बिहार चुनाव प्रचार में राहुल गांधी की एंट्री और पीएम मोदी पर टिप्पणी, अमित शाह ने क्या कहा?
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बिहार विधानसभा चुनाव का प्रचार अब अपने पूरे शबाब पर पहुंच चुका है. बुधवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी चुनावी रैलियां शुरू कीं.
बीजेपी के स्टार प्रचारक पहले से ही चुनावी मैदान में हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी बुधवार को बिहार में चुनावी रैलियां कीं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी रैली मुजफ्फरपुर से शुरू की और दरभंगा में भी एक रैली को संबोधित किया.
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समस्तीपुर और बेगुसराय में चुनावी रैलियां कीं. उधर, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी भी बिहार के चुनावी रण में उतरे और किशनगंज में एक जनसभा को संबोधित किया.
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हालांकि, इन सभी रैलियों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली की हो रही है.
मुजफ्फरपुर में अपनी पहली ही रैली में उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जिससे विवाद खड़ा हो गया है.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
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बिहार विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर से अपनी पहली चुनावी रैली की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की.
राहुल गांधी ने कहा, “वे केवल आपका वोट चाहते हैं। अगर आप नरेंद्र मोदी जी से नाटक करने के लिए कहेंगे, तो वे ऐसा करेंगे। उनसे कहिए कि हम आपको वोट देंगे और अगर आप मंच पर आएंगे और नाचेंगे, तो वे नाचेंगे।”
“चुनाव से पहले जो करना है कर लीजिए क्योंकि चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी नजर नहीं आएंगे. चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी जी अंबानी जी की शादी में नजर आएंगे. वह किसानों-मजदूरों के साथ नहीं बल्कि सूट पहने लोगों के साथ नजर आएंगे.”
उन्होंने कहा, “वे आपके वोट चुराने में लगे हैं क्योंकि वे इस चुनावी बीमारी को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव चुरा लिया है और बिहार में पूरी कोशिश करेंगे कि बिहार की आवाज की सरकार न बने। महागठबंधन इस बात की गारंटी है कि बिहार में हर वर्ग, जाति, धर्म की सरकार बनेगी और किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाएगा।”
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार 20 साल से सरकार चला रहे हैं, उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए क्या किया है, क्या लोग ऐसा विकास चाहते हैं जहां एक या दो रुपये में अडानी को जमीन दे दी जाए और लोगों को रोजगार न मिले.
‘स्थानीय गुंडे जैसी भाषा’
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बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा की है. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक्स पर पोस्ट कर राहुल गांधी के बयान को ‘स्थानीय गुंडे जैसी भाषा’ बताया.
उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी एक स्थानीय गुंडे की तरह बोलते हैं। राहुल गांधी ने खुलेआम भारत और बिहार के हर गरीब व्यक्ति और उस व्यक्ति का अपमान किया है जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट दिया। राहुल गांधी ने मतदाताओं और भारतीय लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है।”
दरभंगा में चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि जमीन की कमी है, तो फिर एक रुपये में कौन सी जमीन अडानी को दी जा रही है.
उन्होंने कहा, “जब अंबानी-अडानी को जमीन देनी होती है तो जमीन मिल जाती है. जब किसान से जमीन छीननी होती है तो दो मिनट में जमीन मिल जाती है. जब बिहार के बच्चों को बिजनेस या फैक्ट्री चलानी होती है तो अमित शाह कहते हैं कि बिहार में जमीन नहीं है.”
इस बीच राहुल गांधी ने ऐलान किया कि महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे.
दरभंगा में चुनावी रैली के दौरान ही राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो युवाओं को पक्की नौकरी देंगे.
उन्होंने कहा, “तेजस्वी ने जो कहा वह किया और जो कहेंगे वह करेंगे। उनकी उम्र भले ही कम है लेकिन तेजस्वी की जुबान मजबूत है। हम हर जाति और धर्म के लोगों को साथ लेकर चलेंगे और सरकार बनने के 20 दिन के अंदर उन परिवारों को सरकारी नौकरी देने का कानून बनाएंगे जिनके पास सरकारी नौकरी नहीं है।”
अमित शाह ने राहुल गांधी और तेजस्वी पर साधा निशाना
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अमित शाह ने दरभंगा की रैली में कहा, “क्या ये महागठबंधन बिहार का भला कर सकता है? सिर्फ नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी ही बिहार का भला कर सकती है. लालू जी अपने बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं और सोनिया जी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं. दोनों पद खाली नहीं हैं.”
उन्होंने कहा, “लालू जी और राबड़ी जी ने चारा घोटाला, नौकरी के लिए जमीन घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला किया। कांग्रेस पार्टी ने 2004 से 2014 तक 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला और भ्रष्टाचार किया है। क्या भ्रष्टाचारियों को सजा मिलनी चाहिए? ये लोग कुछ नहीं कर सकते।”
दरभंगा की अलीगंज सीट से बीजेपी प्रत्याशी मैथिली ठाकुर के समर्थन में रैली करते हुए अमित शाह ने जनता से पूछा कि युवाओं को राजनीति में मौका मिलना चाहिए या नहीं?
उन्होंने कहा, ”हमने बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के 25 साल की युवा मैथिली ठाकुर को टिकट दिया, क्या राजद या कांग्रेस में ऐसा हो सकता है?”
समस्तीपुर की चुनावी रैली में अमित शाह ने कहा कि आने वाला चुनाव अपने विधायक प्रत्याशियों को मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का नहीं, बल्कि बिहार को जंगलराज से मुक्ति दिलाने का है. एनडीए में शामिल पांचों पार्टियां पांच पांडवों की तरह मिलकर चुनाव लड़ रही हैं.
बिहार के बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में राजनाथ सिंह ने कहा, “कांग्रेस और राजद ने सत्ता में आने पर बिहार के हर परिवार को एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। क्या यह संभव है? वे झूठ क्यों बोलते हैं? क्या राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव सच्चाई की राजनीति नहीं कर सकते?”
योगी और औवेसी की रैलियां भी
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यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीवान में राजद प्रत्याशी ओसामा शहाब पर सवाल उठाते हुए कहा, “वह अपने परिवार की आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण पूरे देश और दुनिया में बदनाम रहे हैं. नाम देखिए, कैसा है, जैसा नाम, वैसा काम.”
“राजद और उसके लोग अभी भी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर भगवान राम के मंदिर का विरोध कर रहे हैं। वे मां जानकी के भव्य मंदिर के निर्माण और सीतामढी और इसके आसपास के क्षेत्रों में गलियारे के विकास का विरोध कर रहे हैं।”
किशनगंज में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्होंने महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें समर्थन नहीं मिला.
उन्होंने कहा, ”तेजस्वी यादव ने जिस वीआईपी के साथ गठबंधन किया था, उसके नेता तेजस्वी के साथ बैठे और कहा कि अगर उन्हें सत्ता मिलेगी तो वे वीआईपी के उपमुख्यमंत्री बनेंगे.”
“मैं सीमांचल और किशनगंज के लोगों से कह रहा हूं कि जिसकी बिहार की आबादी में हिस्सेदारी साढ़े तीन फीसदी है, उसका बेटा उपमुख्यमंत्री बनेगा. तो क्या 17 फीसदी लोग चुप बैठेंगे? अल्पसंख्यक समुदाय 17 फीसदी है और एआईएमआईएम उनकी लड़ाई लड़ रही है. अगर मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बनता है, तो क्या मोहम्मद का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता?”
इसी चुनावी रैली में ओवैसी ने कांग्रेस पर AIMIM समर्थकों को डराने-धमकाने का आरोप लगाया.
इस पर उन्होंने कहा, “हम गोली, सरकार और मोदी से नहीं डरते और जेल जाने से नहीं डरते। धमकी देने वालों सुन लो… मैं सीमांचल के लोगों के लिए मरने को तैयार हूं, क्या आप भी तैयार हैं? वे माफिया राज और गुंडा राज वापस लाना चाहते हैं।”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम द्वारा प्रकाशित।