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  • Cervical Pain: कहीं बड़ा ब्रेस्ट साइज तो नहीं बन रहा सर्वाइकल पेन का कारण, जान लें कैसे होता है नुकसान?

    Cervical Pain: कहीं बड़ा ब्रेस्ट साइज तो नहीं बन रहा सर्वाइकल पेन का कारण, जान लें कैसे होता है नुकसान?

    Breast Cervical Pain: आजकल कंधों का दर्द यानी सर्वाइकल पेन एक आम समस्या बन गई है. इसके पीछे तमाम कारण बताए जाते हैं, जैसे कि लंबे समय तक लैपटॉप, मोबाइल का इस्तेमाल, गलत पोजिशन में बैठना और तनाव आदि. लेकिन क्या आपको मालूम है कि महिलाओं में ब्रेस्ट साइज से भी इस पर असर पड़ता है. ज्यादातर महिलाओं को इसके बारे में पता नहीं होता है, लेकिन बड़ा ब्रेस्ट साइज भी सर्वाइकल पेन का कारण बन सकता है. यह बात कई रिसर्च और हेल्थ रिपोर्ट में निकल कर सामने आ चुकी है. चलिए आपको बताते हैं कि कैसे यह सर्वाइकल पेन का कारण बनती है और कैसे इससे बचा जा सकता है.

    कैसे पड़ता है असर?

    PubMed Central में पब्लिश एक रिसर्च के अनुसार, एक स्टडी “The Association Between Female Breast Size, Backache, and Spinal Pain” में यह मिला कि बड़े ब्रेस्ट साइज का थोरैसिक और सर्वाइकल इलाके में दर्द का संबंध है. उदाहरण के लिए, B कप वालों में केवल 4.9 प्रतिशत ने पीठ दर्द की शिकायत की, जबकि DD/E कप वालों में 85 प्रतिशत में दर्द पाया गया. अगर इसको ज्यादा सरल शब्दों में समझें, तो इसका मतलब यह होता है कि उस रिसर्च में जिन महिलाओं का ब्रेस्ट साइज B कप था, उनमें केवल करीब 4.9 प्रतिशत महिलाओं ने ही पीठ दर्द की शिकायत की.

    वहीं, DD या E कप साइज वाली महिलाओं पर देखा गया, तो वहाँ लगभग 85 प्रतिशत महिलाओं को पीठ या सर्वाइकल क्षेत्र का दर्द था. यानी कि जितना बड़ा ब्रेस्ट साइज, उतना ज़्यादा गर्दन और पीठ दर्द का खतरा. इसी में एक दूसरी पब्लिश स्टडी “The relationship between breast size and aspects of health” (2020) में यह निकल कर आया कि हर ब्रेस्ट साइज में बढ़ोत्तरी के चलते महिलाओं के ऊपरी पीठ दर्द की रिपोर्ट करने की संभावना 13 प्रतिशत बढ़ जाती है.

    बेंगलुरु स्थित एस्थेटिक्स एंड प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर एन. जितेन्द्रन ने बताया कि जिन महिलाओं का ब्रेस्ट साइज बड़ा होता है, जैसे कि D कप या उससे बड़ा, उनमें सर्वाइकल पेन की दिक्कत ज्यादा होती है. ये शरीर को आगे की तरफ खींचते हैं और इससे गर्दन और कंधे की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है, जिसके चलते इस तरह की दिक्कत होने लगती है.

    कैसे करें बचाव?

    अगर इससे बचाव की बात करें तो हमेशा सपोर्टिव और सही फिटिंग वाली ब्रा पहनें. इससे यह होता है कि ब्रा या वाइड स्ट्रैप ब्रा गर्दन और कंधे पर दबाव को कम करती है. एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि पतली स्ट्रैप वाली ब्रा से बचें, क्योंकि ये कंधों में गहराई तक दबाव डाल सकती हैं. इसके अलावा सीधे बैठने और खड़े होने की आदत डालें, कंधे झुकाकर बैठने से बचें और हल्के दर्द में गर्म सिकाई या ठंडी सिकाई करें.

    इसे भी पढ़ें: Premanand Maharaj Kidney Disease: किडनी की किस बीमारी से जूझ रहे प्रेमानंद महाराज, इसमें मौत का खतरा कितना ज्यादा?

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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    जर्नलिज्म की दुनिया में करीब 15 साल बिता चुकीं सोनम की अपनी अलग पहचान है. वह खुद ट्रैवल की शौकीन हैं और यही वजह है कि अपने पाठकों को नई-नई जगहों से रूबरू कराने का माद्दा रखती हैं. लाइफस्टाइल और हेल्थ जैसी बीट्स में उन्होंने अपनी लेखनी से न केवल रीडर्स का ध्यान खींचा है, बल्कि अपनी विश्वसनीय जगह भी कायम की है. उनकी लेखन शैली में गहराई, संवेदनशीलता और प्रामाणिकता का अनूठा कॉम्बिनेशन नजर आता है, जिससे रीडर्स को नई-नई जानकारी मिलती हैं. 

    लखनऊ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन रहने वाली सोनम ने अपने पत्रकारिता के सफर की शुरुआत भी नवाबों के इसी शहर से की. अमर उजाला में उन्होंने बतौर इंटर्न अपना करियर शुरू किया. इसके बाद दैनिक जागरण के आईनेक्स्ट में भी उन्होंने काफी वक्त तक काम किया. फिलहाल, वह एबीपी लाइव वेबसाइट में लाइफस्टाइल डेस्क पर बतौर कंटेंट राइटर काम कर रही हैं.

    ट्रैवल उनका इंटरेस्ट  एरिया है, जिसके चलते वह न केवल लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेसेज के अनछुए पहलुओं से रीडर्स को रूबरू कराती हैं, बल्कि ऑफबीट डेस्टिनेशन्स के बारे में भी जानकारी देती हैं. हेल्थ बीट पर उनके लेख वैज्ञानिक तथ्यों और सामान्य पाठकों की समझ के बीच बैलेंस बनाते हैं. सोशल मीडिया पर भी सोनम काफी एक्टिव रहती हैं और अपने आर्टिकल और ट्रैवल एक्सपीरियंस शेयर करती रहती हैं.

    Source: IOCL

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  • 80 हजार सैनिक लेकर पाकिस्तान से भिड़ा अफगानिस्तान, फिर कैसे कराया सरेंडर, पढ़ें दोनों सेनाओं का मिलिट्री कंपैरिजन

    80 हजार सैनिक लेकर पाकिस्तान से भिड़ा अफगानिस्तान, फिर कैसे कराया सरेंडर, पढ़ें दोनों सेनाओं का मिलिट्री कंपैरिजन

    अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं. हाल के दिनों में यह तनाव एक बार फिर हिंसक झड़पों में बदल गया है. पाकिस्तान ने बीते गुरुवार (9 अक्तूबर 2025) को अफगान इलाके पर मिसाइलें दागीं, जिसके जवाब में अफगान सेना ने शनिवार (11 अक्तूबर 2025) की रात पाकिस्तान के बहरामपुर क्षेत्र में पलटवार किया. इस मुठभेड़ में पाकिस्तान के कई सैनिक मारे गए और अफगानबलों ने कुछ चौकियों पर कब्जा कर लिया. अफगान सेना ने कुछ पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी भी बनाया है. यह पूरी घटना ड्यूरंड रेखा के पास हुई, जो दोनों देशों के बीच विवाद का प्रमुख कारण है.

    ड्यूरंड रेखा लगभग दो हजार छह सौ चालीस किलोमीटर लंबी सीमा है, जो 1893 में ब्रिटिश शासन के दौरान बनाई गई थी. पाकिस्तान इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा मानता है, लेकिन अफगानिस्तान इसे स्वीकार नहीं करता. अफगान पक्ष का मानना है कि यह सीमा पश्तून इलाकों को कृत्रिम रूप से विभाजित करती है. यही कारण है कि इस क्षेत्र में बार-बार संघर्ष और गोलीबारी की घटनाएं होती हैं.

    पाकिस्तान की सैन्य स्थिति

    ग्लोबल फायरपावर 2025 की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान दुनिया की बारहवीं सबसे ताकतवर सेना है. देश ने अपनी कुल अर्थव्यवस्था का लगभग ढाई प्रतिशत हिस्सा यानी दस अरब डॉलर से अधिक रक्षा खर्च में लगाया है. पाकिस्तान के पास  6,40,000+ प्रशिक्षित सैनिक हैं, 2627 टैंक हैं, 328 लड़ाकू विमान हैं. पाकिस्तानी नौसेना अरब सागर तक फैली है. इसकी मदद उसे समुद्री सुरक्षा में बढ़त देता है. पाकिस्तान की सेना तकनीकी रूप से आधुनिक है और चीन के साथ उसकी रणनीतिक साझेदारी उसकी शक्ति को और बढ़ाती है.

    पाकिस्तान की परमाणु और मिसाइल क्षमता

    रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान अपने परमाणु कार्यक्रम पर हर साल अरबों डॉलर खर्च करता है. देश के पास विभिन्न दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जिनका निर्माण चीन की तकनीकी मदद से हुआ. इस कारण पाकिस्तान के पास दूसरा हमला करने की क्षमता यानी सेकंड स्ट्राइक कैपेबिलिटी भी मौजूद है, जिससे उसकी रक्षा नीति और मजबूत होती है.

    अफगानिस्तान की सैन्य स्थिति

    अफगानिस्तान की सैन्य क्षमता पाकिस्तान की तुलना में काफी सीमित है. ग्लोबल फायरपावर की सूची में उसे एक सौ अठारहवां स्थान मिला है. 2021 में अमेरिकी समर्थित सरकार के पतन के बाद देश पर तालिबान का नियंत्रण हो गया. तालिबान ने कुछ पुराने सैन्य संसाधनों को संभाल रखा है, लेकिन उसके पास न तो आधुनिक वायुसेना है और न ही नौसेना. अधिकांश सैन्य रणनीति गुरिल्ला युद्ध पर आधारित है, जो पहाड़ी इलाकों में उपयोगी साबित होती है. 

    अफगान बलों की ताकत और सीमाएं

    वर्तमान में अफगानिस्तान के पास लगभग अस्सी हजार सक्रिय सैनिक और 30 हजार अर्धसैनिक बल हैं. देश के पास सीमित संख्या में टैंक, बख्तरबंद वाहन और तोपखाने मौजूद हैं. कुछ पुराने लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर भी इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन उनका रखरखाव मुश्किल है. मिसाइल तकनीक और आधुनिक हथियारों की कमी उसकी रक्षा क्षमता को कमजोर बनाती है.

    पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सैन्य शक्ति की तुलना

    पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सैन्य शक्ति की तुलना करने पर स्पष्ट रूप से अंतर दिखाई देता है. पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार, आधुनिक वायुसेना और बड़ी संख्या में प्रशिक्षित सैनिक हैं, जबकि अफगानिस्तान सीमित संसाधनों पर निर्भर है. पाकिस्तान के पास चीन और तुर्की जैसे सहयोगी देश हैं, वहीं अफगानिस्तान के पास कोई औपचारिक सहयोगी नहीं है. अफगान पक्ष की सबसे बड़ी ताकत उसकी भौगोलिक स्थिति और पहाड़ी इलाकों में लम्बे समय से चली आ रही युद्धक रणनीति है.

    ये भी पढ़ें: तालिबान के आगे पाकिस्तान ने टेके घुटने, 15 मिनट के भीतर कर दिया सरेंडर, सामने आया चौंकाने वाला Video

    Source: IOCL

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  • पटाखों से कितने अलग होते हैं ग्रीन पटाखे? जानें कैसे होते हैं तैयार, सेफ कैसे?

    पटाखों से कितने अलग होते हैं ग्रीन पटाखे? जानें कैसे होते हैं तैयार, सेफ कैसे?

    दीपावली के दौरान पटाखों के ज्यादा इस्तेमाल से पर्यावरण पर गंभीर असर पड़ता है. तेज आवाज वाले पटाखे न सिर्फ प्रदूषण फैलाते हैं, बल्कि दिल के मरीजों और पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं. इसीलिए कई राज्य सरकारें पटाखों पर सख्त पाबंदियां लगाती हैं. दिल्ली सरकार ने इस बार ग्रीन पटाखे जलाने की मंजूरी दे दी है. 

    पटाखों में सल्फर, ऑक्सीडाइजर, स्टेबलाइजर, रिड्यूसिंग एजेंट और कई तरह के रंग मिलाए जाते हैं. इनमें एंटीमोनी सल्फाइड, बेरियम नाइट्रेट, लिथियम, तांबा, एल्यूमिनियम और स्ट्रांशियम जैसे रसायन शामिल होते हैं, जो जलने पर जहरीली गैसें छोड़ते हैं. इन गैसों के कारण हवा की गुणवत्ता (Air Quality Index) तेजी से गिरती है और दीपावली के दिनों में आसमान काला पड़ जाता है. खासकर ठंड के मौसम में जब कोहरा भी होता है तो प्रदूषण और ज्यादा बढ़ जाता है.

    ग्रीन पटाखे पर्यावरण के लिए सुरक्षित

    ग्रीन पटाखों को पर्यावरण के लिए सुरक्षित और इको-फ्रेंडली माना जाता है. इन पटाखों के निर्माण में वे हानिकारक रसायन शामिल नहीं किए जाते जो सामान्य पटाखों में होते हैं, जैसे एल्युमिनियम, बैरियम, पोटेशियम नाइट्रेट और कार्बन. इनकी जगह कम हानिकारक तत्वों का उपयोग किया जाता है जिससे प्रदूषण काफी हद तक कम होता है. ग्रीन पटाखे आकार में छोटे और आवाज में हल्के होते हैं, इसलिए ये ध्वनि प्रदूषण भी नहीं फैलाते. हालांकि, ये सामान्य पटाखों की तुलना में थोड़े महंगे जरूर होते हैं, लेकिन पर्यावरण की दृष्टि से ये एक बेहतर और जिम्मेदार विकल्प माने जाते हैं.

    खबर में अपडेट जारी है…

     

     

     

    Source: IOCL

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  • SC eases firecracker ban in Delhi-NCR ahead of Diwali

    SC eases firecracker ban in Delhi-NCR ahead of Diwali

    SC eases firecracker ban in Delhi-NCR ahead of Diwali; gives nod to green crackers

    It is the smuggled firecrackers that cause more damage than green firecrackers, said Chief Justice BR Gavai


    Adopting a “balanced” approach, the Supreme Court has relaxed firecracker ban conditions in Delhi-NCR region ahead of Diwali and gave the nod to burst green firecrackers from October 18 to October 21.

    Further, the SC said the green firecrackers can be burst from 6 am to 7 am on Diwali and again from 8 pm to 10 pm in the evening.

    Green crackers are a type of firecracker designed to produce lower emissions by using fewer raw materials and incorporating dust-suppressing agents.

    The apex court said it has to take a balanced approach, permitting bursting of green firecrackers in moderation without compromising with the environment.

    Also read: Supreme Court hints at easing blanket ban on firecrackers in Delhi-NCR ahead of Diwali

    A patrolling team was also formed to ensure that only permitted products with QR codes are to be sold.

    No firecrackers will allowed in the Delhi-NCR region from the outside, the SC stated, adding that if fake firecrackers are found, the licence be suspended.

    “Since firecrackers are smuggled in, they cause more damage than green firecrackers. We have to take a balanced approach, permitting it in moderation while not compromising with the environment,” Chief Justice of India BR Gavai said.

    Also read: SC raps Delhi Police for not fully imposing cracker ban, seeks special cell

    The court described the move as a “temporary measure” and ordered that firecrackers from outside the National Capital Region (NCR) be prohibited.

    During this period, pollution control authorities will track the region’s Air Quality Index and submit a detailed report.

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  • UP: सीएम योगी बोले- अगर किसी को यमराज के दर्शन करने हों तो किसी बेटी को छेड़ने की हिम्मत करें

    UP: सीएम योगी बोले- अगर किसी को यमराज के दर्शन करने हों तो किसी बेटी को छेड़ने की हिम्मत करें

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    अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
    Published by: ishwar ashish

    Updated Wed, 15 Oct 2025 12:12 PM IST

    सार

    UP: CM Yogi will gift free cylinder refills to women, the scheme will be implemented in two phases.

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
    – फोटो : amar ujala


    विस्तार

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन सभागार में उज्जवला योजना के तहत पात्र महिलाओं को मुफ्त सिलेंडर रिफिल का उपहार दिया। इस मौके पर उन्होंने रिफिल की धनराशि महिलाओं के खाते में भेजी। सीएम ने 10 महिलाओं को प्रतीकात्मक रूप से रिफिल की धनराशि मंच पर प्रदान की। इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी एक करोड़ 86 लाख महिलाओं के खाते में 1500 करोड़ रुपये की सब्सिडी भेजी। 

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    इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 से पहले गरीब महिलाओं को लकड़ी और कोयले में खाना पकाना पड़ता था जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता था। उन्हें जिंदगी भर इलाज करवाना पड़ता था। नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गये जिससे महिलाओं का जीवन आसान हुआ।

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 के पहले यूपी में सैफई परिवार ही सबकुछ था। हमारे लिए पूरा प्रदेश परिवार है। सपा सरकार दंगाइयों के सामने नाक रगड़ती थी और अपराधियों के साथ खड़ी होती थी पर हमने तय किया कि अब अगर किसी बेटी के साथ छेड़छाड़ की तो अगले चौराहे पर यमराज के दर्शन हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर यमराज से टिकट करवाना हो तो किसी बेटी से छेड़छाड़ कर दे। अगले चौराहे पर यमराज मिल जाएंगे। हमने कहा है कि हर बेटी को सुरक्षा देंगे। हर व्यापारी को सुरक्षा देंगे। हर गरीब के साथ सरकार खड़ी होगी। हर दलित के साथ सरकार खड़ी होगी। उत्साह और उमंग में किसी ने व्यवधान डालने का काम किया तो उसे जेल में ठूंसने में देर नहीं करेंगे। इसलिए आज हर त्योहार खुशी के साथ मनाया जा रहा है।

    सीएम योगी की अपील दिवाली पर स्वदेशी अपनाएं

    सीएम योगी ने कहा कि दिवाली आ रही है। ऐसे में ध्यान रखें और स्वदेशी अपनाएं। दिया जलाएं तो अपने ही कुम्हार से बनाया हुआ हो। मूर्ति वहीं प्रयोग करें जो स्वदेशी मूर्तिकार की बनी हुई हो। दिवाली के मौके पर किसी गरीब की मदद जरूर करें। 

    बता दें कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई, 2016 में हुई थी। इस योजना से खासकर ग्रामीण भारत की रसोई को धुएं से मुक्त करने में सफलता मिली। साथ ही, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव भी कम करने की दिशा में प्रभावी साबित हुई। प्रदेश में अब तक 1.86 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने उज्ज्वला लाभार्थियों को प्रति वर्ष दो मुफ्त एलपीजी रिफिल देने का निर्णय लिया है। यह वितरण वित्तीय वर्ष 2025-26 में दो चरणों में किया जाएगा। पहला चरण अक्टूबर 2025 से दिसंबर 2025 तक और दूसरा चरण जनवरी 2026 से मार्च 2026 तक होगा। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रदेश सरकार ने 1500 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया है। पहले चरण में आधार प्रमाणित लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है।

  • योगी सरकार ने आधी आबादी की सबसे ज्यादा चिंता की है

    UP: CM Yogi will gift free cylinder refills to women, the scheme will be implemented in two phases.

    वित्तमंत्री सुरेश खन्ना
    – फोटो : amar ujala

    इस मौके पर यूपी सरकार के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब से केंद्र की सत्ता में आए हैं वो आम लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री योगी भी लगातार काम कर रहे हैं। प्रदेश में कन्या सुमंगला योजना से 26 लाख 24 हजार लोगों को लाभ मिला है। इसी तरह सामूहिक विवाह योजना से गरीब कन्याओं का विवाह करवाया गया है। वित्तमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के लिए चल रही अन्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश की महिलाओं की सबसे ज्यादा चिंता की है। उन्होंने कहा कि मुद्दई हरगिज न कर पाएगा बांका बाल तक, मोदी योगी गूंजेगा भारत में सौ साल तक।

  • तालिबान के आगे पाकिस्तान ने टेके घुटने, 15 मिनट के भीतर कर दिया सरेंडर, सामने आया चौंकाने वाला Video

    तालिबान के आगे पाकिस्तान ने टेके घुटने, 15 मिनट के भीतर कर दिया सरेंडर, सामने आया चौंकाने वाला Video

    अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर तनाव फिर से बढ़ गया है, जहां तालिबानी लड़ाके और पाकिस्तानी सेना के बीच भारी झड़पें हो रही हैं. यह संघर्ष खासकर स्पिन बोल्डक क्षेत्र में जोर पकड़ चुका है. आज सुबह करीब 4 बजे से ही दोनों पक्षों के बीच लड़ाई शुरू हो गई और सोशल मीडिया पर स्पिन बोल्डक-चमन सीमा के क्रॉसिंग का वीडियो साझा किया गया है, जिसमें बॉर्डर पर स्थिति की झलक दिखाई दे रही है.

    स्पिन बोल्डक अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित एक अहम इलाका है. यह उत्तर में कंधार और दक्षिण में पाकिस्तान के चमन और क्वेटा शहर से राजमार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है. पश्चिम की ओर चमन सीमा क्रॉसिंग इलाके के दक्षिण-पूर्व में आती है. अफगान तालिबान का दावा है कि पाकिस्तानी सैनिकों के साथ हुए मुकाबले के सिर्फ 15 मिनट में ही तालिबानियों ने विरोधियों को सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया और उनके हथियार जब्त कर लिए. एक वीडियो में भी दिखाया गया है कि लड़ाई की शुरुआत के 15 मिनट के भीतर ही यह कार्रवाई पूरी हुई.

    🚨#Breaking
    This is also the latest situation from the battlefield.
    The body of a Pakistani soldier can be seen in the video. pic.twitter.com/CioIdHy16E

    स्पिन बोल्डक जिले के सूचना प्रमुख अली मोहम्मद हकमल ने बताया कि इस झड़प में हल्के और भारी दोनों प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. अभी तक हताहतों की कोई आधिकारिक संख्या सामने नहीं आई है, लेकिन रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तानी तोपखाने की गोलाबारी से कई घर नष्ट हो गए हैं और स्थानीय लोग इलाका छोड़ने को मजबूर हुए हैं.

    अफगानिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने क्या कहा?

    अफगानिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के कबीर हकमाल ने बताया कि तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच इस क्षेत्र में भीषण झड़पें हुई हैं. कई घर तबाह हुए और पाकिस्तानी सेना कथित रूप से डुरंड लाइन के पास भारी हथियार और हवाई शक्ति का इस्तेमाल कर रही है. दोनों पक्षों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

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  • बिहार चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन का बड़ा फैसला, एजेंसियों को जारी कर दिए निर्देश

    बिहार चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन का बड़ा फैसला, एजेंसियों को जारी कर दिए निर्देश

    बिहार विधानसभा चुनाव और आठ विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उप-चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने प्रवर्तन एजेंसियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. आयोग का उद्देश्य चुनावों में धन शक्ति, मुफ्त वस्तुएं, नशीली दवाओं और शराब के दुरुपयोग को रोकना है.

    निर्वाचन आयोग ने बताया कि राज्य पुलिस विभाग, आयकर विभाग, राज्य शराब विभाग, RBI, CGST, SGST, DRI, ED, NCB, RPF, CISF, SSB, BCAS, AAI, डाक विभाग, राज्य वन विभाग और राज्य सहकारी विभाग समेत सभी संबंधित एजेंसियों को चुनावी नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं.

    चुनाव व्यय पर्यवेक्षक उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर निगरानी रखेंगे. वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंचकर सभी व्यय निगरानी टीमों से मुलाकात करेंगे और खर्च की नियमित रिपोर्टिंग करेंगे. आयोग ने फ्लाइंग स्क्वॉड, सर्विलांस टीमें और वीडियो निगरानी टीमें चौबीसों घंटे सतर्क रखने का भी निर्देश दिया है.

    आयोग ने इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ESMS) को एक्टिव किया है, जिससे प्रवर्तन एजेंसियां और फ्लाइंग स्क्वॉड्स चुनाव के दौरान की गई जब्तियों की वास्तविक समय पर रिपोर्टिंग कर सकें. चुनाव अधिसूचना के बाद अब तक विभिन्न एजेंसियों ने नकद, शराब, नशीली दवाओं और मुफ्त वस्तुओं की कुल 33.97 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की है.

    निर्वाचन आयोग ने क्या कहा?

    निर्वाचन आयोग ने कहा कि प्रवर्तन कार्रवाई के दौरान आम जनता को किसी भी तरह की असुविधा या उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़े. वहीं, किसी भी उल्लंघन की सूचना देने के लिए लोग C-Vigil App का उपयोग कर सकते हैं.

    उप निदेशक पवन ने कहा, “हमारा उद्देश्य साफ और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना है. सभी प्रवर्तन एजेंसियां सतर्क हैं और चुनाव के दौरान किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई करेंगे.”

    बिहार में कब है विधानसभा चुनाव?

    बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया गया है. इस बार प्रदेश में चुनाव दो चरणों में होंगे. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा. मतों की गिनती और परिणाम का एलान 14 नवंबर को किया जाएगा. उम्मीदवारों के लिए नामांकन प्रक्रिया भी तय कर दी गई है. पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर है, जबकि दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर निर्धारित की गई है. नामांकन वापिस लेने की तारीख भी घोषित कर दी गई है. पहले चरण के लिए यह 20 अक्टूबर और दूसरे चरण के लिए 23 अक्टूबर है.

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  • ASI Suicide: संदीप का ADGP से वास्ता न गनर से… फिर क्यों की खुदकुशी; बड़ा सवाल- इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं?

    ASI Suicide: संदीप का ADGP से वास्ता न गनर से… फिर क्यों की खुदकुशी; बड़ा सवाल- इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं?

    ASI Suicide: संदीप का ADGP से वास्ता न गनर से… फिर क्यों की खुदकुशी; बड़ा सवाल- इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं?

    देवेंद्र दीक्षित, अमर उजाला, रोहतक
    Published by: शाहरुख खान

    Updated Wed, 15 Oct 2025 12:07 PM IST

    सार

    रोहतक के एएसआई संदीप लाठर केस में बड़ा सवाल है कि वो शहीद क्यों हो गया। संदीप के मन में कोई पीड़ा थी तो मीडिया, सरकार या अफसरों से साझा करना था। इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं?

    Rohtak ASI Sandeep had no connection with ADGP or his gunner then why did he commit suicide

    Rohtak ASI Sandeep
    – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी


    रोहतक के एएसआई संदीप लाठर की मौत से उनका परिवार तो तबाह हुआ ही, खुदकुशी का सवाल भी जिंदा है। कारण यह कि उनका न एडीजीपी पूरण कुमार से कोई लेन-देन था, न ही उनके गनर सुशील से। पूरण अब रहे भी नहीं। भगत सिंह के आदर्श मानने वाला आखिर क्यों हो गया शहीद? इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं?

    मौत से पहले बनाए वीडियो में संदीप कह रहे हैं एडीजीपी पूरण कुमार भ्रष्ट थे। भ्रष्टाचार के केस में गिरफ्तारी के डर से ही उन्होंने खुदकुशी की है। अब उनका परिवार सियासी रंग देकर शव का अंतिम संस्कार नहीं होने दे रहा है। भ्रष्टाचार के मामले को दबाया जा रहा है जो मैं होने नहीं दूंगा। संदीप के इस तर्क को सोशल मीडिया पर लोग कबूल नहीं कर पा रहे। 

    Rohtak ASI Sandeep had no connection with ADGP or his gunner then why did he commit suicide

    एएसआई संदीप का फाइल फोटो
    – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

    संभव है कि बहुत से लोगों की तरह संदीप को भी यह अखरा हो कि एडीजीपी के शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं हो रहा? लेकिन, इस मसले को सुलझाने के लिए सरकार और पूरा तंत्र लगा ही है। फिर, संदीप को इस मामले में पड़ने की जरूरत क्या थी?

     

    Rohtak ASI Sandeep had no connection with ADGP or his gunner then why did he commit suicide

    रोहतक के एएसआई संदीप ने खुदकुशी से पहले वीडियो भी बनाया
    – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

    संदीप को कहीं ऐसा तो नहीं लगा कि लाहौर असेंबली में बम फेंककर फांसी के फंदे पर झूले भगत सिंह को देश ने जिस तरह नायक बनाया, कुछ वैसी ही कुर्बानी देकर वह भी सरकार और आला अफसरों के तारणहार बन जाएंगे?

     

    Rohtak ASI Sandeep had no connection with ADGP or his gunner then why did he commit suicide

    रोहतक के एएसआई संदीप ने खुदकुशी से पहले वीडियो भी बनाया
    – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

    इस बात में कितनी सच्चाई है, यह पुलिस की जांच से ही साफ होगा। वैसे, कोई खुदकुशी तभी करता है जब सारे रास्ते बंद दिखाई देने लगें। सवाल है कि क्या संदीप के आगे के सारे रास्ते बंद थे? ऐसा था तो क्यों?

    Rohtak ASI Sandeep had no connection with ADGP or his gunner then why did he commit suicide

    रोहतक के एएसआई संदीप ने खुदकुशी से पहले सुसाइड नोट भी लिखा
    – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

    क्या एडीजीपी सुसाइड केस से उसका कुछ लेना देना था? एसपी रहे नरेंद्र बिजारणिया और डीजीपी रहे शत्रुजीत कपूर को ईमानदार बताने का जिम्मा जांच एजेंसियों के हवाले था, फिर संदीप ने उसे क्यों अपने सिर लाद लिया।

     

  • ADGP Suicide: पूरण कुमार का पोस्टमार्टम खत्म, शाम चार बजे सेक्टर 25 में होगा अंतिम संस्कार

    ADGP Suicide: पूरण कुमार का पोस्टमार्टम खत्म, शाम चार बजे सेक्टर 25 में होगा अंतिम संस्कार

    ADGP Suicide: पूरण कुमार का पोस्टमार्टम खत्म, शाम चार बजे सेक्टर 25 में होगा अंतिम संस्कार

    न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
    Published by: निवेदिता वर्मा

    Updated Wed, 15 Oct 2025 11:54 AM IST

    सार

    एडीजीपी वाई पूरण कुमार ने 7 अक्तूबर को सेक्टर-11 स्थित अपने घर पर खुद को गोली मार ली थी। नाैंवे दिन वाई पूरण कुमार के शव का पोस्टमार्टम हुआ है।  

    ADGP Y Puran Kumar Postmortem last rites today all update

    पीजीआई में तैनात पुलिस
    – फोटो : अमर उजाला


    विस्तार

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    हरियाणा के एडीजीपी वाई पूरण कुमार के शव का पोस्टमार्टम हो गया है। एसएसपी चंडीगढ़ कंवरदीप कौर, कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार पीजीआई से वापस लाैट गई हैं। तीन बजे पूरण कुमार का शव सेक्टर 25 क्रिमेशन ग्राउंड लेकर जाया जाएगा और शाम 4 बजे अंतिम संस्कार होगा।

    निष्पक्ष जांच का आश्वासन

    अमनीत पी कुमार की तरफ से कहा गया कि यूटी पुलिस द्वारा निष्पक्ष, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के आश्वासन और हरियाणा सरकार द्वारा आरोपी अधिकारियों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्होंने पति के शव का पोस्टमार्टम कराने की सहमति दी है। 

    समय पर पोस्टमार्टम के साक्ष्यगत महत्व और न्याय के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, गठित चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा, एक बैलिस्टिक विशेषज्ञ की उपस्थिति में, एक मजिस्ट्रेट की देखरेख में, और पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के साथ कराने पर सहमति व्यक्त की है।

    उन्होंने कहा कि मुझे न्यायपालिका और पुलिस अधिकारियों पर पूरा भरोसा है, और मुझे पूरी उम्मीद है कि जांच पेशेवर, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से की जाएगी, ताकि कानून के अनुसार सच्चाई सामने आ सके। जांच दल को मेरा पूरा सहयोग मिलता रहेगा ताकि प्रक्रिया में तेजी आए और जल्द से जल्द न्याय मिले। जांच जारी रहने के मद्देनजर, इस समय कोई और सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया जाएगा और मैं मीडिया से अनुरोध करती हूं कि वे मामले की संवेदनशीलता का सम्मान करें। 

    यह भी पढ़ें: चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस में टकराव: आरोपी की गिरफ्तारी पर बवाल; देर रात थाने पहुंचे पंजाब पुलिस के बड़े अधिकारी

    चंडीगढ़ कोर्ट ने अमनीत कुमार को भेजा था नोटिस

    इससे पहले मंगलवार को चंडीगढ़ जिला अदालत ने पूरण कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार को नोटिस जारी किया। यह नोटिस चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से अदालत में दायर की गई अर्जी पर जारी किया गया था। पुलिस की तरफ से कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर एडीजीपी वाई पूरण कुमार के शव के पोस्टमार्टम की इजाजत मांगी गई थी। 

    मामले के जांच अधिकारी, एसएसपी और आईजीपी की तरफ से वाई पूरण कुमार के परिजनों से बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद जब परिवार ने पोस्टमॉर्टम के लिए सहयोग नहीं किया, तो पुलिस को मजबूर होकर स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। पुलिस ने अदालत से अनुरोध किया है कि परिवार को शव की पहचान और पोस्टमार्टम के लिए आगे आने का निर्देश दिया जाए।

    डीजीपी को छुट्टी पर भेजने से कमेटी संतुष्ट, आज पैदल मार्च

    दिवंगत वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में गठित 31 सदस्यों की पारिवारिक कमेटी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजने और नए डीजीपी की नियुक्ति से संतुष्ट है। कमेटी अध्यक्ष रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर जयनारायण ने कहा कि कमेटी बुधवार दोपहर 3.30 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 17 से पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया के आवास तक शांतिपूर्ण पैदल मार्च निकालेगी। कमेटी उन्हें न्याय की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपेगी।

    सेक्टर-20 में महापंचायत के दौरान 48 घंटे में डीजीपी व रोहतक के पूर्व एसपी की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया गया था, जो मंगलवार को पूरा हो गया। इसके बाद समिति के सदस्यों ने मंगलवार शाम चार बजे सेक्टर-24 स्थित वाल्मिकी मंदिर में बैठक की। बैठक के बाद सदस्यों ने पूरण कुमार के परिवार से जाकर बात की। इसके बाद जयनारायण ने अपील की कि इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रही सभी संस्थाएं शांति और संयम के साथ संघर्ष जारी रखें।  

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