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गाजा में युद्ध विराम के बावजूद इजरायली हमले जारी हैं। युद्ध विराम के बाद इस्राइली मराठा में 30 फलस्टीनी नागरिकों की मौत हो गई। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया ये दावा. गाजा के अल शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सालमिया ने बताया कि रविवार शाम से हो रहे हमले में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं।
इज़राइल का दावा- हमास ने इज़राइल पर हमला किया
आदिवासी मीडिया के अनुसार, गाजा सिविल डिफेंस ने बताया कि गाजा के पड़ोसी इलाके अल-सब्रा में इस्राइली हमलों में एक इमारत को मजबूत बनाया गया, जिसमें 40 से अधिक लोग शामिल थे। वहीं इजरायली सेना ने बताया कि हमास के कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया गया था क्योंकि यह खतरनाक था।
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इज़राइल और हमास के पहले चरण के शांति समझौते पर सहमति बनी
रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड कुणाल ने घोषणा की कि इजरायल और हमास के पहले चरण की शांति पर सहमति बनी है। इससे गाजा में युद्ध समाप्त हो जाएगा और बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा। इसके बदले में इजरायली सेना ने गाजा से पीछे हटेगी और इजरायल की जेलों में बंद 2000 फलस्टीनी कब्जे की रिहाइश के तहत कार्रवाई की। इज़राइली मीडिया के, इज़राइली सेना गाजा क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 53 प्रतिशत भागों के अनुसार, अपना आर्किटेक्चर बनाए रखेगी।
अमेरिकी सेना की निगरानी में लागू होगा संघर्ष विराम समझौता
गुरुवार सुबह राष्ट्रपति रियल ने व्हाइट हाउस में एक बैठक की, जिसमें बताया गया कि जल्द ही इस्राइल और हमास के बीच संधि समझौता लागू होगा। वास्तविक ने आशा व्यक्त की कि इस शांति से गाजा में हमेशा के लिए शांति आ सकती है। विद्रोहियों ने कहा कि युद्ध विराम के अंतर्गत सोमवार या मंगलवार को इज़राइल के बंधक रिक्शा हो सकते हैं। वास्तव में भी पश्चिम एशिया का दौरा कर सकते हैं। अमेरिका ने लगभग 200 सैनिकों को इज़राइल भेजागा ताकि गाजा में लागू युद्ध साम्राज्य की निगरानी की जा सके। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ये सैनिक सिविल-सैन्य समन्वय केंद्र में काम करेंगे, जो मानव सहायता, लॉजिस्टिक और सुरक्षा बनाने में मदद करेंगे। अमेरिकी सेना के साथ साम्यवादी देश, गैर-सरकारी आधिपत्य और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि भी इसमें सबसे पहले शामिल होंगे।