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  • बिहार चुनाव: 'इसमें कोई दो राय नहीं है कि…', महागठबंधन में CM फेस पर कांग्रेस सांसद का बड़ा बयान

    बिहार चुनाव: 'इसमें कोई दो राय नहीं है कि…', महागठबंधन में CM फेस पर कांग्रेस सांसद का बड़ा बयान

    बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर भी चर्चा हो रही है. इस बीच कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव ही हैं. 

    सीएम फेस को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, ”कोई तकलीफ नहीं है. सीएम फेस तेजस्वी यादव हैं, इसमें कहां कोई दो राय है?” उन्होंने ये भी कहा कि इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन के बाद ही कैंपेन और सबकुछ होता है.

    Patna, Bihar: Congress MP Akhilesh Prasad Singh, on the chief ministerial face for the Bihar elections, said, “The CM face is Tejashwi Prasad Yadav. Where is the doubt in that?” pic.twitter.com/rSkSCG6hkr

    सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार चुनाव में कांग्रेस को कम सीटें मिलने पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “हमें मुकेश सहनी जी को एडजस्ट करना था और उन्हें उचित सम्मान देना था, ऐसे में कुछ इधर-उधर करना पड़ता है और इसलिए हमलोगों ने कुछ सीटें कम कर ली.”

    Patna, Bihar: Congress MP Akhilesh Prasad Singh, on Congress getting fewer seats in the Bihar elections, said, “We had to adjust Mukesh Ji and give him due respect, so we reduced a few seats for that reason.” pic.twitter.com/rucIKXS3ps

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार (17 अक्टूबर) को पहले चरण के नामांकन का आखिरी दिन है. इस बीच महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फाइनल फॉर्मूले का औपचारिक ऐलान अभी तक नहीं किया गया है. सूत्रों के मुताबिक कुछ सीटों पर अभी भी घटक दलों के बीच मतभेद हैं. हालांकि  कांग्रेस और आरजेडी अपने-अपने कैंडिडेट को सिंबल बांट रही है.

    उधर, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी की वजह से महागठबंधन में उलझनें और बढ़ी हुई हैं. सूत्रों की मानें तो मुकेश सहनी अपनी पसंद की कुछ सीटों को लेकर अड़े हुए तो हैं ही, साथ ही वो डिप्टी सीएम पद के लिए अपने नाम की घोषणा भी चाहते हैं. हालांकि तेजस्वी यादव उनकी मांगों से सहमत नहीं बताए जा रहे हैं.

    बिहार में 243 सीटों पर दो फेज में मतदान है. पहले फेज में 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, वहीं दूसरे फेज में 11 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.

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  • नंबर-1 बनने की रेस में होंडा, TVS और रॉयल एनफील्ड पीछे, जानें किस कंपनी ने मारी बाजी

    नंबर-1 बनने की रेस में होंडा, TVS और रॉयल एनफील्ड पीछे, जानें किस कंपनी ने मारी बाजी

    भारत का टू-व्हीलर मार्केट सितंबर 2025 में नए शिखर पर पहुंच गया है. त्योहारी सीजन की शुरुआत, ग्रामीण इलाकों में बढ़ी मांग और नए मॉडल लॉन्च की वजह से बाइक्स और स्कूटर्स की बिक्री में तगड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस महीने देश में कुल 24.58 लाख टू-व्हीलर्स (घरेलू + इंपोर्ट) बिके हैं, जो अगस्त 2025 की तुलना में 14.37% ज्यादा और सितंबर 2024 के मुकाबले 7.85% की ग्रोथ को दिखाता है, लेकिन सबसे बड़ा सरप्राइज- Honda जैसी बड़ी कंपनी का पिछड़ना और Hero MotoCorp का फिर से नंबर-1 की पोजीशन पर अपना दबदबा कायम रखना रहा.

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  • ’20 सालों में बिहार में सबसे बड़े बहुमत से बनेगी NDA सरकार’, सारण में बोले अमित शाह

    ’20 सालों में बिहार में सबसे बड़े बहुमत से बनेगी NDA सरकार’, सारण में बोले अमित शाह

    बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार 20 में सबसे बड़े बहुमत के साथ बिहार में सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई लालू के जंगलराज के खिलाफ है. नीतीश कुमार ने पिछले 20 सालों में बिहार को जंगल राज’ से मुक्त कराया. हम नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं.’

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को बिहार के सारण जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत में अमित शाह ने सभी लोगों को अभिवादन करते हुए कहा, ‘जनसभा में आए हुए सभी माताओं-बहनों और आप सभी लोगों को मेरा प्रणाम, राम राम. जनसभा में आए आप सभी लोग NDA सरकार की संकल्पना लीजिए. क्योंकि जिस प्रचार की शुरुआत सारण से होती है, उसकी विजय ही विजय होती है.’

    बिहार में हर आदमी 4-4 बार दिवाली मनाएगा- शाह

    छपरा के तरैया विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘20 साल पहले लालू-राबड़ी के जंगलराज को याद करने के लिए छपरा सारण की भूमि है. इस बार बिहार में हर आदमी चार-चार बार दिवाली मनाएगा. पहली दिवाली जब प्रभु राम वनवास समाप्त करके अयोध्या लौटे थे वह मनांयेंगे. दूसरी दिवाली जब हर जीविका दीदी के खाते में 10 हजार रुपये भेजे गए थे. तीसरी दिवाली जब हर देशवासी GST बचत उत्सव मना रहा है और चौथी और भव्य दिवाली जब 14 नवंबर को भारी बहुमत से NDA की सरकार बनेगी और यहां पर लालू-राहुल कंपनी का सूपड़ा साफ हो जाएगा.’

    ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बोले अमित शाह

    बिहार में अमित शाह ने दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के राज में आतंकवादी खून की होली खेलते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने ऑपरेशन सिंदूर किया. इस ऑपरेशन के माध्यम से हमने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी शिविरों को तबाह किया और आतंकियों को मार गिराया.

    उन्होंने कहा, ‘आप सभी बताइए कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए या नहीं बनना चाहिए? पीएम मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाया और अब पुनौरा धाम में भी माता सीता का भव्य मंदिर बन रहा है. पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार में बहुत विकास का कार्य किया है. लालू राज में यहां अपराध, पलायन और हिंसा होती थी. लेकिन NDA सरकार ने बिहार से पलायन को सफलतापूर्वक रोका है.

    बिहार की जनता लालू-राहुल कंपनी का जंगलराज वापस नहीं आने देगी- शाह

    केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘मैंने अभी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सूची देखी है. RJD ने शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट दिया है, आप सभी बताइए क्या लालू के राज में बिहार सुरक्षित रह सकता है क्या? बिहार को सुरक्षित रखना है तो मोदी जी और नीतीश जी की जोड़ी को फिर से जिताना है.’ अगर इस मंडल की एक भी सीट उनको गई, तो यहां फिर जंगलराज आ जाएगा. आप सभी हमें भरोसा दीजिए हम लालू प्रसाद और राहुल कंपनी का जंगलराज कभी वापस नहीं आने देंगे. इतनी बड़ी संख्या में आए हुए आप सभी का विश्वास यह दिखाता है कि बिहार में फिर से इस बार NDA की सरकार बनने जा रही है.’

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  • मोहसिन नकवी ने कहां छिपा रखी है एशिया कप ट्रॉफी? टीम इंडिया को कब तक मिल पाएगी; आ गया ताजा अपडेट

    मोहसिन नकवी ने कहां छिपा रखी है एशिया कप ट्रॉफी? टीम इंडिया को कब तक मिल पाएगी; आ गया ताजा अपडेट

    भारतीय टीम को एशिया कप चैंपियन बने करीब 3 सप्ताह पूरे होने को हैं. फाइनल में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर कुल नौवीं बार एशिया कप चैंपियन होने का तमगा हासिल किया था. मगर इतने दिन बीत जाने के बाद भी ट्रॉफी भारतीय टीम को नहीं मिल पाई है. दरअसल फाइनल मुकाबले के बाद ACC और PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi Asia Cup Trophy) ट्रॉफी अपने साथ लेकर चले गए थे. अब जानिए आखिर ट्रॉफी कहां पर रखी है?

    क्रिकबज में छपी एक रिपोर्ट अनुसार एशिया कप ट्रॉफी अभी दुबई स्थित एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के ऑफिस में रखी है. मगर टीम इंडिया को ट्रॉफी कब तक मिल पाएगी, इस पर कुछ कह पाना अभी मुश्किल है.

    30 सितंबर को दुबई में एशियाई क्रिकेट काउंसिल की बैठक हुई थी, जिसमें तय किया गया कि टेस्ट खेलने वाले पांच एशियाई देशों के बोर्ड ट्रॉफी विवाद पर विचार-विमर्श करके इसका हल निकालेंगे. ये पांच देश भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान हैं. ये बैठक अगले महीने की शुरुआत में होगी, उसी समय ICC की मीटिंग भी होनी है.

    बताया जा रहा है कि मोहसिन नकवी इस मीटिंग में नहीं आते हैं तो विवाद ज्यादा बढ़ जाएगा. इसी साल जुलाई में उन्होंने आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में भाग नहीं लिया था. एशियाई क्रिकेट काउंसिल में कुछ लोगों का मानना है कि जल्द होने वाली इस मीटिंग में भी नकवी अपनी जगह किसी को प्रतिनिधि बनाकर भेज सकते हैं.

    इसी रिपोर्ट के मुताबिक एक बीसीसीआई ऑफिशियल का कहना है कि अभी मीटिंग में कुछ समय बाकी है और इस समय में बोर्ड अपने अगले फैसले पर विचार करेगा. आपको याद दिला दें कि हाल ही में ACC चेयरमैन मोहसिन नकवी ने फरमान जारी करके कहा था कि उनकी अनुमति के बिना कोई टीम इंडिया या BCCI को ट्रॉफी नहीं सौंपेगा.

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  • आयुष्मान कार्ड की खत्म हो गई लिमिट तो कैसे करा सकते हैं इलाज, जान लें जरूरी बात

    आयुष्मान कार्ड की खत्म हो गई लिमिट तो कैसे करा सकते हैं इलाज, जान लें जरूरी बात

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  • दिवाली के बाद कत्लेआम कर सकती हैं कंपनियां, जानें कहां-कहां जाएंगी नौकरियां

    दिवाली के बाद कत्लेआम कर सकती हैं कंपनियां, जानें कहां-कहां जाएंगी नौकरियां

    दिवाली की रौनक खत्म होते ही कॉर्पोरेट सेक्टर में माहौल डराने वाला होता जा रहा है. एक तरफ कंपनियां त्योहारों पर मुनाफे की रिपोर्ट पेश कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है. बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां जिन्हें कभी “ड्रीम जॉब” देने वाली जगहें कहा जाता था अब खर्च घटाने और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में निवेश के नाम पर बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही हैं.

    दुनिया की दिग्गज फूड कंपनी नेस्ले SA ने दिवाली के ठीक बाद एक बड़ा ऐलान कर दिया 16,000 कर्मचारियों की छंटनी. यह कंपनी की कुल टीम का करीब 6% हिस्सा है. इसमें लगभग 12,000 ऑफिस (व्हाइट कॉलर) और 4,000 प्रोडक्शन व सप्लाई चेन कर्मचारी शामिल हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि यह फैसला उस समय आया जब नेस्ले ने हाल की तिमाही में 4.3% की ग्रोथ दिखाई थी. यानी बिक्री बढ़ी, मुनाफा आया, लेकिन फिर भी नौकरियां जा रही हैं.

    नई CEO और कंपनी में बदलाव का दौर

    सितंबर 2025 में नेस्ले की कमान संभालने वाले फिलिप नव्राटिल ने साफ कहा “यह फैसला कठिन है, लेकिन जरूरी.” कंपनी अब खुद को तेज, स्मार्ट और ज्यादा मुनाफेदार बनाने की कोशिश में है. इस छंटनी से नेस्ले हर साल 1 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी करीब 9,000 करोड़ रुपये की बचत करना चाहती है. कंपनी का लक्ष्य है कि 2027 तक 3 बिलियन फ्रैंक तक खर्च घटाया जाए.

    सेल्स बढ़ी लेकिन मार्केट सिकुड़ा

    नेस्ले की बिक्री में बढ़ोतरी कीमत बढ़ाने से हुई, लेकिन असली चुनौती “वॉल्यूम ग्रोथ” यानी बाजार में सामान की मांग की है. बिक्री का आंकड़ा 91.35 बिलियन से गिरकर 89.54 बिलियन फ्रैंक पर आ गया है. इसका मतलब है महंगी कीमतों ने ग्राहकों को दूर किया और कंपनी को कर्मचारियों पर कैंची चलाने का बहाना मिल गया.

    भारत में असर और डर का माहौल

    हालांकि नेस्ले इंडिया ने अब तक कोई आधिकारिक छंटनी नहीं की है, लेकिन पिछले साल कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 3.9% घट चुकी है. कंपनी का कहना है कि यह ऑटोमेशन और री-स्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है.

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    अमेजन भी काटेगा नौकरियां

    नेस्ले के बाद अब अमेजन इंडिया से भी डराने वाली खबर आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपने HR डिपार्टमेंट में 15% तक कर्मचारियों की कटौती कर सकती है. इस डिपार्टमेंट को कंपनी में “पीपल एक्सपीरियंस टेक्नोलॉजी (PTX)” कहा जाता है, जिसमें दुनियाभर के 10,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं.

    AI में अरबों डॉलर निवेश, इंसान होंगे बेकार?

    कंपनी अगले साल तक AI डाटा सेंटर और क्लाउड सर्वर के लिए करीब 100 अरब डॉलर (8,900 अरब रुपये) का निवेश करने जा रही है. CEO एंडी जेस्सी ने खुद कहा है कंपनी आने वाले समय में कुछ पदों को AI से रिप्लेस करेगी.

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    रजनी उपाध्याय बीते करीब छह वर्षों से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली रजनी ने आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बचपन से ही पढ़ने-लिखने में गहरी रुचि थी और यही रुचि उन्हें मीडिया की दुनिया तक ले आई.

    अपने छह साल के पत्रकारिता सफर में रजनी ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. उन्होंने न्यूज, एंटरटेनमेंट और एजुकेशन जैसे प्रमुख वर्टिकल्स में अपनी पहचान बनाई. हर विषय में गहराई से उतरना और तथ्यों के साथ-साथ भावनाओं को भी समझना, उनकी पत्रकारिता की खासियत रही है. उनके लिए पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखना नहीं, बल्कि समाज की धड़कन को शब्दों में ढालने की एक कला है.

    रजनी का मानना है कि एक अच्छी स्टोरी सिर्फ हेडलाइन नहीं बनाती, बल्कि पाठकों के दिलों को छूती है. वर्तमान में वे एबीपी लाइव में कार्यरत हैं, जहां वे एजुकेशन और एग्रीकल्चर जैसे अहम सेक्टर्स को कवर कर रही हैं.

    दोनों ही क्षेत्र समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं और रजनी इन्हें बेहद संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ संभालती हैं. खाली समय में रजनी को संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है. ये न केवल उन्हें मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी ऊर्जा प्रदान करते हैं.

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  • Bhagwat Chapter 1 OTT Release: कब और कहां देख सकते हैं अरशद वारसी-जीतू भैया की फिल्म, वीकेंड को जाएगा मजेदार

    Bhagwat Chapter 1 OTT Release: कब और कहां देख सकते हैं अरशद वारसी-जीतू भैया की फिल्म, वीकेंड को जाएगा मजेदार

    ओटीटी पर हर हफ्ते कोई न कोई एक ऐसी फिल्म या सीरीज रिलीज होती है जो लोगों को इंप्रेस कर देती है. एक ऐसी ही सस्पेंस से भरी फिल्म आई है जिसका फैंस को बेसब्री से इंतजार था. इस फिल्म की स्टारकास्ट भी शानदार है. फिल्म में अरशद वारसी और जितेंद्र कुमार लीड रोल में नजर आए हैं. पंचायत के सचिवजी ने ऐसी एक्टिंग की है कि हर कोई चौंक गया है. इस फिल्म का नाम भागवत चैप्टर 1 है जो ओटीटी पर रिलीज हो गई है.

    पंचायत के सचिवजी कहो या जीतू भैया, ये हमेशा से पॉजिटिव रोल में ही नजर आए हैं. मगर फैंस इनको पहली बार नेगेटिव रोल में देखकर जरुर इंप्रेस होने वाले हैं. फिल्म में जितेंद्र कुमार का नेगेटिव रोल है. वहीं अरशद वारसी पुलिस वाले के किरदार में खूब जंचे हैं. आइए आपको बताते हैं इस फिल्म को कब और कहां देख सकते हैं.

    कब और कहां देखें भागवत चैप्टर 1

    अरशद वारसी और जितेंद्र कुमार की भागवत चैप्टर 1 को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर देख सकते हैं. ये फिल्म 17 अक्टूबर को रिलीज हो गई है. फिल्म के रिलीज होते ही लोगों ने इसे देखना भी शुरू कर दिया है और इसकी काफी तारीफ कर रहे हैं.

    कैसी है फिल्म

    एबीपी न्यूज ने भागवत चैप्टर 1 का रिव्यू किया है. ये एक अच्छी फिल्म है लेकिन इसका स्क्रीनप्ले थोड़ा बिखरा हुआ है, अरशद और जितेंद्र की एक्टिंग इस फिल्म को देखने लायक बनाती है, कहीं कहीं कुछ सवाल अधूरे रह जाते हैं, कुछ चीजें अचानक से हो जाती हैं और आप समझ नहीं पाते, कुछ जगह लॉजिक की कमी लगती है, आरोपी खुद अपना केस लड़ता है ये बात हजम नहीं होती, फिल्म सस्पेंस क्रिएट तो करती है लेकिन इसमें पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाती, इस कहानी पर एक वेब सीरीज भी बन चुकी है और अगर आपने वो देखी होगी तो फिर आप निराश हो सकते हैं लेकिन उसे एक फिल्म की शक्ल में देखना वक्त बचाता है, एक्टर्स का कमाल काम ही इस फिल्म को बचाता है, कुल मिलकर कुछ कमियों के बाद भी ये फिल्म देखी जा सकती है.

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  • 'अमित शाह ने जो कहा वो आधिकारिक माना जाएगा', नीतीश कुमार के CM फेस पर जीतन राम मांझी

    'अमित शाह ने जो कहा वो आधिकारिक माना जाएगा', नीतीश कुमार के CM फेस पर जीतन राम मांझी

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना स्थित उनके आवास पर शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को मुलाकात की. इस बीच एक बार फिर एनडीए में सीएम फेस को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. जेडीयू का मानना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे यह कहा जा रहा है लेकिन नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे इसकी घोषणा की जाए. इस बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम का बड़ा बयान आया है.

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “अमित शाह NDA के प्रमुख नेताओं में आते हैं और यदि उन्होंने कुछ कहा है तो उसे आधिकारिक ही माना जाएगा… लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि चुनाव से पहले नेता यानी होने वाले मुख्यमंत्री का भी नाम तय हो जाना चाहिए था. कोई दुविधा नहीं होनी चाहिए.”

    आगे कहा, “यह दुविधा महागठबंधन में है जिस वजह से आज तक उनकी लिस्ट फाइनल नहीं हो पाई है… सैभाग्यवश NDA में अब तक सब कुछ ठीक रहा है… हाल ही में मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई थी जब किसी एक पार्टी ने JDU की सीट पर अपना उम्मीदवार उतार दिया था… लेकिन अब सब कुछ ठीक हो गया है… व्यक्तिगत तौर पर मेरा विचार है कि चुनाव से पहले जनता के सामने आ जाना चाहिए कि कौन मुख्यमंत्री होंगे.”

    #WATCH | गयाजी, बिहार: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “अमित शाह NDA के प्रमुख नेताओं में आते हैं और यदि उन्होंने कुछ कहा है तो उसे आधिकारिक ही माना जाएगा… लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि चुनाव से पहले नेता यानी होने वाले मुख्यमंत्री का भी नाम तय हो जाना चाहिए था।… pic.twitter.com/ETDChd024b

    दूसरी ओर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा है, “गृह मंत्री जी के बयान के अलग-अलग भाग को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है. गृह मंत्री ने बार-बार कहा है कि हम बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री कौन होगा NDA विधायक दल तय करेगा. परंपरा यही रही है… गृह मंत्री की बात को पूरे संदर्भ में देखना चाहिए…”

    यह भी पढ़ें- सम्राट चौधरी पर कितने केस? कहां तक पढ़े? PK के आरोपों के बाद हलफनामा में क्या बताया? जानिए

    सक्रिय पत्रकारिता में अजीत कुमार लगभग 9 वर्षों से कार्यरत हैं. वर्ष 2016 में दैनिक जागरण समाचार-पत्र से इन्होंने ट्रेनी सब-एडिटर के रूप में अपनी पारी की शुरुआत पटना से की. देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों में इन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें दैनिक जागरण, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर आदि शामिल हैं.

    वर्तमान में इनका कार्यक्षेत्र बिहार है और ये एबीपी लाइव में ‘चीफ कॉपी एडिटर’ के पद पर कार्यरत हैं. एबीपी डिजिटल के बिहार सेक्शन को लीड करते हैं. बिहार की खबरों पर इनकी पैनी नजर रहती है चाहे वह राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी हुई खबरें हों या फिर अपराध या अन्य सामाजिक सरोकार की. खबरों को एंगल देने में और हेडिंग बनाने में महारथ हासिल है.

    सही समय पर निष्पक्ष रूप से कई समाचार इनके प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें कई एक्सक्लूसिव स्टोरीज भी शामिल हैं. पत्रकारिता में इन्होंने स्नातक के साथ परास्नातक तक की पढ़ाई की है. इनसे ajeetk@abpnetwork.com पर संपर्क किया जा सकता है.

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  • इंस्टाग्राम पर 1 लाख फॉलोवर और यूट्यूब पर 10 हजार सब्सक्राइबर, जानें हर महीने कितने की होगी कमाई?

    इंस्टाग्राम पर 1 लाख फॉलोवर और यूट्यूब पर 10 हजार सब्सक्राइबर, जानें हर महीने कितने की होगी कमाई?

    आज के समय में सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं रह गया, बल्कि अब यह कमाई का बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है. आपने भी कई बार सुना होगा कि कोई रील बनाकर लाखों रुपये कमा रहा है या किसी के लाखों फॉलोवर हैं. कई लोग मानते हैं कि सिर्फ फॉलोवर बढ़ने से ही मोटी कमाई होने लगती है, लेकिन असलियत कुछ अलग है. सोशल मीडिया पर कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि आपके फॉलोवर कितने एक्टिव हैं और आपका कंटेंट कितना देखा जा रहा है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इंस्टाग्राम पर 1 लाख  फॉलोवर और यूट्यूब पर 10, 000 सब्सक्राइबर होने पर कितनी कमाई होती है.

    1 लाख इंस्टाग्राम फॉलोवर पर कमाई

    इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग एजेंसी Kofluence की रिपोर्ट के अनुसार, जिन क्रिएटर्स के इंस्टाग्राम पर करीब 1 लाख फॉलोवर हैं वह माइक्रो इनफ्लुएंसर की कैटेगरी में आते हैं. ऐसे इनफ्लुएंसर एक इंस्टाग्राम रील से 60 हजार से 1.6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. वहीं यह कमाई इस बात पर निर्भर करती है की रील पर कितने व्यूज, लाइक्स और कमेंट आए हैं. अगर कंटेंट ब्रांड प्रमोशन वाला है तो रकम और भी ज्यादा मिल सकती है.

    यूट्यूब पर 10,000 सब्सक्राइबर पर कमाई

    यूट्यूब पर 10,000 सब्सक्राइबर होने का मतलब है कि चैनल धीरे-धीरे ग्रोथ कर रहा है. ऐसे में क्रिएटर आमतौर पर यूट्यूब शॉर्ट्स या वीडियो से 20 हजार से से 40 हजार रुपये तक महीना कमा सकते हैं. वहीं, यूट्यूब पर कमाई का बड़ा हिस्सा व्यूज और वॉच टाइम पर निर्भर करता है. अगर वीडियो का पर अच्छा ट्रैफिक है और चैनल पर ऐड चल रहे हैं तो स्पॉन्सरशिप और ब्रांड डील से भी कमाई बढ़ सकती है.

    इंस्टाग्राम देता है यूट्यूब से ज्यादा पैसा

    रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंस्टाग्राम से कमाई यूट्यूब के मुकाबले ज्यादा होती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि इंस्टाग्राम पर ब्रांड डायरेक्ट डील करते हैं और रील्‍स प्रमोशन के लिए मोटी रकम देते हैं. वहीं यूट्यूब पर कमाई ऐड रेवेन्यू और व्यूज पर निर्भर करती है, जो समय और कंटेंट के हिसाब से बदलती रहती है.

    छोटे इनफ्लुएंसर भी कर सकते हैं शुरुआत

    अगर आपके पास सिर्फ 10,000 सब्सक्राइबर या 50,000 से 1 लाख फॉलोवर हैं तो आप भी इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कमाई शुरू कर सकते हैं. छोटे ब्रांड्स प्रमोशन के लिए 1000 से 5000 हर पोस्ट या वीडियो पर देते हैं. ऐसे में लगातार अच्छा कंटेंट बनाने पर यह कमाई कुछ महीनो में लाखों तक पहुंच सकती है.

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    कविता गाडरी बीते कुछ साल से डिजिटल मीडिया और पत्रकारिता की दुनिया से जुड़ी हुई है. राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखने वाली कविता ने अपनी पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल से न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी में मास्टर्स और अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में की है. 
    पत्रकारिता में अपना सफर उन्होंने राजस्थान पत्रिका से शुरू किया जहां उन्होंने नेशनल एडिशन और सप्लीमेंट्स जैसे करियर की उड़ान और शी न्यूज के लिए बाय लाइन स्टोरी लिखी. इसी दौरान उन्हें हेलो डॉक्टर शो पर काम करने का मौका मिला. जिसने उन्हें न्यूज़ प्रोडक्शन के लिए नए अनुभव दिए. 

    इसके बाद उन्होंने एबीपी नेटवर्क नोएडा का रुख किया. यहां बतौर कंटेंट राइटर उन्होंने लाइफस्टाइल, करंट अफेयर्स और ट्रेडिंग विषयों पर स्टोरीज लिखी. साथ ही वह कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लगातार सक्रिय रही. कविता गाडरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्ष हैं. न्यूज़ राइटिंग रिसर्च बेस्ड स्टोरीटेलिंग और मल्टीमीडिया कंटेंट क्रिएशन उनकी खासियत है. वर्तमान में वह एबीपी लाइव से जुड़ी है जहां विभिन्न विषयों पर ऐसी स्‍टोरीज लिखती है जो पाठकों को नई जानकारी देती है और उनके रोजमर्रा के जीवन से सीधे जुड़ती है.

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  • Bengaluru Student Rape: कॉलेज में छात्रा से रेप, कांड के बाद दूसरे दिन फोन करके बोला आरोपी- गर्भनिरोधक गोलियां चाहिए क्या ?

    Bengaluru Student Rape: कॉलेज में छात्रा से रेप, कांड के बाद दूसरे दिन फोन करके बोला आरोपी- गर्भनिरोधक गोलियां चाहिए क्या ?

    बेंगलुरु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में 21 वर्षीय छात्र जीवन गौड़ा ने साथी छात्रा का रेप कर दिया. इस शर्मनाक घटना ने पूरे कर्नाटक को हिला दिया है. हालांकि, आरोपी छात्र के खिलाफ शिकायत दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने बुधवार (15 अक्टूबर 2025) गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार (10 अक्टूबर 2025) को कॉलेज परिसर के मेल टॉयलेट में हुई थी, जबकि पीड़िता ने घटना के 5 दिन बाद 15 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई.

    पुलिस के अनुसार, आरोपी जीवन गौड़ा कॉलेज का छठे सेमेस्टर का छात्र है और पीड़िता सातवें सेमेस्टर में पढ़ती है. दोनों पहले क्लासमेट रह चुके थे और एक-दूसरे को जानते थे. घटना के दिन पीड़िता कुछ सामान लेने के लिए आरोपी से मिली थी. दोपहर के लंच ब्रेक में गौड़ा ने उसे बार-बार फोन किया और आर्किटेक्चर ब्लॉक की सातवीं मंजिल पर बुलाया. वहां आरोपी ने जबरदस्ती उसे किस करने की कोशिश की, जब छात्रा लिफ्ट से निकलने लगी तो उसने उसका पीछा किया. छठी मंजिल के मेल टॉयलेट में घसीट लिया और वहां उसके साथ रेप किया.

    FIR में दर्ज रिपोर्ट

    FIR में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, घटना 1:30 बजे से 1:50 बजे के बीच हुई. आरोपी गौड़ा ने दरवाजा बंद कर दिया और छात्रा का फोन भी जब्त कर लिया. घटना के बाद उसने छात्रा को कॉल करके कथित रूप से पूछा कि क्या तुम्हें गोली ( गर्भनिरोधक मेडिसिन) चाहिए? घटना के बाद पीड़िता ने अपनी दो सहेलियों को पूरी बात बताई, लेकिन डर और टेंशन के कारण वह तुरंत शिकायत नहीं कर सकी. हालांकि बाद में अपने माता-पिता की मदद से उसने हनुमंतनगर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार के लिए दंड) के तहत दर्ज किया गया है. अगले दिन पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया. हालांकि जांच में यह सामने आया कि घटना स्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे सबूत जुटाने में दिक्कतें आ रही हैं. पुलिस अब डिजिटल और फॉरेंसिक सबूतों की जांच कर रही है. वहीं आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

    घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया

    इस घटना ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया है. कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि सिर्फ चार महीनों में 979 यौन हमले हुए हैं, जिनमें से 114 से ज्यादा मामले सिर्फ बेंगलुरु के हैं. यह सरकार की विफलता है. महिलाएं और बच्चे डर के साए में जी रहे हैं. अशोक ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) से राज्य में एक जांच समिति भेजने की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि जब तक हमारी बहनें और बेटियां असुरक्षित हैं भाजपा चुप नहीं बैठेगी. सरकार को जवाब देना होगा.”

    अब तक उस निजी इंजीनियरिंग कॉलेज ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. कॉलेज प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पष्ट नीति और जवाबदेही तय करेगा.

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