महाराष्ट्र में आने वाले कुछ महीनों में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं नगरपालिका और पंचायतों के चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले अब एक बड़ी खबर सामने आई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महापालिका चुनाव के लिए महायुति का फॉर्मूला तय हो गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बारे में अहम जानकारी दी है. राज्य में जल्द ही स्थानीय निकायों के चुनाव होंगे. लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए ये चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुके हैं. इसलिए इन चुनावों को लेकर सभी दलों में उत्सुकता है.
अब तक यह स्पष्ट नहीं था कि ये चुनाव महायुति भाजपा, शिवसेना, राष्ट्रवादी गुट और महाविकास आघाडी ‘शिवसेना ठाकरे गट, कांग्रेस, राष्ट्रवादी शरद पवार गट ‘ के रूप में लड़े जाएंगे या फिर पार्टियां अपने-अपने दम पर मैदान में उतरेंगी.
महायुति के वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया था कि चुनाव गठबंधन के रूप में ही लड़े जाएंगे, लेकिन कई जगहों पर स्थानीय पदाधिकारी अपने दम पर चुनाव लड़ने का नारा दे रहे थे. कई महानगरपालिकाओं में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी के कार्यकर्ताओं ने अपने दम पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी.
ऐसे में यह सवाल उठ रहा था कि क्या तीनों दल साथ लड़ेंगे या अलग-अलग? इसी बीच अब बड़ी खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक, महापालिका चुनाव के लिए महायुति का फॉर्मूला तय हो गया है. मुंबई में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी तीनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे. वहीं पुणे और पिंपरी-चिंचवड में भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
ठाणे नगर निगम चुनाव को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. फडणवीस ने बताया कि ठाणे में एकजुट होकर चुनाव लड़ने की संभवनाएं तलाश की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि ‘जहां विरोधियों को फायदा हो सकता है, वहां हम महायुति के रूप में मिलकर लड़ेंगे.’
इस बीच महाविकास आघाडी की ओर से भी स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है. दूसरी तरफ राज ठाकरे की मनसे और शिवसेना ठाकरे गुट के बीच संभावित गठबंधन की चर्चा भी तेज है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राज ठाकरे आगामी स्थानीय चुनावों में महाविकास आघाडी के साथ जाएंगे या नहीं.
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