Category: Uncategorized

  • 'सेना को बदला लेने से रोक रखा है', पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक पर बोला अफगानिस्तान, दोहा में शांति वार्ता तय

    'सेना को बदला लेने से रोक रखा है', पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक पर बोला अफगानिस्तान, दोहा में शांति वार्ता तय

    पाकिस्तान के एयरस्ट्राइक के बाद भी अफगानिस्तान ने युद्धविराम को लेकर दोहा में होने वाली बैठक में शामिल होने का फैसला किया है. तालिबान सरकार ने बयान जारी कर पाकिस्तान के हमले की निंदा की और कहा कि अफगानिस्तान ने फिलहाल अपनी सेना को बदला लेने से रोक रखा है. तालिबान की ओर से कहा गया कि सीजफायर की गरिमा और सुरक्षा बनाए रखने के लिए फिलहाल किसी बदले की कार्रवाई से परहेज किया गया है.

    दोहा पहुंचे अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री

    तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुहाजिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी कि रक्षा मंत्री मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल दोहा के लिए रवाना हुआ है. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में शुक्रवार (17 अक्तूबर 2025) देर रात को हमला किया था, जिसमें उसके तीन स्थानीय क्रिकेटर की मौत हो गई.

    अभी पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा तालिबान

    तालिबान की तरफ से जारी बयान में कहा, “पाकिस्तान का हमला करना निंदनीय है, लेकिन क्षेत्रीय शांति के लिए वो अभी पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा. दोनों पक्षों के बीच बातचीत का माहौल सम्मानजनक और शांतिपूर्ण बना रहे इसलिए ये निर्णय लिया गया है.” पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल भी शांति वार्ता के लिए कतर की राजधानी दोहा पहुंच चुका है.

    ‘पाकिस्तान कर रहा उकसावे वाली कार्रवाई’

    तालिबान के बयान में कहा गया, “अफगानिस्तान सरकार पाकिस्तान के हमले को भड़काऊ और युद्ध को लंबा खींचने का प्रयास मानता है. यह जानते हुए कि हम पाकिस्तान की कार्रवाई को जवाब देने का अधिकार रखते हैं इसके बावजूद हमने नई कार्रवाइयों से परहेज करने का फैसला किया है. क्षेत्र में जो भी टकराव हो रहा है वो पाकिस्तान की ओर से किए गए उकसावे के कारण हो रहा है. अफगानिस्तान क्षेत्रीय समाधान और क्षेत्रीय सुरक्षा में विश्वास करता है.”

    ये भी पढ़ें : चीन पर लगाए 100% टैरिफ को कम करेंगे ट्रंप! US-China के बीच होगी ट्रेड डील पर बातचीत; रेयर अर्थ मिनरल्स पर बनेगी बात?

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • राशिद खान ने तोड़े PSL से रिश्ते! अफगानिस्तान बोर्ड का भी PAK पर एक्शन; 3 क्रिकेटरों की मौत के बाद बड़ा फैसला

    राशिद खान ने तोड़े PSL से रिश्ते! अफगानिस्तान बोर्ड का भी PAK पर एक्शन; 3 क्रिकेटरों की मौत के बाद बड़ा फैसला

    Pakistan-Afghanistan War: अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में एयर स्ट्राइक हुई है. ये हमला पाकिस्तान की तरफ से 17 अक्तूबर 2025 की देर रात किया गया, जिसमें अफगानिस्तान क्रिकेट के तीन स्थानीय क्रिकेटर की मौत हो गई. अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) अपने खिलाड़ियों कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून की मौत से दुखी है. इस हमले की निंदा करते हुए एसीबी ने पाकिस्तान में खेली जाने वाली त्रिकोणीय सीरीज में भाग लेने से मना कर दिया है. ये सीरीज 17 से 29 नवंबर के बीच पाकिस्तान, अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच होनी थी. इसके साथ ही अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने भी पाकिस्तान सुपर लीग से हटने का फैसला कर लिया है.

    अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नवंबर के आखिर में होने वाली सीरीज से नाम वापस ले लिया है. पाकिस्तान में ये त्रिकोणीय सीरीज लाहौर और रावलपिंडी में खेली जानी थी. लेकिन खिलाड़ियों की मौत पर ACB ने पाकिस्तान के खिलाफ ये फैसला लिया है.

    अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम के कप्तान राशिद खान पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में खेलते नजर आते हैं. लेकिन इस हमले के बाद राशिद खान ने PSL की टीम ‘लाहौर कलंदर्स’ से पीछे हटने का इशारा किया है. राशिद खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के अकाउंट से लाहौर कलंदर्स का नाम अपने बायो से हटा दिया है. वहीं IPL में राशिद गुजरात टाइटंस के लिए खेलते हैं और भारत में खेली जाने वाली इस लीग की फ्रेंचाइजी का नाम इस खिलाड़ी के bio में शामिल है.

    राशिद खान ने एयरस्ट्राइक में मरे अफगानिस्तान के नागरिकों को श्रद्धांजलि दी है. इसके साथ ही अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के फैसले का समर्थन भी किया है. राशिद ने लिखा है कि वो इस वक्त में अपने देश के लोगों के साथ खड़े हैं.

    I am deeply saddened by the loss of civilian lives in the recent Pakistani aerial strikes on Afghanistan. A tragedy that claimed the lives of women, children, and aspiring young cricketers who dreamed of representing their nation on the world stage.

    It is absolutely immoral and…

    यह भी पढ़ें

    मोहम्मद शमी का चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर को करारा जवाब, ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले कर दिया ये काम

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • दिल्ली: कर्तव्य पथ पर दिखेगी 1 लाख 51 हजार दीपों की जगमगाहट, भव्य ड्रोन शो से यादगार बनेगा पल

    दिल्ली: कर्तव्य पथ पर दिखेगी 1 लाख 51 हजार दीपों की जगमगाहट, भव्य ड्रोन शो से यादगार बनेगा पल

    दिल्ली के कर्तव्य पथ पर शनिवार (18 अक्टूबर) को ऐतिहासिक दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान 1 लाख 51 हजार दीप जलाए जाएंगे. इन दीपों की जगमगाहट के साथ भव्य ड्रोन शो, राम कथा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां इस उत्सव को और भी यादगार बनाएगी. दिल्लीवासी और देशवासी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे. दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने इसे आस्था और सनातन परंपरा से जोड़ते लोगों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया है.

    दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”आज शाम 6 बजे से कर्तव्य पथ पर 1 लाख 51 हजार दीपों की भव्य श्रृंखला, राम कथा, ड्रोन शो और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ दिल्ली अपना पहला दिव्य ‘दीपोत्सव’ मना रही है. यह आयोजन हमारे हिंदू पर्वों का सांस्कृतिक जागरण है, यह आस्था, आत्मगौरव और सनातन परंपरा के पुनर्जागरण का क्षण है. आइए, इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें.”

    आज शाम 6 बजे से कर्तव्य पथ पर…

    1 लाख 51 हजार दीपों की भव्य श्रृंखला, राम कथा, ड्रोन शो और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ दिल्ली अपना पहला दिव्य “दीपोत्सव” मना रही है।

    यह आयोजन हमारे हिंदू पर्वों का सांस्कृतिक जागरण है, यह आस्था, आत्मगौरव और सनातन परंपरा के पुनर्जागरण का क्षण… pic.twitter.com/8NSi7Kg4Qd

    दिल्ली की सीएम ने ये भी कहा, ”अयोध्या में जब प्रभु श्रीराम लौटे थे, दीपों से पूरी धरती जगमगा उठी थी. और जब रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजे, भारत ने अपनी आत्मा को फिर से पहचान लिया. वही चेतना, वही प्रभु श्री राम का अयोध्या आगमन दिल्ली के कर्तव्य पथ पर अवतरित होने जा रही है.”

    मुख्यमंत्री ने कहा, ”दिल्ली की दिवाली देश की राजधानी की दिवाली है और इसे मनाया जाना चाहिए, देखा जाना चाहिए और महसूस किया जाना चाहिए. जब ​​एक सनातनी सरकार सत्ता में आती है, तो उसकी भव्यता और दिव्यता अद्वितीय होती है. आज दिल्ली में हर कोई, चाहे वह युवा हो, बच्चे हों, महिलाएं हों या बुजुर्ग, खुश हैं. वे दिवाली इसलिए मनाते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने GST में बचत की है.” 

    उन्होंने कहा, ”दिल्ली सरकार का GST क्रेडिट, पटाखों के परमिट, छठ घाट पर छठ की तैयारियां और युवाओं के लिए इवेंट मैनेजमेंट. ये सभी ऐसे त्योहार हैं जिन्हें दिल्ली ने वर्षों से मिस किया है लेकिन अब नहीं. अब दिल्ली खुलकर जीएगी, अपने त्योहारों को हर्षोल्लास से मनाएगी और अपनी खुशियां व्यक्त करेगी. जब कर्त्तव्य पथ पर लाखों दीये जलाए जाएंगे, तो दिल्ली भव्यता और दिव्यता की साक्षी बनेगी. यही प्रकाश दिल्ली और हमारे देश को सदैव प्रकाशित रखे.”

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • आज से दिल्ली में बिकना शुरू हो रहे ग्रीन पटाखे, ऐसे करें असली और नकली की पहचान

    आज से दिल्ली में बिकना शुरू हो रहे ग्रीन पटाखे, ऐसे करें असली और नकली की पहचान

    Green Crackers: दिवाली बस दो दिनों की दूरी पर है. दिवाली के दिन लोग जमकर खूब पटाखे फोड़ते हैं. लेकिन पटाखों से दिल्ली की हवा खराब होती है. इसलिए अब दिल्ली में ग्रीन पटाखों की डिमांड ज्यादा रहती है. आज यानी धनतेरस के दिन से दिल्ली में ग्रीन पटाखों की बिक्री शुरू हो गई है. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि सरकार ने 200 से ज्यादा डीलरों को लाइसेंस जारी किए हैं. 

    सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सिर्फ CSIR-NEERI या PESO से सर्टिफाइड पटाखे ही बेचे जा सकते हैं. इन पटाखों में पारंपरिक बारूद की जगह कम प्रदूषण फैलाने वाले केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. लोगों से अपील की गई है कि वह केवल QR कोड वाले असली ग्रीन पटाखे ही खरीदें. जिससे त्योहार का मजा बरकरार रहे और हवा भी साफ बनी रहे. इस बीच बहुत से लोग नकली ग्रीन पटाखे भी बेचते हैं. ऐेसे पता करें कौनसा असली है कौनसा नकली. 

    दिवाली के लिए ग्रीन पटाखों की बिक्री 18 से 20 अक्टूबर तक ही की जाएगी. और इसके लिए सभी विक्रेताओं पर सख्त निगरानी रखी जाएगी. लेकिन इस दौरान आपको सावधान रहने की जरूरत है. और असली ग्रीन पटाखे खरीदें क्योंकि नकली भी मार्केट में मौजूद हैं. असली ग्रीन पटाखों को पहचानने यह बात ध्यान रखें. उनका QR कोड होता है. हर सर्टिफाइड ग्रीन पटाखे के पैक पर एक यूनिक QR कोड छपा होता है. जिसे स्कैन करके खरीदार यह जांच सकते हैं कि पटाखा CSIR-NEERI या PESO द्वारा मंजूर है या नहीं. 

    यह भी पढ़ें: दिवाली आने वाली है और गंदी पड़ी है आपकी गली, जानें सफाई के लिए कहां कर सकते हैं शिकायत?

    स्कैन करने पर उत्पाद का पूरा विवरण दिखता है. जैसे निर्माता का नाम, लाइसेंस नंबर और पर्यावरण सर्टिफिकेशन. नकली पटाखों में QR कोड या तो होता ही नहीं या स्कैन करने पर गलत जानकारी मिलती है. खरीदते समय ब्रांड का नाम, सील पैकिंग और मैन्युफैक्चरिंग एड्रेस जरूर जांचें. किसी लोकल या बिना लाइसेंस वाले विक्रेता से पटाखे न खरीदें क्योंकि ये ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले और खतरनाक हो सकते हैं.

    दिल्ली सरकार ने सभी जिलों में विशेष टीमें बनाई हैं जो ग्रीन पटाखों की बिक्री पर निगरानी करेंगी. सिर्फ उन्हीं दुकानदारों को अस्थायी या स्थायी लाइसेंस दिया गया है जो नियमों का पालन कर रहे हैं. सभी जिलों में करीब 200 से अधिक विक्रेताओं को लाइसेंस जारी किया गया है. जबकि बाकी आवेदनों की जांच चल रही है.

    यह भी पढ़ें: धनतेरस पर टीवी और स्मार्टफोन खरीद रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान, कई सालों तक चलेंगी ये चीजें

    निगरानी टीमें दुकानों का औचक निरीक्षण करेंगी ताकि नकली या प्रदूषणकारी पटाखे बेचे न जाएं. साथ ही, तय समय यानी सुबह 6 से 7 बजे और रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखे जलाने की अनुमति दी गई है. नियम तोड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी. 

    यह भी पढ़ें: नौकरी छूटने के तुरंत बाद निकाल सकते हैं पीएफ से इतना पैसा, बदल गया है नियम

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • 'बर्बर, अनैतिक और अमानवीय', पाकिस्तान की Airstrike में अफगानिस्तान के 3 क्रिकेटरों की मौत; राशिद खान भड़के

    'बर्बर, अनैतिक और अमानवीय', पाकिस्तान की Airstrike में अफगानिस्तान के 3 क्रिकेटरों की मौत; राशिद खान भड़के

    पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमले में अफगानिस्तान के तीन क्रिकेटरों समेत आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए. यह हमला पक्तिका प्रांत के उरगुन इलाके में हुआ, जहां क्रिकेटर कबीर, सिबगातुल्ला और हारून एक फ्रेंडली मैच खेलकर लौटे थे. इस घटना ने पूरे अफगानिस्तान को झकझोर दिया है और देश में शोक व आक्रोश दोनों का माहौल है.

    अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस घटना को देश के खेल जगत के लिए बड़ी क्षति बताया. बोर्ड ने कहा कि जिन युवाओं की जान गई, वे भविष्य में देश के लिए खेलने का सपना देख रहे थे. ACB ने खिलाड़ियों की मौत पर गहरा शोक जताया और पाकिस्तान के खिलाफ नवंबर में होने वाली टी20 ट्रायंगुलर सीरीज से वापसी का ऐलान किया. यह सीरीज श्रीलंका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच खेली जानी थी.

    I am deeply saddened by the loss of civilian lives in the recent Pakistani aerial strikes on Afghanistan. A tragedy that claimed the lives of women, children, and aspiring young cricketers who dreamed of representing their nation on the world stage.

    It is absolutely immoral and…

    राशिद खान का बयान-यह बर्बरता और मानवता के खिलाफ है

    अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर इस हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने लिखा कि निर्दोष नागरिकों और खिलाड़ियों पर हमला मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है. राशिद ने कहा कि यह एक बर्बर, अनैतिक और अमानवीय कृत्य है. मैं अपने देश और अपने लोगों के साथ खड़ा हूं. हमारी राष्ट्रीय गरिमा सबसे ऊपर है.” उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पाकिस्तान से हटने के निर्णय का समर्थन किया और कहा कि यह सही समय पर लिया गया साहसी कदम है.

    क्रिकेट जगत में शोक की लहर

    तीनों क्रिकेटरों की मौत के बाद अफगानिस्तान और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय में शोक की लहर फैल गई. कई खिलाड़ियों ने ट्वीट कर अफगान क्रिकेट परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. ACB ने अपने पोस्ट में लिखा कि कबीर, सिबगातुल्ला और हारून देश के उज्ज्वल भविष्य थे. उनकी शहादत अफगान क्रिकेट के लिए अपूरणीय नुकसान है.”

    ये भी पढ़ें: पाकिस्तान आर्मी के कैंप पर सुसाइड अटैक की कोशिश नाकाम, अधिकारियों का दावा- 4 आतंकी मारे गए

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • HIV AIDS: कैसे-कैसे बढ़ता है HIV का खतरा, स्टेज बाय स्टेज समझें कितने खतरनाक होते जाते हैं इसके लक्षण  

    HIV AIDS: कैसे-कैसे बढ़ता है HIV का खतरा, स्टेज बाय स्टेज समझें कितने खतरनाक होते जाते हैं इसके लक्षण  

    HIV AIDS: अगर कोई व्यक्ति एचआईवी वायरस से संक्रमित हो जाता है और समय पर इलाज नहीं कराता है तो यह संक्रमण धीरे-धीरे तीन स्टेज में बढ़ने लग जाता है. हर एक स्टेज में उसके लक्षण और खतरे अलग-अलग होते हैं. डॉक्टरों का मानना है कि अगर किसी को लगता है कि वह एचआईवी के संपर्क में आया है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.  

    इस कंडीशन में पोस्ट एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस नाम की दवा संक्रमण को फैलने से रोक सकती है. वहीं जो लोग लगातार खतरे में रहते हैं, वह प्री एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस का सेवन कर सकते हैं ताकि वायरस शरीर में पनप न सके. ऐसे में चलिए अब आपको बताते हैं कि एचआईवी का खतरा स्टेज बाय स्टेज कैसे बढ़ सकता है.

    स्टेज 1- एक्यूट HIV इंफेक्शन

    एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद यह वायरस बहुत तेजी से पनपने लगता है और खून में इसकी मात्रा भी बढ़ जाती है. इस समय यह वायरस सबसे ज्यादा संक्रामक होता है और आसानी से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच सकता है. संक्रमण खून, वीर्य रेक्टल फ्लूइड, याेनि‍ द्रव्य और ब्रेस्ट मिल्क के जरिए फैल सकता है. संक्रमण फैलने के 2 से 4 हफ्तों के अंदर कई लोगों में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं जो कुछ दिनों या हफ्तों तक रहते हैं. हालांकि हर व्यक्ति में लक्षण दिखाई दें यह जरूरी नहीं होता है.

    स्टेज 2- क्रोनिक HIV इंफेक्शन

    पहले स्टेज के बाद अगर इलाज नहीं किया गया तो एचआईवी वायरस शरीर में धीमी गति से सक्रिय रहता है. इससे असिम्प्टोमटिक स्टेज या क्लिनिकल लेटेंसी कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान कोई लक्षण नहीं दिखते या बहुत हल्के लक्षण होते हैं. इस स्टेज में भी वायरस दूसरे लोगों तक फैल सकता है. बिना इलाज के इस स्टेज य‍ह इंफेक्शन 10 साल या उससे ज्यादा समय तक चल सकता है, लेकिन अगर मरीज इलाज में एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी लेता है तो संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता है. यह दवाई शरीर में एचआईवी की मात्रा यानी वायरल लोड को बहुत कम कर देती है.  ब वायरल लोड इतना कम हो जाता है कि टेस्ट में पकड़ में नहीं आता तो उसे व्यक्ति से एचआईवी दूसरों को नहीं फैलता ‌है. इसे U एंड U यानी Undetectable-Untransmittable कहा जाता है.

    स्टेज 3- एड्स

    एचआईवी का सबसे खतरनाक स्टेज, स्टेज 3 होती है. जिसे एड्स कहा जाता है. इस स्टेज में शरीर का इम्यून सिस्टम इतना कमजोर हो जाता है कि वह सामान्य संक्रमणों से भी नहीं लड़ पाता है. ऐसे में अगर इस स्टेज में इलाज नहीं किया जाए तो वायरल लोड बढ़ता जाता है और cd4 सेल्स की संख्या घट कर 200 से कम रह जाती है. इस स्टेज में व्यक्ति को ऑपर्चूनिस्टिक इंफेक्शन यानी ऐसे इंफेक्शन हो सकते हैं जो सामान्य लोगों को नहीं नहीं होते हैं.

    स्टेज 3 में दिखने वाले लक्षण

    लगातार बुखार और रात में पसीना, वजन कम होना, लगातार खांसी, स्किन या मुंह पर बार-बार संक्रमण होना, दस्त और कमजोरी

    ये भी पढ़ें-Diwali home cleaning hacks: धूल से एलर्जी है तो दिवाली की सफाई में न करना यह गलती, हो जाएगी मुसीबत

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

    Check out below Health Tools-
    Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

    Calculate The Age Through Age Calculator

    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • 'किसी भी उकसावे का उम्मीद से परे…', PAK फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने भारत को फिर दी परमाणु हथियारों की गीदड़भभकी

    'किसी भी उकसावे का उम्मीद से परे…', PAK फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने भारत को फिर दी परमाणु हथियारों की गीदड़भभकी

    पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने एक बार फिर भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान देकर तनाव को बढ़ाने की कोशिश की है. एबटाबाद स्थित पाकिस्तानी मिलिट्री अकादमी कलुल में कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की किसी भी छोटी सी उकसावे की कार्रवाई पर पाकिस्तान उम्मीद से परे और घातक जवाब देगा.

    अपने भाषण में मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान भारत की भौगोलिक विशालता के भ्रम को तोड़ देगा. उन्होंने भारतीय सैन्य नेतृत्व के खिलाफ जहर उगला और कहा कि भड़काऊ बयानबाजी से परहेज करें और सभी लंबित विवादों को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और अंतरराष्ट्रीय संधियों के तहत सुलझाया जाए. मुनीर ने दावा किया कि पाकिस्तान को न दबाया जा सकता है और न धमकाया जा सकता है.

    🚨 Breaking 🇵🇰🪖

    Failed Marshal Asim Munir Issues Nuclear and Economic Threats to India.

    Should a fresh wave of hostilities be triggered, Pakistan would respond much beyond the expectations of the initiators. The resulting retributive military and economic losses inflicted will… pic.twitter.com/2IHveD16ox

    आसिम मुनीर का विवादित इतिहास

    यह पहली बार नहीं है जब आसिम मुनीर ने भारत को लेकर ऐसा बयान दिया है. अगस्त 2025 में उन्होंने अमेरिका के टैम्पा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अगर पाकिस्तान पर अस्तित्व का संकट आया, तो वह आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर भारत सिंधु नदी पर बांध बनाएगा तो पाकिस्तान 10 मिसाइलों से उसे उड़ा देगा. उनके इन बयानों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने न्यूक्लियर ब्लैकमेल और गैर-जिम्मेदाराना रवैया करार दिया था.

    भारत ने दिया था करारा जवाब

    भारत ने आसिम मुनीर के पूर्व में दिए गए बयान को न्यूक्लियर सेबर-रैटलिंग बताया था और था कहा कि इस तरह की धमकियां क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा हैं. इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि पाकिस्तान की सेना का इतिहास आतंकवादी संगठनों से संबंध रखने का रहा है. ऐसे में उसके परमाणु नियंत्रण को लेकर दुनिया की चिंताएं स्वाभाविक हैं.

    ये भी पढ़ें: चीन पर लगाए 100% टैरिफ को कम करेंगे ट्रंप! US-China के बीच होगी ट्रेड डील पर बातचीत; रेयर अर्थ मिनरल्स पर बनेगी बात?

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.

  • गैस और हार्ट अटैक में क्या है फर्क? कंफ्यूजन से बचने के लिए जानें ये जरूरी तरीके

    गैस और हार्ट अटैक में क्या है फर्क? कंफ्यूजन से बचने के लिए जानें ये जरूरी तरीके

    हम में से कई लोगों ने कभी न कभी सीने में दर्द या जलन जैसी समस्या महसूस की होगी. कभी लगता है गैस हो गई है, तो कभी डर लगता है कि कहीं यह हार्ट अटैक तो नहीं. असल में गैस और हार्ट अटैक, ये दोनों स्थितियां अपने शुरुआती लक्षणों में काफी हद तक एक जैसी लग सकती हैं, खासकर सीने में दर्द या भारीपन के मामले में, यही वजह है कि लोग अक्सर कंफ्यूज हो जाते हैं और सही समय पर जरूरी इलाज नहीं ले पाते. 

    गैस की समस्या आमतौर पर पेट से जुड़ी होती है और खतरनाक नहीं होती है. वहीं हार्ट अटैक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है जिसमें देरी जानलेवा हो सकती है. ऐसे में यह समझना बहुत जरूरी है कि गैस का दर्द और हार्ट अटैक का दर्द अलग कैसे होता है और कब आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि गैस और हार्ट अटैक में क्या फर्क होता है और कौन-कौन सी सावधानियां अपनाकर आप इन दोनों से खुद को बचा सकते हैं. 

    1. कहां और कैसा दर्द होता है – गैस का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी हिस्से या सीने के निचले हिस्से में होता है. यह जलन जैसा, चुभन वाला या ऐंठन जैसा महसूस होता है. यह दर्द शरीर की स्थिति बदलने पर हल्का हो सकता है या अपनी जगह भी बदल सकता है. गैस के साथ पेट फूलना, डकार आना और मल त्याग के बाद आराम मिलना जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं. वहीं, हार्ट अटैक बिल्कुल अलग तरह का होता है. यह दर्द सीने के बीचों-बीच भारीपन, दबाव या कसाव जैसा लगता है, जैसे कोई चीज दिल को दबा रही हो, यह दर्द आमतौर पर बाएं हाथ, जबड़े, गर्दन या पीठ की ओर फैलता है. खास बात यह है कि शरीर की स्थिति बदलने या डकार लेने पर इसमें कोई आराम नहीं मिलता है. 

    2. दर्द का समय और राहत कैसे मिलती है – गैस का दर्द कुछ मिनटों से लेकर 1 से 2 घंटे तक रह सकता है और जैसे ही गैस डकार या मल के रूप में बाहर निकलती है तो दर्द में राहत मिल जाती है. यह दर्द टुकड़ों में आता है और चला जाता है. वहीं हार्ट अटैक का दर्द आमतौर पर 15 से 20 मिनट से ज्यादा समय तक रहता है और शरीर को आराम देने पर भी इसमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. दर्द लगातार बना रहता है और बढ़ता है, यह खतरे का संकेत हो सकता है. 

    3. दोनों के लक्षणों में फर्क – गैस की समस्या में पेट फूलना, गड़गड़ाहट, डकार और हल्की बेचैनी महसूस होती है. इसमें आमतौर पर पसीना नहीं आता, ना ही चक्कर आते हैं. हार्ट अटैक में कुछ खास लक्षण होते हैं जैसे ठंडा पसीना आना, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, मतली, कमजोरी और कुछ मामलों में बेहोशी तक हो सकती है. महिलाओं को पेट में दर्द, असामान्य थकान और सिरदर्द जैसे अलग लक्षण भी हो सकते हैं. 

    कैसे करें इससे बचाव? 

    गैस या हार्ट अटैक, दोनों ही स्थितियों से बचने के लिए लाइफस्टाइल में थोड़े बहुत बदलाव करना बहुत फायदेमंद हो सकता है. गैस से बचने के लिए एक बार में बहुत ज्यादा ना खाएं. बीन्स, कोला, मसालेदार चीजों से परहेज करें. समय पर खाना खाएं, स्ट्रेस कम करें और धीरे-धीरे खाएं. इसके अलावा हार्ट अटैक से बचने के लिए रोजाना थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करें, धूम्रपान छोड़ें, वजन कंट्रोल रखें, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएं, तनाव को कम करने की कोशिश करें, ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और नींद पूरी लें. 

    अगर सीने में भारी दबाव हो, दर्द हाथ या जबड़े की ओर जा रहा हो, सांस लेने में दिक्कत हो रही हो, पसीना आ रहा हो या चक्कर महसूस हो रहे हों तो तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें और खुद गाड़ी चलाकर हॉस्पिटल जाने की कोशिश ना करें. समय पर इलाज मिलने से हार्ट को नुकसान से बचाया जा सकता है. वहीं, गैस के दर्द में आमतौर पर आपातकालीन इलाज की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर दर्द लगातार हो, बहुत ज्यादा तेज हो, उल्टी या बुखार भी हो, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है. 

    यह भी पढ़ें Chronic Heart Failure Symptoms: रात में सोते-सोते क्यों रुक जाती है दिल की धड़कन? इन साइलेंट लक्षणों को कभी न करें इग्नोर
     
    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

    Check out below Health Tools-
    Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

    Calculate The Age Through Age Calculator

    We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.