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  • भारत पर ट्रंप के टैरिफ को लेकर ऋषि सुनक बोले- ‘हर देश अपने राष्ट्रीय हितों को…’

    भारत पर ट्रंप के टैरिफ को लेकर ऋषि सुनक बोले- ‘हर देश अपने राष्ट्रीय हितों को…’

    ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ पर अपनी प्रतिक्रिया दी. सुनक ने कहा कि हर देश अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए इस पर प्रतिक्रिया देगा. इसके साथ ही उन्होंने भरोसे के आधार पर रिश्ते बनाने पर भी जोर दिया.

    उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हर देश अपने राष्ट्रीय हितों में काम करेगा और यह बिल्कुल सही भी है.’ उन्होंने लेन-देन पर आधारित राजनीति को शर्मनाक बताया और कहा कि ऐसे रिश्तों से नतीजे बहुत कम हासिल होते हैं.

    पुरानी वैश्विक व्यवस्था खत्म हो चुकी है- सुनक

    पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 में कहा, ‘जब आप अपने रिश्तों की नींव भरोसे पर रखते हैं, तो समय के साथ वे और ज्यादा मजबूत हो सकते हैं.’ सुनक ने अपने कार्यकाल के दौरान यूरोपियन यूनियन की प्रमुख उर्सुला वो डेर लियेन के साथ अपने रिश्तों का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने मिलकर ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच ब्रेक्जिट के बाद के बेहद मुश्किल मुद्दों को सुलझाया.

    इस दौरान जब भारत के अमेरिकी टैरिफ से उत्पन्न अशांति से निपटने को लेकर सवाल किया गया, तो पूर्व ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा, ‘वह पुरानी वैश्विक व्यवस्था, जिसमें मैं बड़ा हुआ, अब खत्म हो चुकी है. मुझे नहीं लगता कि वह अब वापस आएगी. लेकिन कुछ बातें स्पष्ट हैं, कि मैं मल्टीपोलैरिटी देख रहा हूं और देश अपने-अपने सामर्थ्य पर अपना फोकस केंद्रित करेंगे.’

    अमेरिका ने भारत पर लगाया 50 परसेंट टैरिफ

    अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले सामानों पर 50 परसेंट टैरिफ लागू किया है. इसमें मुख्य रूप से रूस से कच्चा तेल और गैस की खरीद के लिए सजा के तौर पर 25 परसेंट का अतिरिक्त टैरिफ भी लगाया गया है.

    वहीं, दूसरी ओर वॉशिंगटन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस कदम के पीछे तर्क दिया कि ऐसे लेन-देन रूस के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को वित्तपोषित करते हैं. जबकि भारत ने भू-राजनीतिक संरेखन के बजाए बाजार की ताकतों और राष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरतों के आधार पर रूस से कच्चे तेल और ऊर्जा की खरीद को जारी रखा है. भारत अपने नागरिकों के लिए सस्ती और सुरक्षित ऊर्जा सुनिश्चित करने के अपने अधिकार का बचाव करता आ रहा है.

    यह भी पढे़ंः ट्रंप क्या हटा देंगे चीन पर लगा टैरिफ? अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- ‘ये टिकाऊ नहीं है’

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  • दिवाली से पहले दिल्ली में ट्रैफिक का बुरा हाल, त्योहार पर ऐसी रहेगी व्यवस्था

    दिवाली से पहले दिल्ली में ट्रैफिक का बुरा हाल, त्योहार पर ऐसी रहेगी व्यवस्था

    दिल्ली एनसीआर में दिवाली से पहले ट्रैफिक का जबरदस्त जाम देखने को मिल रहा है. शुक्रवार (17 अक्टूबर) को दिल्ली की सड़कें जाम के जाल में फंसकर थम सी गईं. जहां बाजारों में खरीदारी की होड़ और घर लौटते यात्रियों की भारी भीड़ ने यातायात व्यवस्था को पूरी तरह चरमरा दिया. मध्य, दक्षिण, पूर्व, उत्तर-पश्चिम, बाहरी और उत्तरी बाहरी इलाकों में दबाव सबसे ज्यादा रहा, जबकि रिंग रोड पर ट्रैफिक रेंगता हुआ आगे बढ़ता दिखा. यात्रियों का आरोप है कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस कहीं नजर नहीं आ रही.

    सबसे दिल दहला देने वाला दृश्य कैमरे में कैद हुआ जब दो एम्बुलेंस जाम में घंटों फंसी रहीं, जिनमें से एक में महज चार दिन का नवजात था जिसके दिल में छेद होने के कारण उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाना जरूरी था, लेकिन सुस्त यातायात ने उसकी जिंदगी को दांव पर लगा दिया. मूलचंद फ्लाईओवर समेत कई अन्य जगहों पर भयंकर जाम की स्थिति रही. अब सवाल उठता है कि क्या हमारी व्यवस्था त्योहारी भीड़ को संभालने के लिए तैयार है? 

    #WATCH | Traffic congestion witnessed at Moolchand flyover in Delhi amid the Diwali rush, ahead of the festival on 20 October. pic.twitter.com/ZkB6KITKI5

    दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी शुक्रवार (17 अक्टूबर) को जाम की स्थिति रही. त्योहारी सीजन और वीकेंड के चलते हाईवे से लेकर शहर की गलियां तक हुई पैक हो गईं. हाईवे पर करीब 5 किलोमीटर तक जाम लगा रहा. गुरुग्राम से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर और दिल्ली से गुरुग्राम आने वाले रास्ते पर भारी ट्रैफिक जाम की वजह से गाड़ियां रेंगती नजर आईं.

    ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर क्या बोले एडिशनल सीपी?

    उधर, दिवाली और अन्य त्योहारों से पहले ट्रैफिक आवाजाही और अन्य व्यवस्थाओं पर एडिशनल सीपी दिनेश के गुप्ता ने बताया, “हमने अपने अधिकतम कर्मचारियों को तैनात किया है. हमारी टीम मोटरसाइकिलों से गश्त कर रही है. हमारे अधिकारी फील्ड में हैं. अधिकारी लगातार फील्ड पर नजर रख रहे हैं. हम सड़क पर खड़ी गाड़ियों को हटा रहे हैं. हम मौके पर ही चालान जारी कर रहे हैं.”

    #WATCH | Delhi: On traffic movement & arrangements ahead of Diwali and other festivals, Dinesh K Gupta, Additional CP, says, “…We have deployed our maximum staff. Our motorcycles are patrolling. Our officers are in the field. The officers are continuously monitoring the field.… pic.twitter.com/YuD2nXgnIm

    उन्होंने ये भी बताया, ”हम अपने चालान ऐप के माध्यम से अधिकतम चालान जारी कर रहे हैं ताकि लोग अपने वाहनों को गलत जगह पार्क न करें. लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कनॉट प्लेस जैसे मेन बाजारों में, हमने इन क्षेत्रों के लिए एरिया स्पेसिफिक ट्रैफिक प्लान बनाई हैं. हमने पार्किंग सुविधाएं भी स्थापित की हैं.” 

    उज्ज्वल कुमार, पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट, एक दशक से खबरों की दुनिया में सक्रिय. राजनीति और सामाजिक मुद्दों को गहराई से समझकर देश तक सटीकता से पहुँचाने में माहिर. ABP न्यूज और डिजिटल के लिए निष्पक्ष, प्रभावशाली पत्रकारिता मेरा मकसद. खाली समय में अनछुई जगहों की सैर, संगीत का आनंद और परिवार के साथ यादगार पल बिताना पसंद.

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  • अफगानिस्तान संग सीजफायर पर बढ़ी शहबाज शरीफ की टेंशन! मीटिंग को लेकर खैबर पख्तूनख्वा के CM ने दिया गच्चा

    अफगानिस्तान संग सीजफायर पर बढ़ी शहबाज शरीफ की टेंशन! मीटिंग को लेकर खैबर पख्तूनख्वा के CM ने दिया गच्चा

    पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 48 घंटे के अस्थाई सीजफायर की अवधि अब समाप्त होने जा रही है. इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ देश में राजनीतिक और प्रशासनिक मोर्चे पर अलग-थलग नजर आ रहे हैं, क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा (KP) के नए मुख्यमंत्री सुहैल अफरीदी ने उनकी उच्चस्तरीय बैठकों का बहिष्कार किया है.

    खैबर पख्तूनख्वा के सीएम ने किया बैठक का बहिष्कार
    खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सुहैल अफरीदी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की 17 अक्टूबर को होने वाली अंतर-प्रांतीय बैठक में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया. मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि जरूरी प्रतिबद्धताओं के कारण वह बैठक में उपस्थित नहीं रहेंगे. पत्र में यह भी अनुरोध किया गया कि KP की ओर से पूर्व वित्त सलाहकार मुज्जमिल असलम प्रधानमंत्री की बैठक में प्रतिनिधित्व करें. सूत्रों के अनुसार, अफरीदी इस्लामाबाद में मौजूद होने के बावजूद पीएम की अध्यक्षता वाली बैठक में शामिल नहीं हुए.

    48 घंटे का अस्थाई सीजफायर समाप्त
    अस्थाई सीजफायर 15 अक्टूबर 2025 को शाम 6 बजे शुरू हुआ था और अब यह 18 अक्टूबर को शाम 6 बजे समाप्त होने वाला है. यह सीजफायर चमन और स्पिन बोल्डक सीमा पर हुई घातक झड़पों के बाद तनाव कम करने के लिए लागू किया गया था.

    पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के कैंपों पर भी हमला किया था. यह झड़पें 2021 के बाद दोनों देशों के बीच सबसे गंभीर मानी जा रही हैं, जब तालिबान अफगानिस्तान में सत्ता में आए थे.

    यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है जब तालिबान के विदेश मंत्री भारत के दौरे पर थे. पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ही देशों के बीच सीमाओं पर तनाव अभी भी उच्च स्तर पर बना हुआ है, और राजनीतिक नेतृत्व में मतभेद इसे और जटिल बना रहे हैं.

    दोहा में हो सकती है बातचीत
    उधर, न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने अफगानिस्तानी मीडिया के सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान कतर की राजधानी दोहा में बातचीत कर सकते हैं.न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने अफगानिस्तानी मीडिया के सूत्रों के हवाले से बताया कि अफगानिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तानी पक्ष के साथ बातचीत करने के लिए दोहा जा सकता है. दोनों पक्षों की इस मुलाकात में मौजूदा युद्धविराम समझौते के संभावित विस्तार पर वार्ता होने की चर्चा हो रही है.

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  • लीवर हेल्थ के लिए इन चीजों से बचें नहीं तो लीवर डैमेज तय, अमेरिकी डॉक्टर की चेतावनी

    लीवर हेल्थ के लिए इन चीजों से बचें नहीं तो लीवर डैमेज तय, अमेरिकी डॉक्टर की चेतावनी

    हमारे शरीर में कई जरूरी अंग हैं, लेकिन लीवर एक ऐसा अंग है जो अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. यह शरीर की सफाई करने वाली फैक्ट्री की तरह काम करता है. खून को साफ करना, टॉक्सिन्स को निकालना, पोषण को पचाने में मदद करना और एनर्जी स्टोर करना इसका मुख्य काम है. लेकिन आज की बिजी और जंक फूड से भरी लाइफस्टाइल में लीवर पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ रहा है.

    2023 के आंकड़ों के मुताबिक, हर साल दुनिया भर में करीब 20 लाख लोग लीवर की बीमारियों की वजह से अपनी जान गंवाते हैं यानी हर 25 में से 1 मौत लीवर की खराबी की वजह से होती है. और यह संख्या युवाओं में लगातार बढ़ रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में ही लगभग 45 लाख लोगों को लीवर की बीमारी का पता चल चुका है. वहीं भारत में भी फैटी लीवर और लिवर सिरोसिस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में लीवर हेल्थ के लिए अमेरिकी डॉक्टर की चेतावनी भी सामने आई है, तो चलिए जानते हैं कि लीवर हेल्थ के लिए किन चीजों से बचें नहीं तो लीवर डैमेज तय है. 

    अमेरिकी डॉक्टर की चेतावनी

    इन दिनों एक बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है, जिसका नाम नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) है. यह बीमारी शराब पीने से नहीं, बल्कि खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल  से होती है. अमेरिकन लिवर फाउंडेशन के अनुसार, अमेरिका में हर चार में से एक व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है. इस बीमारी में लीवर में धीरे-धीरे फैट जमा होने लगता है, जिससे उसका कामकाज प्रभावित होता है. अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह बीमारी लीवर फेलियर या कैंसर जैसी घातक स्थिति में बदल सकती है. 

    अब तक लोगों को लगता था कि घी, मक्खन या मांस जैसे भारी-भरकम खाने लीवर के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह होते हैं. लेकिन अमेरिका के एक फेमस कार्यात्मक चिकित्सक, डॉ. एड्रियन स्जनाइडर, इससे बिल्कुल अलग राय रखते हैं.उन्होंने हाल ही में एक वीडियो में बताया कि, लीवर के लिए सबसे खतरनाक चीज कोई तेल या मांस नहीं, बल्कि  हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप है. 

    हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS) क्या है?

    HFCS एक तरह की आर्टिफिशियल शुगर होती है, जिसे आमतौर पर प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड में मिठास के लिए डाला जाता है. यह खासतौर पर कोल्ड ड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक, कुकीज, केक, कैंडी, ब्रेकफास्ट सीरियल, रेडीमेड सॉस और जूस, फ्लेवर्ड योगर्ट चीजों में पाई जाती है. डॉ. स्जनाइडर बताते हैं कि HFCS ग्लूकोज की तुलना में लीवर में बहुत तेजी से फैट में बदलता है, जिससे लीवर पर सीधा असर पड़ता है. 

    फ्रुक्टोज एक नेचुरल शुगर है जो फलों और सब्जियों में भी पाई जाती है, लेकिन आर्टिफिशियल फ्रुक्टोज जैसे HFCS या पैक्ड शुगर में आर्टिफिशियल शुगर होती है, जिससे नुकसान होता है. जब आप इस तरह की फ्रुक्टोज ज्यादा मात्रा में खाते हैं, तो यह आंतों की सेहत बिगाड़ता है, फायदेमंद बैक्टीरिया को कम करता है, लिवर में फैट स्टोर करता है, लीवर में सूजन और डैमेज का कारण बनता है. यही वजह है कि HFCS को लीवर के लिए सबसे खतरनाक माना जा रहा है. 

    लीवर की सुरक्षा के लिए क्या करें?

    डॉ. स्जनाइडर और कई अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, अगर आप अपने लीवर को लंबे समय तक हेल्दी रखना चाहते हैं, तो आपको कुछ आदतों में बदलाव करना जरूरी है.  कोल्ड ड्रिंक, पैक्ड जूस, एनर्जी ड्रिंक, केक, बिस्कुट, कैंडी, प्रोसेस्ड स्नैक्स, रेडीमेड ड्रेसिंग, चिली सॉस, टमाटर सॉस, ज्यादा मीठे दही और फ्लेवर्ड योगर्ट जैसी चीजों से बचें.  ताजे फल और सब्जियां खाएं, घर का बना ताजा खाना खाएं, ज्यादा पानी पिएं, रोजाना थोड़ी एक्सरसाइज करें, शराब और तंबाकू से दूर रहें.

    यह भी पढ़ें Diwali home cleaning hacks: धूल से एलर्जी है तो दिवाली की सफाई में न करना यह गलती, हो जाएगी मुसीबत
     
    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
     

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  • Video: महिला की घिनौनी करतूत कैमरे में कैद, साइड से गुजरती ट्रेन के लोको पायलट को मारा पत्थर

    Video: महिला की घिनौनी करतूत कैमरे में कैद, साइड से गुजरती ट्रेन के लोको पायलट को मारा पत्थर

    Video:  सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक महिला चलती ट्रेन में पत्थर हाथ में लिए खड़ी हुई है. जैसे ही दूसरी ट्रेन पास से गुजरती है, वह अचानक उस ट्रेन के लोको पायलट पर पत्थर फेंक देती है. पत्थर सीधे इंजन की खिड़की से टकराता है और लोको पायलट बाल-बाल बच जाता है. यह घटना इतनी अचानक हुई कि वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए. बताया जा रहा है कि यह वीडियो मुंबई में लोकल ट्रेन का है.

    पत्थर फेंकने के बाद महिला ने दिखाई उंगली

    वीडियो में साफ दिखाई देता है कि महिला पहले से ही कुछ गुस्से में है और ट्रेन की खिड़की के पास खड़ी है. जैसे ही दूसरी ट्रेन उसके सामने आती है, वह पत्थर जोर से फेंकती है और फिर कुछ बड़बड़ाने लगती है. उसके बाद वह दूसरी ट्रेन की ओर उंगली दिखाकर कुछ कहती नजर आती है. वीडियो रिकॉर्ड करने वाले यात्रियों ने बताया कि महिला का व्यवहार शुरू से ही अजीब था और वह बिना किसी वजह के आसपास के लोगों पर चिल्ला रही थी.

    Wtf
    pic.twitter.com/F0FpmGPZdU

    लोको पायलट ने दर्ज कराई शिकायत

    घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल ने मामले को गंभीरता से लिया है. अधिकारी वीडियो के आधार पर महिला की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. यह घटना कहां की है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. लोको पायलट की तरफ से भी शिकायत दर्ज की गई है.

    रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अगर पत्थर सीधे लोको पायलट को लगता, तो गंभीर हादसा हो सकता था. रेलवे विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि इस तरह की हरकतें बेहद खतरनाक हैं और ऐसे लोगों की जानकारी तुरंत रेलवे पुलिस को दें.

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  • विवेक ओबरॉय नेटवर्थ: अमीरी में इनके सामने रजनीकांत और अजय देवगन जैसे एक्टर्स कुछ भी नहीं, जानें कहां से होती है कमाई

    विवेक ओबरॉय नेटवर्थ: अमीरी में इनके सामने रजनीकांत और अजय देवगन जैसे एक्टर्स कुछ भी नहीं, जानें कहां से होती है कमाई

    बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय एक्टिंग की दुनिया में वो कमाल नहीं दिखा पाए जिसकी उम्मीद करते हुए वो आए थे मगर फिर भी उन्होंने बिजनेस की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली है. विवेक ओबेरॉय ने बिजनेस और इंवेस्टमेंट के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना ली है. विवेक ओबेरॉय की नेटवर्थ इतनी हो गई है कि कई बड़े सितारे भी उनके आगे फेल लगते हैं. विवेक ने हाल ही में एक खुलासा किया है कि उन्हें फाइनेंस की समझ एक छोटे से पान वाले की दुकान से मिली थी. उसी से उन्हें पैसे संभालने और इंवेस्टमेंट के बारे में सीखने को मिला था.

    पान वाले ने समझाया इंवेस्टमेंट का मतलब

    विवेक ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में अपनी जिंदगी की सीख के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि उनके कॉलेज के पास एक पान की दुकान थी. वो एक लोकल दुकानदार चलाता था. वो दुकानदार पान बेचने के साथ पैसे की छोटी-छोटी बातों पर चर्चा करता था. विवेक वहां जाकर उसके साथ निवेश, बचत और पैसा बढ़ाने के तरीके पर बात करते थे. उस दुकानदार से बात करते हुए विवेक को छोटा इंवेस्टमेंट करने और पैसे को सही तरीके से लगाने के बारे में पता चला.

    नेटवर्थ सुन लगेगा झटका

    विवेक ओबेरॉय की नेटवर्थ आज के बड़े एक्टर्स से भी ज्यादा है. फोब्स इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक विवेक ओबेरॉय की नेटवर्थ 1200 करोड़ है. जो कई बॉलीवुड एक्टर्स से कई ज्यादा है. विवेक ओबेरॉय एक्टिंग से दूर अब अपने बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं.

    अजय देवगन- रजनीकांत इनके आगे कुछ नहीं हैं

    जहां विवेक ओबेरॉय की नेटवर्थ 1200 करोड़ है वहीं अजय देवगन और रजनीकांत की नेटवर्थ उनसे बहुत ज्यादा कम है. विवेक एक्टिंग से दूर होकर भी इनसे कई ज्यादा कमा रहे हैं. जीक्यू की रिपोर्ट के मुताबिक अजय देवगन की नेटवर्थ 427 करोड़ है. वहीं रजनीकांत की नेटवर्थ की बात की जाए तो ये 430 करोड़ है. 

    ये भी पढ़ें: Films Releasing In November: नवंबर में बॉक्स ऑफिस होगा बॉलीवुड का बोलबाला! थिएटर्स में रिलीज होंगी ये 10 मूवीज

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  • ट्रंप क्या हटा देंगे चीन पर लगा टैरिफ? अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- 'ये टिकाऊ नहीं है'

    ट्रंप क्या हटा देंगे चीन पर लगा टैरिफ? अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- 'ये टिकाऊ नहीं है'

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को चीन पर लगाए गए टैरिफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. चीन और अमेरिका के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच ट्रंप ने कहा कि चीन पर लगाए गए टैरिफ टिकाऊ नहीं है.

    डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान उनके चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होने वाली संभावित मुलाकात से पहले आई है. फॉक्स बिजनेस के साथ इंटरव्यू में जब डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया गया कि क्या इस साल की शुरुआत में दोनों देशों की ओर से एक-दूसरे पर लगाए गए टैरिफ बराबर रह सकते हैं? इस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये टैरिफ टिकाऊ नहीं है. लेकिन यही आंकड़ें हैं. यह चल सकता है, लेकिन उन्होंने मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर किया.’ उन्होंने कहा, ‘वे अगले दो हफ्तों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे और उन्हें लगता है कि चीन के साथ सब कुछ ठीक हो जाएगा.’

    हमेशा बढ़त की तलाश में रहता है चीन- ट्रंप

    राष्ट्रपति ट्रंप ने फॉक्स बिजनेस से कहा, ‘चीन हमेशा बढ़त हासिल करने की कोशिश में रहता है. मुझे नहीं पता कि क्या होने वाला है. अब देखते हैं आगे क्या होगा.’ वहीं, वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच इस टैरिफ विवाद ने चीनी सामानों पर अमेरिकी इंपोर्ट टैक्स को 145 परसेंट तक पहुंचा दिया है, जिससे वैश्विक आर्थिक मंदी को लेकर आशंकाएं बढ़ गईं हैं.

    हालांकि, उन टैरिफ्स को 90 दिनों के समझौते के तहत रोक दिया गया था. चीन और अमेरिका के बीच इस समझौते को अगर बीच में नहीं बढ़ाया गया तो यह समझौते 10 नवंबर को खत्म होने वाला है.

    डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को दी धमकी

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते चीनी सामानों पर 1 नवंबर, 2025 से 100 परसेंट अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी और यहां तक कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ होने वाली संभावित मुलाकात को रद्द करने पर भी विचार किया था. दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच यह बैठक इस महीने की आखिर में दक्षिण कोरिया में होने वाले एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक को-ऑपरेशन समिट के दौरान होने की उम्मीद है.

    ट्रंप ने इंटरव्यू के दौरान शी जिनपिंग को लेकर कहा, ‘मेरा उनके साथ बहुत अच्छा तालमेल है. मुझे लगता है कि चीन के साथ सब कुछ ठीक रहेगा, लेकिन हमें एक निष्पक्ष समझौता चाहिए और यह पूरी तरह से निष्पक्ष ही होगा.’

    यह भी पढ़ेंः H-1B वीजा फीस पर बढ़ी ट्रंप की टेंशन! भड़के US चैंबर ऑफ कॉमर्स ने दर्ज कराया केस

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  • जुबली हिल्स उपचुनाव में बड़ा सियासी उलटफेर, कांग्रेस के समर्थन में आए AIMIM असदुद्दीन ओवैसी

    जुबली हिल्स उपचुनाव में बड़ा सियासी उलटफेर, कांग्रेस के समर्थन में आए AIMIM असदुद्दीन ओवैसी

    जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी नवीन यादव ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. इसी दौरान उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन मौजूद रहे, लेकिन सबसे चर्चित मोड़ तब आया, जब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी नामांकन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने यादव को खुलकर समर्थन दिया.

    हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि BRS के 10 साल के शासन में जुबली हिल्स के विकास की बुरी तरह उपेक्षा की गई है. उन्होंने कहा कि संसदीय चुनाव में BRS के 20% वोट भाजपा में परिवर्तित हो गए, जबकि 2023 के विधानसभा चुनावों में यह 35% होगा. विकास के लिए पार्टी ने कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है.

    नवीन यादव का सपोर्ट करेगी AIMIM 

    नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने नवीन यादव का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी और जनता के विश्वास पर खरी उतरेगी.

    इस बीच, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का प्रदर्शन राजनीतिक तौर पर काफी अहम माना जा रहा है. उन्होंने नामांकन स्थल पर ही नवीन यादव से मुलाकात की और उन्हें जुबली हिल्स उपचुनाव जीतने के लिए शुभकामनाएं दीं. ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि वह यादव के पक्ष में हैं और उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे.

    AIMIM के समर्थन के साथ नवीन यादव की स्थिति मजबूत 

    विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस और AIMIM के बीच यह नजदीकी तेलंगाना के बदलते राजनीतिक घटनाक्रम को दर्शाती है. यह मुलाकात आगामी चुनावों के लिए विपक्षी एकता की कोशिशों के तौर पर भी देखी जा रही है, जिससे राज्य की सियासत में नए समीकरण बन सकते हैं. ओवैसी के समर्थन के बाद नवीन यादव की स्थिति मजबूत हुई है और जुबली हिल्स का चुनावी मुकाबला और भी रोचक हो गया है.

    ये भी पढ़ें:- ब्रह्मोस की पहली खेप लखनऊ यूनिट से होगी रवाना, रक्षा मंत्री और CM योगी दिखाएंगे हरी झंडी

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  • क्या NDA की तरफ से नीतीश कुमार ही CM फेस? पटना पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य बोले- 'इस बार…'

    क्या NDA की तरफ से नीतीश कुमार ही CM फेस? पटना पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य बोले- 'इस बार…'

    बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सियासी संग्राम जारी है, राजनीतिक दलों के नेता जनता के बीच पहुंचकर चुनावी घोषणाओं की बौछार कर रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार में एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री के फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है.
     
    बिहार की राजधानी पटना पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “पहले एनडीए की हवा चल रही थी, फिर आंधी चल रही थी, अब एनडीए की सुनामी चल रही है.” केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि, बिहार में 2025 में हम लोग 2006 दोहराने की स्थिति की ओर बढ़ गए है.

    केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “बिहार देश की राजनीति की मिसाल बनेगा, बिहार का संदेश पूरे देश में जाएगा.” कहा कि, जंगल राज कोई नहीं चाहता है, गुंडाराज कोई नहीं चाहता है, माफिया राज कोई नहीं चाहता है. सबका साथ-सबका विकास एनडीए कर रहा है.

    बिना नाम लिए विपक्षी दलों का पर निशाना साधते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, कुछ का साथ-परिवार का विकास, कुछ का साथ गुंडों का विकास, कुछ का साथ नौकरी देकर जमीन लिखाने वालों का विकास करने वालों को, बिहार की जनता ने नकार दिया है.

    यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, उन्होंने कहा, “क्यों? क्या आप उन्हें हटाने वाले हैं?” केशव प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए जीतेगा तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में जीतेगा और नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे.

    केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा है कि, आपसे आग्रह है कि एनडीए के प्रत्याशियों को इतने भारी मतों से विजयी बनाएं कि भ्रष्टाचारी महा-ठगबंधन के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो जाए. 

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