Category: Uncategorized

  • बिहार चुनाव में आरजेडी बनाम कांग्रेस की जंग! अब तक 11 सीटों पर सामने आई महागठबंधन की गांठें, सियासी घमासान जारी

    बिहार चुनाव में आरजेडी बनाम कांग्रेस की जंग! अब तक 11 सीटों पर सामने आई महागठबंधन की गांठें, सियासी घमासान जारी

    बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने को है, लेकिन विपक्षी इंडिया गठबंधन में भ्रम की स्थिति अभी भी खत्म होती नहीं दिख रही है. हालत ये हो गई कि महागठबंधन की भीतर ही पार्टियां चुनावी मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं. सीट बंटवारे यहां ऐसा पेंच फंसा है कि 11 सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दल आमने-सामने हैं. 

    11 सीटों पर आमने-सामने महागठबंधन के दल 

    महागठबंधन में से 6 सीटों पर आरजेडी-कांग्रेस, तीन सीटों पर सीपीआई-कांग्रेस और दो सीटों पर आरजेडी-वीआईपी आमने-सामने हैं. दूसरे चरण के मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया सोमवार (19 अक्टूबर 2025) को खत्म हो रहा है. बताया जा रहा है एक-दूसरे की सीट पर दावा करने के कारण आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं में बातचीत बंद है. आरजेडी लगातार अपने उम्मीदवारों को सिंबल बांट रही है.

    राजेश राम के सामने RJD के उम्मीदवार

    बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ कुटुम्बा सीट से आरजेडी ने सुरेश पासवान उतार दिया है. राजेश राम ने यहां तक कह दिया कि तेजस्वी यादव गठबंधन के समझौते के खिलाफ काम कर रहे हैं और दलितों के प्रतिनिधित्व को कमजोर कर रहे हैं. आरजेडी के अनुसार उसने दिनारा, डिहरी, सासाराम, नवीनगर, नोह, रफीगंज, टिकारी, नवादा, रजौली, रून्नीसैदपुर, सुरसंड और बाजपट्टी सीटों पर उम्मीदवारों को सिंबल नहीं सौंपा है. 

    इन सीटों पर कांग्रेस बनाम आरजेडी

    डिहरी और सासाराम सीट पर कांग्रेस और आरजेडी दोनों दावा कर रही है. कहलगांव, वैशाली, लालगंज, सिकंदरा, कुटुंबा और वारिसलीगंज सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने है. बेगूसराय जिले के बछवाड़ा सीट से कांग्रेस और सीपीआई दोनों के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इस सीट की वजह से सीपीआई ने रोसड़ा, बिहारशरीफ और राजापाकड़ से भी अपने उम्मीदवार उतार दिए.

    दो सीटों पर वीआईपी vs आरजेडी

    उसी तरह तारापुर और चैनपुर सीट से वीआईपी और आरजेडी के उम्मीदवार आमने-सामने हैं. चैनपुर सीट से आरजेडी ने दो दिन पहले बृज किशोर बिंदु को सिंबल सौंपा, जिसके बाद VIP ने भी अपने प्रदेश अध्यक्ष  बालगोविंद बिंद को यहां का प्रत्याशी बना दिया. महागठबंधन के कोई नेता खुलकर इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, जिस वजह से घटक दल के कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

    ये भी पढ़ें : पाकिस्तान का साथ देना तुर्की और अजरबैजान को पड़ा भारी, भारतीयों ने लिया ऐसा फैसला, समझा दी हैसियत

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • 'पानी पीकर दिखाओ, तभी मानेंगे साफ है', यमुना सफाई पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज का BJP को चैलेंज

    'पानी पीकर दिखाओ, तभी मानेंगे साफ है', यमुना सफाई पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज का BJP को चैलेंज

    पूर्वांचलियों की आस्था का छठ महापर्व का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे ही दिल्ली में यमुना की सफाई को लेकर सियासी जंग तेज होती जा रही है. आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने रविवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री प्रवेश वर्मा पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार यमुना की सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है. केमिकल छिड़काव से झाग तो कम किया जा सकता है, लेकिन प्रदूषण नहीं मिटाया जा सकता.

    सौरभ भारद्वाज ने सीएम रेखा गुप्ता और मंत्री प्रवेश वर्मा को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें यकीन है कि यमुना साफ हो चुकी है, तो वे कालिंदी कुंज का एक लीटर पानी पीकर दिखाएं. भारद्वाज ने कहा, केमिकल के छिड़काव से पानी के झाग कम होते हैं, प्रदूषण नहीं. थोड़ा पढ़-लिख लें, डिफोमिंग एजेंट झाग घटाता है, गंदगी नहीं मिटाता.

    अगर रेखा गुप्ता और परवेश वर्मा कालिंदी कुंज का एक लीटर पानी पी लें, पता चल जाएगा कितनी साफ़ हुई है यमुना

    कैमिकल के छिड़काओं से झाग कम होते हैं
    प्रदूषण कम नहीं होता , थोड़ा लिख पढ़ लें pic.twitter.com/7zNmMRVYda

    “आप” नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने अब तक यमुना की सफाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ बयानबाजी कर रही है. यमुना के प्रदूषण को लेकर ना तो हरियाणा से किसी तरह का समझौता किया गया है और ना ही नजफगढ़ नाले को बंद करने की कोशिश हुई. भारद्वाज बोले, जब तक नजफगढ़ का गंदा पानी यमुना में गिरेगा, तब तक झाग बनना तय है.

    सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर दोहरे रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि आज वही डिफोमिंग एजेंट छिड़का जा रहा है, जिसे कभी बीजेपी जहर बताती थी. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, जब केजरीवाल सरकार यही केमिकल इस्तेमाल करती थी, तो बीजेपी कहती थी लोग मर जाएंगे. अब वही केमिकल जल बोर्ड छिड़क रहा है और कह रहा है कि यमुना साफ हो गई. बीजेपी को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा झूठ मत बोलिए, सच कहिए और स्वीकारिये के आप वही कर रहे हैं जो केजरीवाल सरकार करती थी.

    झूठ बोलने से नहीं बदलेगी हकीकत

    AAP नेता ने कहा कि सच्चाई से मुंह मोड़ने से हालात नहीं बदलेंगे. उन्होंने कहा, अगर सीएम रेखा गुप्ता को लगता है कि यमुना साफ हो गई है, तो वे और मंत्री प्रवेश वर्मा उनके साथ चल कर यमुना का पानी पियें. अगर वो ऐसा करते हैं, तो वे मान लेंगे कि यमुना प्रदूषण मुक्त है.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • दिल्ली का नाम बदलकर किया जाएगा इंद्रप्रस्थ? VHP ने कर दी बड़ी मांग

    दिल्ली का नाम बदलकर किया जाएगा इंद्रप्रस्थ? VHP ने कर दी बड़ी मांग

    विश्व हिंदु परिषद की ओर से दिल्ली का नाम बदलने के लिए मांग की गई है. दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ रखने के लिए कहा गया है. विश्व हिंदु परिषद ने दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा को पत्र लिखकर मांग की है कि दिल्ली का नाम बदला जाए. 

    VHP की तरफ से पत्र में कहा गया है कि, राष्ट्रीय राजधानी को उसके प्राचीन इतिहास और संस्कृति से जोड़ने के लिए दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ रखा जाना चाहिए. इसके अलावा वीएचपी ने पत्र में और भी मांगे रखी हैं. लिखित पत्र में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ एयरपोर्ट करने की भी मांग है.

    विश्व हिंदु परिषद के दिल्ली प्रांत सचिव सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा को पत्र लिखा है. इस पत्र में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का नाम बदलने की मांग की गई है. पत्र में कहा गया है कि, भारत के प्राचीन इतिहास और संस्कृति से राजधानी को जोड़ने के लिए दिल्ली का नाम बदला जाए. दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ रखा जाए. 

    बता दें, कई दिनों से दिल्ली के नाम बदलने को लेकर घमासान मचा हुआ है. विश्व हिंदु परिषद की ओर से यह मांग कई बार की जा चुकी है. वहीं चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कुछ दिनों पहले कहा था कि, हम आने वाले समय में दिल्ली सरकार नहीं, बल्कि इंद्रप्रस्थ सरकार सुनेंगे, यही हमारा लक्ष्य है. 

    मंत्री कपिल मिश्रा को लिखे गए पत्र में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलने की मांग भी रखी गई है. एयरपोर्ट को नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ एयरपोर्ट रखा जाना चाहिए. वहीं दिल्ली रेलवे स्टेशन को इंद्रप्रस्थ रेलवे स्टेशन और शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम को इंद्रप्रस्थ पुनर्विकास निगम किया जाना चाहिए. 

    नाम बदलने को लेकर पत्र में कहा गया कि दिल्ली का नाम अब बदल जाना चाहिए. क्योंकि राजधानी पुराने इतिहास और संस्कृति से कनेक्ट करती है. 

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • साउथ के 8 हीरो भारी पड़े पूरे बॉलीवुड पर, सिर्फ शाहरुख-सलमान ने बचाई इज्जत

    साउथ के 8 हीरो भारी पड़े पूरे बॉलीवुड पर, सिर्फ शाहरुख-सलमान ने बचाई इज्जत

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • Deepotsav 2025: अयोध्या में फिर बना दीये जलाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, लेजर लाइट ने बांधा समां

    Deepotsav 2025: अयोध्या में फिर बना दीये जलाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, लेजर लाइट ने बांधा समां

    दिवाली से एक दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव धूमधाम से मनाया गया. रविवार (19 अक्टूबर) को इसके 9वें संस्करण का आयोजन हुआ. इस बीच दिये जलाने का रिकॉर्ड भी कायम हुआ है. राम की पैड़ी से लेकर सरयू तट के किनारे 26 लाख दीपों को रोशन किया गया है. वहीं लेजर लाइट के शो से पूरे इलाकों को जगमग किया गया है. 

    इस दीपोत्सव में सबसे ज्यादा दीये जलाने का रिकॉर्ड भी बना है. जिसमें 26,17,215 दीप जलाए गए हैं. दूसरी ओर 2128 अर्चकों ने मां सरयू की एक साथ आरती उतारी है. इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम वहां मौजूद रही. सीएम योगी को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाण पत्र भी दिया गया है.

    #WATCH | Uttar Pradesh: Laser and light show underway at Ram ki Paidi at the banks of River Saryu in Ayodhya. With the Ghat lit up with diyas and colourful lights, #Deepotsav is being celebrated here.

    (Source: ANI/UP Govt) pic.twitter.com/JdxgGmK0Sh

    अयोध्या दीपोत्सव के दौरान दो नए वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित हुए हैं. जिसमें 26 लाख से ज्यादा दीप और 2128 अर्चकों द्वारा आरती की गई है. जिसको टीम ने रिकॉर्ड में दर्ज किया है. बता दें, साल 2017 में दीपोत्सव ते पहले संस्करण में 1.71 लाख दीये जलाए गए थे. 

    #WATCH अयोध्या, उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव समारोह के दौरान बनाए गए दो नए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रमाण पत्र प्राप्त किए।

    एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा ‘दीये’ जलाकर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। साथ ही, अयोध्या ज़िला प्रशासन, पर्यटन… pic.twitter.com/Q4sBMqA4YR

    इस बार यह संख्या लगभग 25 गुना ज्यादा है. वहीं इस खास मौके पर सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में लेजर-लाइट शो के साथ रामलीला का मंचन किया गया है. दीयों की रोशनी और रंग-बिरंगी लाइटों के साथ जगमग घाटों पर दीपोत्सव मनाया गया है. 

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या धाम स्थित राम कथा पार्क में राम राज्याभिषेक के दौरान कहा- अयोध्या सप्तपुरियों में प्रथम है, जहां धर्म स्वयं मानव रूप में अवतरित हुआ हो. यहां हर कण में मर्यादा है और हर दीप में दया, हर हृदय में भगवान श्रीराम का वास है. हजारों वर्ष पहले जब दुनिया अंधकार में जी रही थी, तब अयोध्या ने अपने भगवान, आराध्य और अपनी आस्था के आगमन के अभिनंदन में दीप प्रज्वलित किए थे. 

    वहीं दीपोत्सव, दीपावली के रूप में सनातन धर्म का एक महापर्व बन गया था. इस महापर्व को जीवंत बनाए रखने के लिए पहली बार वर्ष 2017 में दीपोत्सव में 1,71,000 दीप जलाए गए थे. वहीं आज नौवें दीपोत्सव पर केवल अयोध्या धाम में 26 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित हो रहे हैं.

    उन्होंने आगे कहा, अगर पूरे प्रदेश भर में गणना की जाए तो 1 करोड़ 51 लाख दीप अकेले दीपोत्सव में जल रहे हैं. सीएम योगी दीपत्सव के दौरान गदगद नजर आए. दोनों हाथ उठाकर रिकॉर्ड बनने की खुशू जाहिर की. 

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • नेपाल के पूर्व पीएम केपी ओली को सता रहा गिरफ्तारी का डर, चुनाव को लेकर कार्की सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

    नेपाल के पूर्व पीएम केपी ओली को सता रहा गिरफ्तारी का डर, चुनाव को लेकर कार्की सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

    नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रविवार (19 अक्टूबर 2025) को आरोप लगाया कि मौजूदा सुशीला कार्की की सरकार बिना किसी ठोस कारण के उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार 5 मार्च, 2026 को होने वाले आम चुनाव कराने को लेकर गंभीर नहीं है.

    भंग प्रतिनिधि सभा को बहाल करने की मांग करेंगे केपी ओली

    पद के हटने के बाद काठमांडू में केपी ओली ने कहा कि उनकी पार्टी सीपीएन-यूएमएल भंग प्रतिनिधि सभा को बहाल करने की मांग करेगी. भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के मुद्दे पर Gen-Z ग्रुप की ओर से अपनी सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद केपी ओली ने सितंबर के शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को 12 सितंबर को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उनकी सिफारिश पर संसद भंग कर दी. अगला आम चुनाव 5 मार्च, 2026 को होना है.

    मेरा फोन जब्त कर लिया गया: केपी ओली

    केपी ओली ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले के बाद जब उन्हें नेपाली सेना ने प्रधानमंत्री आवास से बचाया तो कुछ दिनों के लिए उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया था. उन्होंने अपने कुछ सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाने के लिए सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में विफल रही है.

    बाहरी तत्वों के कारण हुई हिंसा: केपी ओली

    पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर थी और मीडिया ज्यादा सुरक्षित थी. उन्होंने मीडिया पर Gen-Z के नाम पर की गई तोड़फोड़ और आगजनी को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि Gen-Z  के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा बाहरी तत्वों की घुसपैठ के कारण हुई.

    नेपाल के युवाओं की ओर से अपने विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ शुरू किए गए नेपो-किड्स आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए ओली ने कहा, “मैं Gen-Z की ओर से शुरू किए गए नेपो-बेब अभियान को स्वीकार नहीं कर सकता, जिसने नेपाली लोगों में आतंक पैदा कर दिया.”

    ये भी पढ़ें : दिवाली पर मिलान में फंसे भारतीयों को लाने एअर इंडिया भेजेगा स्पेशल फ्लाइट, विमान में आई थी तकनीकी खराबी

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • IND vs AUS: गौतम गंभीर प्रिंसिपल, शुभमन गिल बने स्टूडेंट, भारत-ऑस्ट्रेलिया पहले वनडे के बाद फोटो वायरल

    IND vs AUS: गौतम गंभीर प्रिंसिपल, शुभमन गिल बने स्टूडेंट, भारत-ऑस्ट्रेलिया पहले वनडे के बाद फोटो वायरल

    भारत को पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से हराया. इस मुकाबले में भारतीय टॉप ऑर्डर बुरी तरह फ्लॉप रहा. रोहित शर्मा से लेकर विराट कोहली और कप्तान शुभमन गिल भी बड़ा स्कोर नहीं कर पाए. मैच के बाद कप्तान गिल ने खुद भी माना कि टॉप ऑर्डर का फ्लॉप होना टीम इंडिया की हार के बड़े कारणों में से एक रहा. अब सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ने तहलका मचाया हुआ है, जिसमें गौतम गंभीर नाराज दिख रहे हैं, जबकि कप्तान गिल किसी बच्चे की तरह चुपचाप खड़े होकर सब सुन रहे हैं.

    मैच समाप्त होने के बाद भारतीय कोचिंग स्टाफ मैदान में आया. वायरल तस्वीर में गौतम गंभीर हाथ दिखाकर कुछ कह रहे हैं, शुभमन गिल चुपचाप खड़े हैं. उनके पास ही गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल और बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक खड़े हैं.

    सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग तरह के दावे कर रहे हैं कि गौतम गंभीर, शुभमन गिल से नाराज हैं. वहीं एक व्यक्ति ने कहा कि शुभमन गिल को यह समझ लेना चाहिए कि वो 2 फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान हैं और उनके पास गंभीर से ज्यादा पावर है. इस व्यक्ति ने कहा कि ज्यादा पावर होते हुए भी गंभीर के सामने गिल ऐसे खड़े हैं, जैसे स्कूल के प्रिंसिपल के सामने कोई बच्चा खड़ा हो.

    मैच के बाद कप्तान शुभमन गिल ने टॉप ऑर्डर के फ्लॉप होने को हार का जिम्मेदार ठहराया था. टॉप ऑर्डर में उनके अलावा रोहित शर्मा और विराट कोहली भी आते हैं. कोहली खाता भी नहीं खोल पाए, रोहित शर्मा सिर्फ 8 रन और शुभमन गिल 10 रन बनाकर आउट हो गए.

    शुभमन गिल ने मैच के बाद कहा, “जब आप पावरप्ले में 3 विकेट गंवा दें, तब परिस्थिति कभी भी आसान नहीं होती. इस हार से हमें सीखने को बहुत कुछ मिलेगा, लेकिन कुछ सकारात्मक चीजें भी हुईं. हमने 136 रन बनाए थे, फिर भी हम मैच को अंत तक तो नहीं लेकिन उसे करीबी जरूर बनाया.”

    Gautam Gambhir not looking happy with Shubman Gill after the big defeat against Australia today 🇮🇳⚠️#INDvsAUS pic.twitter.com/jnXUwBtZzz

    Shubman Gill need to realise that he is captain of team India in 2 formats right now & he is more powerful than Gautam Gambhir. After today’s game he was listening to Gambhir as if Gambhir is principle of school & Shubman is student.

    Its time for him to stop listening & start… pic.twitter.com/vYkTrmGRBc

    यह भी पढ़ें:

    रोहित, विराट या गिल, टीम इंडिया की हार का असली गुनाहगार कौन? ऑस्ट्रेलिया में कटाई टीम इंडिया की नाक

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • दिवाली पर पटाखे जलाने से पहले नोट कर लें ये सेफ्टी टिप्स, जानें क्या करें क्या नहीं?

    दिवाली पर पटाखे जलाने से पहले नोट कर लें ये सेफ्टी टिप्स, जानें क्या करें क्या नहीं?

    दिवाली का त्योहार इस बार कल यानी 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन पूरे देश में सभी घरों में दीए जलाए जाते हैं, घर को सजाया जाता है और आतिशबाजी का मजा लिया जाता है. लेकिन इस खुशी के बीच थोड़ी सी लापरवाही बड़ा हादसा बन सकती है. हर साल दिवाली के मौके पर कई जगहों पर पटाखों से आग लगने और चोट लगने के मामले भी सामने आते हैं. ऐसे में दिवाली पर पटाखे जलाते समय सावधानी रखना काफी जरूरी होता है, ताकि दिवाली की खुशियां बरकरार रहे. अब चलिए आज हम आपको दिवाली पर पटाखे जलाने से पहले कुछ सेफ्टी टिप्स बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप बड़े हाथों से बच सकते हैं.

    दिवाली पर पटाखे जलाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

    घर पर फर्स्ट एड बॉक्स रखें-त्योहार के मौके पर अक्सर फुलझड़ियां अनार जलाते वक्त छोटी-मोटी चोट लग जाती है, ऐसे में घर पर फर्स्ट एड बॉक्स तैयार रखें. इसमें एंटीसेप्टिक क्रीम, पेन किलर साफ करने वाला लोशन, पट्टी रुई और ग्लव्स जरूर रखें.

    कानों पर लगाए इयरप्लग- कई पटाखे की आवाज 100 डेसि‍बल से ज्यादा होती है, जो कानों के पर्दों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार तेज आवाज से कान सुन्न पड़ सकते हैं. ऐसे में पटाखे चलाते समय इयरप्लग लगाना ज्यादा बेहतर रहता है. वहीं आंखों की सुरक्षा के लिए भी आप जीरो पावर या ट्रांसपेरेंट चश्मा लगा सकते हैं.

    कॉटन के कपड़े पहने, सिंथेटिक से बचें- पटाखे चलाते समय कपड़ों का चुनाव भी बहुत मायने रखता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नायलॉन या सिंथेटिक कपड़े बहुत जल्दी आग पकड़ लेते हैं और स्किन से चिपक जाते हैं. इसलिए आतिशबाजी करते समय हमेशा कॉटन के थोड़े फिटिंग वाले कपड़े पहनें. ढीले-ढाले कपड़े या दुपट्टा पहनने से बचें

    खुले मैदान में ही करें आतिशबाजी- पटाखे हमेशा खुले मैदान में ही जलाए. घर के अंदर या बालकनी जैसी जगहों पर पटाखे जलाना खतरनाक हो सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार बंद जगह पर पटाखे जलाने से दम घुटने और आग फैलने की संभावना रहती है.

    हाथ में पकड़कर न जलाएं पटाखे-हाथ में पकड़कर पटाखे जलाने से हाथ में धमाका हो सकता है और साथ ही चेहरा भी जल सकता है. ऐसे में हाथ में पकड़कर पटाखे जलाने से बचें.

    पुराने या खराब पटाखे न जलाएं-कई बार पुराने या खराब पटाखे जलाने से धमाका हो सकता है. और इससे भी गंभीर हादसा भी हो सकता है

    ये भी पढ़ें-Heart disease risk factors: इन 4 रिस्क फैक्टर्स से 99 पर्सेंट लोगों को पड़ता है हार्ट अटैक, कहीं आपकी लाइफ खतरे में तो नहीं?

    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • बंगाल में शुभेंदु अधिकारी की कार पर हमला, भाजपा नेता बोले- 'TMC की लुंगी वाहिनी ने किया अटैक'

    बंगाल में शुभेंदु अधिकारी की कार पर हमला, भाजपा नेता बोले- 'TMC की लुंगी वाहिनी ने किया अटैक'

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रविवार (19 अक्टूबर, 2025) को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने दक्षिण 24 परगना जिले में उनकी कार पर हमला किया, जहां वह काली पूजा और दिवाली उत्सव में हिस्सा लेने गए थे. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने शुभेंदु के आरोपों को खारिज किया और उनकी कार पर हमले की घटना को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लोगों की नाराजगी का नतीजा करार दिया.

    शुभेंदु ने दावा किया कि उनकी कार को कम से कम सात जगहों पर रोकने की कोशिश की गई और लालपुर मदरसे के सामने उस पर हमला हुआ. उन्होंने ‘एक्स’ पर घटना का कथित वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘आज दक्षिण 24 परगना जिले में मुझे कई बार अवैध बांग्लादेशी मुसलमानों के हमलों का सामना करना पड़ा. बाधा, बर्बरता और अराजकता की साजिश किसी और ने नहीं, बल्कि तृणमूल कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य रेखा गाजी ने पुलिस अधीक्षक (SP) कोटेश्वर राव की सहायता और समर्थन से रची.’

    हमलावरों को लेकर शुभेंदु अधिकारी का दावा

    शुभेंदु ने कहा, ‘मैं किसी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने नहीं जा रहा था, बल्कि एक हिंदू के रूप में काली पूजा और दिवाली उत्सव में शामिल होने जा रहा था.’ उन्होंने दावा किया कि हमलावर मुख्य रूप से अवैध घुसपैठिये थे, जो मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के कारण अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.

    शुभेंदु ने बताया कि जिन लोगों ने उनकी कार को रोकने की कोशिश की, वे ‘जॉय बांग्ला’ जैसे नारे लगा रहे थे. उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों ने सड़क को खाली कराया और वह काली पूजा पंडालों का उद्घाटन करने के अपने निर्धारित कार्यक्रम के लिए आगे बढ़े.

    In South 24 Parganas district, today I faced repeated attacks from illegal Bangladeshi Muslims. The obstruction, vandalism and chaos was orchestrated by none other than TMC Zila Parishad Member Rekha Gazi with the aid and support of SP Koteswara Rao. Several attempts were made to… pic.twitter.com/rYRHtkZUVP

    ‘कट्टरपंथियों से मैं डरने वाला नहीं’

    शुभेंदु ने कहा, ‘यह क्षेत्र बांग्लादेश से सटा हुआ है और इस निकटता ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस के घुसपैठियों के अनुकूल तंत्र की मदद से यहां बसने का मौका दिया है. क्या पश्चिम बंगाल में कोई हिंदू, कट्टरपंथियों की बाधाओं का सामना किए बिना, किसी भी धार्मिक आयोजन में स्वतंत्र रूप से हिस्सा नहीं ले सकता? वे मुझे डरा नहीं सकते, मैं जगद्धात्री पूजा के दौरान भी क्षेत्र में आऊंगा.’

    राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ TMC की हिंसा

    बंगाल में विपक्ष के नेता पर हमले को लेकर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ‘एक्स’ पर ट्विट में लिखा, ‘मां काली पूजा का उद्घाटन और उसमें भाग लेने जाते समय, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पर TMC की लुंगी वाहिनी ने हमला किया, जिन्होंने मथुरापुर और मंदिर बाजार इलाकों में महिलाओं को ढाल की तरह इस्तेमाल किया.’

    उन्होंने आगे लिखा, ‘हम विपक्षी नेता पर इस जघन्य और पूर्वनियोजित हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसे TMC जिला परिषद सदस्य रेखा गाजी ने अंजाम दिया और उनके निर्देशन में अवैध बांग्लादेशियों ने अंजाम दिया. राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इस तरह की हिंसा TMC की हताशा और लोकतंत्र व कानून के प्रति उसकी घोर उपेक्षा को सामने लाती है.’

    तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को बताया जिम्मेदार

    वहीं, तृणमूल प्रवक्ता जय प्रकाश मजूमदार ने दावा किया कि आम लोगों ने शुभेंदु के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया, क्योंकि वह भाजपा से नाराज हैं. मजूमदार ने कहा, ‘केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने पश्चिम बंगाल के हिस्सा का धन नहीं जारी किया है, जिससे ये गरीब लोग हाशिये पर पहुंच गए हैं.’

    उन्होंने कहा, ‘भाजपा नेताओं को सावधान रहना चाहिए. पूरे बंगाल में हर गांव, बाजार और गली में लोग गुस्से में हैं. बंगाल जानता है कि विरोध कैसे करना है और भाजपा नेताओं को हर जगह ऐसे प्रदर्शनों का सामना करना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि ऐसी घटनाएं भाजपा सदस्यों को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई में हतोत्साहित करने के बजाय प्रोत्साहित करती हैं.

    ये भी पढ़ें:- Zubeen Garg Death: Zubeen Garg Death: एक महीने बाद भी नहीं सुलझी मौत की गुत्थी, पत्नी ने दिया बड़ा बयान

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.