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    विराग गुप्ता का कॉलम:डिजिटल इंडिया में स्वदेशी को बढ़ावा देने के तीन उपाय

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    • Virag Gupta’s Column Three Ways To Promote Swadeshi In Digital India

    5 मिनट पहले
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    विराग गुप्ता सुप्रीम कोर्ट के वकील

    आईआईटी की पढ़ाई और अमेरिका के अनुभव के बाद श्रीधर वेम्बू ने डिजिटल इंडिया में स्वदेशी का शंखनाद किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी सरकारी दफ्तरों में जोहो के ऑफिस सुइट के इस्तेमाल का निर्देश दिया है। इसमें वर्ड, नोट टेकिंग और वेब कांफ्रेंसिंग की सुविधाएं शामिल हैं। उनकी सफलता से माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी विदेशी कंपनियों पर भारत की निर्भरता सांकेतिक तौर पर कम हो सकती है।

    पीएमओ समेत कई मंत्रियों और 12 लाख सरकारी अधिकारियों के जोहो में ईमेल खाते शुरू हो गए हैं। वॉट्सएप के विकल्प के तौर पर बनाए गए जोहो के अरट्टई स्वदेशी मैसेजिंग एप की भी सराहना जा रही है। लेकिन आत्मनिर्भर भारत को सफल बनाने के लिए कानून सम्मत सहयोग की भी जरूरत है।

    1. पब्लिक रिकॉर्ड्स एक्ट का पालन : पब्लिक रिकॉर्ड्स एक्ट 1993 के कानून के अनुसार सरकारी ईमेल को विदेशी सर्वर में रखना गंभीर अपराध है। इस कानून को लागू करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने 2014 में राष्ट्रीय ईमेल नीति बनाई थी। उसके अनुसार केंद्र के 45 लाख कर्मचारियों को सरकारी कामकाज में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) का इस्तेमाल करना था, लेकिन उसका अभी तक पालन नहीं हुआ। उसके बाद गृह मंत्रालय ने साइबर सुरक्षा के लिए गाइडलाइन जारी की।

    उसके अनुसार नियमित कर्मचारियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ, सलाहकार और थर्ड पार्टी स्टाफ सभी पर सरकारी ईमेल के नियम लागू होने चाहिए। कहा जा रहा है कि 12 लाख सरकारी कर्मचारी अब जोहो ईमेल का इस्तेमाल करेंगे। लेकिन शेष सरकारी अधिकारी अभी भी जीमेल जैसी विदेशी सेवा का गैरकानूनी इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? केंद्र और राज्य के लगभग तीन करोड़ सरकारी कर्मचारियों पर स्वदेशी ईमेल का नियम लागू हो तो जोहो जैसी कंपनियों को कारोबारी सफलता मिलने के साथ साइबर सुरक्षा भी बढ़ेगी।

    2. राज्यों का डबल इंजन : संविधान की सातवीं अनुसूची के अनुसार टेलीकॉम, साइबर और आईटी से जुड़े विषय केंद्र सरकार और संसद के अधीन हैं। राज्यों के पास भूमि, पुलिस, श्रम, राजस्व और नगर प्रशासन से जुड़े विषयों पर अधिकार हैं। आंध्र प्रदेश में गूगल और अदाणी के सबसे बड़े डाटा सेंटर में चार सालों में 15 अरब डॉलर के निवेश के साथ लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। गृह राज्य मंत्री के संसद में दिए गए जवाब के अनुसार साइबर अपराधों से जुड़े मामलों में राज्य सरकारों को कार्रवाई का अधिकार है।

    लेकिन वर्तमान कानूनी व्यवस्था और आईटी इंटरमीडिएरी नियमों में प्रस्तावित संशोधनों से फील्ड अधिकारियों के अधिकारों में कटौती हो सकती है। कानून के तहत अगर थानेदार को एफआईआर दर्ज करने का अधिकार है तो फिर नियम तोड़ने वाली टेक कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी पुलिस और राज्य प्रशासन के पास पर्याप्त अधिकार होने चाहिए।

    3. डेटा चोरी पर रोक : ई-कॉमर्स व ड्राइविंग के लिए गूगल मैप अब सबकी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। उसके जवाब में बनाए गए भारतीय एप मैपल्स की आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सराहना की है। एप को डाउनलोड करने के साथ टेक कंपनियां एकतरफा तौर पर मोबाइल का अधिकांश डेटा हासिल कर लेती हैं।भारत में वॉट्सएप के 85 करोड़, इंस्टाग्राम के 48 करोड़ और फेसबुक के 38 करोड़ यूजर्स हैं, जिनके डेटा का मेटा कंपनी एकीकृत तरीके से व्यावसायिक इस्तेमाल कर रही है। भारत की अदालत एनक्लेट (NCLAT या नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल) में वॉट्सएप ने करोड़ों यूजर्स के बहुमूल्य डेटा पर अधिकार का दावा किया है। डेटा की ताकत से मालामाल गूगल, एपल और मेटा कंपनियों के सामने जोहो और मैपल्स जैसी स्वदेशी कंपनियों का व्यावसायिक तौर पर टिकना मुश्किल हो सकता है।

    डेटा को गैर-कानूनी तरीके से विदेश ले जाने के आरोप में टिकटॉक और पब्जी जैसे 224 चीनी एप्स पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगाया था। डेटा के गैरकानूनी कारोबार से विदेशी कंपनियों के मालामाल होने के साथ देश की सुरक्षा और सार्वभौमिकता खतरे में पड़ रही है। इसे रोकने के लिए 2023 में बनाए गए डेटा सुरक्षा कानून को तुरंत प्रभाव से लागू करने की जरूरत है। केंद्र के अफसर और मंत्री सरकारी कामकाज और विज्ञापनों में विदेशी एप्स के इस्तेमाल को बंद करें तो सही अर्थों में जोहो जैसे स्वदेशी एप्स के साथ आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा मिलेगा।

    • वॉट्सएप ने करोड़ों यूजर्स के बहुमूल्य डेटा पर अधिकार का दावा किया है। डेटा की ताकत से मालामाल गूगल, एपल और मेटा कंपनियों के सामने जोहो और मैपल्स जैसी स्वदेशी कंपनियों का व्यावसायिक तौर पर टिकना मुश्किल हो सकता है।

    (ये लेखक के अपने विचार हैं।)

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  • डेरेक ओ ब्रायन का कॉलम:एक तरफ बेरोजगारी है और दूसरी तरफ लाखों खाली पद

    डेरेक ओ ब्रायन का कॉलम:एक तरफ बेरोजगारी है और दूसरी तरफ लाखों खाली पद

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    • Derek O’Brien’s Column Unemployment On One Side And Millions Of Vacant Posts On The Other

    5 मिनट पहले
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    डेरेक ओ ब्रायन, राज्यसभा में टीएमसी के नेता

    मैं पिछले छह सालों से यह कॉलम लिख रहा हूं, लेकिन यह पहली बार है जब मैं एक ही विषय पर लगातार दो कॉलम लिख रहा हूं। एक पखवाड़े पहले इस कॉलम का विषय था- निजी क्षेत्र में बेरोजगारी। इस हफ्ते, हम सार्वजनिक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हैं। युवा बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है। देश की सबसे बड़ी नियोक्ता- यानी सरकार ने लाखों पदों को नहीं भरा है।

    सरकारी विभागों में रिक्त पदों की संख्या पर करीब नजर डालने पर एक बिल्कुल अलग कहानी सामने आती है। शिक्षकों और डॉक्टरों से लेकर वैज्ञानिकों और सुरक्षाकर्मियों तक- कर्मचारियों की कमी से हर क्षेत्र ग्रस्त है। इससे न केवल रोजगार का संकट पैदा हुआ है, बल्कि सुप्रशासन में भी रुकावट आती है। केवल एक उदाहरण लें : रेलवे की ही 64,000 रिक्तियों के लिए दो करोड़ लोगों ने आवेदन किया था!

    शिक्षा : इस क्षेत्र में तो रिक्तियों की समस्या बहुत ही अधिक गंभीर है। जरा इन आंकड़ों पर गौर करें। केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय में 12,000 से ज्यादा पद खाली हैं। यूडीआईएसई+ रिपोर्ट 2024-2025 के अनुसार, एक लाख से ज्यादा स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। इसके अलावा, केंद्रीय विश्वविद्यालय भी रिक्तियों से जूझ रहे हैं- हर चार में से एक पद खाली है। जैसा कि एक संसदीय समिति ने उजागर किया है, इस कमी ने संकाय-छात्र अनुपात और शिक्षण की गुणवत्ता, दोनों को प्रभावित किया है।

    रिसर्च : रिक्तियों की समस्या अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) के क्षेत्र तक फैली हुई है। कुछ उदाहरण देखें। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए चार में से एक से ज्यादा पद रिक्त हैं, जबकि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) में वैज्ञानिकों के लिए लगभग पांच में से दो पद रिक्त होने के कारण रिक्तियों की दर और भी ज्यादा है। इसका सीधा असर यह होता है कि भारत इनोवेशन, वैज्ञानिक शोधपत्रों और पेटेंट के मामले में अमेरिका और चीन जैसे देशों से पीछे है।

    स्वास्थ्य सेवा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दस में से सात विशेषज्ञ पद रिक्त हैं, जबकि डॉक्टरों के पांच में से एक पद रिक्त हैं। एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान भी फैकल्टी की कमी से जूझ रहे हैं। 20 कार्यरत एम्स में पांच में से दो पद रिक्त हैं। इससे न केवल इलाज पर असर पड़ता है, स्वास्थ्यकर्मियों पर भी बोझ पड़ता है।

    नागरिक उड्डयन और रेलवे : आसमान में बादल छाए हुए हैं और हालात को पटरी पर लाने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है! डीजीसीए में दो में से एक पद रिक्त है। एक संसदीय समिति ने इसे भारत की सुरक्षा निगरानी प्रणाली के मूल में गंभीर कमजोरी बताया है। इसके अलावा, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स गिल्ड ने नियंत्रकों की लगातार कमी पर चिंता जताई थी, जिस कारण महत्वपूर्ण परिचालन इकाइयां बंद हो रही हैं और आपातकालीन प्रतिक्रियाएं बाधित हो रही हैं। वहीं हाल ही में प्रकाशित एनसीआरबी की रिपोर्ट से पता चलता है कि 2023 में रेल दुर्घटनाओं में उससे पिछले वर्ष की तुलना में 6.7% की वृद्धि हुई। रेलवे में अकेले सुरक्षा श्रेणी में ही 1.5 लाख से ज्यादा पद खाली हैं।

    राष्ट्रीय सुरक्षा : इसमें अपने अडिग रवैये को लेकर सरकार बहुत गर्व करती है। लेकिन जमीनी हकीकत क्या है? एनआईए में स्वीकृत पदों में से दस में से तीन पद रिक्त हैं, जिससे प्रभावी जांच में बाधा आ रही है। अर्धसैनिक बलों- जिनका कार्यक्षेत्र सीमा सुरक्षा भी है- में वर्तमान में एक लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा में कमी आती है और मौजूदा बलों पर दबाव बढ़ता है, जिससे कर्मियों में आत्महत्या और हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हो रही है।

    वैधानिक प्राधिकरण : सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार संस्थाएं भी रिक्तियों की समस्या से अछूती नहीं। इस स्तंभकार द्वारा हाल में संसद में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में सरकार ने स्वीकारा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के पद रिक्त हैं। इसी प्रकार, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में उपाध्यक्ष और एक सदस्य (कुल दो में से) के पद मार्च 2024 से ही रिक्त हैं।

    मंत्रालय और विभाग : स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग में एक-चौथाई कर्मचारियों की कमी है, जबकि प्रत्यक्ष कर बोर्ड और अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड जैसे निकायों में क्रमशः 34% और 26% की रिक्तियां हैं। जबकि किसी ने तो सालाना दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था! जैसा कि रोमन कवि ओविड ने कहा है, ‘वादों के मामले में हर कोई करोड़पति है!’

    • मानसून सत्र के दौरान सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र में रिक्तियों का आंकड़ा लगभग 15 लाख बताया था। खाली पदों को भरें। नौकरियों को हकीकत में बदलें। समय आ गया है कि ‘विकसित भारत’ को ‘फिक्स-इट भारत’ में बदलें।

    (ये लेखक के अपने विचार हैं। इस लेख की सहायक शोधकर्ता अंजना अंचायिल हैं।)

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  • एन. रघुरामन का कॉलम:स्वच्छ पानी भी अब फाइन डाइनिंग अनुभव का हिस्सा बन चुका है

    एन. रघुरामन का कॉलम:स्वच्छ पानी भी अब फाइन डाइनिंग अनुभव का हिस्सा बन चुका है

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    • N. Raghuraman’s Column Clean Water Is Now Part Of The Fine Dining Experience

    5 मिनट पहले
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    एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु

    जब भी आप किसी अच्छे होटल में जाते हैं तो वे आम तौर पर आपको दो मेनू कार्ड देते हैं- एक भोजन और दूसरा लिकर के लिए। जो दूसरा मेनू नहीं चाहते, वे उसे वेटर को लौटा देते हैं। लेकिन हॉस्पिटैलिटी उद्योग में नया मेनू कार्ड आ चुका है, जिसे ‘वॉटर मेनू कार्ड’ कहते हैं। जी हां, सही पढ़ा। ये न्यूयॉर्क के दर्जन भर से अधिक रेस्तरां में पहले ही हैं और क्रिसमस व नए साल के जश्न से पहले संभवत: और अधिक रेस्तरां मालिक इन्हें शामिल कर लेंगे।

    मैं इसी मेनू कार्ड से शुरुआत करता हूं।यह एक विस्तृत पुस्तक है, जिसमें हर प्रकार के पानी के ओरिजिन और फ्लेवर प्रोफाइल का विस्तार से विवरण होता है। कुछ की शुरुआत ‘लोकल टैप वॉटर’ से होती है, जो मुफ्त है। इसी मेनू में ऑस्ट्रेलिया, आर्मेनिया और जॉर्जिया के स्पार्कलिंग वॉटर भी होते हैं, जिनकी कीमत 11 से 13 डॉलर है। यानी किसी की भी कीमत एक हजार रुपए प्रति लीटर से कम नहीं। लोग इसे खरीद रहे हैं, क्योंकि मेजबान द्वारा फाइन डाइनिंग अनुभव के तौर पर इसे मेहमान के लिए पेश किया जाता है।

    इसी कारण हर रेस्तरां केवल पानी बेच कर ही तकरीबन एक लाख डॉलर की कमाई करता है। हमने अधिकतर रेस्तरां में ‘रेस्तरां एंड बार’ की टैगलाइन देखी है, लेकिन इन रेस्तरां में अब नई टैगलाइन है- ‘फाइन-वॉटर रेस्तरां’। इन रेस्तरां के वेटर्स यह कहने के लिए प्रशिक्षित किए जा रहे हैं कि ‘सर/मैडम, पानी की यह बोतल इतनी स्मूद और स्वाद से भरपूर है कि आप इसे बार-बार लेना पसंद करेंगे।’ और जिस पानी की बोतल की वो सिफारिश करते हैं, वह मेनू कार्ड में 11 डॉलर (लगभग 1,000 रुपए) की कीमत वाली होती है। H2O हर जीवन का जरूरी तत्व है- चाहे वह इंसान हो या कोई और।

    लेकिन दशकों से जल उत्पादक इसे कुछ और अधिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं- स्वाद की सामग्री। वाइन टेस्टिंग की तरह ही एक जल विशेषज्ञ प्लेटफॉर्म ‘फाइन वाटर्स’ के संस्थापक माइकल माशा ने 2006 में लोगों को पानी के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना शुरू किया। 2018 तक वे दुनिया की ऐसी जगहों पर सैकड़ों लोगों को प्रशिक्षित कर चुके थे, जहां अमीर लोग रहते हैं।जिस प्रकार आपके, मेरे जैसे लोग अलग-अलग वाइन परोसे जाने पर अजीब महसूस नहीं करते, वैसे ही नए अमीर लोगों को अलग-अलग पानी ऑफर करने पर अनोखा महसूस नहीं होता। बहुत से लोग शायद इसे तुरंत ना भी खरीदें।

    लेकिन अलग तरीके से पानी बेचने का विचार धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। किसे पता भविष्य में ऐसे रेस्तरां हों, जो केवल उन लोगों के लिए ही हों, जो पानी खरीद सकते हैं।सोच रहे हैं कि इनमें से कौन-सा पानी सबसे लोकप्रिय हो सकता है? हालांकि यह इस पर निर्भर है कि वेटर कितनी बेहतरी से किसी बोतल को रिकमेंड करता है, लेकिन इस पर भी निर्भर है कि लेबल पर क्या लिखा है। सबसे लोकप्रिय पानी की बोतल है- ‘एंटीपोड्स’।

    कथित तौर पर यह पानी न्यूजीलैंड के गहरे दबाव वाले एक्युफर से आता है और यह ‘स्मूद और गटकने में आसान’ है। दुनिया का सबसे बड़ा वॉटर मेनू ‘ओ बार डो लिटॉन’ में मिलता है, जो स्पेन के गैलिसिया का एक रेस्तरां है और यह 33 देशों के 150 से ज्यादा प्रकार के पानी ऑफर करता है। यूके, डेनमार्क और इटली के रेस्तरां उनके खुद के खोजे गए पानी परोसते हैं।

    यहां के वेटर सलाह देते हैं कि इसमें बर्फ या नींबू नहीं डालें, क्योंकि वे पानी को एक बेहतरीन वाइन की तरह मानते हैं। सबसे महंगा पानी 95 डॉलर (8 हजार रुपए से कुछ ज्यादा) कीमत वाला कनाडा का बर्ग वॉटर है। इसे 15 हजार साल पुराने हिमखंड से निकाला जाता है। मेनू में दावा किया जाता है कि इसका स्वाद ‘प्राचीन बर्फ और हवा’ जैसा है।

    फंडा यह है कि आसपास के हर जलस्रोत को यथासंभव साफ रखिए, ताकि लोग धरती के इस सबसे महत्वपूर्ण पेय को इतना दुर्लभ और महंगा न बना दें कि वे हमें इस आधार पर ही अमीर-गरीब की श्रेणी में बांट दें कि हम कौन-सा पानी पीते हैं।

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  • स्मृति मंधाना ने ठोका तूफानी शतक, लगा दी रिकॉर्ड्स की झड़ी; सबसे ज्यादा सेंचुरी लगाने में अब दूसरे नंबर पर

    स्मृति मंधाना ने ठोका तूफानी शतक, लगा दी रिकॉर्ड्स की झड़ी; सबसे ज्यादा सेंचुरी लगाने में अब दूसरे नंबर पर

    ICC Women’s World Cup 2025 INDW Vs NZW: भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप में आज गुरुवार, 23 अक्टूबर को न्यूजीलैंड का सामना डी.वाई पाटिल क्रिकेट स्टेडियम में कर रही है. इस मैच में सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने तूफानी शतक ठोका और कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. मंधाना ने 95 गेंदों पर 109 रनों की बेहतरीन पारी खेली, जिसमें 10 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. इस शानदार पारी के साथ, स्मृति महिला वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाली बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं. यह शतक उनके शानदार प्रदर्शन का एक और सबूत है और उन्होंने अपनी पारी की बदौलत टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.

    मंधाना ने तोड़े कई बड़े रिकॉर्ड्स 

    स्मृति मंधाना ने इस शानदार शतक के साथ कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लिए. तो आइए जानते हैं कि उन्होंने किन-किन बड़े रिकॉर्ड्स पर अपना नाम लिखवाया.

    14वां वनडे शतक: स्मृति मंधाना ने अपने वनडे करियर का 14वां शतक लगाया, इसी के साथ मांधना ने न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स (13 शतक) को पीछे छोड़ दिया और ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज मेग लैनिंग (15 शतक) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं.

    इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्ड:  यह स्मृति का इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) को मिलाकर ये 17वां शतक है. इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों के मामले में मेग लैनिंग की बराबरी कर ली है.

    विश्व कप में तीसरा शतक: स्मृति मांधना का विश्व कप 2025 में ये पहला शतक और ओवरऑल विश्व कप में का तीसरा शतक है. इस शतक के साथ उन्होंने भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर की बराबरी कर ली है.

    विश्व कप में सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप: मंधाना ने अपनी ओपनिंग पार्टनर प्रतिका रावल के साथ मिलकर 212 रनों की शानदार साझेदारी की, जो महिला विश्व कप में भारत के लिए अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है.

    वनडे में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा छक्के: स्मृति मांधना ने इस साल अब तक 29 छक्के जड़े हैं. उन्‍होंने दक्षिण अफ्रीका की लिजेल ली का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्‍होंनें साल 2017 में 28 छक्‍के लगाए थे. 

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  • महागठबंधन में मुस्लिमों की 'अनदेखी' पर AIMIM का तंज, '18% वाला दरी बिछावन मंत्री'

    महागठबंधन में मुस्लिमों की 'अनदेखी' पर AIMIM का तंज, '18% वाला दरी बिछावन मंत्री'

    बिहार विधानसभा चुनाव (2025) के बीच सियासी बयानबाजी भी खूब हो रही है. गुरुवार (23 अक्टूबर, 2025) को महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने ऐलान किया कि तेजस्वी यादव सीएम फेस होंगे जबकि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी डिप्टी सीएम के फेस होंगे. जैसे ही तेजस्वी यादव के साथ सहनी के नाम की घोषणा हुई तो सियासी गलियारे में बयानबाजी शुरू हो गई. बिहार से लेकर यूपी तक के नेता महागठबंधन पर निशाना साध रहे हैं. 

    यूपी एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने एक्स पर एक एआई वाली तस्वीर शेयर करते हुए तंज कसा है. शौकत अली ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा है, “2% वाला उपमुख्यमंत्री, 13% वाला मुख्यमंत्री, 18% वाला दरी बिछावन मंत्री, जब हम कुछ कहेंगे तो बोलेंगे अब्दुल तू चुप बैठ वरना बीजेपी आ जाएगी.”

    2% वाला उपमुख्यमंत्री 13%वाला मुख्यमन्त्री 18%वाला दरी बिछावन मन्त्री,जब हम कुछ कहेंगे तो बोलेंगे अब्दुल तू चुप बैठ वरना बीजेपी आजायेगी। pic.twitter.com/WdGQL19Afz

    उनके इस पोस्ट पर यूजर्स खूब कॉमेंट कर रहे हैं. एक ने लिखा है, “इससे बढ़िया मौका नहीं मिलेगा सर आपको, मुसलमानों को जगाने के लिए अगर आप चाहेंगे इस बार तो मुसलमान आराम से गुलामी छोड़कर आपको वोट देगा बस थोड़ा सा जोश और सही रास्ता दिखाना है बिहार के मुस्लिमों को क्योंकि मुस्लिम सब देख रहे है और समझदार है.”

    मुकेश सहनी को लेकर सियासत भले शुरू हो गई है लेकिन वीआईपी प्रमुख गदगद हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा है, “महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में हुआ ऐतिहासिक ऐलान! बिहार के अगले मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी होंगे और उपमुख्यमंत्री पद के लिए अति पिछड़ा समाज के बेटे पर भरोसा जताने के लिए महागठबंधन के सभी साथियों का हार्दिक आभार. यह निर्णय बिहार में सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व की नई मिसाल बनेगा. जय महागठबंधन, जय बिहार!”

    महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में हुआ ऐतिहासिक ऐलान!

    बिहार के अगले मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी होंगे और उपमुख्यमंत्री पद के लिए अतिपिछड़ा समाज के बेटे पर भरोसा जताने के लिए महागठबंधन के सभी साथियों का हार्दिक आभार।

    यह निर्णय बिहार में सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व की नई… pic.twitter.com/xppoeptlIU

    बता दें कि बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम फेस की घोषणा तो हो गई, अब चुनावी सभाएं होंगी. इसकी तैयारी शुरू है. विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी शुक्रवार (24 अक्टूबर, 2025) को तेजस्वी यादव के साथ चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बताया कि पार्टी के प्रमुख महंत मिट्टू दास हाई स्कूल कटोरिया, सलखुआ, सिमरी बख्तियारपुर, सहरसा में 10 बजे सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद वे रैयाम चीनी मील केवटी, दरभंगा में चुनावी सभा करेंगे. इसके बाद वे आनन्दपुर गंगोलिया, पारू में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे.

    यह भी पढ़ें- चिराग पासवान ने ‘उलझन’ में डाल दिया! नीतीश कुमार के CM फेस पर दिया चौंकाने वाला जवाब

    सक्रिय पत्रकारिता में अजीत कुमार लगभग 9 वर्षों से कार्यरत हैं. वर्ष 2016 में दैनिक जागरण समाचार-पत्र से इन्होंने ट्रेनी सब-एडिटर के रूप में अपनी पारी की शुरुआत पटना से की. देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों में इन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें दैनिक जागरण, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर आदि शामिल हैं.

    वर्तमान में इनका कार्यक्षेत्र बिहार है और ये एबीपी लाइव में ‘चीफ कॉपी एडिटर’ के पद पर कार्यरत हैं. एबीपी डिजिटल के बिहार सेक्शन को लीड करते हैं. बिहार की खबरों पर इनकी पैनी नजर रहती है चाहे वह राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी हुई खबरें हों या फिर अपराध या अन्य सामाजिक सरोकार की. खबरों को एंगल देने में और हेडिंग बनाने में महारथ हासिल है.

    सही समय पर निष्पक्ष रूप से कई समाचार इनके प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें कई एक्सक्लूसिव स्टोरीज भी शामिल हैं. पत्रकारिता में इन्होंने स्नातक के साथ परास्नातक तक की पढ़ाई की है. इनसे ajeetk@abpnetwork.com पर संपर्क किया जा सकता है.

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  • अमेरिका ने रूसी कंपनियों पर लगाया बैन, कांग्रेस बोली- 'ट्रंप ने पीएम मोदी को फटाफट तेल खरीदना…'

    अमेरिका ने रूसी कंपनियों पर लगाया बैन, कांग्रेस बोली- 'ट्रंप ने पीएम मोदी को फटाफट तेल खरीदना…'

    अमेरिका ने रूस की दो तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक अब भारत रूसी तेल आयात में भारी कटौती करने की तैयारी में है. इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और नरेंद्र मोदी को कमजोर प्रधानमंत्री बताया है. अमेरिकी प्रतिबंधों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के रूस से कच्चे तेल के आयात पर असर पड़ने के आसार हैं. 

    रिलायंस ने दिसंबर 2024 में रूस की कंपनी रोसनेफ्ट के साथ 25 साल तक प्रतिदिन 5 लाख बैरल रूसी तेल आयात करने के समझौते पर हस्ताक्षर किया था. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस के प्रवक्ता ने कहा, “रूसी तेल आयात का फिर से मूल्यांकण किया जा रहा है. सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से रिलायंस रूसी तेल की खरीदारी एडजस्ट करेगी.

    ट्रंप के आदेश को मानने में जुटे गए पीएम मोदी

    इसे लेकर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि ट्रंप की धमकी के आगे एक बार फिर नरेंदर-सरेंडर हो गए हैं. कांग्रेस ने कहा, “ट्रंप ने आदेश दिया कि रूस से तेल खरीदना बंद करो, मोदी फटाफट आदेश का पालन करने में जुट गए. अब खबर है कि रिलायंस रूस से तेल खरीदना कम करेगा. रिलायंस रूस से सबसे ज्यादा कच्चा तेल खरीदता था. ट्रंप पहले ही बता चुके हैं कि इस साल के अंत तक भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा.”

    नरेंद्र मोदी कमजोर प्रधानमंत्री: कांग्रेस

    कांग्रेस ने कहा, “एक बात साफ है कि नरेंद्र मोदी कमजोर प्रधानमंत्री हैं. यही वजह है कि भारत के फैसले अब ट्रंप ले रहे हैं. रूस भारत का पुराना सहयोगी रहा है और ट्रंप के दबाव में मोदी रूस से संबंध खराब कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने अपनी ‘पप्पी-झप्पी’ वाली विदेश नीति से देश का बहुत नुकसान किया है.”

    भारत ने जल्द रूसी तेल खरीदना कम करेगा: ट्रंप

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया कि भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद करने पर सहमति जतायी है और वह साल के अंत तक इसे लगभग बंद कर देगा. इसके साथ साथ ही ट्रंप ने कहा कि यह एक प्रक्रिया है और इसमें कुछ समय लगेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह चीन को भी ऐसा करने के लिए राजी करने की कोशिश करेंगे. चीन और भारत रूसी कच्चे तेल के दो सबसे बड़े खरीदार हैं. 

    रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस मिडिल ईस्ट और ब्राजील से कच्चे तेल की बड़ी खेप खरीदी है, जिसका इस्तेमाल रूसी आपूर्ति की भरपाई के लिए किया जा सकता है. अमेरिका के इस कदम से पहले रिलायंस अपनी दो रिफाइनरियों में से एक के लिए रूसी तेल आयात रोकने पर विचार कर रही थी.

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  • पूर्व DGP मुस्तफा के बेटे की मौत का मामला, CBI जांच की तैयारी में हरियाणा सरकार

    पूर्व DGP मुस्तफा के बेटे की मौत का मामला, CBI जांच की तैयारी में हरियाणा सरकार

    हरियाणा सरकार पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत के मामले जांच CBI को सौंपने जा रही है. हरियाणा सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. हालांकि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हरियाणा सरकार को इस केस में Delhi Special  Police Establishment Act को राज्य में लागू करने की इजाजत के बाद ही  मामले की जांच सीबीआई के पास जाएगी. 

    मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में पंचकूला पुलिस ने मुस्तफा, उनकी पत्नी और पंजाब की पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, उनकी बेटी और बहू पर हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया.

    अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर की देर रात पंचकूला के एमडीसी स्थित आवास पर हुई थी. परिवार ने शुरू में इसे दवाइयों की ओवरडोज के कारण हुई मौत बताया था. 

    इसके बाद अकील अख्तर का 27 अगस्त को एक वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने अपने पिता और पत्नी के बीच अवैध संबंध का जिक्र करते हुए परिवार के लोगों पर उनकी हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया था. 

    इस वीडियो में उन्होंने अपनी मां रजिया सुल्ताना और बहन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे.इस वीडियो और आरोपों के आधार पर मलेरकोटला में रहने वाले उनके पड़ोसी शमसुद्दीन चौधरी ने पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को शिकायत सौंपी थी. इसी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पंचकूला के माता मनसा देवी थाना पुलिस ने पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, पुत्रवधू और बेटी सहित चार लोगों के खिलाफ 103 (1), 61 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

    अकील अख्तर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में वकील थे. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ गईं. 

    पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा के बेटे 35 वर्षीय अकील अख्तर को 16 अक्टूबर की रात करीब साढ़े 9 बजे अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. बता दें कि अकील के पिता मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के आईपीएस अफसर थे. वे साल 2021 में डीजीपी पद से रिटायर हुए थे.

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  • OMG! यकीन नहीं हो रहा… सबसे ज्यादा बार जीरो पर आउट होने वाले दूसरे भारतीय बने विराट कोहली!

    OMG! यकीन नहीं हो रहा… सबसे ज्यादा बार जीरो पर आउट होने वाले दूसरे भारतीय बने विराट कोहली!

    Most Ducks In International Cricket By Indian Players: विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज में लगातार दोनों मैचों में जीरो पर आउट हो गए. विराट इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा डक (शून्य) पर आउट होने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. यह उनके करियर में एक शर्मनाक रिकॉर्ड बन गया है, जो उनके शानदार करियर पर एक धब्बा है.

    पहली बार लगातार दो वनडे में जीरो पर आउट हुए विराट

    23 अक्टूबर 2025 को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में विराट कोहली केवल 4 गेंदों का सामना कर पाए और जीरो पर आउट हो गए. इस सीरीज में विराट का दूसरा लगातार डक था, क्योंकि पर्थ में खेले गए पहले वनडे में भी वह 8 गेंदों पर जीरो बनाकर आउट हुए थे. यह कोहली के 17 साल के वनडे करियर में पहली बार हुआ है जब वह लगातार दो मैचों में जीरो पर आउट हुए हैं. विराट का एडिलेड के मैदान में शानदार प्रदर्शन रहा है, लेकिन इस मैच में उनका बल्ला नहीं चला और ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेवियर बार्टलेट ने उन्हें lbw आउट किया.

    विराट ने शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी की

    विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. विराट अपने करियर में अब कुल 40वीं बार डक (जीरो) पर आउट हुए हैं. इसी के साथ विराट इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा बार जीरो पर आउट होने के मामले में तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के बराबर आ गए हैं. भारत के लिए सबसे ज्यादा बार जीरो पर आउट होने वाली लिस्ट में विराट अब दूसरे नंबर पर हैं. ये एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसकी उम्मीद ना विराट और ना ही उनके फैंस ने की होगी. इस लिस्ट में पहले नंबर पर तेज गेंदबाज जहीर खान का नाम मौजूद है. इंटरनेशनल क्रिकेट के अपने करियर में जहीर 43 बार जीरो (डक) पर आउट हुए हैं.

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  • नीले ड्रम वाली मुस्कान को जेल में मिल गया नया भाई,  Bhai Dooj पर जेलर का किया तिलक

    नीले ड्रम वाली मुस्कान को जेल में मिल गया नया भाई, Bhai Dooj पर जेलर का किया तिलक

    मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड की आरोपी मुस्कान रस्तोगी की जिंदगी में इस बार भैया दूज का पर्व कुछ अलग ही रहा. मेरठ जिला कारागार में बंद मुस्कान ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा को अपना भाई बना लिया और जेल के अंदर परंपरागत तरीके से उनका तिलक किया.

    भैया दूज के अवसर पर मुस्कान ने जेल परिसर में डॉ. शर्मा का टीका किया और उन्हें भाई मानते हुए शुभकामनाएं दीं. इस मौके पर जेल स्टाफ भी मौजूद रहा. डॉ. शर्मा ने मुस्कान को मिठाई उपहार में दी और उसकी सुरक्षा का वचन दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें मतलब नहीं है कि कौन बंदी किस अपराध को करके आया है उनका व्यवहार सभी बंदियों से एक समान रहता है उनका प्रयास रहता है कि सभी बंदियों को एक अच्छा इंसान बनाया जाए.

    जेल सूत्रों के अनुसार, जेल में आने के बाद मुस्कान के जीवन में काफी बदलाव देखा गया है. शुरुआत में ड्रग्स के चलते अवसाद और तनाव में रहने वाली मुस्कान अब आध्यात्मिक पुस्तकों और ध्यान में समय बिताती है. मुस्कान का अधिकतर समय अब अध्यात्म में ही गुजरता है. मुस्कान प्रेग्नेंट भी हैं और इसी अध्यात्म के चलते उसकी इच्छा भी यही है कि उसको कृष्ण जैसी संतान पैदा हो.

    गौरतलब है कि कि मुस्कान रस्तोगी मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड मामले में न्यायिक अभिरक्षा में है. अपनी पति की हत्या के आरोप में जेल पहुंची मुस्कान ड्रग्स का सेवन किया करती थी लेकिन अब मुस्कान अपने जीवन को बदलना चाहती है.

    लाश को टुकड़ों में काटकर ड्रम में दिया था भर 

    बता दें कि मेरठ में 3 मार्च 2025 को सौरभ राजपूत की उसकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर निर्मम हत्या कर दी. इतना ही नहीं हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने सौरभ की लाश को टुकड़ों में काटकर एक नीले रंग के ड्रम में भर दिया गया और ऊपर से सीमेंट डालकर सील कर दिया गया. 

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  • VIDEO: रोहित बोले तेरे को कॉल देना पड़ेगा, श्रेयस ने भी दिया जवाब; स्टंप माइक में रिकॉर्ड हुई हिटमैन-अय्यर की बहस

    VIDEO: रोहित बोले तेरे को कॉल देना पड़ेगा, श्रेयस ने भी दिया जवाब; स्टंप माइक में रिकॉर्ड हुई हिटमैन-अय्यर की बहस

    एडिलेड वनडे में भी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. भारत ने शुभमन गिल 09 रन और विराट कोहली जीरो रन के विकेट जल्दी गंवा दिए. इसके बाद रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर ने गजब का धैर्य दिखाया और शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की स्विंग और उछाल का अच्छे से सामना किया. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 118 रनों की शानदार साझेदारी की. हालांकि, इस दौरान दोनों के बीच एक बहस भी हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. 

    रोहित शर्मा ने वनडे क्रिकेट में अपना 59वां अर्धशतक लगाया. उन्होंने 97 गेंदों में 73 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 2 छक्के और 7 चौके जड़े. वहीं श्रेयस अय्यर ने 77 गेंद में सात चौकों की मदद से 61 रन बनाए. उपकप्तान अय्यर ने रोहित का अच्छे से साथ दिया और स्ट्राइक रोटेट करने पर ज्यादा जोर दिया. दोनों की समझबूझ भरी बल्लेबाजी की बदौलत ही भारत ने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. 

    स्टंप माइक में कैद हुई रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर की बातचीत 

    रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर की बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में रोहित शर्मा सिंगल लेने का प्रयास करते हैं, लेकिन अय्यर मना कर देते हैं. फिर रोहित कहते हैं श्रेयस, यह सिंगल था. अय्यर जवाब देते हैं अरे आप करके देखो, मेरे को मत बोलना फिर. इसके बाद रोहित कहते हैं अरे तेरे को कॉल देना पड़ेगा. वो सातवां ओवर डाल रहा है यार. अय्यर फिर कहते हैं मुझे उसका एंगल पता नहीं है. कॉल करो ना. फिर रोहित कहते हैं मैं नहीं दे सकता हूं यह कॉल. तब अय्यर कहते हैं सामने है आपके. रोहित और अय्यर की इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

    Stump mic captures Rohit Sharma vs Shreyas Iyer 🤣🙌

    Whose call was it really?✍🏻👇#AUSvIND 👉 2nd ODI | LIVE NOW 👉 https://t.co/dfQTtniylt pic.twitter.com/YipS5K9ioa

    भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दिया 265 रनों का लक्ष्य 

    रोहित और अय्यर की दमदार पारियों की बदौलत एडिलेड वनडे में पहले खेलने के बाद टीम इंडिया ने 50 ओवर में 9 विकेट पर 264 रन बनाए. हालांकि, भारत के लिए अक्षर पटेल 11 रन, हर्षित राणा नाबाद 24 रन और अर्शदीप सिंह 13 रन ने उपयोगी पारियां खेली. हर्षित और अर्शदीप 226-8 से स्कोर 263 तक लेकर गए. 

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