर्ड की रिपोर्ट ने खोला बड़ा राज

    बीते कुछ वर्षों में टेक्नोलॉजी में हुए इनोवेशन और अपग्रेडेशन के बाद से, मार्केट में कंपटीशन काफी बढ़ गया है. अब अच्छी जॉब और बढ़िया इंकम के लिए लोगों को स्किल्स पर काम करना पड़ रहा है, जिसके चलते डिग्री की वैल्यू काफी कम हो गई है. ऐसे में कई स्टूडेंट्स इस बात को लेकर चिंता में रहते हैं कि क्या उनकी डिग्री उन्हें बेहतर जॉब ऑपर्च्युनिटी दिलाने में मदद करेगी?

    दरअसल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इकोनॉमिस्ट ने अपनी एक रिसर्च में ये बताया है कि कैसे आजकल सर्टिफिकेट और डिग्री केवल एक कागज का टुकड़ा बनकर रह गई है और बाजार में डिग्री थकान का दौर चल रहा है. जिसमें अच्छी जॉब के लिए केवल डिग्री होना काफी नहीं है.

    हार्वर्ड के लेबर इकोनॉमिस्ट डेविड जे डेमिंग और रिसर्चर कदीम नोरे ने अपनी 2020 की रिसर्च में बताया कि एप्लाइड साइंसेज, कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग और मार्केटिंग जैसी डिग्री का आज कोई मोल नहीं रह गया है. इससे ये पता चलता है कि उस समय सक्सेस की चाबी माने जाने वाली ये डिग्रियां अब आउटडेटेड हो चुकी है. इतना ही नहीं आज बिजनेस डिग्रीज भी आपको इम्यूनिटी नहीं दे सकती. हार्वर्ड बिजनेस स्कूल ने बताया कि टॉप MBA ग्रेजुएट्स भी आज मार्केट में हाई पे जॉब्स के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं. ऐसे में डिग्री की चमक किस्मत चमकने में नाकामयाब होती नजर आ रही है.

    जहां एक और एप्लाइड साइंसेस का हाल इस कदर बुरा तो वहीं दूसरी ओर ह्यूमैनिटीज के लिए स्टूडेंट्स का घटता इंटरेस्ट भी चिंता का विषय है. हार्वर्ड क्रिमसन के डाटा के अनुसार, ह्यूमैनिटीज को करियर ऑप्शन के तौर पर चुनने वालों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है. ऐसे में स्टूडेंट्स ने STEM और करियर फोकस्ड प्रोग्राम्स में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है. साथ ही हार्वर्ड की 2022 की रिपोर्ट में देखने को मिला है कि मार्केट में अब कंपनिया जेनेरिक डिग्रीज की बजाय स्पेसिफिक स्किल्स और डिजिटल लिटरेसी वाली डिग्रीज को प्रेफरेंस देती हैं.

    हार्वर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक ये 10 डिग्रीज खो रही हैं अपनी इंपॉर्टेंस और मार्केट वैल्यू –
    1. जनरल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA इंक्लूडेड) 
    2. कंप्यूटर साइंस 
    3. मैकेनिकल इंजीनियरिंग 
    4. अकाउंटिंग 
    5. बायोकेमिस्ट्री 
    6. साइकोलॉजी (अंडरग्रैजुएट)
    7. इंग्लिश एंड ह्यूमैनिटीज 
    8. सोशियोलॉजी एंड सोशल साइंस 
    9. हिस्ट्री 
    10. फिलासफी 

    2025 की एक स्टूडेंट चॉइस रिपोर्ट के अनुसार, रैंकिंग इंजीनियरिंग , कंप्यूटर साइंस एंड नर्सिंग की मार्केट डिमांड काफी है. ऐसे में इस कॉम्पटीटिव मार्केट में वो स्टूडेंट्स सरवाइव कर पाएंगे जिनके पास डिग्री के अलावा स्किल्स, इंटेलिजेंस, क्रिएटिविटी और क्रिटिकल थिंकिंग होगी.

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    Education Loan Information:
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    आंखों में सपने लिए, घर से हम चल तो दिए, जानें ये राहें अब ले जाएंगी कहां… कहने को तो ये सिंगर शान के गाने तन्हा दिल की शुरुआती लाइनें हैं, लेकिन दीपाली की जिंदगी पर बखूबी लागू होती हैं. पूरा नाम दीपाली बिष्ट, जो पहाड़ की खूबसूरत दुनिया से ताल्लुक रखती हैं. किसी जमाने में दीपाली के लिए पत्रकारिता का मतलब सिर्फ कंधे पर झोला टांगकर और हाथों में अखबार लेकर घूमने वाले लोग होते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी आंखों में इसी दुनिया का सितारा बनने के सपने पनपने लगे और वह भी पत्रकारिता की दुनिया में आ गईं. उन्होंने अपने इस सफर का पहला पड़ाव एबीपी न्यूज में डाला है, जहां वह ब्रेकिंग, जीके और यूटिलिटी के अलावा लाइफस्टाइल की खबरों से रोजाना रूबरू होती हैं. 

    दिल्ली में स्कूलिंग करने वाली दीपाली ने 12वीं खत्म करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और सत्यवती कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में ग्रैजुएशन किया. ग्रैजुएशन के दौरान वह विश्वविद्यालय की डिबेटिंग सोसायटी का हिस्सा बनीं और अपनी काबिलियत दिखाते हुए कई डिबेट कॉम्पिटिशन में जीत हासिल की. 

    साल 2024 में दीपाली की जिंदगी में नया मोड़ तब आया, जब उन्होंने गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (नोएडा) से टीवी जर्नलिज्म में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा की डिग्री हासिल की. उस दौरान उन्होंने रिपोर्टिंग, एडिटिंग, कंटेंट राइटिंग, रिसर्च और एंकरिंग की बारीकियां सीखीं. कॉलेज खत्म करने के बाद वह एबीपी नेटवर्क में बतौर कॉपीराइटर इंटर्न पत्रकारिता की दुनिया को करीब से समझ रही हैं. 

    घर-परिवार और जॉब की तेज रफ्तार जिंदगी में अपने लिए सुकून के पल ढूंढना दीपाली को बेहद पसंद है. इन पलों में वह पोएट्री लिखकर, उपन्यास पढ़कर और पुराने गाने सुनकर जिंदगी की रूमानियत को महसूस करती हैं. इसके अलावा अपनी मां के साथ मिलकर कोरियन सीरीज देखना उनका शगल है. मस्ती करने में माहिर दीपाली को घुमक्कड़ी का भी शौक है और वह आपको दिल्ली के रंग-बिरंगे बाजारों में शॉपिंग करती नजर आ सकती हैं.

    Source: IOCL

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  • कितने रुपये में खोल सकते हैं क्रिकेट की बॉल बनाने वाली फैक्ट्री, हर महीने कितनी होगी कमाई?

    कितने रुपये में खोल सकते हैं क्रिकेट की बॉल बनाने वाली फैक्ट्री, हर महीने कितनी होगी कमाई?

    भारत में क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि जुनून माना जाता है. बच्चे हो, बुजुर्गों हो या हर कोई इसे खेलना और देखना पसंद करता है. यही वजह है कि क्रिकेट से जुड़ा सामान खासकर क्रिकेट बॉल की मांग हमेशा बनी रहती है. क्योंकि क्रिकेट बॉल जल्दी खराब हो जाती है या खो जाती है, इसलिए इसकी बिक्री कभी कम नहीं होती है. ऐसे में क्रिकेट बॉल बनाने का बिजनेस काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता है. चलिए तो आज हम आपको बताते हैं कि क्रिकेट बॉल बनाने वाली फैक्ट्री आप कितने रुपये में खोल सकते हैं और हर महीने इससे कितनी कमाई हो सकती है. 

    कम पैसों में शुरू हो सकता है क्रिकेट बॉल का बिजनेस

    क्रिकेट बॉल बनाने की फैक्ट्री बहुत ज्यादा निवेश के बिना शुरू की जा सकती है. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार इस बिजनेस को आप 4 से 5 लाख रुपये में शुरू कर सकते हैं. अगर आप लगभग 4.50 लाख रुपये तक का इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो आप एक छोटी यूनिट लगाकर इसका प्रोडक्शन शुरू कर सकते हैं. वहीं एक यूनिट से आप करीब 90 हजार बॉल बना सकते हैं. इस पर आपका कुल खर्च लगभग 18 लाख रुपये तक आएगा, जबकि बिक्री से 20 लाख रुपये तक की इनकम हो सकती है. यानी हर प्रोजेक्ट में लगभग 2 लाख का मुनाफा आप कमा सकते हैं. इस तरह से इस बिजनेस में जैसे-जैसे प्रोडक्शन और मांग बढ़ती है आपकी कमाई भी बढ़ती जाएगी. 

    कहां से आती है बॉल की सबसे ज्यादा मांग?

    भारत में मेरठ और जालंधर जैसे शहर क्रिकेट इक्विपमेंट बनाने के बड़े केंद्र हैं. यहां साल भर लाखों क्रिकेट बॉल तैयार की जाती है. खासतौर पर वर्ल्ड कप या आईपीएल जैसे टूर्नामेंट के दौरान मांग 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. इस फील्ड में बड़ी कंपनियों जैसे सीजी और कूकाबुरा तो पहले से ही जाने-माने ब्रांड है, लेकिन छोटे स्तर पर भी कई फैक्ट्रियां लोकल मार्केट और क्रिकेट एकेडमी की जरूरतों को पूरा करती है. 

    क्या होती है क्रिकेट बॉल बनाने की प्रक्रिया?  

    क्रिकेट बॉल आम तौर पर अलम-टेंड लेदर, कॉर्क और ऊन की परतों से बनाई जाती है.  इसे हाथ से सिलाई करके पॉलिश किया जाता है, ताकि ज्यादा समय तक टिक सके. इस काम में कुशल कारीगरों की जरूरत होती है, जो बॉल की शेप और साइज को सही बनाए रखें. वहीं अगर आप क्रिकेट बॉल बनाने की नई यूनिट शुरू कर रहे हैं तो शुरुआत में लोकल डीलर क्रिकेट एकेडमी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए बॉल को बेच सकते हैं. आजकल कई कंपनियां अपने प्रॉडक्ट्स को ई-कॉमर्स साइट पर भी भेज रही है. अच्छी क्वालिटी और सही पैकेजिंग से आप अपने ब्रांड की भी आसानी से पहचान बना सकते हैं. 

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    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

    Source: IOCL

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